Jabalpur Mausam : नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से फिर बदला मौसम, आज वर्षा के आसार

Jabalpur Mausam : अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज हवा के साथ हल्की वर्षा की संभावना है।

By Sunil dahiya

Publish Date: Sat, 30 Mar 2024 07:12 AM (IST)

Up to date Date: Sat, 30 Mar 2024 07:12 AM (IST)

Jabalpur Mausam : नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से फिर बदला मौसम, आज वर्षा के आसार

Jabalpur Mausam : नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। नए पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। मौसम विभाग की माने तो एक नया पश्चिमी विक्षोभ मजबूती के साथ सक्रिय हो रहा है इसके प्रभाव से शनिवार को भी मौसम ऐसा ही बना रहेगा। जबलपुर सहित संभाग के आस-पास के जिलों में हल्की वर्षा के आसार है।

40 डिग्री के पार पहुंचा पारा

बहरहाल मार्च के मार्च के अंतिम सप्ताह गर्मी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। दिन का अधिकतम तापमान शुक्रवार को 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर 40.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया वहीं न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री पर पहुंच गया। शुक्रवार को गर्मी का असर ऐसा रहा कि धूप के संपर्क पर आने से धूप में तेज चुभन महसूस हो रही थी वहीं पसीना भी छूट रहा था। हवा में भी गर्माहट रही। धूप और गर्म हवा से बचने लोग चश्मा, टोपी, गमछा का सहारा लेते दिखे।

इसलिए बदली मौसम की रंगत

क्षेत्रीय मौसम कार्यालय के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ ईरान के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में व्यवस्थित है। एक अन्य चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर सक्रिय है जो पूर्वी मध्यप्रदेश को भी प्रभावित कर रहा है। इसके असर से अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज हवा के साथ हल्की वर्षा की संभावना है।

  • ABOUT THE AUTHOR

    पटना में 2005 में जागरण समूह के दैनिक जागरण से शुरुआत की। 2017 में दैनिक जागरण प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में सेवाएं दीं। 2023 से जागरण समूह के www.naidunia.com से जुड़े। वर्तमान में सीनियर सब एडिटर के पद पर जबलपु

Actress Sayeeda Khan Story; Husband Kills Spouse On Son’s Birthday | 11 की उम्र में हीरोइन बनी थीं सईदा खान: प्रोड्यूसर पति ने शक में हत्या कर खुदकुशी की, बेटे कमल सदाना के जन्मदिन पर हुआ डबल मर्डर

1 घंटे पहलेलेखक: ईफत कुरैशी

  • कॉपी लिंक

1992 में काजोल के साथ बॉलीवुड डेब्यू करने वाले एक्टर कमल सदाना, मशहूर एक्ट्रेस सईदा खान और प्रोड्यूसर ब्रिज सदाना के बेटे हैं। उनकी मां सईदा 60 के दशक की टॉप एक्ट्रेसेस में से थीं, जिनकी जोड़ी उस जमाने के हर दिग्गज कलाकार किशोर कुमार, राजकुमार, मनोज कुमार, शशि कपूर के साथ बना करती थी।

महज 11 साल की उम्र में फिल्मों में आईं सईदा की मां एक डांसर थीं। फिल्मों में जितनी तेजी से उन्हें कामयाबी मिली, उतनी ही तेजी से बदलते दौर ने उन्हें बर्बाद भी कर दिया। मजबूरी में सईदा ने प्रोड्यूसर ब्रिज सदाना से शादी की। इस शादी से उन्हें दो बच्चे बेटा कमल सदाना (एक्टर) और बेटी नम्रता हुई। कुछ सालों में ही सईदा और उनके पति के झगड़े बेइंतहा बढ़ने लगे। हर लड़ाई में वो अपनी लाइसेंस गन निकालकर धमकाया करते थे।

शादी के बाद फिल्म इंडस्ट्री छोड़ चुकीं सईदा सालों बाद तब सुर्खियों में आईं, जब लोगों को पता चला कि उनके पति ने उनकी और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। वो भी बेटे कमल सदाना के 20वें जन्मदिन के जश्न के बीच।

