प्रवेश के लिए विद्यार्थी अन्य जिलों के कालेजों को भी चुन रहे हैं। एनइएस एजुकेशन कालेज के मनोज यादव ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रतिस्पर्धा होने से यह हालात बने हैं उनके अनुसार तीसरी सूची में शत प्रतिशत आवंटन होने से सीट खाली नहीं रहेगी। इस साल बीएड करने के लिए काफी रूझान बना हुआ है।
By Pankaj Tiwari
Publish Date: Wed, 26 Jun 2024 08:21:05 AM (IST)
Up to date Date: Wed, 26 Jun 2024 08:21:05 AM (IST)
HighLights
- विश्वविद्यालय से संबंद्ध करीब 34 बीएड कालेज में 3400 सीट है।
- कटआफ 70 प्रतिशत, अतिरिक्त चरण के लिए पंजीयन का इंतजार।
- उच्च शिक्षा विभाग ने इस बार शत प्रतिशत आवंटन दे सीट फुल की।
Jabalpur Information : नईदुनिया प्रतिनिधि,जबलपुर। बीएड काउंसलिंग की तीसरी सूची मंगलवार को देर शाम जारी हुई। विद्यार्थी तीसरी सूची में बीएड कालेज आवंटन की आस लगाए थे लेकिन कम नंबर वालों को निराशा हाथ लगी। तीसरी सूची में भी कटआफ 70 प्रतिशत अंक के आसपास रहा। बहरहाल उच्च शिक्षा विभाग ने इस बार शत प्रतिशत आवंटन देकर सीट फुल कर दी है। अब देखना है कि 29 जून तक कितने विद्यार्थी फीस जमा करके प्रवेश पक्का करते हैं।
प्रवेश के लिए विद्यार्थी अन्य जिलों के कालेजों को भी चुन रहे हैं
इस बार बीएड में बड़ी संख्या में पंजीयन होने से प्रवेश में ऊंचा कटआफ जा रहा है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से संबंद्ध करीब 34 बीएड कालेज में 3400 सीट है। जबकि पंजयीन करवाने वाले तय सीट से दोगुने हैंं ऐसे में प्रवेश के लिए विद्यार्थी अन्य जिलों के कालेजों को भी चुन रहे हैं।
तीसरी सूची में शत प्रतिशत आवंटन होने से सीट खाली नहीं रहेगी
एनइएस एजुकेशन कालेज के मनोज यादव ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रतिस्पर्धा होने से यह हालात बने हैं उनके अनुसार तीसरी सूची में शत प्रतिशत आवंटन होने से सीट खाली नहीं रहेगी। इस साल बीएड करने के लिए काफी रुझान बना हुआ है।
पंजीयन और कालेज की च्वाइस को अलग से विभाग शेड्यूल जारी करेगा
राधकृष्णन बीएड कालेज के अभिषेक चौबे ने बताया कि देर शाम सूची जारी हुई है। अभी 70 प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थियों को ही प्रवेश मिला है। विभाग अब अतिरिक्त चरण शुरू करेगा जिसके लिए फिर से पंजीयन और कालेज की च्वाइस देनी होगी। इसके लिए अलग से विभाग शेड्यूल जारी करेगा।
शिक्षकों की भर्ती से बढ़ा रुझान
विजयश्री एजुकेशन के डा.राजेश स्थापक ने बताया कि प्रदेश के स्कूलों में पिछले कुछ सालों से शिक्षकों के रिक्त पदों पर लगातार भर्तियां निकाली जा रही है। इसके लिए बीएड भी अनिवार्य है। ऐसे में विद्यार्थी नौकरी के लिए अनिर्वाय आर्हता पूरा करने के लिए बीएड की डिग्री कर रहे हैं वहीं निजी स्कूलों में भी शिक्षण कार्य के लिए बीएड की डिग्री अनिवार्य हो गई है इस वजह से भी अध्यापन के क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवा बीएड करने में रूचि दिखा रहे हैं।