Climate Replace Right this moment: इस भ्रम में मत रहना कि ठंड चली गई, पहाड़ों पर अभी भी हो रही बर्फबारी

Climate Replace Right this moment उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक मौसम सुहाना बना रहेगा। तेज गर्मी भी महसूस नहीं होगी।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Thu, 22 Feb 2024 08:44 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 22 Feb 2024 08:44 AM (IST)

Weather Update Today: इस भ्रम में मत रहना कि ठंड चली गई, पहाड़ों पर अभी भी हो रही बर्फबारी
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 24 से 26 फरवरी तक हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियां देखी जा सकती हैं।

HighLights

  1. पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के आस-पास के क्षेत्रों में 23 फरवरी तक तेज गरज के साथ बारिश की संभावना है।
  2. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 24 से 26 फरवरी तक हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियां देखी जा सकती हैं।
  3. उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बर्फबारी की कारण आने वाले कुछ दिनों में फिर ठंड बढ़ सकती है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के मैदानी राज्यों में बीते कुछ दिनों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और गर्मी महसूस की जाने लगी है। ऐसे में यह आप ये सोच रहे हैं कि सर्दी का मौसम अब विदा ले चुका है तो आप गलत सोच रहे हैं। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव आया है। मौसम विभाग के अनुसार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बर्फबारी की कारण आने वाले कुछ दिनों में फिर ठंड बढ़ सकती है।

23 फरवरी से बारिश की संभावना

मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के आस-पास के क्षेत्रों में 23 फरवरी तक तेज गरज के साथ बारिश की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 24 से 26 फरवरी तक हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियां देखी जा सकती हैं।

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राजधानी दिल्ली में आज का मौसम

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज सुबह आसमान में हल्के बादल छाए रहे। मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, दिल्ली-NCR में बारिश की संभावना कम है, लेकिन तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है। उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक मौसम सुहाना बना रहेगा। तेज गर्मी भी महसूस नहीं होगी।

पहाड़ों पर बर्फबारी जारी

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की गतिविधियां देखने को मिलेगी। उप-हिमालयी में बर्फबारी की संभावना है। इस कारण मैदानी राज्यों में तेजी से तापमान गिर सकता है। बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में 22 फरवरी को बारिश या हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में महत्वपूर्ण बदलाव और उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना नहीं है।

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    कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक्

Gwalior Accident Information: ट्रैक्टर ने बाइकसवार को मारी टक्कर, मौत

Gwalior Accident Information:ग्वालियर हाईवे पर भरतरी पुल के पास बुधवार की दोपहर एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ने एक बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार एक युवक की मौत और एक युवक गंभीर रुप से घायल हो गया जिसका ग्वालियर में उपचार किया जा रहा है।

By anil tomar

Publish Date: Thu, 22 Feb 2024 08:14 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 22 Feb 2024 08:14 AM (IST)

Gwalior Accident News: ट्रैक्टर ने बाइकसवार को मारी टक्कर, मौत

Gwalior Accident Information: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। ग्वालियर हाईवे पर भरतरी पुल के पास बुधवार की दोपहर एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ने एक बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार एक युवक की मौत और एक युवक गंभीर रुप से घायल हो गया जिसका ग्वालियर में उपचार किया जा रहा है। झांसी के तोपखाना बाजार निवासी पीयूष पाल (19) पुत्र राकेश पाल, अपने एक दोस्त के साथ झांसी से ग्वालियर की तरफ बाइक से जा रहा था।

वह भरतरी पुल के पास पहुंचा ही था कि एक अनिंयत्रित ट्रैक्टर ने उनकी बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। टककर लगने से बाइक पर सवार पीयूष और उनका दोस्त उचटकर दूर जा गिरे। इस हादसे में पीयूष की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोस्त गंभीर रुप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची आंतरी पुलिस घायल को ग्वालियर अस्पताल लेकर पहुंची जहां उसका उपचार किया जा रहा है। वहीं घायल की हालत भी गंभीर बनी हुई है। वहीं हादसे के बाद ट्रैक्टर का चालक ट्रैक्टर को मौके पर ही छोड़कर भाग गया जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।

अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक की मौत

गोहिंदा गांव का निवासी 25 वर्षीय मोटरसाइकिल सवार युवक परवेंद्र सिंह जाटव पुत्र राजेंद्र सिंह जाटव मंगलवार को बाइक से आया हुआ था जो शाम 7:00 बजे के लगभग अपने गांव गोहिंदा के लिए वापस जा रहा था तभी भितरवार करेरा मुख्य सड़क मार्ग पर गोहिंदा गांव से कुछ दूरी पहले पडने वाली नहर की पुलिया के पास किसी अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल सवार उक्त युवक को टक्कर मार दी जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।

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    2000 से पत्रकारिता में हूं। दैनिक जागरण झांसी, नवभारत में रिपोर्टर के रूप में काम किया है। दैनिक भास्कर भीलवाड़ा, अजमेर में रिपोर्टर रहा। 2007 से 2013 तक दैनिक भास्कर के मुरैना कार्यालय में ब्यूरो चीफ के रूप मे

The movie ‘Don’ was made with difficulties | मुश्किलों से बनाई गई थी फिल्म ‘डॉन’: प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी के ऊपर 12 लाख का कर्जा था, अमिताभ बच्चन-जीनत अमान ने फ्री में काम किया था

1 घंटे पहले

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नरीमन ईरानी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने प्रोड्यूसर थे। अमिताभ बच्चन की फेमस फिल्म ‘डॉन’ को प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी ने अपना लाखों रुपये का कर्ज उतारने के लिए बनाई थी। लेकिन फिल्म पूरी होती इससे पहले ही उनका एक एक्सीडेंट में निधन हो गया था। हालांकि, फिल्म की शूटिंग रुकी नहीं बल्कि पूरी की गई।

दरअसल, नरीमन ईरानी ने जिंदगी-जिंदगी नाम की एक फिल्म बनाई थी, जो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई थी। इसी फिल्म के चलते उनके ऊपर लाखों का कर्जा हो गया था।

अमिताभ बच्चन-जीनत अमान और डायरेक्टर चंदर बरोट से नरीमन की मुलाकात फिल्म ‘रोटी कपड़ा और मकान’ के दौरान हुई थी। इस फिल्म में नरीमन बतौर सिनेमैटोग्राफर काम कर रहे थे।

इस फिल्म के एक्टर्स और डायरेक्टर का नरीमन ईरानी से अच्छा संबंध था। वो सभी जानते थे कि प्रोड्यूसर काफी कर्जे में हैं। अच्छे रिश्ते के चलते इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, जीनत अमान और फिल्म के डायरेक्टर चंदर ने इस फिल्म के लिए किसी तरह की फीस नहीं ली थी। उन्होंने इस फिल्म में फ्री में काम किया था।

अमिताभ बच्चन-जीनत अमान और डायरेक्टर चंदर का कहना था कि जब फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन करेगी, तो ही हम पैसे लेंगे।

कोई नहीं खरीदना चाहता था ‘डॉन’ की स्क्रिप्ट

चंदर बरोट और नरीमन ईरानी से पहले कोई भी सलीम-जावेद से डॉन की स्क्रिप्ट खरीदने को तैयार नहीं था। देव आनंद, प्रकाश मेहरा और जीतेंद्र ने इसे रिजेक्ट कर दिया था। उस समय तक स्क्रिप्ट को कोई टाइटल भी नहीं दिया गया था। डॉन स्क्रिप्ट का महज एक किरदार था। जब नरीमन ईरानी ने सलीम खान को अप्रोच किया तो उन्होंने कहा- ‘हमारे पास एक ब्रेकफास्ट स्क्रिप्ट पड़ी है, जो कोई नहीं ले रहा है।’ इस पर ईरानी ने कहा, ‘चलेगा’। इस तरह ‘डॉन’ फ्लोर तक पहुंची।