21 अक्टूबर 1990।

सईदा खान और ब्रिज सदाना के बेटे कमल सदाना का 20वां जन्मदिन था। घर में उस रोज एक बर्थडे पार्टी रखी गई थी, जिसमें कमल के दोस्त आने वाले थे। सुबह जब कमल उठे तो देखा हर रोज की तरह उनके मां-बाप का जोरदार झगड़ा हो रहा था। शाम तक यही होता रहा। शाम होते ही उनके कुछ दोस्त आ गए और वो उनके साथ घूमने निकल गए। कुछ घंटे घर से बाहर बिताने के बाद जब कमल, दोस्तों के साथ घर लौटे तो देखा उनके पिता ब्रिज सदाना ने जमकर शराब पी रखी थी।

उन्होंने पिता को नजरअंदाज किया और दोस्तों के साथ मीरा रोड की twenty eighth रोड पर स्थित अपने बंगले की पहली मंजिल पर चले गए। कमरे में गाने बजाए और दोस्तों के साथ एंजॉय करने लगे। म्यूजिक के शोर के बीच उन्हें अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दी। चंद सेकेंड बीते और फिर दूसरी गोली भी चल गई।

कमल भागते हुए नीचे कमरे में पहुंचे तो देखा खून से लथपथ मां गोली लगने से तड़प रही हैं। उनसे कुछ दूरी पर बहन भी बेसुध जमीन पर गिरी हुई है। चंद कदम आगे बढ़ाए तो देखा पिता ब्रिज सदाना उनकी ओर गन ताने खड़े हैं। कमल कोई सवाल कर पाते उससे पहले ही पिता ने उन पर भी गोली चला दी। गोली गले में लगी, जिससे वो बेहोश हो गए।

दोस्त जान बचाने के लिए घर से बाहर भागे और आस-पड़ोस के लोगों समेत पुलिस को खबर दी। सभी को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर्स ने सईदा खान और बेटी नम्रता को मृत घोषित कर दिया। जब कमल होश में आए तो उन्हें मां की मौत की खबर दी गई। जब पिता को देखने लोग घर पहुंचे, तो वो खुदकुशी कर चुके थे। एक झटके में कमल सदाना का 20वां जन्मदिन एक भयावह सपने में तब्दील हो गया।

आज अनसुनी दास्तान में पढ़िए सईदा की बदनामी, दर्दनाक जिंदगी और कत्ल की भयावह कहानी-

गरीबी में देखा था हीरोइन बनने का ख्वाब

24 अक्टूबर 1949, सईदा खान का जन्म कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक गरीब मुस्लिम परिवार में हुआ था। सईदा की मां अनवरी बेगम एक डांसर थीं, जो हिंदी फिल्मों में छोटे-मोटे काम किया करती थीं। मां को देखते हुए सईदा बचपन से ही हीरोइन बनने का ख्वाब देखा करती थीं।

एच.एस.रवैल की नजर पड़ते ही चमकी किस्मत

एक दिन सईदा अपनी मां के साथ एक दावत का हिस्सा बनीं। उस पार्टी में उस जमाने के मशहूर फिल्ममेकर एच.एस.रवैल भी शामिल हुए थे, जिनकी 50 के दशक में रिलीज हुईं कई फिल्में एक-एक कर फ्लॉप हो रही थीं। उस पार्टी में एच.एस. रवैल की नजरें बेहद खूबूसरत और मासूम शक्ल वाली सईदा पर टिक गईं। उन्होंने सईदा को देखते ही उन्हें अपनी फिल्म में कास्ट करने का मन बना लिया।

एच.एस.रवैल ने मौका मिलने ही सईदा की मां से बातचीत की और बात बन गई। सईदा को फिल्म कांच की गुड़िया में कास्ट किया गया, जिसमें उनके हीरो 25 साल के मनोज कुमार थे।

कुछ दिक्कतों के चलते सईदा की पहली फिल्म कांच की गुड़िया बनने में देरी हो गई और उन्हें इसी बीच दूसरी फिल्म अपना हाथ जगन्नाथ में काम मिल गया। इस फिल्म में सईदा को उस जमाने के स्टार कहे जाने वाले किशोर कुमार के साथ कास्ट किया गया। किशोर कुमार उनसे 20 साल बड़े थे।

