Shaitaan Field Workplace | Yodha Bastar Field Workplace Assortment Replace | वर्किंग डे पर ड्रॉप हुआ ‘योद्धा’ और ‘बस्तर’ का कलेक्शन: दूसरे वीक में भी अच्छा परफॉर्म कर रही ‘शैतान’, सोमवार को कमाए 3 करोड़

3 घंटे पहले

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वीकेंड पर अच्छा परफॉर्म करने के बाद सोमवार को सिद्धार्थ मल्होत्रा स्टारर ‘योद्धा’ की कमाई में 69% की गिरावट आई। जहां रविवार को इसने 7 करोड़ 25 लाख रुपए का बिजनेस किया था वहीं सोमवार को वर्किंग डे पर फिल्म ने मात्र 2 करोड़ 25 लाख रुपए कमाए। अब इसका टोटल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 19 करोड़ 76 लाख रुपए हो चुका है। सोमवार को फिल्म की टोटल ऑक्यूपेंसी 10.36% रही।

'योद्धा' में एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा एक बार फिर से एक्शन अवतार में नजर आ रहे हैं।

‘योद्धा’ में एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा एक बार फिर से एक्शन अवतार में नजर आ रहे हैं।

‘बस्तर’ ने सोमवार को कमाए 25 लाख
‘योद्धा’ के साथ रिलीज हुई अदा शर्मा स्टारर ‘बस्तर’ ने सोमवार को मात्र 25 लाख रुपए की कमाई की। फिल्म का टोटल कलेक्शन अब 2 करोड़ 25 लाख रुपए हो चुका है। सोमवार को इसकी ओवरऑल ऑक्यूपेंसी 8.93% रही। फिल्म ने अपने फर्स्ट वीकेंड पर 2 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था।

'शैतान' ने रविवार तक वर्ल्डवाइड 152 और डोमेस्टिक 106 करोड़ रुपए कमा लिए थे।

‘शैतान’ ने रविवार तक वर्ल्डवाइड 152 और डोमेस्टिक 106 करोड़ रुपए कमा लिए थे।

सेकेंड वीकेंड में भी अच्छा कमा रही ‘शैतान’
‘शैतान’ ने अपने दूसरे वीकेंड में 23.30 करोड़ रुपए की कमाई की। फिल्म ने दूसरे शुक्रवार को 5.05 करोड़, शनिवार को 8.50 करोड़ और रविवार को 9.75 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया। हालांकि, दूसरे साेमवार को वर्किंग डे होने के चलते इस फिल्म के कलेक्शन पर भी असर पड़ा पर इसने बाकी फिल्मों से बेहतर परफॉर्म किया।

फिल्म ने अपने दूसरे सोमवार को 3 करोड़ रुपए कमाए। फिल्म टोटल डोमेस्टिक और वर्ल्डवाइड दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर चुकी है। सोमवार को इसकी ऑक्यूपेंसी 12.66% रही।

MP Information: बाजार में नहीं मिल रही है एनसीईआरटी की किताबें, अभिभावक हो रहे हैं परेशान

MP Information: बाजार में किताब दुकान एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं करा रहे हैं, ताकि अभिभावक निजी प्रकाशकों की किताबें खरीद सकें।

By Anjali rai

Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 05:50 PM (IST)

Up to date Date: Tue, 19 Mar 2024 05:50 PM (IST)

MP News: बाजार में नहीं मिल रही है एनसीईआरटी की किताबें, अभिभावक हो रहे हैं परेशान

HighLights

  1. अभिभावकों को निजी प्रकाशकों की किताबें खरीदनी पड़ रही है
  2. तीसरी कक्षा में एनसीईआरटी की पांच किताबें 300 से 400 रुपये में मिल रही है
  3. निजी स्कूलों का खास दुकानों से सांठ-गांठ

MP Information: नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों का शिक्षा सत्र एक अप्रैल से शुरू करने का आदेश दिया है, लेकिन कुछ स्कूलों में मार्च के चौथे सप्ताह में ही नया सत्र शुरू करने की तैयारी में हैं।निजी स्कूलों द्वारा रिजल्ट के समय ही अभिभावकों को किताबों की सूची दे दी गई है। इस कारण के कई विषयों की किताबें बाजार में नहीं मिल रही है। वहीं निजी स्कूल संचालकों ने कुछ खास प्रकाशकों की किताबों को ही पाठ्यक्रम में शामिल किया है।ये किताबें स्कूल संचालकों द्वारा निर्धारित की गई दुकानों पर ही मिल रही है।किताब दुकान संचालक अभिभावकों से स्कूल का नाम पूछते हैं और कापी-किताबों का पूरा सेट पकड़ा देते हैं।ऐसे में स्कूल संचालकों को कमीशन देने के फेर में किताब दुकान निजी प्रकाशकों की किताबों का मनमाना कीमत वसूल रहे हैं।वहीं निजी स्कूल आठवीं कक्षा तक एनसीईआरटी के बदले निजी प्रकाशकों की किताबें चला रहे हैं। इस कारण अभिभावकों पर दोगुना भार पड़ रहा है। कुछ स्कूल एनसीईआटी के साथ-साथ निजी प्रकाशकों की किताबें भी चला रहे हैं। बाजार में किताब दुकान एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं करा रहे हैं, ताकि अभिभावक निजी प्रकाशकों की किताबें खरीद सकें।

