Morena Information: होली की तीज पर जलाया कंस का 18 फीट ऊंचा पुतला, भगवान श्रीकृष्ण की निकाली शोभा यात्रा

Morena Information: होली की तीज पर जलाया कंस का 18 फीट ऊंचा पुतला, भगवान श्रीकृष्ण की निकाली शोभा यात्रा

Morena Information: दशहरा पर पूरे देश में रावण के पुतले के दहन की परंपरा है, लेकिन मुरैना जिले के सबलगढ़ में कंस का पुतला दहन किया जाता है। यह पुतला दहन कार्यक्रम होली की तीज तिथि को हर साल सबलगढ़ की देवी संकीर्तन मंडल के द्वारा कराया जाता है।

By anil tomar

Publish Date: Fri, 29 Mar 2024 11:41 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 29 Mar 2024 11:41 AM (IST)

HighLights

  1. कई दशकों से निभाई जा रही है कंस वध की परंपरा
  2. भगवान करते है बाण चलाकर कंस का वध

Morena Information: मुरैना. सबलगढ़। दशहरा पर पूरे देश में रावण के पुतले के दहन की परंपरा है, लेकिन मुरैना जिले के सबलगढ़ में कंस का पुतला दहन किया जाता है। यह पुतला दहन कार्यक्रम होली की तीज तिथि को हर साल सबलगढ़ की देवी संकीर्तन मंडल के द्वारा कराया जाता है। इस बार कंस का 30 फीट ऊंचा पुतला अनाज मंडी परिसर में रखा गया। जहां इसे देखने के लिए ही सैंकड़ों लोग पहुंचे। इसके साथ ही नगर में भगवान श्रीकृष्ण व बलदाऊ की शोभा यात्रा निकाली गई, जो भ्रमण करने के बाद अनाज मंडी पहुंची। जहां गुरूवार की शाम को साढ़े छह बजे के करीब भगवान ने बाण चलाकर कंस का वध कर दिया। कुछ देर में ही इस कंस के पुतले में आग लगी और जमींदोज हो गया।

उल्लेखनीय है कि देवी संकीर्तन मंडी की ओर से लगभग सात दशकों से कंस वध मेला का आयोजन किया जा रहा है। यह कंस वध मेला पूर्व में रामपुर में भी आयोजित किया जाता था, लेकिन अब इसका आयोजन नहीं होता, लेकिन सबलगढ़ कस्बे में इस परंपरा का लगातार पालन किया जा रहा है। यह परंपरा किस तरह शुरू हुई, इसके बारे में कोई ठीक जानकारी नहीं है, लेकिन हर होली की तीज पर हर साल इस कंस के पुतले का दहन किया जाता है। गुरूवार को अनाज मंडी में कंस का पुतला रखा गया। इस बीच दोपहर को रथ से भगवान श्रीकृष्ण व बलदाऊ के भेष में बालकों को सजाकर रथ में बैठाकर शाेभायात्रा निकाली गई। यह यात्रा देवी मंदिर से शुरू हुई, जो कि नगर के मुख्य मार्गाें एमएस रोड, संतर नंबर एक, दो, तीन, चार व पांच से होकर निकाली गई। इसके बाद अनाज मंडी में पहुंची। जहां पहले भगवान के विधि विधान से आरती ऊतारी गई, इसके बाद श्रीकृष्ण के भेष में मौजूद बालक ने आग से जलता हुआ तीर छोड़कर कंस के पुतले का दहन कर दिया। आग लगते ही पुतले में भीषण आग लग गई और कुछ देर बाद ही यह 30 फीट ऊंचा पुतला नीचे आ गिरा। इस दौरान सभी ने जयकारे भी लगाए। देवी संकीर्तन मंडल अध्यक्ष ऋषि शुक्ला ने बताया कि यह परंपरा का शुरू से पालन किया जा रहा है। हर साल कंस वध मेला का आयोजन होता है, जिसमें हजारों लोग इसे देखने के लिए जुटते है।

पूर्व में बीटीआइ परिसर में आयोजित होता था मेला

कंस वध मेला का आयोजन कई दशक तक बीटीआइ मैदान में आयोजित किया जाता था, लेकिन अब इन मैदान पर शासकीय स्कूलों के भवन बनाए जा चुके है, जिसकी वजह से इस मेला के लिए जगह नहीं बची। जिसके बाद अब इस मेला को अनाज मंडी में आयोजित किया जाता है, बताया जाता है कि मेला का स्थान समय समय पर जगह के अभाव के चलते बदलते रहे हैं। बीटीआइ से पूर्व खार नाले के पास इस मेला का आयोजन किया जाता था। जहां निर्माण होने से जगह कम होने से इसका स्थान परिवर्तित होता रहा है।

पोरसा के नगरा में 30 व 31 को लगेगा हरदौल मंदिर पर मेला

पोरसा शहर से 17 किलोमीटर नगरा गांव में हर साल रंग पंचमी से दो दिवसीय हरदौल बाबा का मेला आयोजित किया जाता है। इस बार इस मेला का आयोजन 30 मार्च व 31 मार्च को किया जाएगा। इस मंदिर पर पिछले दो सदियों से बरसों से मेला लग रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव के आसपास नजदीक जितने भी गांव हैं, उन सभी गांव में मंदिर की मान्यता है कि मंदिर में अविवाहित युवक युवतियों की शादी की मन्नत की अर्जी लगाई जाती है तथा परिवार में खुशहाली लाने के लिए एवं अन्य सभी प्रकार की समस्याओं की अर्जी लगाई जाती है। जब अर्जी पूरी होती है तो मन्नत के मुताबिक मंदिर पर कन्या भोज व ब्राह्मण भोज तथा कथा कराई जाती हैं। यह नगरा गांव के टीकेतन का पुरा में मंदिर स्थित है। ग्रामीण जन कोई भी शुभ कार्य करते हैं तो सबसे पहले मंदिर में पूजा करते हैं। उसके बाद अपने कार्य शुभारंभ करते हैं। इस दो दिवसीय मेला में पोरसा, अंबाह, गोरमी, मेहगांव, भिंड, इटावा, फिरोजाबाद, बाह, शिकोहाबाद, शमशाबाद के दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें लगाने पहुंचते है।। इस दौरान मेला में फाग गायन भी ग्रामीणों द्वारा किया जाता है।

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    2000 से पत्रकारिता में हूं। दैनिक जागरण झांसी, नवभारत में रिपोर्टर के रूप में काम किया है। दैनिक भास्कर भीलवाड़ा, अजमेर में रिपोर्टर रहा। 2007 से 2013 तक दैनिक भास्कर के मुरैना कार्यालय में ब्यूरो चीफ के रूप मे

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