Bhind News: घर के कमरे में चारपाई के नीचे आकर बैठा मगरमच्छ, सुबह हाथ टकराने पर चीखकर भागा

Bhind Information: घर के कमरे में चारपाई के नीचे आकर बैठा मगरमच्छ, सुबह हाथ टकराने पर चीखकर भागा

मौ कस्बे के नजदीक रूपाबाई के पुरा के हार में बने एक कमरे में मगरमच्छ जाकर घुस गया। कमरे का गेट खोलकर सो रहे युवक की चारपाई के नीचे मगरमच्छ बैठ गया। रात में सोते समय युवक का हाथ मगरमच्छ से टकराया गया। इस वजह से उसकी नींद खुल गई। जैसे ही उसने नीचे झांककर देखा चीखता हुआ कमरे से बाहर निकल गया।

By Manoj Shrivastava

Publish Date: Fri, 28 Jun 2024 12:44:59 PM (IST)

Up to date Date: Fri, 28 Jun 2024 12:46:17 PM (IST)

मगरमच्‍छ को रेस्‍क्‍यू करती वन विभाग की टीम

HighLights

  1. मौ थाना क्षेत्र के रूपावबाई के पुरा के हार में बने मकान का मामला
  2. कमरे का गेट खोलकर सो रहे युवक की चारपाई के नीचे मगरमच्छ बैठ गया
  3. सुबह फारेस्ट विभाग की टीम पहुंची और मगरमच्छ का रेस्क्यू कर चंबल नदी में छोड़ा गया

नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। मौ कस्बे के नजदीक रूपाबाई के पुरा के हार में बने एक कमरे में मगरमच्छ जाकर घुस गया। कमरे का गेट खोलकर सो रहे युवक की चारपाई के नीचे मगरमच्छ बैठ गया। रात में सोते समय युवक का हाथ मगरमच्छ से टकराया गया। इस वजह से उसकी नींद खुल गई। जैसे ही उसने नीचे झांककर देखा चीखता हुआ कमरे से बाहर निकल गया। इसके बाद इसकी सूचना मौ थाना पुलिस को दी। गुरुवार की सुबह फारेस्ट विभाग की टीम पहुंची। इसके बाद मगरमच्छ का रेस्क्यू कर चंबल नदी में छोड़ा गया।

मौ वन वृत्त के परिक्षेत्र सहायक मनभावन सिंह ने बताया कि रूपाबाई के पुरा में खेतों में बने एक ट्यूबवेल के कमरे में प्रहलाद पुत्र रामभरोसे सिंह नशे की हालत में सो रहा था। प्रहलाद ने अपने कमरे के गेट को खोल रखा था। रात में अचानक कहीं से मगरमच्छ जाकर उसकी चारपाई के नीचे बैठ गया। रात करीब 2 बजे प्रहलाद को सर्दी लगी तो उन्होंने कंबल को हाथ से तलाशा।

इस दौरान प्रहलाद ने मगरमच्छ की पीठ पर हाथ चला गया जिसे देखकर वो डर गया और वह कमरे का गेट बंद करके भाग खड़ हुआ। वो सीधे गांव पहुंचा और घर वालों को इस पूरे मामले से अवगत कराया। सुबह के समय गांव वाले खेत पर पहुंचे और उन्होंने मगरमच्छ को कमरे में बंद देखा। सुबह पांच बजे गांव वालों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिस पर एफआरबी मौके पर पहुंची एफआरबी टीम की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारियों को जानकारी लगी।

इसके बाद रेस्क्यू डाल भिंड से बुलाया गया। सुबह करीब 9 बजे के बीच रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा। आधा घंटे की मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम ने मगरमच्छ को काबू में किया और उसे लेकर चंबल नदी में छोड़ दिया गया।