थक्का धमनियों को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। दिल के दौरे के लक्षण अलग-अलग होते हैं।
By Ekta Sharma
Publish Date: Wed, 03 Apr 2024 05:44 PM (IST)
Up to date Date: Wed, 03 Apr 2024 05:44 PM (IST)
HighLights
- इससे बचाव का तरीका यही है कि अपनी लाइफस्टाइल सही करें।
- सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक शेड्यूल बनाएं और उसे फॉलो करें।
- सुबह वॉक पर जाना, एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है।
हेल्थ डेस्क, इंदौर। Coronary heart Assault: ठंड भले ही जा चुकी है, लेकिन अभी भी हार्ट अटैक के केस कम नहीं हो रहे। रोजाना ओपीडी पर कई केस हृदयाघात से जुड़े पहुंच रहे हैं। आजकल जवां लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं, जो एक बेहद चिंताजनक बात है। दरअसल, दिल का दौरा तब पड़ता है, जब हृदय में रक्त का प्रवाह बहुत कम या अवरुद्ध हो जाता है। जब हृदय तक रक्त और ऑक्सीजन भेजने वाली धमनी अवरुद्ध हो जाती है। समय के साथ वसायुक्त, कोलेस्ट्रॉल युक्त जमाव जमा हो जाता है, जिससे हृदय की धमनियों में प्लाक बन जाता है। यदि प्लाक फट जाए, तो रक्त का थक्का बन सकता है।
लाइफस्टाइल में करें बदलाव
थक्का धमनियों को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। दिल के दौरे के लक्षण अलग-अलग होते हैं। कुछ लोगों में हल्के लक्षण होते हैं। इनमें सीने में दर्द, दबाव, जकड़न, निचोड़ने या दर्द जैसा महसूस हो सकता है। इससे बचाव का तरीका यही है कि अपनी लाइफस्टाइल सही करें। सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक शेड्यूल बनाएं और उसे फॉलो करें। सुबह वॉक पर जाना, एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है।
समय-समय पर करवाएं जांच
धूम्रपान न करें। बाहर के खाने को अवॉइड करें। घर पर भी ज्यादा मिर्च, मसाले का खाना न खाएं। जिन मरीजों को ब्लड प्रेशर की समस्या है। वह समय-समय पर अपना परीक्षण कराते रहें और चिकित्सक के बताए अनुसार दवा लेते रहें। छाती में दर्द को हल्के में न लें। यदि ऐसा होता है तो चेकअप कराएं और ट्रीटमेंट शुरू कर दें।
डिस्क्लेमर
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