आबकारी की टीम को शहर में एक ही रिसोर्ट दिखा जहां लाइसेंस लेने के बाद आयोजन किया गया था और ढेरों ठिकाने ऐसे जहां अवैध शराब पिलाई जा रही थी वहां झांके तक नहीं।
By Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Wed, 27 Mar 2024 07:14 AM (IST)
Up to date Date: Wed, 27 Mar 2024 07:14 AM (IST)
HighLights
- ग्वालियर आबकारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली कटघरे में
- शहर की संभ्रांत पार्टी में जाकर बनाया केस
- पार्टी के आयोजकों ने आनलाइन ले लिया था लाइसेंस, वहीं एक ही पार्टी पर छापा मारने पहुंचे और कहीं नहीं
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के आबकारी के मुख्यालय वाले जिले में ही आबकारी के अफसरों ने कमाल कर दिया है। अस्थाई तौर पर शराब परोसने का खुद ही लाइसेंस जारी कर दिया और इसके बाद खुद ही छापामार कार्रवाई कर दी।
इसके अलावा खास बात यह कि आबकारी की टीम को शहर में एक ही रिसोर्ट दिखा जहां लाइसेंस लेने के बाद आयोजन किया गया था और ढेरों ठिकाने ऐसे जहां अवैध शराब पिलाई जा रही थी वहां झांके तक नहीं। शिवपुरी लिंक रोड स्थित फिरंगी पानी रिसोर्ट में संभ्रांत वर्ग के इस आयोजन में छापेमारी के बाद आबकारी अफसरों की भूमिका कटघरे में आ गई है। यहां तक कि अधिकारी यह तक साफ नहीं बता पा रहे कि वहां छापे की कार्रवाई में क्या क्या हुआ था। आबकारी के एक अधिकारी का तर्क है कि शुष्क दिवस में शराब नहीं परोसी जा सकती,अब यहां सवाल यह है कि तो फिर अस्थाई आनलाइन लाइसेंस होली के दिन का कैसे जारी कर फीस वसूल ली गई।
बता दें कि शिवुपरी लिंक रोड पर फिरंगी पानी नाम से रिसोर्ट है। यहां जेसीआइ क्लब की ओर से जश्न ए रंंग होली की पार्टी का आयोजन रखा गया था। इसमें शहर के संभ्रांत वर्ग के लोग जुटे थे और इसकी एंट्री फीस भी रखी गई थी। सोमवार को होली के दिन यहां पार्टी आयोजन को लेकर आयोजक क्लब की ओर से शराब परोसने के लिए एक दिन का अस्थाई लाइसेंस आनलाइन लिया गया था। इसके बाद होली वाले दिन दोपहर को आबकारी के अधिकारियों ने दल बल के साथ छापेमार कार्रवाई कर दी। कार्रवाई क्या की यह कोई बताने को तैयार नहीं है।
आबकारी के तर्क,यहां फेल
इस कार्रवाई में शामिल आबकारी के उप निरीक्षक रविशंकर यादव के अनुसार लाइसेंस आनलाइन लिया गया था और शराब परोसने का परमिट नहीं था। यादव ने बताया कि कोई ज्यादा सामग्री नहीं थी पांच या छह बीयर ही मिलीं थीं। अब यहां सवाल यह कि आबकारी के आनलाइन सिस्टम ने लाइसेंस जारी किया फिर शुष्क दिवस पर शराब न परोसने का हवाला देकर छापा मार दिया। आयोजकों ने पैसा जमा कर लाइसेंस लिया तो सूचना क्यों नहीं दी गई कि शुष्क दिवस पर आयोजन नहीं हो सकता।
पर्दे के पीछे की कहानी: जानबूझकर छापा
इस पूरे मामले में पर्दे के पीछे भी कहानी है। बताया गया है कि आबकारी को पूरी जानकारी थी लेकिन पुलिस फोर्स के साथ आबकारी के अधिकारी पहुंच गए। यहां जब आयोजकों ने अस्थाई लाइसेंस दिखाया तो मामला बिगड़ गया। इसके बाद यहां पूरे स्टाफ ने खानपान का लुत्फ लिया और कुछ महंगी शराब की बोतलें भी मौके से उठवा ली गईं। बताया गया है कि डिमांड भी आयोजकों तक पहुंचाई गई और कुछ तो सांठगांठ कर ली गई।
अधिकारियों के गोलमोल जवाब
फिरंगी पानी रिसोर्ट में छापेमार कार्रवाई होली के दिन की गई है, कंट्रोलर सुनील भटट की ओर से कुछ कार्रवाई की गई है, वही इस बारे में बता सकेंगे।
राकेश कुर्मी,सहायक आयुक्त, आबकारी
मैं कार्रवाई में बाद में पहुंचा था वहां ज्यादा कुछ नहीं था पांच छह बीयर ही थीं। शुष्क दिवस पर शराब का परमिट नहीं होने से कार्रवाई की गई है,कार्रवाई पूरी क्या की है यह कंट्रोलर ही बता पाएंगे,मैं वहां का प्रभारी भी नहीं हूं।
रविशंकर यादव, उपनिरीक्षक,अाबकारी
इस कार्रवाई के संबंध में जानने के लिए कंट्रोलर सुनील भटट के मोबाइल पर कई बार फोन लगाए व व्हाटसएप मैसेज किया लेकिन उन्होनें कोई जवाब नहीं दिया।