फिल्म अपना हाथ जगन्नाथ हिट रही और सईदा को हिंदी सिनेमा में पहचान मिल गई। इसी साल उनकी फिल्म हनीमून भी रिलीज हुई, जिसमें वो मनोज कुमार के साथ नजर आईं। अगले साल दोनों फिल्म कांच की गुड़िया में दिखे। इस फिल्म के ज्यादातर गाने काफी हिट रहे थे। ये वही फिल्म थी, जिससे मनोज कुमार को स्टारडम हासिल हुआ था।

50 के दौर में कई सुपरस्टार्स के साथ बनी जोड़ी

शुरुआती दो फिल्मों से सईदा खान ने हिंदी सिनेमा में वो मजबूत पकड़ बनाई कि उन्हें उस जमाने के मशहूर कलाकारों राजकुमार, फिरोज खान, शशि कपूर, प्रदीप कुमार के साथ काम करने का मौका मिला।

यंग एक्ट्रेसेस के आने से बर्बाद हुआ करियर, घर चलाने के लिए बन गईं बी-ग्रेड एक्ट्रेस

60 के दशक के अंत में वैजयंतीमाला, वहीदा रहमान जैसी कई नई हीरोइनें हिंदी सिनेमा में जगह बना रही थीं, जो क्लासिकल डांस में भी माहिर थीं। ऐसे में समय के साथ सईदा खान का चार्म खत्म होने लगा। एक समय ऐसा भी आया, जब उन्हें हिंदी सिनेमा में काम मिलना लगभग बंद हो गया।

सईदा पर मां और बहन की जिम्मेदारी थी। जब फिल्मों से आने वाला पैसा मिलना बंद हुआ, तो परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। जब कोई रास्ता नहीं बचा तो सईदा ने घर खर्च चलाने के लिए बी-ग्रेड फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। कुछ फिल्मी इतिहासकारों का मानना ये भी रहा कि जब फिल्मी गलियारों में बात फैली कि उनकी मां अनवरी एक डांसर थीं, तो लोगों ने उन्हें अच्छे रोल देना बंद कर दिया।

बी-ग्रेड फिल्मों में काम करते हुए सईदा की आखिरी फिल्म 1968 की वासना थी, जिसमें वो एक्टर राजकुमार को रिझाने वाली चमेली बाई के साइड रोल में नजर आई थीं।

1968 की फिल्म वासना के बाद सईदा खान ने बी-ग्रेड फिल्मों और रोल्स से तौबा कर ली। जब उन पर आर्थिक संकट आया तो उस दौर के प्रोड्यूसर ब्रिज सदाना ने उनकी काफी मदद की। वो सईदा की घर चलाने में मदद करने के साथ-साथ अपनी फिल्मों में उन्हें काम भी दिलवाया करते थे।

मदद के बदले प्रोड्यूसर ने दिया था शादी का प्रस्ताव

सईदा खान की मदद करने के बदले एक दिन प्रोड्यूसर ब्रिज सदाना ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया। हालातों से हार चुकीं सईदा ने ब्रिज सदाना को ये कहते हुए इनकार कर दिया कि उनके ऊपर मां और बहन की जिम्मेदारी है। ऐसे में वो कभी शादी नहीं करेंगी। ब्रिज उन्हें इस कदर पसंद करते थे कि उन्होंने आश्वासन दिया कि शादी के बाद वो उनके परिवार की जिम्मेदारी उठाएंगे।

आखिरकार सईदा खान मान गईं और उन्होंने 60 के दशक के आखिर में ब्रिज सदाना से शादी कर ली। उन्होंने 1970 में बेटे कमल सदाना को जन्म दिया। जिसके बाद उनके घर बेटी का जन्म हुआ, जिसका नाम नम्रता रखा गया था।

शादी के बाद सईदा खान ने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली और एक पारिवारिक जीवन जीने लगीं। सईदा अपने परिवार के साथ बांद्रा इलाके की twenty eighth रोड के जल कमल बंगले में रहती थीं। जबकि ब्रिज सदाना ने उनकी मां और बहन शगुफ्ता को कार्टर रोड के घर में रखा था।

