Chaitra Month 2024 Vrat-Tyohar: शीतला अष्टमी, नवरात्रि, रामनवमी समेत चैत्र मास में पड़ेंगे ये प्रमुख-व्रत त्योहार

चैत्र माह को धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। कहा जाता है कि इस महीने में दान-पुण्य जैसे कार्य किए जाएं, तो शुभ परिणाम मिलते हैं।

By Arvind Dubey

Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 09:25 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 09:25 PM (IST)

Chaitra Month 2024 Vrat-Tyohar: शीतला अष्टमी, नवरात्रि, रामनवमी समेत चैत्र मास में पड़ेंगे ये प्रमुख-व्रत त्योहार
Chaitra Month 2024 Vrat Tyohar

HighLights

  1. 26 मार्च 2024 को चैत्र माह शुरू होने जा रहा है।
  2. इसी माह से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है।
  3. इस महीने में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं।

धर्म डेस्क, इंदौर। Chaitra Month 2024 Vrat-Tyohar: हिंदू धर्म में चैत्र माह को बहुत ही पवित्र महीना माना गया है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह साल का पहला महीना होता है। होली के साथ फाल्गुन माह समाप्त होने के बाद 26 मार्च 2024 को चैत्र माह शुरू होने जा रहा है। जहां तक ​​चैत्र माह की बात है, तो माना जाता है कि इसी माह में ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी, इसलिए इसी माह से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। इस कारण इसे साल का पहला और महत्वपूर्ण महीना माना जाता है।

चैत्र माह को धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। कहा जाता है कि इस महीने में दान-पुण्य जैसे कार्य किए जाएं, तो शुभ परिणाम मिलते हैं। इस महीने में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें चैत्र नवरात्रि, रामनवमी, रंग पंचमी, कामदा एकादशी, पापमोचिनी एकादशी शामिल हैं।

चैत्र मास 2024 व्रत-त्योहार

  • 26 मार्च 2024, मंगलवार : चैत्र माह प्रारंभ
  • 27 मार्च 2024, बुधवार : भाई दूज
  • 28 मार्च 2024, गुरुवार : भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी
  • 26 मार्च 2024, मंगलवार : चैत्र माह प्रारंभ
  • 30 मार्च 2024, शनिवार : रंग पंचमी
  • 31 मार्च 2024, सोमवार : शीतला सप्तमी, कालाष्टमी
  • 5 अप्रैल 2024, शुक्रवार : पापमोचिनी एकादशी
  • 6 अप्रैल 2024, शनिवार : शनि त्रयोदशी, प्रदोष व्रत
  • 7 अप्रैल 2024, रविवार : मासिक शिवरात्रि
  • 8 अप्रैल 2024, सोमवार : चैत्र अमावस्या, सूर्य ग्रहण
  • 9 अप्रैल 2024, मंगलवार : चैत्र नवरात्रि प्रारंभ, झूलेलाल जयंती, हिंदू नववर्ष प्रारंभ
  • 11 अप्रैल 2024, गुरुवार : मत्स्य जयंती, गौरी पूजा
  • 12 अप्रैल 2024, शुक्रवार : लक्ष्मी पंचमी
  • 14 अप्रैल 2024, रविवार : यमुना छठ
  • 16 अप्रैल 2024, मंगलवार : महातारा जयंती, मासिक दुर्गाष्टमी
  • 17 अप्रैल 2024, बुधवार : रामनवमी, स्वामीनारायण
  • 19 अप्रैल 2024, शुक्रवार : कामदा एकादशी
  • 20 अप्रैल 2024, शनिवार : वामन द्वादशी, त्रिशूर पूरम
  • 21 अप्रैल 2024, रविवार : महावीर स्वामी जयंती, प्रदोष व्रत
  • 23 अप्रैल 2024, मंगलवार : हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत
  • डिसक्लेमर

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      करियर की शुरुआत 2006 में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के हिंदी सांध्य दैनिक ‘प्रभात किरण’ से की। इसके बाद न्यूज टुडे और हिंदी डेली पत्रिका (राजस्थान पत्रिका समूह) में सेवाएं दीं। 2014 में naidunia.com से डिजिटल की

    बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 2 बाघ शावकों की मौत, इस साल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कुल 9 बाघ मरे

    बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो बाघ शावकों की मौत होने की जानकारी सामने आ रही है। इस मामले की पुष्टि फिलहाल किसी अधिकारी ने नहीं की है, लेकिन वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक टाइगर रिजर्व के पनपथा और खितौली रेंज में दो शावकों की मौत हुई है।

    By Navodit Saktawat

    Publish Date: Tue, 26 Mar 2024 12:01 AM (IST)

    Up to date Date: Tue, 26 Mar 2024 12:01 AM (IST)

    बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 2 बाघ शावकों की मौत, इस साल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कुल 9 बाघ मरे
    दो शावकों की मौत।

