बीते दिनों अमर गुफा में तोड़फोड़ और जैतखाम को तोड़ने के विरोध में लोगों का छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में प्रदर्शन चल रहा था। जिसके बाद आज इस मामले ने आग पकड़ ली है। आप को बता दें की भीड़ ने जनपद पंचायत के सामने मुख्य मार्ग के रेलिंग तोड़ दिये गये है।
By Paras Pandey
Edited By: Paras Pandey
Publish Date: Mon, 10 Jun 2024 05:15:51 PM (IST)
Up to date Date: Mon, 10 Jun 2024 08:54:21 PM (IST)
HighLights
- बलौदाबाजार में जैतखाम को क्षति पहुंचाने को लेकर ज्ञापन देते पहुंचे थे लोग
- उपमुख्यमंत्री ने की न्यायिक जांच की मांग, प्रदर्शनकारी चाहते हैं सीबीआई जांच
- दो दमकल वाहनों को लगाई आग, कई विभागों के दस्तावेज जलकर हुए खाक
नईदुनिया टीम, बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में उग्र प्रदर्शनकारियों ने सोमवार शाम को कलेक्टर और एसपी दफ्तर में आग लगा दी। भीड़ ने पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। साथ ही 200 दोपहिया, 50 चारपहिया वाहनों को भी जला दिया।
भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज भी किया गया। रायपुर आइजी अमरेश मिश्रा, बिलासपुर आइजी संजीव शुक्ला समेत अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा गया है। खबर लिखे जाने तक एक पुलिसकर्मी के घायल होने की सूचना है।
जानकारी के अनुसार 15 मई की देर रात सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब पांच किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपित नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने रविवार को ही इस मामले की न्यायिक जांच की घोषणा की थी, लेकिन समाज के लोग सीबीआइ जांच की मांग कर रहे थे।
समाज के लिए सोमवार दोपहर लगभग ढाई बजे ज्ञापन देने के लिए कलेक्टर परिसर पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक दिया। प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प शुरू हो गई। बेरिकेड को तोड़कर हजारों की भीड़ कलेक्टर परिसर में पहुंच गई। लोगों ने पथराव के साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ और आग लगाना शुरू कर दिया।
इससे कलेक्टर परिसर के कई विभागों के दस्तावेज जलकर राख हो गए। आग बुझाने दमकम की सात गाड़ियां पहुंची थी। इनमें से वाहनों को भी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शन हिंसक होने के बाद सैक€ड़ों कर्मचारियों और लोग फंसे हुए थे। उन्हें पुलिस ने किचन के रास्ते बाहर निकाला। प्रदर्शनकारियों ने कृषि विभाग के दफ्तर के अंदर लगे एयर कंडीशन को भी क्षतिग्रस्त किया।
17 मई से चल रहा था शांतिपूर्ण प्रदर्शन
जैतखाम तोड़े जाने से नाराज समाज के लोग कलेक्ट्रेट के पास स्थित दशहरा मैदान में बीते 17 मई से ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें दूसरे राज्यों के सतनामी समाज के लोग भी शामिल हुए थे। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग सीबीआई जांच की मांग को लेकर लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।
क्या है जैतखाम
जैतखाम छत्तीसगढ़ की बोली भाषा का शब्द है। जैत यानी जय और खाम यानी खंभा। जैतखाम मूलरूप से सतनामी पंथ के ध्वज का नाम है, जो उनके संप्रदाय का प्रतीक है।
#WATCH | Chhattisgarh: On violence in Balodabazar, SSP Sadanand Kumar says, “…They’d all given assurance – in writing too – that they might maintain a peaceable program. But it surely bought uncontrolled…Sufficient Police preparations had been made…Barricades had been put up at 4 spots… https://t.co/Q23kqvJW7X pic.twitter.com/sMlVhRNTnk
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) June 10, 2024
बलौदा बाजार जिले में उत्पन्न हुई अप्रिय स्थिति पर आईजी व कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली एवं घटना की रिपोर्ट भी मंगाई है।
ज्ञातव्य हो गिरौदपुरी के अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच…
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) June 10, 2024
बलौदा बाजार में हुई हिंसा की घटना चिंताजनक है।
अगर शासन-प्रशासन ने समय पर आवश्यक कदम उठाए होते तो लोगों की नाराज़गी को इस हद तक जाने से रोका जा सकता था।
सतनामी समाज बाबा घासीदास के बताए शांति और सद्भाव के रास्ते पर चलने वाला समाज है। मैं समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 10, 2024