6 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
1999 में रिलीज हुई मल्टीस्टारर फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ में सलमान खान, सैफ अली खान, तब्बू और करिश्मा कपूर समेत कई कलाकारों ने साथ काम किया था। 1998 में इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान जोधपुर में सलमान समेत फिल्म की स्टार कास्ट से जुड़े कुछ कलाकारों ने काले हिरण का शिकार किया था।
अब एक इंटरव्यू में फिल्म में आनंद बाबू का किरदार निभाने वाले एक्टर महेश ठाकुर ने बात की है। महेश ने बताया कि उस वक्त पुलिस सेट पर आई और इन पांचों कलाकारों को उठाकर पुलिस स्टेशन ले गई थी।

फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ के सेट पर मोहनीश बहल और सैफ अली खान के साथ महेश ठाकुर।
यह हमारे लिए बहुत ही बुरा एक्सपीरियंस था: महेश
यूट्यूबर सिद्धार्थ कानन को दिए एक इंटरव्यू में महेश ने कहा, ‘यह बहुत ही बुरा एक्सपीरियंस था। हम जोधपुर में एक गाने की शूटिंग कर रहे थे तभी सेट पर कुछ पुलिस वाले आए और सबको उठाकर पुलिस स्टेशन ले गए। इस पूरे मामले में मेरी, मोहनीश बहल की और करिश्मा कपूर की कोई इन्वॉल्वमेंट नहीं थी पर हम लोगों ने जो भी देखा और एक्सपीरियंस किया वो बहुत ही बेकार था।’
अगले दिन सलमान और सैफ एकदम नॉर्मल थे: महेश
महेश ने आगे बताया, ‘पुलिस सेट से सलमान खान, सैफ अली खान, नीलम कोठारी, तब्बू और सोनाली बेंद्रे को उठाकर ले गई थी। इनमें से उन्होंने सलमान को रात भर थाने में बैठाकर रखा। उसके बाद उनके भाई अरबाज और सोहेल उन्हें छुड़ाने आए। अगले दिन सलमान वापस सेट पर आए और एक दम नॉर्मल तरीके से फिल्म की शूटिंग जारी रखी। सैफ भी अगले दिन नॉर्मल थे।’

इस मामले में सलमान 1998 से लेकर अब तक कई बार जेल जा चुके हैं।
‘बड़े कलाकारों का नाम जुड़ा था इसलिए ज्यादा उछला मामला’
इस पूरे मामले में महेश ने मीडिया को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘चूंकि इस मामले में कई बड़े कलाकारों का नाम जुड़ा हुआ था। खासतौर पर सलमान खान का, ऐसे में न्यूज वालों ने इस मामले को काफी उछाला। मीडिया ने काफी नेगेटिविटी फैलाई पर अंत में कुछ भी नहीं निकला।
इस मामले के चलते जोधपुर शेड्यूल जरूर कैंसल हो गया था और पूरी कास्ट को वापस मुंबई भेज दिया गया था। हालांकि, कुछ वक्त के बाद हम फिर मिले और हमने सही वक्त पर इस फिल्म की शूटिंग पूरी की।’

फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ के सेट पर फिल्म की पूरी स्टार कास्ट।
19 करोड़ के बजट में बनी ‘हम साथ-साथ हैं’ ने 81 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इसके साथ ही यह साल 1999 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। इसे सूरज बड़जात्या ने डायरेक्ट किया था।