    उमरिया, नईदुनिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो बाघ शावकों की मौत होने की जानकारी सामने आ रही है। इस मामले की पुष्टि फिलहाल किसी अधिकारी ने नहीं की है, लेकिन वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक टाइगर रिजर्व के पनपथा और खितौली रेंज में दो शावकों की मौत हुई है। मरने वाले दोनों बाघ शावक एक वर्ष के अंदर के बताए जा रहे हैं। यह जानकारी भी सामने आई है कि दोनों ही बाघ शावकों पर किसी बड़े बाघ ने हमला किया है, जिससे उनकी मौत हुई है।

    मारने के बाद खा गया बाघ

    बताया गया है कि पनपथा रेंज अंतर्गत जिस बाघ शावक का शव पाया गया है वह बुरी तरह से नुचा हुआ था। संभवत बाघ ने शावकों पर हमला करने के बाद उसके शव को खा भी लिया है, जिसकी वजह से यह पता नहीं चल पा रहा है कि मरने वाला बाघ शावकों नर है या मादा। घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया और अपनी कार्रवाई में जुट गया। हालांकि इस बारे में कोई विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है।

    खितौली में मारा दूसरा शावक

    बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली रेंज में एक अन्य बाघ शावकों की भी मौत हुई है। यहां मरने वाला बाघ शावक भी दूसरे बाघ के हमले में मारा है। इस बारे में जानकारी मिलने के बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया और जांच में जुट गया है। दोनों ही बाघ शावकों के पोस्टमार्टम के बारे में फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इन दो बाघ शावकों की मौत के बाद इस वर्ष बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मरने वाले बाघों की संख्या नो हो गई है। जनवरी से अभी तक इतनी बड़ी संख्या में बाघों की मौत से बंधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा होने लगा है।

    2024 में बाघों की मौत

    10 जनवरी 24 को पतोर रेंज चिल्हारी बीट के आर 421 के कुशहा नाल में 15 -16 महीना के बाघ शावक का एक महीना पुराना कंकाल पाया गया।

    16 जनवरी 2024 को धमोखर परिक्षेत्र के ग्राम बरबसपुर से करीब एक किमी दूर नर बाघ शावक 12 से 15 माह का शव मिला।

    23 जनवरी 2024 को मानपुर बफर रेंज के पटपरिया हार पीएफ 313 में एक बाघिन का शव पाया गया।

    31 जनवरी 2024 बांधवगढ टाइगर रिजर्व के कल्लवाह परिक्षेत्र के आरएफ़ क्रम 255 में गश्ती के दौरान मृत अवस्था मे बाघ मिला है।

    29 फरवरी 2024 को पनपथा कोर के बघड़ो बीट में मिला मृत बाघ। इसकी अनुमानित उम्र 5 से 6 साल की बताई जा रही है।बाघ की मौत आपसी संघर्ष की वजह से हुई है।

    02 मार्च 2024 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की पतौर रेंज में तीन साल का मृत बाघ पाया गया। स्थान:- चपटा पटेरा, आरएफ 435, बीट पिटोर, रेंज पतौर

    04 मार्च 2024 को पनपथा कोर रेंज के हरदी बीट कक्षा आरएफ 455 में बाघ का शव पाया गया है।

    25 मार्च 2024 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा और खितौली रेंज में 2 बाघ शावकों की मौत

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      वर्तमान में नईदुनिया डॉट कॉम में शिफ्ट प्रभारी हैं। पत्रकारिता में विभिन्‍न मीडिया संस्‍थानों में अलग-अलग भूमिकाओं में कार्य करने का 21 वर्षों का दीर्घ अनुभव। वर्ष 2002 से प्रिंट व डिजिटल में कई बड़े दायित्‍वों

    Ratlam Crime Information: हत्या करने के बाद एक्सीडेंट दिखाने के लिए शवों को ले गए हाईवे पर

    Ratlam Crime Information: मामला महू-नीमच हाईवे पर दो युवकों के शव मिलने का, दस से अधिक आरोपितों पर हत्या का प्रकरण दर्ज।

    By Prashant Pandey

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 09:41 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 09:51 PM (IST)

    Ratlam Crime News: हत्या करने के बाद एक्सीडेंट दिखाने के लिए शवों को ले गए हाईवे पर
    रतलाम जिले में हत्या की वारदात।

    HighLights

    1. पुलिस आधा दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
    2. शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए थे।
    3. शवों से कुछ दूरी पर उनकी बाइक भी क्षतिग्रस्त रूप से मिली थी।