निजी प्रकाशकों की किताबें महंगी

एनसीईआरटी की एक किताब 50 से 60 रुपये मिलती है तो निजी प्रकाशकों की किताबें 300 से 400 रुपये में मिल रही है। ऐसे में तीसरी कक्षा में एनसीईआरटी की पांच किताबें 300 से 400 रुपये में मिल रही है। वहीं निजी प्रकाशकों की चार से पांच हजार रुपये में मिल रही है।

निजी स्कूलों का खास दुकानों से सांठ-गांठ

छोटे किताब व्यापारियों का कहना है कि निजी स्कूलों की कुछ खास दुकानों से सांठ-गांठ होने के कारण सभी किताबें उनके ही दुकानों पर मिलती है।दुकानों पर एनसीईआरटी की किताबें नहीं मिलती है।इस कारण अभिभावकों को महंगी किताबें खरीदनी पड़ रही है।

एनसीईआरटी की किताबें नहीं आई है

बुक एंड बुक डिपो के राजेश साेलंकी ने बताया कि एनसीईआरटी की किताबें केंद्र से आती है।अभी एनसीईआरटी की कुछ कक्षाओं की किताबें नहीं आई है।इस कारण उपलब्ध नहीं है।अप्रैल में आने की संभावना है।

इनका कहना है

– हमारा बेटा आठवीं कक्षा से नौंवी में आया है। उसके परीक्षा परिणाम जारी हो गया है। अब उसे एनसीईआरटी की पुस्तक की जरूरत है,लेकिन दुकान पर एनसीईआरटी की पुस्तक नहीं मिल रही है।पुस्तक विक्रेता का कहना है कि अप्रैल में आएगी।पाठ्यक्रम बदल गया है।

सीमा शर्मा, अभिभावक

– एनसीआरटी की पुस्तक बाजार में नहीं मिल रही है कि बेटा नौंवी से दसवीं कक्षा में आ गया है।स्कूल शुरू हो गए हैं, पुरानी किताब इस बार नहीं चल पाएगी।

उमा मौर्य, अभिभावक

– अपने बच्चे के लिए किताब लेने दुकान पहुंचें तो काफी भीड़ थी।उन्हें टोकन देकर इंतजार करने के लिए कहा गया।इंतजार करने के बाद उनका नंबर आया, लेकिन उन्हें एनसीईआरटी की किताबें नहीं मिली।

डा. अशोक शर्मा, अभिभावक

इनका कहना है

-30 प्रतिशत निजी स्कूलों ने किताबों की सूची सौंपी है। 31 मार्च तक का समय दिया गया है।इसमें एनसीईआरटी की किताबों का निरीक्षण किया जाएगा।

अंजनी कुमार त्रिपाठी,जिला शिक्षा अधिकारी

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    मैं पत्रकारिता से प‍िछले 24 सालों से जुड़ा रहा हूं, इस दौरान मेंने कई समाचार पत्र व पत्रिकाओं में सेवा दी है। मैंने राष्‍ट्रीय हिंदी मेल दैन‍िक अखबार से शुरूआत की, 2000 में गुजरात में आए भूकंप में मैं अपने पत्र

Sach Ke Sathi Seniors: गुजरात के गांधीनगर में वरिष्‍ठ नागरिकों को दी गई फैक्‍ट चेकिंग की ट्रेनिंग

Sach Ke Sathi Seniors: सच के साथी-सीनियर्स’ अभियान के तहत मंगलवार को गुजरात के गांधीनगर के सेक्टर पांच स्थित सीनियर सिटिजन सेवा मंगल में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।

By Kushagra Valuskar

Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 04:57 PM (IST)

Up to date Date: Tue, 19 Mar 2024 04:57 PM (IST)

Sach Ke Sathi Seniors: गुजरात के गांधीनगर में वरिष्‍ठ नागरिकों को दी गई फैक्‍ट चेकिंग की ट्रेनिंग
जागरण न्‍यू मीडिया के एडिटर-इन-चीफ राजेश उपाध्‍याय ने वरिष्‍ठ नागरिकों को फैक्‍ट चेकिंग की ट्रेनिंग दी।

डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। Sach Ke Sathi Seniors: भ्रामक और फेक सूचनाओं के प्रसार में तेजी आ रही है। कई बार यूजर्स अनजाने में इन सूचनाओं को आगे बढ़ा देते हैं। इस कारण से निजी व वित्तीय के साथ सामुदायिक और सामाजिक हानि होती है। संदिग्ध सूचनाओं और फिशिंग लिंक्स वाले मैसेजों से सचेत करने के लिए जागरण न्यूज मीडिया की फैक्ट चेकिंग विंग विश्वास न्यूज ने गांधीनगर में फैक्ट चेक कार्यशाला का आयोजन किया।

