Khajrana temple 24 मार्च के रात की है जब मंदिर में रात को आरती के पश्चात किसी भक्त ने रंग उड़ाने वाला पखाटा जलाया। इस पर मंदिर के पुजारी उमेश भट्ट व विनीत भट्ट ने उसे तुरंत ही बुझा दिया।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Tue, 26 Mar 2024 11:14 PM (IST)
Up to date Date: Tue, 26 Mar 2024 11:14 PM (IST)
HighLights
- मंदिर में रात को आरती के पश्चात आग लगने से बची थी
- महाकाल मंदिर गर्भ गृह में आग की घटना के बाद निर्णय
- खजराना गणेश मंदिर में फूलों से ही खेली जाएगी होली
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शहर के खजराना गणेश मंदिर में भी आग लगने की घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुआ। वीडियो में मंदिर में रंग उड़ाने वाले पटाखे को जलाते और उसे पंडितों द्वारा बुझाते दिखाया गया है। यह घटना 24 मार्च के रात की है जब मंदिर में रात को आरती के पश्चात किसी भक्त ने रंग उड़ाने वाला पखाटा जलाया। इस पर मंदिर के पुजारी उमेश भट्ट व विनीत भट्ट ने उसे तुरंत ही बुझा दिया।
मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि महाकाल मंदिर में हुए हादसे के बाद यह निर्णय लिया गया है कि होली और रंगपंचमी पर मंदिर में किसी भी भक्त के रंग लाने पर प्रतिबंध रहेगा। मंदिर में भी किसी एक पुजारी द्वारा भगवान को प्रतीकात्मक रंग-गुलाल अर्पित किया जाएगा और फूलों से ही होली खेली जाएगी।
गैर से पहले पूरे शहर में रंग बरसे…
वैसे तो इंदौर की रंगपंचमी की गैर विश्वप्रसिद्ध है लेकिन होली का पर्व भी कम नहीं है। यह भी कह सकते हैं कि रंगपंचमी से पहले हाेली हमारे लिए अभ्यास सत्र हो जाता है। हाेली में पूरे शहर में गजब का उत्साह देखने को मिला। सूरज से तेज गर्मी धरती को आग का गोला बना रही थी लेकिन यहां लोग रंग और गुलाल से उस गर्मी को बड़ी धैर्यता से शांत कर रहे थे। हर गली-मोहल्ले में बच्चों से लेकर वरिष्ठों तक होली का रंग लगा हुआ था। पूरे दिन सड़कों पर, रिश्तदारों के यहां, पास पड़ोस में लोगों ने मिलन किया। वहीं शाम तक होली खत्म होते होते लोग रंगपंचमी पर मिलने का वादा करते गए।