मनोज कुमार ने दी थी सलाह

फिल्म शुरू करने से पहले नरीमन ने मनोज कुमार को फिल्म की स्क्रिप्ट सुनाई थी। कहानी सुनने के बाद मनोज कुमार ने उन्हें कुछ सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि फिल्म एक्शन से भरपूर है, इसलिए सेकंड हाफ के बाद एक गाना डाल दो। मनोज कुमार की बात मानकर नरीमन म्यूजिक कंपोजर कल्याण जी आनंद के पास गए। जब उन्होंने म्यूजिक कंपोजर को पूरी बात बताई तो इसके बाद ही फिल्म का फेमस गाना ‘खइके पान बनारस वाला’ बनाया गया।

अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन की कहानी को सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखा था। इसके डायरेक्टर चंदर थे। ‘डॉन’ की शूटिंग पूरी होने से पहले ही नरीमन ईरानी का निधन हो गया था। कमालिस्तान स्टूडियो में हुई दुर्घटना में प्रोड्यूसर की जान चली गई थी। लेकिन फिल्म की शूटिंग नहीं रोकी गई। ईरानी की पत्नी सलमा और फिल्म की बाकी टीम ने इस फिल्म को पूरा करने में अपनी जी-जान लगा दी थी।

रिपोर्ट्स की मानें तो डॉन की रिलीज के बाद किसी तरह की पब्लिकसिटी या प्रमोशन नहीं किया गया था। ये साल 1978 की तीसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई थी।

Maratha Reservation: भूख हड़ताल जारी रखेंगे मनोज जारांगे पाटिल, रास्ता रोको आंदोलन की दी चेतावनी

Manoj Jarange Patil: मनोज जारांगे ने आरक्षण विधेयक का स्वागत किया, लेकिन तर्क दिया कि जो आरक्षण प्रस्तावित किया गया है। वह समुदाय की मांग के अनुसार नहीं है।

By Kushagra Valuskar

Publish Date: Wed, 21 Feb 2024 04:11 PM (IST)

Up to date Date: Wed, 21 Feb 2024 04:11 PM (IST)

Maratha Reservation: भूख हड़ताल जारी रखेंगे मनोज जारांगे पाटिल, रास्ता रोको आंदोलन की दी चेतावनी
मनोज जारांगे पाटिल (फाइल फोटो)

एएनआई, मुंबई। Maratha Reservation, Manoj Jarange Patil: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल ने सेज सोयरे अध्यादेश अधिसूचना को लागू करने की मांग को लेकर 3 मार्च को राज्यव्यापी रास्ता रोके की घोषणा की। महाराष्ट्र विधानसभा ने मंगलवार को शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण के लिए मराठा रिजर्वेशन विधेयक पारित किया। मनोज जारांगे ने शिंदे सरकार पर ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण न देकर समुदाय को धोखा देने का आरोप लगाया है।

मनोज जारांगे ने कहा

मराठाओं को जाति-आधारित आरक्षण प्रदान करने के लिए आंदोलन का नेतृत्व करने वाले कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने आरक्षण विधेयक का स्वागत किया, लेकिन तर्क दिया कि जो आरक्षण प्रस्तावित किया गया है। वह समुदाय की मांग के अनुसार नहीं है।

सेज सोयरे कानून पारित करने की मांग

उन्होंने कहा कि हमें आरक्षण चाहिए जिसके हम हकदार हैं। हमें उन लोगों को ओबीसी के तहत आरक्षण दें। जिनके कुनबी होने का प्रमाण मिल है। जिनके पास कुनबी होने का सर्टिफिकेट नहीं है। उनके लिए सेज सोयरे का कानून पारित करें।

10 फरवरी से भूख हड़ताल पर पाटिल

बता दें पाटिल ने मराठों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग करते हुए 10 फरवरी को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की। वह कुनबी मराठों के रक्त संबंधियों पर मसौदा अधिसूचना को कानून में बदलने की मांग कर रहे हैं। मराठा समुदाय ओबीसी श्रेणी के तहत शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहा है।

