Lok Sabha Election: 238 बार चुनाव हार चुके Okay. Padmarajan फिर मैदान में, कभी नहीं मिले 6000 से ज्यादा वोट

Lok Sabha Election: 238 बार चुनाव हार चुके Okay. Padmarajan फिर मैदान में, कभी नहीं मिले 6000 से ज्यादा वोट

Okay. Padmarjan का कहना है कि साल 1988 से अभी तक चुनाव नामांकन के लिए मैंने 1 करोड़ रुपए तक जमा किए हैं। पद्मार्जन अपनी एक पंचर की दुकान चलाते हैं और इसी की कमाई से जमानत की राशि भी जमा करते हैं।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Solar, 31 Mar 2024 09:04 AM (IST)

Up to date Date: Solar, 31 Mar 2024 09:11 AM (IST)

Padmarajan कहते हैं कि सफलता का अनुभव तो सिर्फ एक बार ही होता है, लेकिन असफलता को लगातार बनी रह सकती है।

HighLights

  1. Okay. Padmarajan अभी तक 238 बार से ज्यादा चुनाव हार चुके हैं।
  2. उनका कहना है कि वे आगे भी चुनाव लड़ते रहेंगे। मैं सिर्फ रिकॉर्ड बनाने के लिए चुनाव लड़ता हूं।
  3. चुनाव जीतने की मेरी इच्छा नहीं है। वे बताते हैं कि मुझे एक चुनाव में अभी तक अधिकतम 6000 वोट ही मिले हैं।

एएनआई, सेलम। देश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू हो चुकी है और हर प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, लेकिन देश में एक प्रत्याशी ऐसा है, जो हर बार चुनाव हारने की इच्छा से नामांकन दाखिल करता है। तमिलनाडु के धर्मपुरी लोकसभा सीट पर के. पद्मार्जन ने एक बार चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। आपको बता दें कि Okay. Padmarajan अभी तक 238 बार से ज्यादा चुनाव हार चुके हैं और उनका कहना है कि वे आगे भी चुनाव लड़ते रहेंगे। उनका कहना है कि मैं सिर्फ रिकॉर्ड बनाने के लिए चुनाव लड़ता हूं। चुनाव जीतने की मेरी इच्छा नहीं है। वे बताते हैं कि मुझे एक चुनाव में अभी तक अधिकतम 6000 वोट ही मिले हैं।

इन नेताओं के खिलाफ लड़ चुके हैं चुनाव

Okay. Padmarjan ने बताया कि मैं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, द्रमुक के पूर्व प्रमुख करुणानिधि, अन्नाद्रमुक की पूर्व महासचिव जयललिता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं। वे कहते हैं कि सफलता का अनुभव तो सिर्फ एक बार ही होता है, लेकिन असफलता को लगातार बनी रह सकती है।

पंचर की दुकान चलाते हैं Okay. Padmarjan

Okay. Padmarjan का कहना है कि साल 1988 से अभी तक चुनाव नामांकन के लिए मैंने 1 करोड़ रुपए तक जमा किए हैं। पद्मार्जन अपनी एक पंचर की दुकान चलाते हैं और इसी की कमाई से जमानत की राशि भी जमा करते हैं। Okay. Padmarjan बताते हैं कि ऐसा कोई चुनाव नहीं हैं, जिसमें उन्होंने नामांकन दाखिल नहीं किया। वे अभी तक राष्ट्रपति, निगम और वार्ड चुनाव के लिए भी नामांकन दाखिल कर चुके हैं और आगे भी ऐसे ही चुनाव लड़ता रहूंगा।

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    कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक्

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