तहसील डभरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कटौद के सरपंच एवं सचिव द्वारा पर्यावरण विभाग सुप्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए गांव के निस्तारी तालाब व खेल मैदान में हजारों ट्रक राखड़ डंप कर पाट दिया गया है। इसे ग्राम पंचायत कमाई का जरिए बना चुका है। राखड़ पाटने के बदले रुपए लेने का आरोप भी ग्रामीण लगा रहे हैं।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को शिकायत की थी।
By komal Shukla
Publish Date: Thu, 27 Jun 2024 12:40:36 AM (IST)
Up to date Date: Thu, 27 Jun 2024 12:40:36 AM (IST)
नईदुनिया न्यूज, डभरा: तहसील डभरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कटौद के सरपंच एवं सचिव द्वारा पर्यावरण विभाग सुप्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए गांव के निस्तारी तालाब व खेल मैदान में हजारों ट्रक राखड़ डंप कर पाट दिया गया है। इसे ग्राम पंचायत कमाई का जरिए बना चुका है। राखड़ पाटने के बदले रुपए लेने का आरोप भी ग्रामीण लगा रहे हैं।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को शिकायत की थी इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
डभरा तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत कटौद के सरपंच सचिव द्वारा सुप्रीम कोर्ट के नियमों को ताक में रखकर एवं पर्यावरण विभाग की नियम की धज्जियां उड़ाते हुए गांव के निस्तारी तालाब एवं खेल मैदान में हजारों ट्रक राखड़ डंप कर दिया गया है। इससे खेल मैदान एवं तालाब का अस्तित्व ही खत्म हो चुका है। ग् गढ़खईया तालाब को डस्ट डाल कर पाट देने से गांव में अब निस्तारी की समस्या बढ़ गई है । लोगों को नहाने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। ग सरपंच द्वारा काली कमाई के लिए खसरा नंबर 265 में निर्मित तालाब क्षेत्रफल 3 एकड़ 65 डिसमिल के अधिकांश हिस्से में राखड़ डंप कर पाट दिया गया । गांव में निस्तारी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है । एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार जल स्रोतों को बचाने का प्रयास कर रहा है तो दूसरी तरफ ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा गांव के सबसे पुराने तालाब गढ़खईया का अस्तित्व ही मिटाया जा रहा है।
ग्राम कटौद के ग्रामीणों द्वारा लिखित शिकायत विधायक रामकुमार यादव एवं कलेक्टर , एसपी एसडीएम तहसीलदार , थाना प्रभारी डभरा को 9 मई को दिया जा चुका है। इसके बाद भी जिला प्रशासन द्वारा कोई जांच कमेटी गठित नहीं की गई, न हीं दोषियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई है जिस कारण उनके हौसले बुलंद हैं । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लाखों रूपयो खर्च कर तालाबो का गहरीकरण एवं नया तालाब का निर्माण कराया जा रहा है । एक तरफ सरकार तालाब बना रही है दूसरी तरफ सरपंच निस्तारी तालाब को जहरीले डस्ट से पाट रहे हैं। सरकार द्वारा ग्रामीण प्रतिभा को निखारने के लिए मैदान बनाया गया है मैदान के किनारे लगे हरे भरे वृक्षों को काटकर एवं खेल मैदान को खोदाई कर अधिक गड्ढे बनाकर सरपंच सचिव द्वारा राखड़ निकलवाया गया है।
ग्रामीण क्या कहते हैं
इस संबंध में ग्राम पंचायत कटौद के ग्रामीण देव प्रसाद चंद्रा महारथी चंद्रा रामेश्वर लाल चंद्रा सहित कई लोगो ने कहा कि सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए गांव के निस्तारी तालाब को हजारों ट्रक राखड़ डाल दिया है । खेल मैदान में राखड़ पहाड़ बना चुका है जो 7 फीट से ऊपर है। हरे भरे पेड़ो की कटाई कर दिया गया है इसके बारे में ग्रामीण कलेक्टर , विधायक, एसडीएम एवं अन्य उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं इसके बाद भी आज तक सरपंच की विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई । ग्रामीणों ने निस्तारी तालाब एवं खेल मैदान में डंप किए गए राखड़ को हटाने एवं सरपंच सचिव के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
ग्राम कटौद के ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई थी। शिकायत की गंभीरता से देखते हुए मौके का निरीक्षण किया गया। तालाब एवं खेल मैदान में राखड़ डंप करना पाया गया है। जांच कर प्रतिवेदन अग्रिम कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को भेजा गया है।
डा रवि कुमार राठौर
तहसीलदार डभरा