Morena Information: स्कूल से शौच करने गए नदी पर गए दो मासूम भाई डूबे, शिक्षकों को पता ही नहीं चला

गांव के प्राइमरी स्कूल में मुंशी कुशवाह का सात वर्षीय पुत्र अनिल और उसके सुरेंद्र का पांच वर्षीय बेटा अजीत मंगलवार की सुबह पढ़ने गए थे।

By Paras Pandey

Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 11:04 PM (IST)

Up to date Date: Wed, 20 Mar 2024 12:03 AM (IST)

Morena News: स्कूल से शौच करने गए नदी पर गए दो मासूम भाई डूबे, शिक्षकों को पता ही नहीं चला
स्कूल से शौच करने गए नदी पर गए दो मासूम भाई डूबे

HighLights

  1. दोपहर 2 बजे बच्चों के बस्तों को कक्षा में छोड़ स्कूल बंद कर चले गए शिक्षक
  2. छुट्टी के बाद बच्चे घर नहीं पहुंचे तो ढूंढने निकले स्वजन

मुरैना, (नईदुनिया न्यूज)। स्कूल से शौच करने की कहकर गए पांच व सात साल के दो चचेरे भाई पास में ही सोन नदी में डूब गए। स्कूल के शिक्षक दोपहर में छुट्टी करके चले गए।

स्वजन के अनुसार जब बच्चे घर नहीं पहुंचे तब खोज करने पहुंचे, दोनों बच्चों के बस्ते स्कूल में मिले और डेढ़ घंटे से ज्यादा चली तलाश के बाद बच्चों के शव सोन नदी में मिले। घटना मंगलवार को जौरा तहसील के लेंडी का पुरा गांव में घटी।

गांव के प्राइमरी स्कूल में मुंशी कुशवाह का सात वर्षीय पुत्र अनिल और उसके सुरेंद्र का पांच वर्षीय बेटा अजीत मंगलवार की सुबह पढ़ने गए थे। दोपहर 12 बजे स्कूल में मध्यान्ह भोजन की घंटी बजी तब अनिल और अजीत स्कूल से महज 100 मीटर दूर सोन नदी किनारे शौच को गए, जहां संभवत: शौच के बाद हाथ-मुंह धोने के दौरान दोनों बच्चे गहरे पानी में गिर गए। बताया गया है कि शिक्षक दोपहर 2 बजे छुट्टी करके चले गए। बस्ते स्कूल में ही रखे रह गए।

बच्चों के चाचा मोहर सिंह कुशवाह ने बताया कि अनिल व अजीत स्कूल से नहीं आए तो उन्हें स्कूल देखने गए तो वहां दोनों बच्चों के बस्ते रखे मिले। तलाश करते-करते ग्रामीण व स्वजन सोन नदी के घाट पर पहुंचे, जहां शाम साढ़े 4 बजे के करीब दोनों बच्चों के शव मिले। ग्रामीणों के अनुसार स्कूल में शौचालय नहीं, इसलिए बच्चे नदी किनारे जाते हैं।

जौरा थाने में इस घटना के बाद पुलिस ने मर्ग का प्रकरण दर्ज किया गया है। उधर घटना के बाद संबंधित पहाड़गढ़ के ब्लाक स्तरीय संचालक विजेंद्र सिंह धाकड़ का कहना है कि बच्चे स्कूल में दर्ज नहीं थे। इनके बस्ते रखे रह जाने की बात भी ग्रामीणों ने झूठी उड़ा दी है। शिक्षक साढ़े 4 बजे स्कूल से निकले हैं। स्कूल में लोहे का एक पुराना शौचालय भी है।