बहन को सईदा की नाजायज बेटी समझते थे पति

सईदा खान अपनी बहन शगुफ्ता से बेहद प्यार करती थीं। दोनों की उम्र में बड़ा फासला था और देखने में भी दोनों काफी हद तक एक जैसी दिखती थीं। उस समय खबरें आईं कि सईदा की मां अनवरी बेगम ने शगुफ्ता को गोद लिया था, लेकिन इस बात ने सईदा के पति ब्रिज सदाना के जेहन में शक पैदा कर दिया।

शराब पीकर करते थे मारपीट

ब्रिज सदाना को लगता था कि शगुफ्ता, सईदा की नाजायज बेटी है, जिसे वो दुनिया के सामने बहन बनाकर रखती हैं। ब्रिज सदाना का ये शक इतना बढ़ने लगा कि घर में आए दिन झगड़े होने लगे। 80 का दशक ब्रिज सदाना के लिए बेहद तनावपूर्ण साबित हुआ। उनकी बनाईं ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गईं। करियर की ढलान पर वो शराब के आदी हो गए।

जब भी ब्रिज सदाना शराब पीते थे, तब-तब घर में झगड़ा होना तय था। कई बार तो उन्होंने सईदा पर हाथ भी उठाया था। ब्रिज ने फिल्मी पार्टियों में सईदा के साथ बदसलूकी की थी, जिसके चश्मदीद कई करीबी लोग रहे थे।

नरगिस दत्त ने की थी सईदा की मदद

ब्रिज सदाना हमेशा अपने साथ एक लाइसेंस वाली गन रखा करते थे। जब भी उनका झगड़ा होता था, वो गन निकालकर सईदा को मारने की धमकी दिया करते थे। 1978 की बात है, एक दिन सईदा का पति से जोरदार झगड़ा हुआ। हमेशा की तरह गुस्से में सईदा घर छोड़कर अपने 8 साल के बेटे कमल सदाना के साथ कार्टर रोड स्थित घर पहुंच गईं।

गुस्से में ब्रिज सदाना उनके पीछे-पीछे पहुंच गए। जब सईदा ने दरवाजा खोलने से साफ इनकार किया, तो ब्रिज गार्ड को धमकाने लगे। जब गार्ड ने उन्हें रोकना चाहा तो उन्होंने जेब में रखी गन निकालकर हवाई फायरिंग कर दी।

सईदा खान, एक्ट्रेस नरगिस दत्त की करीबी दोस्त थीं, जो उस समय राजनीति में कदम रख चुकी थीं। जब सईदा ने नरगिस से मदद मांगी, तो अपने पावर का इस्तेमाल कर उन्होंने ब्रिज सदाना की गन जब्त करवा ली। गन जाने से सईदा को राहत जरूर मिली, लेकिन जब प्रोड्यूसर्स को अंडरवर्ल्ड की धमकियां मिलने लगीं तो मौके का फायदा उठाते हुए ब्रिज सदाना ने फिर गन खरीद ली।

ये किस्सा सईदा के बेटे और एक्टर कमल सदाना ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया था। दोनों के बीच लगातार झगड़े बढ़ने लगे और 21 अक्टूबर 1990 को ब्रिज सदाना ने उनकी हत्या कर दी।

सईदा की मौत के 2 साल बाद फिल्मों में आए कमल सदाना

सईदा खान के बेटे कमल सदाना 16 साल की उम्र से पिता के असिस्टेंट बनकर फिल्मों में काम कर रहे थे। जिस साल उनका परिवार खत्म हुआ, उसी साल कमल सदाना को फिल्म बेखुदी में काजोल के साथ कास्ट किया गया था। काजोल और सदाना ने फिल्म बेखुदी से बॉलीवुड डेब्यू किया था। कमल से पहले ये फिल्म सैफ अली खान को दी गई थी। हालांकि उनके अनप्रोफेशनल रवैये के चलते उन्हें हटाकर कमल को कास्ट किया गया था। ये फिल्म उनकी मां की मौत के 2 साल बाद 1992 में रिलीज हुई थी।

