MP Information: अब SMS से दर्ज होगी मध्याह्न भोजन वितरण की जानकारी, इंट्री में गड़बड़ी के बाद नया सिस्टम लागू

MP Information: अब SMS से दर्ज होगी मध्याह्न भोजन वितरण की जानकारी, इंट्री में गड़बड़ी के बाद नया सिस्टम लागू

MP Information: मध्‍यान्‍ह भोजन वितरण को लेकर एसएमएस वाला पोर्टल एमडीएम भी है। जिला पंचायत के अधिकारियों के अनुसार यह व्यवस्था पहले से लागू थी। पूर्व में इसमें स्कूलों के जिम्मेदारों द्वारा ढिलाई बरती गई लेकिन इस बार इस शिक्षा सत्र में इसका कड़ाई से पालन होगा। नियमित रूप से एसएमएस दर्ज नहीं करने वाले जिम्मेदार कार्रवाई के दायरे में आएंगे।

By Navodit Saktawat

Publish Date: Fri, 14 Jun 2024 06:03:45 PM (IST)

Up to date Date: Fri, 14 Jun 2024 06:15:03 PM (IST)

– 22 जिलो में ग्रीष्मावकाश में मध्याह्न भोजन बांटने की इंट्री करने से हुई थी फजीहत

HighLights

  1. मध्याह्न भोजन के लिए आटोमेटिक मानीटरिंग सिस्टम व्यवस्था लागू की गई है।
  2. इस सिस्टम का मुख्य उद्देश्य मध्याह्न भोजन में और अधिक पारदर्शिता लाना है।
  3. इसमें अब नोडल अधिकारी प्रत्येक शाला से प्रतिदिन एसएमएस कराएंगे।

नईदुनिया प्रतिनिधि, बड़वानी। मध्याह्न भोजन के वितरण की इंट्री में होने वाली गड़बड़ियों से निपटने के लिए शासन ने नया सिस्टम बनाने और उसकी निरंतर मानीटरिंग कराने का निर्णय लिया है। अब मध्याह्न भोजन की जानकारी एसएमएस के माध्यम से प्रतिदिन देनी होगी।

इसे आटोमेटिक सिस्टम दर्ज कर लेगा। दरअसल बड़वानी समेत प्रदेश के 22 जिलों में ग्रीष्मावकाश के दौरान मध्याह्न भोजन बांटने की बात सामने आई थी।

तब सरकार ने जांच पड़ताल के बाद बताया था कि ग्रीष्मावकाश के दौरान मध्याह्न भोजन नहीं बांटा गया, बल्कि पोर्टल पर डाटा गलत तरीके से फीड कर दिए जाने से यह गलतफहमी सामने आई थी। इसके बाद से ही सिस्टम में बदलाव की बात कही जा रही थी।

एसएमएस नहीं किया तो तत्काल कार्रवाई

बड़वानी जिला पंचायत सीईओ काजल जावला के अनुसार स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए भारत सरकार द्वारा आटोमेटिक मानीटरिंग सिस्टम व्यवस्था लागू की गई है। इस सिस्टम का मुख्य उद्देश्य मध्याह्न भोजन में और अधिक पारदर्शिता लाना है।

इस व्यवस्था को लेकर जिले के सभी बीआरसी तथा सीएसी को प्रशिक्षण जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तथा जिला परियोजना समन्वयक की उपस्थिति में दिया गया है।

उक्त कार्य की मानीटरिंग के लिए क्लस्टर लेवल पर जनशिक्षक और विकासखंड लेवल पर विकासखंड स्रोत समन्वयक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। नोडल अधिकारी का यह दायित्व होगा कि प्रत्येक शाला से प्रतिदिन एसएमएस कराया जाए।

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इन जिलों में ग्रीष्मावकाश का डाटा हुआ था अपलोड

प्रदेश के सागर, सिवनी, शहडोल, श्योपुर, शिवपुरी, बड़वानी, सतना, रायसेन, भिंड, गुना, जबलपुर, आगर मालवा, झाबुआ, टीकमगढ़, मंडला, मंदसौर, बालाघाट, बैतूल, भोपाल, डिंडौरी, नरसिंहपुर, रतलाम जिलों के स्कूलों में अवकाश अवधि के दौरान मध्याह्न भोजन वितरण सिस्टम में दर्ज किया गया था जबकि उस अवधि में एक दिन भी स्कूल नहीं खुला था।

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