सच के साथी-सीनियर्स’ अभियान के तहत मंगलवार को गुजरात के गांधीनगर के सेक्टर पांच स्थित सीनियर सिटिजन सेवा मंगल में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेएनएम के एडिटर-इन-चीफ एवं सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजेश उपाध्‍याय ने प्रतिभागियों को डिजिटल सेफ्टी के तरीके, डीप फेक से बचाव के उपाय, फैक्ट चेकिंग की बुनियादी जानकारी और वोटर जागरूकता के बारे में प्रशिक्षित किया। उन्होंने कहा कि सूचना की सत्यता की पुष्टि करने के बाद ही आगे फॉरवर्ड करना चाहिए।

कार्यक्रम में फेक सूचनाओं की पहचान के बुनियादी तौर-तरीकों और ऑनलाइन टूल्स के बारे में जानकारी दी गई। राजेश उपाध्‍याय ने कई डीपफेक वीडियो का उदाहरण देते इन्हें पहचानने के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि ऐसे वीडियो में लिप सिंक देखकर या शरीर के हावभाव देखकर इनके डीपफेक होने के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। डीपफेक तस्वीरों को पहचानने के लिए एआई टूल्स मौजूद हैं। आयोजन के दौरान गुजराती जागरण के एसोसिएट एडिटर जीवन कपूरिया और डिप्टी एडिटर राजेंद्र सिंह परमार भी मौजूद रहे।

20 को अहमदाबाद और 21 को वडोदरा में कार्यक्रम

गांधीनगर के बाद ‘सच के साथी सीनियर्स’ अभियान के तहत 20 मार्च को शाम चार बजे से अहमदबाद के इस्‍कान मंदिर के पास सदविचार परिवार में यह आयोजन किया जाएगा। 21 मार्च को वडोदरा के श्री जीवन संस्‍था में यह आयोजन सुबह साढ़े दस बजे होगा।

अभियान के बारे में

‘सच के साथी सीनियर्स’ भारत में तेजी से बढ़ रही फेक और भ्रामक सूचनाओं के मुद्दे को उठाने वाला मीडिया साक्षरता अभियान है। कार्यक्रम का उद्देश्य 15 राज्यों के 50 शहरों में सेमिनार और वेबिनार की श्रृंखला के माध्यम से स्रोतों का विश्लेषण करने, विश्वसनीय और अविश्वसनीय जानकारी के बीच अंतर करते हुए वरिष्ठ नागरिकों को तार्किक निर्णय लेने में मदद करना है। इसमें रजिस्ट्रेशन करने के लिए www.vishvasnews.com/sach-ke-sathi-seniors/ पर क्लिक करें।

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    माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से मास कम्युनिकेशन स्नातक कुशाग्र वालुस्कर नईदुनिया डिजिटल में सीनियर सब एडिटर के पद पर हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माह

Diljeet dosanjh is father of a kid | दिलजीत दोसांझ हैं एक बच्चे के पिता: विदेश में रहती हैं सिंगर की वाइफ, कियारा आडवाणी ने भी धोखे से किया था खुलासा

44 मिनट पहले

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दिलजीत दोसांझ इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। हाल ही में सिंगर ने अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन में जमकर परफॉर्म किया था। इसके अलावा दिलजीत ने ब्रिटिश सिंगर ED शिरीन के साथ भी परफॉरमेंस के दौरान स्टेज पर समा बांध दिया था। ऐसे में अब सिंगर के शादीशुदा होने की खबरें आ रही हैं।

दिलजीत की वाइफ विदेश में रहती हैं
दिलजीत दोसांझ अपनी निजी जिंदगी को लेकर बातचीत करना पसंद नहीं करते हैं। उन्होंने कभी भी अपनी फैमिली के बारे में नहीं बताया। लेकिन अब दिलजीत का एक पुराना किस्सा सामने आया है। ये इंटरव्यू साल 2019 में आई फिल्म ‘गुड न्यूज’ के प्रमोशन के दौरान का है। बातचीत के समय कियारा आडवाणी ने कहा था कि उन्हें छोड़कर यहां सभी के बच्चे हैं। बता दें, उस इंटरव्यू में अक्षय कुमार, दिलजीत दोसांझ, करीना कपूर और कियारा आडवाणी थे। कियारा ने बातों-बातों में कहा था- मेरे लिए ये सब नॉलेज से भरा हुआ है। क्योंकि मैं अकेली हूं, जिसका यहां कोई बच्चा नहीं है।