    Ratlam Crime Information: नामली/रतलाम। महू-नीमच हाईवे पर कांडरवासा फंटे के पास दो युवकों के शव मिलने का मामले की पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है। इस दोहरे हत्याकांड में नामली पुलिस ने दस से अधिक आरोपितों के खिलाफ हत्या व षड्यंत्र का प्रकरण दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार दोनों युवकों की हत्या कहीं और की गई थी और फिर शव व उनकी क्षतिग्रस्त बाइक हाईवे पर कांडरवासा फंटे के पास रखकर सड़क हादसा दिखाने का प्रयास किया गया था। अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस आधा दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

    उल्लेखनीय है कि 21 व 22 मार्च की दरमियानी रात हाईवे पर गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों को कांडरवासा फंटे के पास 29 वर्षीय केशव गुर्जर पुत्र विष्णु गुर्जर निवासी ग्राम सेमलिया, रतलाम और 30 वर्षीय गजेंद्र उर्फ गज्जू पुत्र पूनमचंद्र डोडिया निवासी ग्राम अमलेटा मृत मिले थे। उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए थे। वहीं शवों से कुछ दूरी पर उनकी बाइक भी क्षतिग्रस्त रूप से मिली थी।

    पहले माना जा रहा था कि उनकी मौत सड़क हादसे में हुई होगी, लेकिन 22 मार्च की दोपहर दोपहर शव घर ले जाते समय उनके स्वजन व अन्य लोगों ने हाईवे के अमलेटा फंटे पर जाम लगाकर धरना देकर उनकी हत्या करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी।

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    साथ ही धारा 302 में हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके मकान तोड़ने की मांग की थी। पुलिस अधिकारियों द्वारा बारिकी से निष्पक्ष जांच कर जांच में आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन देने पर धरना प्रदर्शन व जाम खत्म किया गया था। पुलिस को घटना स्थल से करीब आठ किलोमीटर दूर बांगरोद-नेगड़दा मार्ग पर एक क्षतिग्रस्त कार भी मिली थी।

    कार में हाकी व डंडें भी पाए गए थे। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देशन में पांच अलग-अलग टीमें बनाकर पुलिस ने जांच शुरू कर घटनास्थल व आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए और मृतकों तथा जिन पर आरोप लगाए गए थे, उनके मोबाइल फोन की डिटेल निकाली गई। साइबर सेल की मदद से पुलिस ने अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपितों का पता लगा लिया है।

    सूत्रों का कहना है कि छह आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। वहीं कुछ आरोपित अपने-अपने गांव छोड़कर भूमिगत हो गए हैं। पुलिस टीमें आरोपितों की तलाश में जगह-जगह दबिशें दे रही है।

    पहले बाइक को मारी टक्कर फिर की मारपीट

    मृतकों के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिल चुकी है, जिसमें उनकी मौत मारपीट से होना बताया गया है। मृतकों के शरीर पर मारपीट करने से 15 से अधिक चोट के निशान पाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस को पता चला है कि केशव व गजेंद्र बांगरोद-नेगड़दा मार्ग से बाइक पर कहीं जा रहे थे, तभी कार से उनकी बाइक को टक्कर मारी गई।

    इससे वे दोनों घायल होकर गिर गए तथा बाइक व कार क्षतिग्रस्त्र हो गई थी। इसके बाद उनके साथ हथियारों से मारपीट की गई। इससे दोनों की मौत हो गई। उनकी मौत होने बाद एक अन्य वाहन में उनके शव व उनकी बाइक को रखकर हाईवे पर ले जाया गया था और शव व बाइक फेंककर आरोपित भाग गए थे।

    जल्द किया जाएगा खुलासा

    मृतकों की पीएम रिपोर्ट मिल गई है। उनके शरीर पर गंभीर चोट के अनेक निशान मिले हैं। हत्या करने के बाद आरोपितों ने षड्यंत्र रचकर मामले को सड़क दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया है। हत्या का प्रकरण दर्ज कर अराोपितों की तलाश की जा रही है। शीघ्र ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। – विक्रमसिंह चौहान, थाना प्रभारी, नामली

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      नईदुनिया डॉट कॉम इंदौर में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ डेस्क पर वरिष्ठ उप-संपादक। पत्रकारिता और जनसंचार में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से बैचलर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से मास्टर्स डिग्री। इंदौर में 2014

    ASI survey in Bhojshala: भोजशाला में चौथे दिन का सर्वे, 8 घंटे तक अंदर और बाहर जांच, बाहर फिर खोदाई की

    ASI survey in Bhojshala: धार की भोजशाला में मंगलवार को भी होगा सर्वे, हिंदू समाज पूजन भी करेगा।

    By Prashant Pandey

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 07:53 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 09:54 PM (IST)

    ASI survey in Bhojshala: भोजशाला में चौथे दिन का सर्वे, 8 घंटे तक अंदर और बाहर जांच, बाहर फिर खोदाई की
    मंगलवार को भोज भोजशाला के पिछले हिस्से में सर्वे होगा।

