मैं मलाला नहीं हूं, ब्रिटेन की संसद में कश्मीरी पत्रकार याना मीर ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी, देखें वीडियो

Yana Mir in UK Parliament: पत्रकार याना मीर ने कहा कि भारत के हिस्से वाले कश्मीर में लोग पूरी तरह सुरक्षित और आजाद है। मलाला यूसुफजई का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैं मलाला नहीं हूं। जिन्हें आतंकवाद के डर से अपना देश (पाकिस्तान) छोड़ना पड़ा।’

By Kushagra Valuskar

Publish Date: Fri, 23 Feb 2024 05:30 PM (IST)

Up to date Date: Fri, 23 Feb 2024 05:30 PM (IST)

मैं मलाला नहीं हूं, ब्रिटेन की संसद में कश्मीरी पत्रकार याना मीर ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी, देखें वीडियो
Yana Mir in UK Parliament

HighLights

  1. पत्रकार याना मीर ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है।
  2. ब्रिटेन की संसद में याना मीर ने कहा- मैं मलाला नहीं हूं।
  3. याना मीर को यूके संसद द्वारा आयोजित संकल्प दिवस में सम्मानित करने के लिए बुलाया गया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Yana Mir in UK Parliament: कश्मीरी कार्यकर्ता और पत्रकार याना मीर ने पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि खराब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भारत के हिस्से वाले कश्मीर में लोग पूरी तरह सुरक्षित और आजाद है। मलाला यूसुफजई का जिक्र करते हुए कहा, मैं मलाला नहीं हूं। जिन्हें आतंकवाद के डर से अपना देश (पाकिस्तान) छोड़ना पड़ा। उनके इस बयान पर जोरदार तालियां बजीं। दरअसल, याना मीर लंदन में ब्रिटिश संसद द्वारा आयोजित संकल्प दिवस में बोल रही थी।

मैं अपने देश में आजाद और सुरक्षित हूं- याना मीर

याना मीर ने कहा कि मैं मलाला नहीं, क्योंकि मैं अपने देश में आजाद और सुरक्षित हूं। मेरी मातृभूमि कश्मीर भारत का वह हिस्सा है जो पूरी तरह से सुरक्षित है। मुझे कभी भागकर दूसरे देश में शरण लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मीर ने कहा, ‘मैं कभी भी मलाला यूसुफजई नहीं बनूंगी, लेकिन मलाला को पीड़ित कहकर मेरे मातृभूमि की बदनामी पर मुझे आपत्ति है।’

I’m not a Malala

I’m free and protected in my homeland #Kashmir, which is a part of India

I’ll by no means have to runaway from my homeland and search refuge in your nation: Yana Mir @MirYanaSY in UK Parliament. #SankalpDiwas pic.twitter.com/3C5k2uAzBZ

— Sajid Yousuf Shah (@TheSkandar) February 22, 2024

टूलकिट पर जताई आपत्ति

याना ने कहा कि मुझे सोशल मीडिया और इंटरनेशनल मीडिया के सभी टूलकिट पर आपत्ति है। जिन्होंने कभी भी भारत में कश्मीर का दौरान करने की जहमत नहीं उठाई, बल्कि दूर से अत्याचार की कहानियां गढ़ते हैं। कश्मीरी पत्रकार ने कहा, मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि भारतीयों को धर्म के आधार पर बांटना बंद करें। हम आपको हमारी एकता तोड़ने की इजाजत नहीं देंगे।

  • ABOUT THE AUTHOR

    माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से मास कम्युनिकेशन स्नातक कुशाग्र वालुस्कर नईदुनिया डिजिटल में सीनियर सब एडिटर के पद पर हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माह