आगे कमल रंग, फौज, बाली उमर को सलाम, हम सब चोर हैं, अंगारा जैसी दर्जनों फिल्मों का हिस्सा रहे। हालांकि उन्हें कभी फिल्मों में कामयाबी नहीं मिल सकी। साल 2005 में कमल ने बतौर डायरेक्टर फिल्म करकश से करियर की दूसरी पारी शुरू की थी, लेकिन ये फिल्म भी कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी।

साल 2007 में उन्होंने पिता ब्रिज सदाना की फिल्म विक्टोरिया नंबर 203 की रीमेक प्रोड्यूस की थी, जिसमें जिम्मी शेरगिल, अनुपम खेर, ओम पुरी, प्रीति झिंगियानी लीड रोल में थे। साल 2007 की फिल्म विक्टोरिया नंबर 203 के 15 साल बाद कमल ने फिल्म सलाम वेंकी से एक्टिंग कमबैक किया था। आखिरी बार वो फिल्म पिप्पा में सैम मानेकशॉ के रोल में नजर आए थे।

फिल्म बेखुदी के पोस्टर में काजोल के साथ कमल सदाना।

फिल्म बेखुदी के पोस्टर में काजोल के साथ कमल सदाना।

20वें जन्मदिन पर हुई मां सईदा की मौत के बाद कमल ने कभी जन्मदिन नहीं मनाया। कमल सदाना ने मेकअप आर्टिस्ट लीजा जॉन से शादी की है, जिससे उन्हें 2 बच्चे हैं। उन्होंने अपनी बेटी का नाम दिवंगत बहन के नाम पर नम्रता रखा है।

अगले शनिवार पढ़िए कहानी, फोक सिंगर अमर सिंह चमकीला की जिनकी विवादित लिरिक्स के चलते हत्या कर दी गई। सालों बाद आज भी उनकी मौत की साजिश रचने वाले पकड़े नहीं जा सके।

फिल्मों और सितारों की ये अनसुनी दास्तानें भी पढ़िए-

पहले हथौड़े से वार किया, फिर फंदे पर लटकाया:कंस्ट्रक्शन वर्कर ने की थी हॉलीवुड एक्ट्रेस एड्रीन की हत्या, उनपर बनी हैं 2 सीरीज और डॉक्यूमेंट्रीज

हॉलीवुड एक्ट्रेस, डायरेक्टर और राइटर एड्रीन की, जिसके कत्ल ने पूरी हॉलीवुड इंडस्ट्री को झकझोर दिया था। एड्रीन महज 40 साल की थीं, जब उनके बाथटब में उनकी लाश मिली थी। हर किसी का मानना था कि उन्होंने आत्महत्या की है, लेकिन महीनों बाद जब उनकी मौत से पर्दा उठा तो हर कोई हैरान था। एड्रीन ने आत्महत्या नहीं की थी, उनकी हत्या हुई थी, वो भी बिल्डिंग में काम करने वाले एक मामूली कारपेंटर के हाथों। आगे पढ़िए..

मलयाली एक्ट्रेस रानी पद्मिनी, जिनका 3 नौकरों ने किया कत्ल:जो घर खरीदना था उसके बाथरूम में छिपाई लाश, अस्पताल में लावारिस पड़ा रहा शव

मलयाली एक्ट्रेस रानी पद्मिनी, जिनकी घर के 3 नौकरों ने एक बेइज्जती का बदला लेने के लिए हत्या कर दी। उनका शव उनके बाथरूम में ही छिपाया गया था। एक्ट्रेस अपनी मां का सपना पूरा करने के लिए फिल्मों में आई थीं, लेकिन पहली हिंदी फिल्म रिलीज से पहले ही उनकी मौत हो गई। आगे पढ़िए..

सोने की जरी वाले कपड़े पहनती थीं शहनाज:मुगल-ए-आजम में हीरोइन बनीं तो शाही परिवार नाराज हुआ, पति ने मारपीट कर बच्चे छीन लिए

भोपाल के शाही परिवार में जन्मीं शहनाज, मुगल ए आजम में अनारकली का रोल निभाने वाली थीं। सोने-चांदी की जरी वाले कपड़े पहनने वालीं शहनाज को उनके परिवार ने फिल्मों में आने की इजाजत नहीं दी। इस बात से नाराज पति ने भी मारपीट शुरू कर दी। जिंदा रहने के लिए पति का घर छोड़ा, तो शहनाज ने जिंदगी के 20 साल अपने बच्चों की तलाश में गुजारे। आगे पढ़िए..

