Bhai dooj 2024: ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि होली के बाद द्वितीया तिथि को भाई दूज कहा जाता है। पारंपरिक रूप से यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह के बंधन को मजबूत करता है। बहुत जगह भाई दूज को भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।
By Jogendra Sen
Publish Date: Tue, 26 Mar 2024 12:59 PM (IST)
Up to date Date: Tue, 26 Mar 2024 12:59 PM (IST)
HighLights
- इस बार होली के बाद भाई दूज 27 मार्च को मनाई जाएगी
- मान्यता है कि भाई दूज पर बहनों के तिलक लगाने से भाई की आयु बढ़ती है और उसके सभी संकट दूर होते हैं
Bhai dooj 2024: जोगेंद्र सेन. ग्वालियर। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि होली के बाद द्वितीया तिथि को भाई दूज कहा जाता है। पारंपरिक रूप से यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह के बंधन को मजबूत करता है। बहुत जगह भाई दूज को भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और फल, मिठाई आदि चीजें देकर उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं भाई भी बदले में अपनी बहन को हर विषम परिस्थिति में उसकी रक्षा का वचन देता है। मान्यता है कि भाई दूज पर बहनों के तिलक लगाने से भाई की आयु बढ़ती है और उसके सभी संकट दूर होते हैं।
होली भाई दूज पर तिलक का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 26 मार्च को दोपहर 02 बजकर 55 मिनट पर होगी।अगले दिन 27 मार्च को शाम 05 बजकर 06 मिनट पर इसका समापन होगा। 27 मार्च को भाई को टीका करने के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं।
होली भाई दूज पर भाई को तिलक करने का
पहला मुहूर्त- सुबह 10.54 से दोपहर 12.27
दूसरा मुहूर्त- दोपहर 03.31 से शाम 05.04 बजे तक रहेगा।
होली भाई दूज पर तिलक करने की विधि
- सबसे पहले होली की भाई दूज पर अपने भाईयों को भोजन का निमंत्रण दें।
- भाई का प्रेम पूर्वक स्वागत कर उन्हें चौकी पर बैठाएं।
- ध्यान रहे भाई का मुख उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
- अब कुमकुम से तिलक कर चावल लगाएं।
- भाई को नारियल देकर समस्त देवी-देवता से उसकी सुख, समृद्धि दीर्घायु की कामना करें।
- अब भाई बहन को उपहार में सामर्थ्य अनुसार भेंट करें। भाई को भोजन कराएं।