    HighLights

    1. भोजशाला को अंदर बाहर नापा गया, मतलब लंबाई-चौड़ाई का मेजरमेंट मिलाया गया।
    2. खोदाई करके निकाले गए पत्थरों के सैंपल लिए गए।
    3. भोजशाला के अंदर मौजूद पत्थरों पर मौजूद कलाकृतियों को रिकार्ड किया उनके सबूत लिए।

    ASI survey in Bhojshala: नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। धार की भोजशाला में होली के दिन भी कोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने सर्वे किया। चौथे दिन का सर्वे सोमवार की शाम को समाप्त हुआ। लगभग 8 घंटे टीम के द्वारा भोजशाला के अंदर बाहर सर्वे किया गया। सोमवार को भोजशाला के बाहर फिर उत्खनन किया गया।

    अब तक क्या-क्या हुआ

    भोजशाला को अंदर बाहर नापा गया, मतलब लंबाई-चौड़ाई का मेजरमेंट मिलाया गया। भोजशाला के अंदर बाहर से मिट्टी के सैंपल लिए गए। खोदाई करके निकाले गए पत्थरों के सैंपल लिए गए, जिससे भोजशाला की उम्र पता की जा सके। भोजशाला के अंदर मौजूद पत्थरों पर मौजूद कलाकृतियों को रिकार्ड किया उनके सबूत लिए। भोजशाला के बाहरी हिस्से में अबतक 3 पांच से 6 फीट तक के गड्ढे खोदे गए, जिनमें से मिट्टी और पत्थर निकाले गए। आज भोजशाला के बाहर कमाल मौला मस्जिद तक मार्किंग की गई।

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    मंगलवार को अनुमति अनुसार धार की भोजशाला में हिन्दू पूजा करेंगे, टीम भोजशाला में पिछले हिस्से में सर्वे करेगी। मंगलवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम पांचवे दिन का सर्वे करेगी। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक मंगलवार को हिंदू समाज भोजशाला में सत्याग्रह करता है। मंगलवार को सत्याग्रह जारी रहेगा। एसएमएस सर्वे करने के लिए पीछे के क्षेत्र में कार्य किया जाएगा।

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      नईदुनिया डॉट कॉम इंदौर में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ डेस्क पर वरिष्ठ उप-संपादक। पत्रकारिता और जनसंचार में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से बैचलर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से मास्टर्स डिग्री। इंदौर में 2014

    Bijapur Information: बासागुड़ा में अज्ञात हमलावरों ने 3 को मौत के घाट उतारा

    इस घटना के संबंध में विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक द्वारा नक्सली घटना पर पुष्टि नहीं की गई।

    By Navodit Saktawat

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 08:25 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 09:55 PM (IST)

    Bijapur News: बासागुड़ा में अज्ञात हमलावरों ने 3 को मौत के घाट उतारा

    बीजापुर (ऩ़़ईदुनिया न्यूज)’ सोमवार दिनदहाड़े बासागुड़ा में नदी पार बस्ती में अज्ञात लोगों ने 3 ग्रामीणों पर किया हमला। हमले में 2 ग्रामीण की मौके पर मौत, एक गंभीर रूप घायल। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि घायल का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बासागुड़ा में किया जा रहा जहां तीसरे ग्रामीण कारम रमेश ने भी दम तोड़ दिया। जिन ग्रामीणों मौत हुई है, उनके नाम चन्द्रिया मोडियम(25), अशोक भंडारी(24) और कारम रमेश(25) बताई गई है। सभी ग्रामीण युवक बासागुड़ा के कलार पारा के रहने वाले है।

    दो ग्रामीण युवक की घटनास्थल पर मौत होने की जानकारी मिली है, एक ग्रामीण युवक अस्पताल में दम तोड़ दिया। अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार व कुल्हाड़ी से हमला किया है। तीनों ग्रामीणों का शव बासागुड़ा थाना लाया गया है। जानकारी अनुसार इन ग्रामीणों का पोस्टमार्टम आवापल्ली में किया जायेगा।

    घटनास्थल 5-6 बजे के बीच की बताई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि बाजार पारा के समीप होली खेलने के समय अज्ञात लोगों ने हमला किया। बासागुड़ा थानाक्षेत्र की घटना। बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव के अनुसार बासागुड़ा के पुसबाका रास्ते में तीन ग्रामीण की हत्या हुई। इस घटना के संबंध में विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक द्वारा नक्सली घटना पर पुष्टि नहीं की गई।

    रविवार रात में डीआरजी जवान पर नक्सलियों ने किया था हमला

    होली के त्योहार के एक दिन पहले नक्सलियों के स्माल एक्शन टीम ने अटल आवास बीजापुर में एक डीआरजी का जवान दीपक दुर्गम पर गोली चलाई थी जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था,जिला अस्पताल में उपचार बाद जवान को बीजापुर से ही रात में हैलीकॉप्टर द्वारा रायपुर रेफर किया गया।

