On-line fraud आनलाइन ठगी का नया ट्रेंड है, इसमें आरोपित सिम को 10 मिनट के सक्रिय करवाते हैं और फिर बंद भी कर देते हैं। यह सेक्सटार्शन का नया तरीका है। पहले वीडियो काल आते थे और एक लड़की अश्लीलता करती नजर आती थी।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Tue, 26 Mar 2024 08:49 PM (IST)
Up to date Date: Tue, 26 Mar 2024 08:49 PM (IST)
HighLights
- महिलाओं की तस्वीर और नाम वाली आईडी से दोस्ती का संदेश
- सेक्सटार्शन का नया ट्रेंड,भोपाल में आए दो मामले
- चीन व पाकिस्तान से भेजे जा रहे संदेश
भोपाल (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी भोपाल के युवाओं के पास इन दिनों पाकिस्तान और चीन से वाट्सएप पर दोस्ती के संदेश आ रहे हैं। महिलाओं की तस्वीर व नाम वाली आइडी से आ रहे इन संदेशों में दोस्ती करने के लिए वाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करने के लिए ललचाया जा रहा है।
जिन नंबरों से मैसेज आ रहे हैं उनके डिजिट अलग तरह के हैं। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि संदेश सेक्सटार्शन का नया तरीका है, जो युवाओं को ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाने के लिए आ रहे हैं। फिलहाल भोपाल में आए ऐसे ही दो मामलों की शिकायत होने के बाद पुलिस का साइबर सेल जांच में जुट गया है।
साइबर क्राइम के एसीपी सुजीत तिवारी ने बताया कि इस प्रकार के संदेश चीन और पाकिस्तान के साइबर ठग भेज रहे हैं। एडवाइजरी जारी की गई है। ऐसे संदेश आने के बाद ग्रुप से बिल्कुल नहीं जुड़ें और उन्हें ब्लाक कर दें। उन्होंने बताया कि बागसेवनिया निवासी 22 वर्षीय शशांक बिरथरे ला (विधि) का छात्र है।
जोहा जेहरीम नाम की महिला ने उसे 16 मार्च को वाट्सएप संदेश भेजा और ग्रुप में जुड़ने का निवेदन किया। शशांक ने जब सेंडर की प्रोफाइल चेक की तो नंबर पाकिस्तान का निकला। इसी तरह बावड़ियां कला निवासी बीई के छात्र के पास भी 13 मार्च को ऐसा ही संदेश आया और वाट्सग्रुप पर जुड़ने का निवेदन किया गया। दोनों ने ही उस वाट्सएप नंबर को ब्लाक कर दिया है। उन्होंने साइबर क्राइम में शिकायत की है, जांच जारी है।
ग्रुप से जुड़ें नहीं, जुड़ जाते हैं तो तत्काल बाहर निकलें, ब्लाक करें
साइबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी ने बताया कि यह आनलाइन ठगी का नया ट्रेंड है, इसमें आरोपित सिम को 10 मिनट के सक्रिय करवाते हैं और फिर बंद भी कर देते हैं। यह सेक्सटार्शन का नया तरीका है। पहले वीडियो काल आते थे और एक लड़की अश्लीलता करती नजर आती थी। उसके द्वारा वीडियो बना लिया जाता था, बाद में ब्लैकमेल कर रुपये वसूले जाते थे। अब यह ग्रुप में जोड़कर इस प्रकार के वीडियो साझा करते हैं और उस व्यक्ति फंसा कर रुपये वसूलते हैं। पहले तो इन ग्रुप से जुड़ें नहीं और अगर जुड़ जाते हैं तो तत्काल बाहर निकलकर उसे ब्लाक कर दें।