दिलजीत दोसांझ वाइफ संदीप कौर के साथ।

दिलजीत दोसांझ वाइफ संदीप कौर के साथ।

सिंगर अपनी फैमिली को मीडिया से दूर रखना चाहते हैं
दिलजीत दोसांझ की वाइफ का नाम संदीप कौर है। कपल का एक बेटा भी है। दिलजीत की वाइफ बेटे के साथ अमेरिका में रहती हैं। सिंगर उन्हें मीडिया से और लोगों की नजरों से दूर रखना चाहते हैं।

दिलजीत दोसांझ और संदीप कौर।

दिलजीत दोसांझ और संदीप कौर।

यूजर्स के रिएक्शन भी सामने आए
एक यूजर ने लिखा- क्या? शादीशुदा और एक बच्चा? वहीं दूसरे यूजर ने कमेंट किया- ये बहुत पुरानी खबर है। हम पंजाब में रहने वाले लोग ये जानते हैं। क्योंकि ‘लक 28’ गाने के दौरान उनका विवाद हुआ था, जिसके बाद दिलजीत, बीवी और बच्चे की सुरक्षा के लिए उनके साथ अमेरिका शिफ्ट हो गए थे।

यूजर्स के रिएक्शन सामने आए।

यूजर्स के रिएक्शन सामने आए।

दिलजीत अमेरिका क्यों शिफ्ट हुए थे
अपने शुरुआती करियर के फेज में दिलजीत के एक गाने ‘लक 28’ पर जमकर विवाद हुआ था। इतना कि दिलजीत के घर के बाहर आंदोलन और नारे लगने लगे थे। यहां तक कि पुलिस भी आ गई थी। ये सब देख, दिलजीत की मां बेहद घबरा गई थीं। दिलजीत भी अंदर से काफी डर गए थे। यही वजह थी कि वे अपने पूरे परिवार को लेकर भारत से बाहर चले गए और वहीं बस गए थे।

Bhind Information: भिंड के 23 हजार 448 शस्त्र लाइसेंस छह जून तक रद्द, आचार संहिता लगते ही जिले में आदेश जारी

कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक लोकसभा निर्वाचन की प्रक्रिया के दौरान। उन शस्त्रधारियों को छोड़कर जिन्हें इस अवधि में शस्त्र रखने की अनुमति दी गई हो।

By Paras Pandey

Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 04:59 PM (IST)

Up to date Date: Tue, 19 Mar 2024 04:59 PM (IST)

Bhind News: भिंड के 23 हजार 448 शस्त्र लाइसेंस छह जून तक रद्द, आचार संहिता लगते ही जिले में आदेश जारी
जिले के थानों में शस्त्र लाइसेंस जमा होना शुरू

HighLights

  1. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगते जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी हो गया है।
  2. रैली, जुलूस, घरना एवं प्रदर्शन आदि के आयोजन पर रोक लगा दी गई है।

भिंड, नईदुनिया प्रतिनिधि। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगते जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी हो गया है, तो वहीं सभी शस्त्र लाइसेंस को भी रद्द कर दिया है। भिंडजिले में तीन हजार 448 शस्त्र लाइसेंस को छह जून तक के लिए रद्द कर दिया गया है।

कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक लोकसभा निर्वाचन की प्रक्रिया के दौरान (उन शस्त्रधारियों को छोड़कर जिन्हें इस अवधि में शस्त्र रखने की अनुमति दी गई हो) जिले के समस्त शस्त्रधारियों के शस्त्र लाइसेंस 16 मार्च से 6 जून तक की अवधि के लिए निलंबित किए हैं।

थाने में जमा कराने होंगे शस्त्र

आदेश में शस्त्रधारियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि वे अपने शस्त्र तत्काल संबंधित थाना और वैध-शस्त्र डीलर के यहां जमा कराएं। लाइसेंस रद्द होने के बाद इन्हें जमा करने का काम तेज कर दिया गया है।

थाना प्रभारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत समस्त शस्त्रधारियों के अस्त्र-शस्त्र तत्काल थाना अथवा वैध शस्त्र डीलर के पास जमा कराकर पावती शस्त्रधारी को प्रदान करें।

इन्हें है छूट

न्यायाधीश एवं उनके सुरक्षा कर्मी, मजिस्ट्रेट, प्रथम श्रेणी के अधिकारियों, सेना पुलिस, जिले में कार्यरत पुलिस एवं राजस्व विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, सेवानिवृत्त राजपत्रित अधिकारी, अर्धसैनिक बलों, बैंक सुरक्षा गार्ड, निजी एजेंसी द्वारा अधिकृत गार्ड, राष्ट्रीय रायफल एसोशिएशन के सदस्य व खेल प्रतियोगिताओं में शस्त्र का उपयोग करने वालों को इस आदेश से मुक्त रखा गया है।

जुलूस, धरना-प्रदर्शन रोक-कलेक्टर ने कानून व्यवस्था बनाने और लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिया है। इसके बाद प्रतिबंधात्मक आदेश में जिले में बिना अनुमति के रैली, जुलूस, घरना एवं प्रदर्शन आदि के आयोजन पर रोक लगा दी गई है।