    बीजापुर शहर में हुई घटना से एक बार फिर दहशत का माहौल बना हुआ है। होली के दिन 24 घंटे के अंदर दूसरी घटना बासागुड़ा क्षेत्र में हुई है। जहां 3 ग्रामीणों की हत्या धारदार हथियार से की गई।

    इस तरह की घटनाओं से बासागुड़ा के साथ क्षेत्र भी दहल गया है। एसपी जितेंद्र यादव ने जिले थाना क्षेत्र में इस तरह की घटना होने से सुरक्षा बलों को सर्चिंग अभियान तेज करने का निर्देश दिया है।

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    कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत पर किया आपत्तिजनक पोस्ट, विरोध के बाद दी सफाई

    कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा से कंगना रनौत को टिकट मिलने के बाद इंस्टाग्राम पर आपत्तिजनक फोटो शेयर किया। उसके बाद जब विरोध शुरू हुआ, तो उन्होंने सामने आकर सफाई दी। इस मामले पर कंगना रनौत ने कांग्रेस नेता पर हमला बोला।

    By Navodit Saktawat

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 09:51 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 09:51 PM (IST)

    कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत पर किया आपत्तिजनक पोस्ट, विरोध के बाद दी सफाई
    कंगना पर कांग्रेस नेता की आपत्तिजनक टिप्पणी।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा से कंगना रनौत को टिकट मिलने के बाद इंस्टाग्राम पर आपत्तिजनक फोटो शेयर किया। उसके बाद जब विरोध शुरू हुआ, तो उन्होंने सामने आकर सफाई दी। इस मामले पर कंगना रनौत ने कांग्रेस नेता पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सेक्स वर्कर्स का जीवन बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। उनकी इस परिस्थितियों को गाली के रूप में नहीं देखना चाहिए।

    भाजपा की कल उम्मीदवारों की सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम कंगना रनौत का रहा। उनको हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा से टिकट दिया गया है। कंगना को टिकट मिलने की खबर के बाद कांग्रेस नेता ने इंस्टाग्राम पर उनके फोटो को शेयर करते हुए एक आपत्तिजनक कैप्शन लिखा। कंगना के पलटवार के बाद सुप्रिया श्रीनेत ने इस पर सफाई दी।

    उन्होंने सफाई में कहा कि मेरे फेसबुक और इंस्टा के अकाउंट पर कई लोगों का एक्सेस है। इसमें से किसी व्यक्ति ने आज एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था। मुझे जैसे ही इसकी जानकारी हुई मैंने वह पोस्ट हटा दिया। जो भी मुझे जानते हैं, वह यह अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं किसी भी महिला के लिए व्यक्तिगत भोंडी बात नहीं करती हूं। मेरी जानकारी में आया है कि यह पोस्ट पहले एक पैरोडी अकाउंट पर चल रहा था। यहां से किसी ने यह पोस्ट उठाकर मेरे अकाउंट पर पोस्ट कर दिया। मैं ऐसा करने वाले की पहचान में लगी हूं। साथ ही मेरे नाम का दुरूपयोग कर बनाए गए पैरोडी अकाउंट को भी X में रिपोर्ट किया है।

    कंगना का पलटवार

    कंगना ने सुप्रीया श्रीनेत के पोस्ट पर कहा कि प्रिय सुप्रिया जी, एक कलाकार के रूप में अपने करियर के पिछले 20 वर्षों में मैंने हर तरह की महिलाओं की भूमिका निभाई है। क्वीन में एक भोली लड़की से लेकर धाकड़ में एक आकर्षक जासूस तक, मणिकर्णिका में एक देवी से लेकर चंद्रमुखी में एक राक्षसी तक, रज्जो में एक वेश्या से लेकर थलाइवी में एक क्रांतिकारी नेता तक।

    हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए। हमें उनके शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए। सबसे बढ़कर हमें जीवन या परिस्थितियों को चुनौती देने वाली यौनकर्मियों को किसी प्रकार के दुर्व्यवहार या अपमान के रूप में इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है।

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      वर्तमान में नईदुनिया डॉट कॉम में शिफ्ट प्रभारी हैं। पत्रकारिता में विभिन्‍न मीडिया संस्‍थानों में अलग-अलग भूमिकाओं में कार्य करने का 21 वर्षों का दीर्घ अनुभव। वर्ष 2002 से प्रिंट व डिजिटल में कई बड़े दायित्‍वों

    मैनपाट में बादलों ने मारी पिचकारी, गुब्बारे बने ओले, प्रकृति की दिव्यता का हुआ दर्शन

    मैनपाट का पूरा इलाका बर्फ से ढंका नजर आ रहा था।

    By Apurv Singh

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 09:55 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 09:55 PM (IST)

