अवैध कालोनाइजर ब्रोशर में ग्राहकों से चौड़ी सड़कें और सुविधाओं का कर रहे वादा। डायवर्सन के अलावा अन्य अनुमतियों का पता नहीं। लोग होते हैं परेशान।
By Ravindra Soni
Publish Date: Fri, 29 Mar 2024 03:25 PM (IST)
Up to date Date: Fri, 29 Mar 2024 03:25 PM (IST)
मदनमोहन मालवीय, भोपाल। शहर में इन दिनों भवन निर्माण तेजी से हो रहे हैं। इसमें कई बड़े शापिंग काम्पलेक्स, माल, आवासीय , सेमी व्यवसायिक, व्यवसायिक कांप्लेक्स, मल्टी, प्लाटों पर निर्माण हो रहे हैं। ये जानकारी नई कलेक्टर गाइडलाइन के लिए किए गए सर्वे में सामने आई है। सर्वे पंजीयन अधिकारी और राजस्व निरीक्षक, पटवारियों की तरफ से किया गया है।पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष 30 प्रतिशत तक निर्माण ज्यादा हो रहे हैं। इसका असर भी नई कलेक्टर गाइडलाइन पर देखने को मिला है। जानकारों की मानें तो निर्माण लागत की दरों में भी बदलाव देखने को मिला है। इसलिए रजिस्ट्री महंगी हो जाएंगी। कोरोना के तीन वर्ष बाद भी काफी बढ़ी हुई दरों पर रजिस्ट्री हुईं हैं। ऐसे में पंजीयन अधिकारियों को डाटा तैयार करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
ब्रोशर में चौड़ी सड़कें, लेकिन मौके पर कुछ नहीं
वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिले के 1500 से अधिक स्थानों पर जमीनों, प्लाटों, फ्लैट, डूप्लेक्स के अच्छे सौदे हुए हैं। ये सौदे कलेक्टर गाइडलाइन की दर से अधिक पर हुए हैं। कई जगह तो वर्तमान दर से दो और तीन गुना दरों पर रजिस्ट्री हुईं हैं। लोगों की प्रापर्टी खरीदने की क्षमता में दस से पंद्रह लाख तक का इजाफा भी हुआ है। पहले 30 से 50 लाख तक प्रापर्टी के सौदे आम थे, लेकिन इस वित्तीय वर्ष में 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक प्रापर्टी ज्यादा बिकी हैं। इस कारण पंजीयन विभाग ने इन्हीं अधिक दरों पर हुई रजिस्ट्रियों के आधार पर नई दरें तय की हैं वहीं जानकारों का कहना है कि ये दरें प्रापर्टी पर लिए गए अधिक लोन के कारण भी बढ़े हैं।
कालोनाइजर के वादों की सर्वे में खुली पोल
सर्वे के दौरान एक बात और सामने आई है कि नीलबड़, रातीबड़, लांबाखेड़ा,बिलखिरिया, रायसेन रोड, बैरसिया रोड,खजूरी रोड,नर्मदापुरम रोड़ में कई कालोनियां काटी जा रही हैं। यहां ब्रोशर में चौड़ी सड़कें दर्शाई हैं।पूर्व की तरह इसे विकास मानते हुए यहां भी पांच से 20 प्रतिशत तक प्रापर्टी की दरें बढ़ाई जा रही हैं। टीएंडसीपी की तरफ से पास नक्शा, लेआउट में कुछ अन्य स्थिति होती है, ब्रोशर की कहानी उससे उलट है। सर्वे में एक बात और सामने आई है कि इस बार मारगेज के दस्तावेज भी ज्यादा हुए हैं।
फैक्ट फाइल
जिले में कुल स्थान – 3900
ग्रामीण क्षेत्र – 790
शहरी क्षेत्र – 3110
जिन स्थानों पर हुई बढ़ोतरी
क्षेत्र – स्थान – प्रतिशत
ग्रामीण – 215 – 5.48
शहरी – 1228 – 8.9
औसत – 1443 – 7.19
पिछले दो वर्षों में शहर में निर्माण कार्यों में तेजी आई है। वहीं लोग जिले की सीमा पर स्थित नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्लाट खरीद रहे हैं। यहां वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन की दरों से अधिक दरों पर रजिस्ट्रियां हुई हैं।
– कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर एवं अध्यक्ष, जिला मूल्यांकन समिति