Inexperienced Hall: इंदौर में आज बनेगा 54वां ग्रीन काॅरिडोर, दो लोगों को मिलेगी नई जिंदगी

विज्ञानी कंजेटी की एक किडनी जुपिटर विशेष अस्पताल में महिला मरीज को, दूसरी चोइथराम अस्पताल में पुरुष मरीज को और लिवर शेल्बी अस्पताल में भर्ती मरीज को प्रत्यारोपित की जाएगी।

By Hemant Kumar Upadhyay

Publish Date: Sat, 30 Mar 2024 06:30 AM (IST)

Up to date Date: Sat, 30 Mar 2024 06:30 AM (IST)

Green Corridor: इंदौर में आज बनेगा 54वां ग्रीन काॅरिडोर, दो लोगों को मिलेगी नई जिंदगी

HighLights

  1. रंगपंचमी पर विज्ञानी श्रीरामुलु तीन लोगों के जीवन में भरेंगे रंग
  2. अंगदान के लिए शहर में बनेगा 54वां ग्रीन काॅरिडोर
  3. मध्‍य प्रदेश में अंगदान में सबसे आगे है इंदौर

नईदुनिया प्रतिनिध‍ि, इंदौर। रंगपंचमी पर जब शहर रंगों की मस्ती में डूबा होगा, तब शहर के तीन लोगों के जीवन में नवजीवन का रंग भी भरा जाएगा। शहर में शनिवार को सुबह 10 बजे 54वां ग्रीन काॅरिडोर बनेगा। शहर के राजा रमन्ना सेंटर फार एडवास्ड टेक्नालाजी के वरिष्ठ विज्ञानी श्रीरामुलु कंजेटी तीन लोगों के जीवन में नया रंग भरने जा रहे हैं।

जुपिटर विशेष अस्पताल में सीवियर ब्रेन हेमरेज के उपरांत भर्ती कंजेटी के स्वजन को चिकित्सक डा. विनोद राय ने संभावित ब्रेन डेथ की सूचना दी। इसके बाद मुस्कान ग्रुप के संदीपन आर्य एवं डा. भाविक शाह ने परिवार के सदस्यों से अंगदान के लिए अनुरोध किया।

अंगदान के लिए इनकी पुत्री लिपिका, पारिवारिक मित्रों ने भी जागरूकता दिखाई। विज्ञानी कंजेटी की एक किडनी जुपिटर विशेष अस्पताल में महिला मरीज को, दूसरी चोइथराम अस्पताल में पुरुष मरीज को और लिवर शेल्बी अस्पताल में भर्ती मरीज को प्रत्यारोपित की जाएगी। ये मरीज लंबे समय से बीमारियों से ग्रसित हैं। राज्य के कुल अंगदान के 80 प्रतिशत इंदौर में होते हैं। शहर के नौ अस्पतालों में अंगों के प्रत्यर्पण की सुविधा है। इंदौर त्वचा दान के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है।

इन अंगों का हो सकता है दान

दान किए जा सकने वाले अंगों में कार्निया, हृदय के वाल्व, हड्डी, त्वचा जैसे ऊतकों को प्राकृतिक मृत्यु के बाद दान किया जा सकता है। हृदय, यकृत, गुर्दे, फेफड़े और अग्नाशय जैसे अन्य महत्वपूर्ण अंगों को केवल ब्रेनडेड के मामले में ही दान किया जा सकता है।

  • ABOUT THE AUTHOR

    प्रिंट मीडिया में कार्य का 33 वर्ष का अनुभव। डिजिटल मीडिया में पिछले 9 वर्ष से कार्यरत। पूर्व में नवभारत इंदौर और दैनिक जागरण इंदौर में खेल संपादक और नईदुनिया इंदौर में संपादकीय विभाग में अहम जिम्‍मेदारियों का