    मैनपाट में बादलों ने मारी पिचकारी, गुब्बारे बने ओले, प्रकृति की दिव्यता का हुआ दर्शन
    मैनपाट में भारी ओलावृष्टि का मनोरम दृस्य

    HighLights

    1. यू ही नहीं मैनपाट को छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जा है।
    2. मैनपाट सहित सरगुजा के कई इलाकों में हुई भारी ओलावृष्टि।
    3. ओलावृष्टि के बाद वादियों की खूबसूरती ने मोहा मन,खूबसूरत वादियों के हैं शौकीन, पर्यटक हुए प्रसन्न।

    नईदुनिया प्रतिनिधि अंबिकापुर। होली के दिन सरगुजा जिले में अचानक बदले मौसम ने रंग में भंग डाल दिया। दोपहर बाद मूसलाधार वर्षा के बीच जमकर ओलावृष्टि हुई। छत्तीसगढ़ का मैनपाट अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। इसकी खूबसूरती के कारण इसे छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहते हैं। सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में हल्की तो मैनपाट में भारी ओलावृष्टि हुई। मैनपाट के परपटीया और ललेया में काफी देर तक हुई ओलावृष्टि से बर्फबारी के समान नजारा दिखने लगा। यहां फसलों को भारी नुकसान हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्त्तरी छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में अचानक बिगड़ा मौसम। हालांकि कुछ दिनों से आसमान में हल्के बादल नजर आ रहे थे लेकिन लोगों की उम्मीद नहीं थी की होली के दिन मौसम में इतना बड़ा परिवर्तन होगा।

    सोमवार को सुबह से धूप निकली हुई थी और लोग होली की मस्ती में सराबोर थे। दोपहर बाद करीब तीन बजे अचानक आसमान में काले बादल छा गए और गरज चमक के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। देखते-देखते बारिश तेज हो गई और फिर ओलावृष्टि शुरू हुई। संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में भी पहली बार इस सीजन में ओलावृष्टि हुई हालांकि यह कुछ समय तक हुई इसके कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन सरगुजा क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैनपाट के ललैया और परपटीया में जमकर ओलावृष्टि हुई। यहां काफी देर तक ओले गिरते रहे। इससे पूरा इलाका बर्फ से ढंका नजर आ रहा था। भारी ओलावृष्टि से मैनपाट के इस इलाके में लगी गेहूं, चना सहित सब्जीवर्गीय फसलों को भारी नुकसान हुआ है।

    माह के आखिरी दिनों में फिर बदलेगा मौसम

    पश्चिमी विक्षोभ का एक नया सिस्टम सक्रिय होने वाला है जो आने वाले दिनों में उत्तरी छत्तीसगढ़ का मौसम फिर से प्रभावित करेगा। जानकारी के अनुसार 30 और 31 मार्च को सरगुजा संभाग के कई इलाकों में गरज चमक के साथ हल्की वर्षा और कहीं कहीं ओलावृष्टि की संभावना है।

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      वर्ष 2010 में गुरु घासीदास विश्‍वविद्यालय, बिलासपुर से ग्रेजुएशन किया है। तत्पश्चात शिक्षा एवं कार्य को आगे बढ़ते हुए मैं दैनिक प्रजापति, इवनिंग टाइम्स एवं लोकस्वर में पत्रकारिता करियर की शुरुआत की 2012—13 मैंन

    Holi 2024: पन्ना के प्राणनाथ मंदिर में केसर के रंग, गुलाल और फूलों की पंखुड़‍ियों से भक्तों ने खेली होली

    Holi 2024: प्रणामी धर्म की आस्था का केंद्र धाम पन्ना के श्री प्राणनाथ जी मंदिर में प्रत्येक त्योहर बड़े ही उत्साह और धूमधाम से मनाए जाते हैं।

    By Prashant Pandey

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 09:01 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 09:09 PM (IST)

    Holi 2024: पन्ना के प्राणनाथ मंदिर में केसर के रंग, गुलाल और फूलों की पंखुड़‍ियों से भक्तों ने खेली होली
    प्राणनाथ मंदिर पन्ना।

    Holi 2024: पन्ना, नईदुनिया प्रतिनिधि। पवित्र नगरी पन्ना के विश्व प्रसिद्ध महामती प्राणनाथ जी मंदिर में सोमवार को पूरे दिन होली के कार्यक्रम चलते रहे जिसमें फाग गायन कर अपने पिया को रहते हुए सैकड़ों श्रद्धालु होली के रंग में रंगे दिखे। चांदी की पिचकारी से केसर के रंग अबीर, गुलाल और फूलों की पंखुड़ियां से होली खेली गई। प्रणामी धर्म की आस्था का केंद्र धाम पन्ना के श्री प्राणनाथ जी मंदिर में प्रत्येक त्योहर बड़े ही उत्साह और धूमधाम से मनाए जाते हैं।