भाजपा में शामिल हुए पूर्व IFS अधिकारी तरणजीत सिंह संधू, कहा- राष्ट्र सेवा के नए रास्ते पर प्रवेश कर रहा हूं

Taranjit Singh Sandhu: अमेरिका में भारत के राजदूत रहे तरनजीत सिंह संधू राजनीति में अब हाथ आजमाएंगे। उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली है।

By Kushagra Valuskar

Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 04:19 PM (IST)

Up to date Date: Tue, 19 Mar 2024 04:28 PM (IST)

भाजपा में शामिल हुए पूर्व IFS अधिकारी तरणजीत सिंह संधू, कहा- राष्ट्र सेवा के नए रास्ते पर प्रवेश कर रहा हूं
तरनजीत सिंह संधू भाजपा में शामिल हुए।

एएनआई, नई दिल्ली। Taranjit Singh Sandhu: अमेरिका में भारत के राजदूत रहे तरनजीत सिंह संधू राजनीति में अब हाथ आजमाएंगे। उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली है। चर्चा है कि पार्टी उन्हें अमृतसर से उतार सकती है। वह पिछले 15 दिनों से अमृतसर में थे।

आज विकास की बहुत जरूरत है

बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के साथ मिलकर काम किया। पीएम मोदी विकास पर केंद्रित हैं। आज विकास की बहुत जरूरत है। यह विकास अमृतसर में भी पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैं पार्टी अध्यक्ष, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने मुझे राष्ट्र की सेवा के नए रास्ते पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया। जिसमें में प्रवेश कर रहा हूं।’

पार्टी तय करेगी चुनाव लडूंगा या नहीं

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि पिछले चार सालों में भारत-अमेरिका संबंधों में बदलाव आया है। यह रिश्ते साझेदारी में बदल गया है। युवाओं के लिए अवसर बने हैं। उन्होंने कहा, मुझे चिंता है कि देश को जो अवसर मिल रहे हैं अमृतसर न चूके। पार्टी तय करेगी कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं। तरनजीत ने आगे कहा कि मेरे अमृतसर में बहुत संभावनाएं हैं। मैं इसके प्रति बहुत स्नेही हूं।

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    माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से मास कम्युनिकेशन स्नातक कुशाग्र वालुस्कर नईदुनिया डिजिटल में सीनियर सब एडिटर के पद पर हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माह

Priyanka Chopra spent high quality time together with her husband | प्रियंका चोपड़ा ने पति के साथ बिताया क्वालिटी टाइम: बेटी मालती मैरी के साथ खेलती दिखीं, फोटोज हुईं वायरल

1 घंटे पहले

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प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर की। एक्ट्रेस फोटोज में पति निक जोनस और बेटी मालती मैरी के साथ वेकेशन एंजॉय करती नजर आ रही हैं।

प्रियंका चोपड़ा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर पोस्ट शेयर किया
पहली फोटो में प्रियंका चोपड़ा, निक के कंधे पर अपना सिर रखी हुई दिखती हैं। वहीं दूसरी तस्वीर में प्रियंका अपनी बेटी मालती को हवा में उठाए नजर आती हैं। तीसरी फोटो में मालती खेलती हुई दिख रही है। वहीं आगे की फोटोज में निक नजर आ रहे हैं। प्रियंका चोपड़ा ने कैप्शन लिखा- घर से दूर, एक दूसरे घर में। थैंक यू @bulgarihotels, इतनी अच्छी मेजबानी के लिए।

प्रियंका चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ये तस्वीरें साझा की।

प्रियंका चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ये तस्वीरें साझा की।

फैंस ने भी पोस्ट की तारीफ की
एक यूजर ने लिखा- मालती दुनिया की सबसे प्यारी बच्ची है। वहीं दूसरे यूजर ने लिखा- मुझे यकीन है कि एक दिन मालती, प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस से भी ज्यादा पॉपुलर होगी। फैंस को भी प्रियंका चोपड़ा की ये फैमिली फोटोज बहुत अच्छी लगीं।

ईशा अंबानी के होली बैश में प्रियंका का लुक लोगों को पसंद आया था
हाल ही में ईशा अंबानी और बुल्गारी ने ‘ए रोमन होली’ बैश थीम रखी थी। ये पार्टी अंबानी के घर एंटीलिया में हुई। इस मौके पर बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को स्पॉट किया गया, जहां प्रियंका का लुक लोगों को काफी पसंद आया। प्रियंका पीच हाई-स्लिट साड़ी पहने नजर आईं। लेकिन सबसे खास बात थी उनका नेकलेस। खबरों की मानें तो प्रियंका चोपड़ा ने जो नेकलेस पहना था, वो बुल्गारी ब्रांड का था। इस नेकलेस में हीरे और हरे टूमलाइन स्टोन जड़े थे। नेकलेस की कीमत लगभग 8 करोड़ रुपए बताई गई।