Randeep struggled with monetary difficulties throughout the capturing of Savarkar | सावरकर की शूटिंग के वक्त आर्थिक तंगी से जूझे रणदीप: बायोपिक के लिए पिता की प्रॉपर्टी बेची; वजन कम करने के लिए सिर्फ नट्स खाए

13 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

रणदीप हुड्डा इन दिनों फिल्म ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ से चर्चा में बने हुए हैं। हालिया इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया है कि इस फिल्म के लिए उन्हें बहुत सारी फिजिकल और फाइनेंशियल चुनौतियों को पार करना पड़ा था।

पैसे की कमी की वजह से फिल्म को बंद करने की नौबत आ गई थी। तब उन्होंने वीर सावरकर की बायोपिक के फंडिंग के लिए मुंबई स्थित अपने पिता की प्रॉपर्टीज को बेच दिया था।

वहीं, इस फिल्म के लिए उन्होंने बहुत ज्यादा वजन भी कम किया था। वीर सावरकर के रोल को प्ले करने के लिए वो दिन भर सिर्फ बादाम के मक्खन और नट्स पर सर्वाइव करते थे।

रणदीप बोले- चाहता हूं कि पूरी दुनिया यह फिल्म देखे

BeerBiceps पॉडकास्ट को दिए इंटरव्यू में रणदीप ने फिल्म की जर्नी पर बात की। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया इस फिल्म को देखे और सिर्फ दक्षिणपंथी विचार तक ना सीमित रह जाए। उन्होंने आगे कहा- मैं इस फिल्म को पिछले साल 15 अगस्त को रिलीज करना चाहता था। इस साल 26 जनवरी को रिलीज करने का भी प्लान बनाया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

मैंने इस प्रोजेक्ट में अपना सबकुछ लगा दिया था। इसके बावजूद दिक्कतें लगी रहीं। वजह यह है कि पहले जो टीम इस प्रोजेक्ट के साथ जुड़ी हुई थी, उन लोगों का इरादा क्वालिटी फिल्म बनाने का नहीं था। वो बस फिल्म बनाना चाहते थे।

रणदीप ने ही इस फिल्म का डायरेक्शन और प्रोडक्शन किया है।

रणदीप ने ही इस फिल्म का डायरेक्शन और प्रोडक्शन किया है।

फिल्म के लिए बेचनी पड़ी प्रॉपर्टीज

मेकिंग के दौरान हमें फाइनेंशियल चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। पिता ने मेरे फ्यूचर के लिए मुंबई में 2-3 प्रॉपर्टीज खरीदी थी, जिसे मैंने बेच दिया और उस लागत को फिल्मों में लगाया। फिल्म को किसी ने सपोर्ट भी नहीं किया था, लेकिन इसके बाद भी मैं रुका नहीं।

स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ 22 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। फिल्म ने 7 दिनों में 11.35 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है।

स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ 22 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। फिल्म ने 7 दिनों में 11.35 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है।

कमजोरी की वजह से गिर जाते थे रणदीप

रणदीप ने बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन पर भी बात की। उन्होंने इस किरदार के लिए वजन 60 किलो तक कर लिया था। लेकिन इससे ज्यादा मुश्किल था शूटिंग के दौरान वजन को मेंटेन करना था। उन्होंने कहा- पहले मैं सिर्फ पानी, ब्लैक कॉफी और ग्रीन टी लेता था। फिर मैंने खाने में चीला, डार्क चॉकलेट और नट्स शामिल किए। इसकी वजह से मुझे नींद नहीं आती थी। सेट पर गिर जाता था।

एक बार घुड़सवारी के शॉट वक्त बेहोश होकर गिर गया था। इस कारण घुटने में चोट भी लग गई थी।

रणदीप ने आगे कहा- केवल मैं ही जानता हूं कि उसके बाद मैंने अपना वजन कैसे कम किया और वह भी लंगड़े पैर के साथ। इसके बाद, मैं फास्ट स्टिमुलेशन डाइट पर चला गया था। मैं पूरे दिन में सिर्फ एक चम्मच बादाम मक्खन, एक चम्मच नारियल तेल, एक दो मेवे खाता था।

Aaj Ka Love Rashifal 30 March 2024: ये राशियां प्यार के मामले में रहेंगी भाग्यशाली, मिलेंगे सरप्राइज, पढ़ें लव राशिफल