    इन त्योहारों में शिरकत करने जहां देश के कोने-कोने से लोग आते हैं तो वहीं विदेश से भी एनआरआई यहां के त्योहरों का आनंद लेने आते हैं। इस मंदिर में अनेक भाषाओं और वेशभूषा के लोग जब हजारों की संख्या में एकत्रित होते हैं, ये सभी एक ही रंग में रंगे दिखते हैं। प्राणनाथ जी मंदिर में होली का त्योहार मथुरा, वृंदावन की तर्ज पर मनाया जाता है।

    केसर व फूल के रंग, शुद्ध गुलाल, फूलों की पंखुड़ियां से सराबोर रहते हैं श्रद्धालु

    पन्ना शहर में एक मंदिर ऐसा भी है जहां सुंगधित फूलों व केसर के रंग से होली खेली जाती है। हजारों की संख्या में देश के कोने-कोने से लोग आकर पूरी श्रद्धाभाव से त्योहार मनाते हैं। यहां केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग नहीं होता। सिर्फ फूल के रंग के साथ-साथ शुद्ध गुलाल जिसमें किसी प्रकार का केमिकल नहीं होता। सभी एक ही रंग में रंग जाते हैं, जहां अपने-पराये का कोई भेदभाव नहीं रहता।

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    दिन भर चला फागों का गायन

    महामती प्राणनाथ जी मंदिर की बात की जाएं तो होलिका दहन के एक दिन पूर्व ही फागों के स्वरलहरी में सुंदरसाथ आत्मविभोर होकर अपने धाम धनी को मनाते हैं। होली जलने के दूसरे दिन दोपहर 12 बजे से फागों का गायन शुरू होता है, जिसमें महिलाएं, पुरुष, बच्चे सभी शामिल रहते हैं। शाम 4 बजे से माहौल बदलता है और वहां उपस्थित हजारों श्रद्धालु श्री जी के रंग में रंगने लगते हैं।

    यहां चांदी की पिचकारी में रंग भरकर सभी श्रद्धालु सुंदरसाथ को केसर मिश्रित सुगंधित रंगों के साथ- साथ फूलों की पंखुड़ियों की बरसात कर सराबोर कर देते हैं। यह अनूठी होली शाम 6 बजे तक चलती रहती है। इसके बाद पुनः रात 10 बजे से फागों के स्वरलहरी गायन शुरू होता है, जो पूरी रात चलता है।

    देश के कई प्रदेशों व विदेशों से पहुंचे श्रद्धालु

    श्री पद्मावतीपुरी धाम पन्ना में जो कि प्रणामी सम्प्रदाय का प्रमुख तीर्थ स्थल है, यहां प्रत्येक त्यौहार में हजारों की संख्या में श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आते हैं। होली के त्योहार में भी देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का जमावड़ा पन्ना में विगत एक सप्ताह से शुरू हो गया था।

    मथुरा-वृंदावन की तरह यहां होली का त्योहार बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाया जाता है। इस मंदिर में जहां केशर के रंग और गुलाल उड़ती है, तो वहीं फूलों की पंखुड़‍ियों की बारिश सभी सुंदरसाथ का मन मोह लेती है। इस बार श्री प्राणनाथ जी मंदिर में होली के उत्सव में शामिल होने गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित नेपाल व अमेरिका से भी श्रद्धालुगण पहुंचे हैं।

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      नईदुनिया डॉट कॉम इंदौर में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ डेस्क पर वरिष्ठ उप-संपादक। पत्रकारिता और जनसंचार में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से बैचलर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से मास्टर्स डिग्री। इंदौर में 2014

    Vastu Suggestions for Kitchen: घर में रखी इन चीजों को आज ही कर दें बाहर, वरना नहीं रहेगी बरकत

    वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताया गया है, जिन्हें किचन में रखा जाए, तो घर में नकारात्मकता फैल जाती है।

    By Arvind Dubey

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 08:38 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 08:38 PM (IST)

    Vastu Tips for Kitchen: घर में रखी इन चीजों को आज ही कर दें बाहर, वरना नहीं रहेगी बरकत
    Vastu Suggestions for Kitchen

    HighLights

    1. रसोई घर में मुरझाए या सूखे पौधे नहीं रखने चाहिए।
    2. खाली रखे डिब्बों से घर में नकारात्मकता बढ़ती है।
    3. ऐसे चाकू या छुरियां हैं, जो अपनी धार खो चुके हैं, उन्हें भी शुभ नहीं माना जाता है।

    धर्म डेस्क, इंदौर। Vastu Suggestions for Kitchen: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के हर हिस्से का एक खास महत्व होता है। उसी तरह वास्तु शास्त्र में किचन को भी एक अहम हिस्सा माना जाता है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताया गया है, जिन्हें किचन में रखा जाए, तो घर में नकारात्मकता फैल जाती है और बरकत नहीं रहती है। साथ ही अशुभ परिणाम भी प्राप्त होते हैं। आइए, जानते हैं कि वे चीजें कौन-सी हैं, जिन्हें आज ही किचन से बाहर कर देना चाहिए, ताकि घर में सकारात्मकता बनी रहे।