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    माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से मास कम्युनिकेशन स्नातक कुशाग्र वालुस्कर नईदुनिया डिजिटल में सीनियर सब एडिटर के पद पर हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माह

मप्र के सीएम डॉ मोहन यादव बोले- कुछ लोगों का मन डांवाडोल है, आज नहीं तो कल भाजपा में आएंगे

मप्र के सीएम डॉ मोहन यादव ने पूर्व सीएम कमल नाथ और सांसद नकुल नाथ का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों का मन डांवाडोल है, लेकिन आज नहीं तो कल वो भी भाजपा में आएंगे।

By Hemant Kumar Upadhyay

Publish Date: Thu, 22 Feb 2024 06:56 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 22 Feb 2024 06:56 AM (IST)

मप्र के सीएम डॉ मोहन यादव बोले- कुछ लोगों का मन डांवाडोल है, आज नहीं तो कल भाजपा में आएंगे

HighLights

  1. मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने कमल नाथ पर साधा निशाना :
  2. एक मार्च को लाड़ली बहनों के खाते में आएंगे पैसे
  3. मप्र के सीएम डा. मोहन यादव ने बुधवार को कमल नाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में रोड शो किया।

नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा । मप्र के सीएम डाॅ. मोहन यादव ने बुधवार को कमल नाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में रोड शो किया। उन्होंने कहा कि जो भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं, उनका स्वागत है। इसलिए नहीं कि पार्टी बढ़ रही है, बल्कि इसलिए क्योंकि ये लोग देश के विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने पूर्व सीएम कमल नाथ और सांसद नकुल नाथ का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों का मन डांवाडोल है, लेकिन आज नहीं तो कल वो भी भाजपा में आएंगे।

पोला ग्राउंड पर आयोजित मुख्य समारोह में मंच पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री व कमल नाथ के करीबी अज्जू ठाकुर समेत अमरवाड़ा ब्लाक के 12 सरपंच भाजपा में शामिल हुए। पांढुर्णा के 12 पार्षदों ने भी भाजपा की सदस्यता ली। मुख्यमंत्री ने 103 करोड़ की लागत के 36 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया।

मुख्यमंत्री डा.यादव ने बुधवार को बालाघाट की सभा में कहा कि मार्च माह में महाशिवरात्रि और होली जैसे बड़े त्योहार हैं। इसके लिए पैसों की जरूरत पड़ेगी। इसलिए इस बार लाड़ली बहना योजना के तहत एक मार्च को ही बहनों के खातों में 1250 रुपये डाल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने 761 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन भी किया।

बालाघाट में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए सीएम ने कहा कि पूरे देश के साथ कांग्रेस के बड़े नेता संसद के अंदर भाजपा के साथ सुर से सुर मिलाकर कह रहे हैं कि अबकी बार 400 पार, तीसरी बार भाजपा सरकार। इससे साबित होता है कि ये पक्ष, विपक्ष, प्रकृति व परमात्मा की मर्जी है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराया था, वे अभागे हैं। मुख्यमंत्री ने बालाघाट, मंडला में आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने की घोषणा की।

मोदी ने सबकी बोलती बंद कर दी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेईमानों के घर के अंदर घुसकर उनकी बोलती बंद की है। जितने लोग चिल्ला रहे हैं, वे सब जमानत पर हैं। उन्होंने कहा कि कोई बाहर नहीं रहने वाला, सब अंदर जाने वाले हैं। उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री बनाने के भाजपा के फैसले पर कहा कि सबसे पीछे की पंक्ति का कार्यकर्ता कब प्रथम कुर्सी में आकर बैठ जाएगा, यह सब भाजपा में ही मुमकिन है। इसके सबसे बड़े उदाहरण वह खुद हैं।

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    प्रिंट मीडिया में कार्य का 33 वर्ष का अनुभव। डिजिटल मीडिया में पिछले 9 वर्ष से कार्यरत। पूर्व में नवभारत इंदौर और दैनिक जागरण इंदौर में खेल संपादक और नईदुनिया इंदौर में संपादकीय विभाग में अहम जिम्‍मेदारियों का