Aaj Ka Love Rashifal 30 March 2024: संबंध को रुकावटों से बचाने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण की जरूरत है। हर शख्स हर वक्त बेहतर नहीं हो सकता। आपस में बातचीत कर आत्मचिंतन करें।

By Kushagra Valuskar

Publish Date: Sat, 30 Mar 2024 06:02 AM (IST)

Up to date Date: Sat, 30 Mar 2024 06:02 AM (IST)

Aaj Ka Love Rashifal 30 March 2024: ये राशियां प्यार के मामले में रहेंगी भाग्यशाली, मिलेंगे सरप्राइज, पढ़ें लव राशिफल
Aaj Ka Love Rashifal 30 March 2024

धर्म डेस्क, इंदौर। Aaj Ka Love Rashifal 30 March 2024: मेष लव राशिफल- आपका संबंध टूटने की कगार पर आ सकता है। रिलेशन टूटने का कारण छोटा है। शांति से तर्कसंगत फैसला करें और सही रास्ते चुनें।

वृषभ लव राशिफल

अगर आप रिलेशन में हैं तो कुछ समय से रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। अपने पार्टनर के साथ गलतफहमी के चलते रिश्ते खराब हो सकते हैं। आपस में बातचीत कर आत्मचिंतन करें।

मिथुन लव राशिफल

आप अपने पार्टनर को मनाना चाहेंगे। दिन समाप्त होने से पहले मतभेदों को भुलाकर सुलह कर लेने में लाभ है।

कर्क लव राशिफल

आपका निराशापूर्ण रिश्ता टूट सकता है। इसे रोकने के लिए जरूरी है कि आपस में बातचीत करें। खुलकर अपने दिल की बात अपने पार्टनर से करें।

सिंह लव राशिफल

संबंध को रुकावटों से बचाने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण की जरूरत है। हर शख्स हर वक्त बेहतर नहीं हो सकता। किसी अन्य व्यक्ति की ओर आकर्षित होने से बचना होगा।

कन्या लव राशिफल

संबंध में शांति और ठहराव महसूस करेंगे। इस समय का आनंद उठाने के हकदार हैं। इसलिए खुलकर मस्ती करें।

तुला लव राशिफल

अपने रिश्ते के बारे में गहराई से विचार करें। सोच समझकर पार्टनर का चुनाव करें। लंबे समय तक प्रसन्नता देने वाले प्रेमी का चयन करें। शुरू में आकर्षण लगने वाले शख्स जो उपयुक्त ना हो उनसे दूर रहना बेहतर होगा।

वृश्चिक लव राशिफल

कम बातचीत से आपके संबंध पर दबाव पड़ सकता है। अपने रिश्ते को नॉर्मल करने का प्रयास करें। आपको खुशी मिलेगी।

धनु लव राशिफल

अपने संबंध में नयापन लाने का प्रयास करें। यह आपके रिश्ते में उत्साह भर देगा। अपने पार्टनर के लिए आपके मन में जो प्रेम है। उसे दिखाने के तरीके से लाभ होगा।

मकर लव राशिफल

अपने वास्तविक संबंध सुधारने की कोशिश करें। काल्पनिक शख्स के बारे में सोचने से संबंध पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

कुंभ लव राशिफल

आपकी सभी रुकावटें दूर हो जाएंगी। पहले से सोची हुई दिशा में आगे बढ़ेंगे। परिजन आपका पक्ष समझेंगे। आपका प्रेमी प्यार का इजहार करेगा। समय का आनंद उठाए और विश्वास को मजबूत कीजिए।

मीन लव राशिफल

आप रोमांटिक रिश्ते के साथ गुणवत्तापूर्ण समय का आनंद लेंगे। पार्टनर आपसे बहुत खुश होगा। आप अपने प्रिय से ऐसी बात कर सकते हैं तो लंबे समय से चाहते थे।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

  • ABOUT THE AUTHOR

    माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से मास कम्युनिकेशन स्नातक कुशाग्र वालुस्कर नईदुनिया डिजिटल में सीनियर सब एडिटर के पद पर हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माह