Janjgir-champa Information : जिलेवासियों को चार साल से नहीं मिल रही सिटी बस सुविधा

Janjgir-champa Information : जिलेवासियों को चार साल से नहीं मिल रही सिटी बस सुविधा

जिले में आठ साल पहले शुरू हुई सिटी बस सेवा जिले में चार साल से बंद पड़ी हुई है। इसे फिर से शुरू करने की ओर प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही जनप्रतिनिधि कोई पहल कर रहे हैं। ऐसे में बसें टर्मिनल में खड़ी खड़ी कबाड़ हो गई है। इनमें से कई बसों के कीमती पार्टस गायब हैं ।

By komal Shukla

Publish Date: Wed, 03 Apr 2024 12:14 AM (IST)

Up to date Date: Wed, 03 Apr 2024 12:14 AM (IST)

नईदुनिया प्रतिनिधि जांजगीर- चांपा । जिले में आठ साल पहले शुरू हुई सिटी बस सेवा जिले में चार साल से बंद पड़ी हुई है। इसे फिर से शुरू करने की ओर प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही जनप्रतिनिधि कोई पहल कर रहे हैं। ऐसे में बसें टर्मिनल में खड़ी खड़ी कबाड़ हो गई है। इनमें से कई बसों के कीमती पार्टस गायब हैं ।जिला मुख्यालय जांजगीर से नवंबर 2015 में सिटी बस सेवा का शुभारंभ किया गया। यहां 10 बसें आई थी और सभी बसों का परमिट कार्यालय सचिव क्षेत्रिय परिवहन पदाधिकारी द्वारा जारी किया गया था।

जिला परिवहन कार्यालय द्वारा 7 अक्टूबर 2020 तक के लिए परमिट जारी किया गया था। इन बसों के परमिट में फेरों का भी उल्लेख था। इसके अनुसार बसों का दिन भर में चार से पांच फेरा लगना था मगर अकलतरा से शिवरीनारायण ह्वाया पामगढ़, शिवरीनारायण से अकलतरा, बलौदा से चांपा, चांपा से अकलतरा और नैला से चाम्पा तक सिर्फ पांच बसों का संचालन कुछ माह हुआ । इनमें से बलौदा से चांपा मार्ग तथा जिला अस्पताल जांजगीर से अकलतरा तथा चांपा से अकलतरा केरा रोड बस स्टैण्ड से चांपा रेलवे स्टेशन तक भी सिटी बसों का संचालन होना था। ऐसे में जिलेवासियों को सभी सिटी बसों का लाभ नहीं मिला। पांच बसें धूल खाती पड़ी रही। जिन मार्गों पर दो-दो बसें चलनी थी उन मार्गों पर एक-एक बस ही चली। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सिटी बस के अभाव में ज्यादा रूपए खर्च कर आना जाना पड़ता है। जब से जिले में सिटी बस की शुरूआत हुई तब से सही ढंग से सभी बसें एक भी दिन नहीं चल पाई और वे भी लगभग एक साल बाद बंद हो गई।

ज्यादातर बसें भी अब कबाड़ हो गई है। शासन द्वारा लाखों रुपये खर्च कर खरीदी गई बसें लोगों के काम की नहीं रही और जिस मकसद से सिटी बस सेवा की शुरूआत की गई थी वह मकसद भी पूरा नहीं हो सका। लगातार क्षेत्रवासियों की मांग के बाद जिला परिवहन अधिकारी द्वारा ठेकेदार से चर्चा कर टर्मिनल में खड़ी सभी 5 बसों को परिचालन जनवरी 2019 के प्रथम सप्ताह में कराए जाने का निर्देश दिया गया था, बावजूद इसके चार साल बाद भी बसों का परिचालन शुरू नहीं हो सका। ऐसे में तत्कालीन जिला परिवहन अधिकारी ने संचालक को 23 जनवरी 2019 को नोटिस जारी कर शीघ्र ही सभी बसों की मम्मत कर इसका परिचालन करने का निर्देश दिया था,

इसके बाद भी बसों का संचालन शुरू नहीं हो सका। इस दौरान दो साल कोरोना काल में बसों के पहिए थमे रहे। लेकिन अब भी बसें कबाड़ होती खड़ी हैं। सिटी बसों के परिचालन के तरफ प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है और रख रखाव के अभाव में बसें कबाड़ हो गई है। असामाजिक तत्वों ने एक बस में भी आग लगा दी है। वहीं बसों की शीशे तोड़ दिए गए हैं। नगर पालिका के जिम्मेदार लोगों के द्वारा शीघ्र ही सिटी बस की परिचालन की बात कही जाती है मगर इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। आटो चालक सिटी बस नहीं चलने का फायदा उठा रहे हैं और लोगों मनमाना भाड़ा वसूल रहे हैं।

एक भी बस चलने लायक नहीं

नैला स्थित टर्मिनल में खड़ी सभी सिटी बसें कबाड़ हो गई हैं। एक भी चलने लायक नहीं है अगर जिले में सिटी बस सेवा की शुरूवात की जाएगी तो नई बसों की आवश्यकता होगी मगर इस ओर न जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और न ही अधिकारियों को इससे कोई सरोकार है। ऐसे में जिलेवासियों को सिटी बस का लाभ मिलने की उम्मीद कम ही है।

कई शहरों में इलेक्ट्रिक बसें

प्रदेश के भिलाई, बिलासपुर सहित कई शहरों में सिटी बस के रूप में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू हो चुका है मगर इस जिले में इलेक्ट्रिक बसें तो दूर सामान्य सिटी बसे भी चलने की उम्मीद नहीं दिख रही है।

”” सिटी बस का संचालन रायगढ़ अरबन पब्लिक ट्रांसपोर्ट सोसायटी द्वारा किया जा रहा था। वहां कई बार पत्र लिखा जा चुका है मगर वहां से ही कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शासन स्तर पर इस दिशा में पहल की जानी चाहिए।

भगवान दास गढ़ेवाल, अध्यक्ष

नगर पालिका जांजगीर- नैला

admin

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