प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस की जोड़ी बॉलीवुड की सबसे चर्चित जोड़ियों में से है। दोनों ने 2 दिसंबर, 2018 को उदयपुर के उम्मेद भवन में हिंदू और क्रिश्चियन रीति-रिवाजों से शादी की थी।

ग्रीस में किया था निक ने प्रपोज
तीसरी डेट में निक समझ गए कि प्रियंका ही वह लड़की है जिससे वह शादी करना चाहते थे। निक के मुताबिक उन्होंने प्रियंका को उनके बर्थडे पर प्रपोज नहीं किया। उन्होंने पीसी को ग्रीस में प्रपोज किया था। निक ने एक हफ्ते पहले ही प्रियंका के लिए रिंग खरीदी थी।

निक ने घुटने के पर बैठकर प्रियंका से कहा-क्या मैं ये रिंग तुम्हारे हाथों में डाल सकता हूं? क्या तुमसे शादी कर मैं दुनिया का सबसे खुशकिस्मत इंसान बन सकता हूं। 45 सेकंड खामोशी के बाद प्रियंका ने हां कह दिया। वहीं निक के भाई जो जोनास ने भी दोनों को लेकर एक इंटरव्यू में बताया-जब पहली बार पब्लिक अपीयरेंस में निक ने प्रियंका को मेट गाला अवॉर्ड में देखा था तो वो एकदम क्लीन बोल्ड हो गया था।

Jhabua Information: पेटलावद में आग बुझाने के पर्याप्त साधन नहीं, कर्मचारियों की भी कमी

Jhabua Information: पेटलावद में आग बुझाने के पर्याप्त साधन उपलब्ध नहीं है। हर साल आग लगने से लाखों की संपत्ति को नुकसान पहुंचता है।

By Bhupendra Singh

Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 03:44 PM (IST)

Up to date Date: Tue, 19 Mar 2024 03:44 PM (IST)

Jhabua News: पेटलावद में आग बुझाने के पर्याप्त साधन नहीं, कर्मचारियों की भी कमी
पेटलावद में एक ही दमकल वाहन हाेने से दिक्कते आती है

HighLights

  1. आग बुझाने के इंतजाम ठंडे
  2. गर्मी में फिर मंडराने लगा आग का खतरा
  3. बुझाने के नहीं है साधन

Jhabua Information नईदुनिया प्रतिनिधि, पेटलावद। गर्मी के मौसम में हर साल आग से लाखों की संपत्ति स्वाहा होती है। तो कहीं जनहानि भी भारी पड़ती है। आग पर काबू पाने वाला अग्निशमन विभाग हर साल खुद को सक्षम बनाने की कवायद करता है। मगर ये कवायद अब तक धरातल पर नहीं उतर पाती। शहर का विस्तार हो रहा है और हादसे बढ़ रहे हैं। मगर अग्निशमन के रास्तों के गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं लेते। अब तक न तो दमकल गाडियां बढ़ पाई हैं और न जवान। इतना ही नहीं घटना के वक्त तो दमकल गाडिया कम ही पड़ जाती है।

गर्मी का मौसम आते ही वन परिक्षेत्र के जंगलों पर आग का खतरा मंडराने लगता है। इस वजह से कई बार वनों को नुकसान हो चुका है। इसके बाद भी वन विभाग जंगलों में न तो सूखे पत्ते साफ करवाता है और न ही उसके पास आग बुझाने के कोई इंतजाम हैं।

वन संपदा को होता है नुकसान

गौरतलब है कि मार्च से लेकर अप्रैल, मई और जून माह में क्षेत्र में आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इससे किसानों को नुकसान होता है। वहीं वन परिक्षेत्र के जंगलों में कुछ लोग अतिक्रमण करने की नियत से आग लगा कर जंगल को नष्ट करने का प्रयास भी करते हैं। इससे वर्षा के दिनों में वहां पर खेती की जमीन तैयार करते हैं। आग से वन संपदा को नुकसान होता है। लेकिन कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए वन भूमि की साफ-सफाई कर उसको अपने कब्जे में कर लेते हैं।

तहसील क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर में जंगल फैला है। इसके बाद भी विभाग के पास आग बुझाने के लिए साधन नहीं है। इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी आते ही वन जंगलों में आग का खतरा मंडराने लगता है। जंगलों के आस-पास रहने वाले कुछ लोग पहले इसमें आग लगा देते हैं। फिर जमीन पर कब्जा कर खेती करते हैं। इससे जंगल अतिक्रमण के चलते सिकुड़ता जा रहा है। वनों की भी कटाई धड़ल्ले से जारी है। जहां पहले घने जंगल हुआ करते थे। वहां आज ठूंठ ही ठूंठ नजर आते हैं।