    इन पौधों को न रखें

    वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि रसोई घर में मुरझाए या सूखे पौधे नहीं रखने चाहिए। इससे नकारात्मकता बढ़ती है और घर में दरिद्रता छा जाती है। ऐसे में अगर आपके किचन में सूखे पौधे हैं, तो उन्हें तुरंत हटा दें और उनकी जगह हरा-भरे पौधे रख दें।

    न रखें खाली डिब्बे

    कई लोगों की आदत होती है कि खाली होने के बाद भी डिब्बे किचन में ही रखे रहने देते हैं। वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि खाली रखे डिब्बों से घर में नकारात्मकता बढ़ती है। ऐसे में अगर आपके किचन में खाली बर्तन या डिब्बे हैं, तो आपको उन्हें दोबारा भरें या हटा दें।

    बिना धार वाले चाकू

    वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपकी रसोई में ऐसे चाकू या छुरियां हैं, जो अपनी धार खो चुके हैं, तो उन्हें भी शुभ नहीं माना जाता है। चाकू, छुरी आदि की धार कम होने पर इनका दोबारा प्रयोग न करें, इन्हें हटा दें। आप इनमें दोबारा धार करवा कर भी रख सकते हैं।

    डिसक्लेमर

    ‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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      करियर की शुरुआत 2006 में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के हिंदी सांध्य दैनिक ‘प्रभात किरण’ से की। इसके बाद न्यूज टुडे और हिंदी डेली पत्रिका (राजस्थान पत्रिका समूह) में सेवाएं दीं। 2014 में naidunia.com से डिजिटल की

    Hailstorm in Chhattisgarh: उत्तर छत्तीसगढ़ में बदला मौसम, तेज हवाओं के साथ जमकर ओलावृष्टि, आम व लीची को नुकसान

    Hailstorm in Chhattisgarh: सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर शहर सहित छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट में जमकर ओलावृष्टि हुई।

    By Prashant Pandey

    Publish Date: Mon, 25 Mar 2024 08:12 PM (IST)

    Up to date Date: Mon, 25 Mar 2024 08:12 PM (IST)

    Hailstorm in Chhattisgarh: उत्तर छत्तीसगढ़ में बदला मौसम, तेज हवाओं के साथ जमकर ओलावृष्टि, आम व लीची को नुकसान
    ओलावृष्टि के बाद बर्फ की सफेद चादर बिछ गई।

    Hailstorm in Chhattisgarh: नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर। होली के दिन उत्तर छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदल गया। दोपहर बाद आकाश में बादल छाए। तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई। सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर शहर सहित छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट में जमकर ओलावृष्टि हुई। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि विक्षोभ के असर से मौसम में बदलाव हुआ है। 30 व 31 मार्च को भी उत्तर छत्तीसगढ़ में गरज-चमक के साथ बारिश होगी।

    इस अवधि में कहीं-कहीं ओलावृष्टि का भी पूर्वानुमान है। होली के दिन दोपहर बाद अंबिकापुर शहर में मौसम ने करवट ली। अचानक धूल भरी हवाएं चलनी शुरू हुई। थोड़ी देर बार बारिश हुई और ओले भी गिरे। शहरी क्षेत्र में अचानक ओलावृष्टि से अफरा तफरी मच गई थी। पर्यटन स्थल मैनपाट के ललेया और परपटीया में 10 से 15 मिनट तक हुई ओलावृष्टि के बाद जमीन पर बर्फ की सफेद मोटी चादर बिछ गई थी।

    चारों ओर सफेद नजर आ रहा था। ओलावृष्टि के कारण आम और लीची को जबरदस्त नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि सिर्फ अंबिकापुर शहरी क्षेत्र और मैनपाट के ऐसे इलाके में हुई जहां खेतों में फसल नहीं थी। मैदानी क्षेत्रों में गेहूं की फसल पक कर तैयार हो चुकी है इसलिए किसान चिंतित है। यदि मैदानी क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि हुई तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

    पिछले पखवाड़े भर से उत्तर छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज नरम-गरम बना हुआ है। पिछले हफ्ते भी उत्तर छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में बारिश हुई थी। ओले भी गिरे थे। ओलावृष्टि के कारण फसलों को हुए नुकसान का आकलन भी कराया गया है। राज्य सरकार की ओर से बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने का भरोसा किसानों को दिया गया है।

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      नईदुनिया डॉट कॉम इंदौर में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ डेस्क पर वरिष्ठ उप-संपादक। पत्रकारिता और जनसंचार में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से बैचलर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से मास्टर्स डिग्री। इंदौर में 2014