77 पंचायतों के बीच एक दमकल

तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 77 पंचायतों के गांवों के बीच नगर पंचायत के पास एक दमकल है। पूरे क्षेत्र में आग बुझाने के लिए इसे ही भेजा जाता है। जबकि वन विभाग के पास कोई साधन नहीं है। अगर क्षेत्र में कहीं भी बड़ी आगजनी की घटना होती है। तो फिर आसपास से फायर ब्रिगेड बुलाना पड़ती है। कई बार ये समय पर पहुंच नहीं पाती है और कई बार पहुंच तो जाती है। लेकिन कुछ न कुछ तकनीकी खराबी के कारण आग को बुझाने में असफल हो जाती है। लेकिन फिर भी आश्चर्यजनक बात यह है कि शहर में फायर ब्रिगेड की संख्या को नहीं बढ़ाया गया।

कई बार देखा गया है कि शहर में आंतरिक इलाकों में आगजनी की घटना होती है। तो बड़ी फायर बिग्रेड पहुंच नहीं पाती है। इस स्थिति में दुकान या घर या फिर अन्य जगह सामान पूरी तरह जलकर राख हो जाता है।

बाहर से बुलानी पड़ी थी फायर ब्रिगेड

बीते दिनों पेटलावद के ग्राम बावड़ी में 1 घर में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई थी। इस आग ने आसपास के 5 मकानों को अपने चपेट में ले लिया था। आग लगने के बाद गांव में हड़कंप सा मच गया था। हालांकि पेटलावद से फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची थी। लेकिन वो आग बुझाने में नाकाम साबित हुई। फायर ब्रिगेड में पानी खत्म हो जाने के बाद फिर झाबुआ और थांदला से फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा। बाहर से फायर ब्रिगेड बुलाने का यह पहला मामला नहीं है। बल्कि हर बार इसी तरह से पेटलावद की एकमात्र फायर ब्रिगेड आग बुझाने के लिए पर्याप्त नहीं रहती है। लेकिन फिर भी जिम्मेदारों द्वारा इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया और न ही पंचायतों में फायर ब्रिगेड लाने के कोई प्रयास किए गए।

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    भरत मानधन्‍या ने इंदौर स्थित चोइथराम कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में BAJMC में स्नातक की पढ़ाई की है और स्‍कूल ऑफ इकोनॉमिक्‍स (देवी अहिल्‍या विश्‍वविद्यालय) से MA Economics की उपाधि प्राप्‍त की है।

    पत्रकारिता क …

2014 में 5 सीटों पर 5 लाख से अधिक वोटों से जीती थी भाजपा, 2019 में इसी अंतर से 15 सीट कर ली अपने नाम, 5 साल में ऐसे बढ़ा पार्टी का ग्राफ

वड़ोदारा सीट पर 70.57 प्रतिशत यानी 11.63 लाख वोट डले थे, भाजपा प्रत्‍याशी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 8 लाख 45 हजार 464 वोट मिले जबकि कांग्रेस प्रत्‍याशी मधुसूदन मिस्त्री को 2 लाख 75 हजार 336 वोट मिले। यह चुनाव पीएम मोदी ने 5 लाख 70 हजार 128 वोटों से जीता था।

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गाजियाबाद (Ghaziabad)

यहां से विजय कुमार सिंह ने 5 लाख 67 हजार 260 वोटों से जीत दर्ज की थी।

नवसारी (Navsari)

नवसारी सीट पर भाजपा के सीआर पाटिल ने 5 लाख 58 हजार 116 वोटों से चुनाव जीता था।

जयपुर (Jaipur)

रामचरण बोहरा को इस सीट से जीत मिली थी। उन्‍होंने 5 लाख 39 हजार 345 वोटों से कांग्रेस प्रत्‍याशी को हराया था।

सूरत (Surat)

दर्शना जरदोश ने यह चुनाव 5 लाख 33 हजार 190 वोट के बड़े अंतर से जीता था।

लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha Election 2019)

नवासरी (Navsari)

2019 में भाजपा ने 2014 का अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए नवसारी सीट को 6 लाख से अधिक वोटों से जीता और सीआर पाटिल ही सांसद बने थे। यह सीट भाजपा ने 6 लाख 89 हजार 668 वोटों के अंतर से जीती और इस चुनाव में भाजपा की यह सबसे बड़ी जीत थी।

करनाल (Karnal)

यहां से भाजपा के संजय भाटिया ने 6 लाख 56 हजार 142 वोटों जीत हासिल की। उन्‍हें 70 फीसदी से अधिक 9 लाख 11 हजार 594 वोट मिले थे।

भीलवाड़ा (Bhilwara)

भीलवाड़ा सीट भी भाजपा ने 6 लाख से अधिक मतों से जीती। भाजपा प्रत्याशी सुभाष बहेड़िया ने 6 लाख 12 हजार वोटों से यहां जीत दर्ज की थी।

वडोदरा (Vadodara)

2019 में रंजनबेन भट्ट ने यहां से चुनाव लड़ा और 5 लाख 89 हजार 177 मतों के अंतर से विजय हासिल की।

पश्चिमी दिल्ली (West Delhi)

यहां से प्रवेश वर्मा ने चुनाव जीता। वे 5 लाख 78 हजार 486 मतों के अंतर से जीते थे।

फरीदाबाद (Faridabad)

भाजपा उम्मीदवार कृष्णपाल गुर्जर को यहां 9 लाख 13 हजार से अधिक वोट मिले थे, उन्होंने 6 लाख 38 हजार 239 वोटों से जीत दर्ज की।

चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh)

चित्तौड़गढ़ सीट भाजपा ने 5 लाख 76 हजार 247 वोटों से जीती थी। सीपी जोशी यहां से सांसद बने।

गांधीनगर (Gandhinagar)

पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की परंपरागत सीट रही गांधीनगर से भाजपा ने अमित शाह को प्रत्याशी बनाया था, उन्हें 5 लाख 57 हजार 14 वोटों से जीत मिली थी।

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उत्तर पश्चिमी दिल्ली (North West Delhi)

यहां से हंसराज हंस ने 5 लाख 53 हजार 897 वोटों से चुनाव जीता था। उन्होंने आप प्रत्याशी गुगन सिंह को हराया था।

होशंगाबाद (Hoshangabad)

होशंगाबाद से उदय प्रताप सिंह ने 5 लाख 53 हजार 682 वोटों के अंतर से चुनाव जीता था।

इंदौर (Indore)

इंदौर से भाजपा प्रत्‍याशी शंकर लालवानी 5 लाख 47 हजार वोटों से जीत दर्ज की।

राजमसंद (Rajmasand)

दीया कुमारी ने इस सीट को 5 लाख 51 हजार वोटों से जीता था।

विदिशा (Vidisha)

यहां से भाजपा प्रत्याशी रमांकात भार्गव ने 5 लाख 3 हजार 84 वोटों से चुनाव जीता था।

सूरत (Surat)

दर्शना जरदोश ने इस सीट से 5 लाख 48 हजार 230 वोटों से चुनाव जीता

गाजियाबाद (Gaziabad)

विजय कुमार सिंह को यहां 5 लाख 1 हजार 500 के अंतर से जीत मिली।

Kriti Kharbanda did her first kitchen ritual | कृति खरबंदा ने की पहली रसोई की रस्म: सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीर, लिखा- दादी ने अप्रूव कर दिया है

4 मिनट पहले

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पुलकित सम्राट और कृति खरबंदा ने 15 मार्च को सात फेरे लिए। अब कृति खरबंदा ने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी पहली रसोई की तस्वीर शेयर की है। उन्होंने अपनी पहली रसोई में हलवा बनाया है। कृति ने कुल तीन तस्वीरें शेयर की हैं। पहली फोटो में उन्होंने स्वीट डिश दिखाया है। दूसरी तस्वीर में वो पुलकित की दादी का आशीर्वाद लेती हुई दिखाई दे रही हैं। इसमें उन्होंने लिखा है- दादी ने अप्रूव कर दिया है। वहीं आखिरी फोटो में कृति हलवा गर्निश करती हुई नजर आ रही हैं।

ससुराल में कृति का हुआ ग्रैंड वेलकम

ससुराल में कृति का ग्रैंड वेलकम हुआ, वेलकम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलकित-कृति ढोल- नगाड़ों पर जमकर ठुमके लगाते दिखाई दिए। वीडियो में कृति ट्रेडिशनल लुक में नजर आईं। हाथों में चूड़ा पहने और मांग में सिंदूर भरे कृति साड़ी में दिखीं। जहां एक्ट्रेस ने लाल फूलों के प्रिंट वाली साड़ी पहनी हुई थी। वहीं पुलकित व्हाइट कुर्ता-पायजामा में दिखे। पुलकित सीटी बजाते हुए भी स्पॉट किए गए। कृति के सास-ससुर ने पैसों से उनकी नजर भी उतारी।

ससुराल में कृति का वेलकम।

ससुराल में कृति का वेलकम।

कृति ने शेयर की थी शादी की तस्वीरें

कृति ने शादी की चार तस्वीरें शेयर की थी, जिसमें वो दोनों एक दूसरे का हाथ थामे दिखाई दे रहे हैं। किसी में दोनों ने एक-दूसरे को गले से लगाया हुआ है और कृति पुलकित के माथे को चूमती नजर आ रही हैं। वहीं एक तस्वीर में पुलकित कृति के गले में मंगलसूत्र पहना रहे हैं। शादी के बाद कृति मांग में सिंदूर भरे बेहद खूबसूरत दिखीं। वहां मौजूद लोग कपल पर फूल बरसा रहे हैं। पेस्टल पिंक लहंगे में कृति बेहद खूबसूरत लग रही थीं। वहीं पुलकित सम्राट की शेरवानी पर गायत्री मंत्र बुना हुआ दिखाई दिया।

बता दें, कृति-पुलकित ने 4-5 साल एक-दूसरे को डेट करने के बाद शादी की। पुलकित सम्राट की ये दूसरी शादी है।