Aaj Ka Rashifal 22 Feb 2024: आज सफलता का दिन, जो काम करेंगे पूरा होगा

Aaj Ka Rashifal 22 Feb 2024: आज का दिन भागदौड़ से भरा रह सकता है। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन होने से आपको काम के चलते बाहर जाना पड़ सकता है।

By Arvind Dubey

Publish Date: Thu, 22 Feb 2024 05:23 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 22 Feb 2024 05:23 AM (IST)

Aaj Ka Rashifal 22 Feb 2024: आज सफलता का दिन, जो काम करेंगे पूरा होगा
22 फरवरी 2023, गुरुवार का राशिफल

HighLights

  1. मेष: आज आपको कोई विशेष पद या दायित्व कार्यक्षेत्र में मिल सकता है।
  2. वृषभ: आज का दिन अत्यधिक परिश्रम वाला रहेगा।
  3. मिथुन: यदि शेयर मार्केट का काम कर रहे हैं तो दिन ठीक नहीं।

Aaj Ka Rashifal 22 Feb 2024: आज दिनांक 22 फरवरी 2024, गुरुवार को विक्रम संवत 2080, मास अमांत माघ, मास पूर्णिमांत माघ और तिथि त्रयोदशी है। यहां पढ़ें सभी 12 राशियों का दैनिक भविष्यफल

आज आप स्वस्थ महसूस करेंगे। साथ ही आज आपको कोई विशेष पद या दायित्व कार्यक्षेत्र में मिल सकता है। नौकरी में यदि प्रयास कर रहे हैं, तो आज आपको सफलता मिलना निश्चित हैं। व्यापार-व्यवसाय में आर्थिक सहयोग मिलेगा।

वृषभ दैनिक राशिफल (Taurus Horoscope At this time)

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आज का दिन अत्यधिक परिश्रम वाला रहेगा। कार्यक्षेत्र में भी बहुत मेहनत रहेगी। स्वास्थ्य में कुछ परेशानी उत्पन्न हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय में अपने साझेदारों से सतर्क रहें।

मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Horoscope At this time)

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आज आप का दिन परेशानियों से भरा रह सकता है। आपका पुराना कोई विवाद फिर से सामने आ सकता है। आज कार्यक्षेत्र में आर्थिक स्थिति में गिरावट महसूस करेंगे। यदि शेयर मार्केट का काम कर रहे हैं तो आज का दिन आपके लिए ठीक नहीं है।

कर्क दैनिक राशिफल (Most cancers Horoscope At this time)

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आज का दिन महत्वपूर्ण है। कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर रहेगी। आर्थिक सहयोग मिलेगा। कोई नया कार्य शुरू कर सकते हैं। परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेंगे।

सिंह दैनिक राशिफल (Leo Horoscope At this time)

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आज का दिन अच्छा है। पिछले दिनों से जिस कार्य विशेष के लिए सोच रहे हैं, वो पूरा होगा। कोर्ट केस में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में आर्थिक लाभ मिलेगा। परिवार में माहौल अच्छा रहेगा।

कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Horoscope At this time)

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आज का दिन भागदौड़ से भरा रह सकता है। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन होने से आपको काम के चलते बाहर जाना पड़ सकता है। वाहन का उपयोग संभाल कर करें। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।

तुला दैनिक राशिफल (Libra Horoscope At this time)

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आज वाहन का उपयोग संभल कर करें। लंबी यात्रा पर जाना पड़ सकता है। मौसम के हिसाब से परिवार में किसी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। मानसिक चिंता बनी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय में आर्थिक नुकसान हो सकता है।

वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Horoscope At this time)

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आज आप चाहें, तो कोई नया कार्य शुरू कर सकते हैं। कुछ लोगों का आर्थिक सहयोग मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। साथी आपको परिवार में मान सम्मान मिलेगा।

धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Horoscope At this time)

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आज आप कोई नया वाहन मकान खरीदने का प्लान कर सकते हैं। परिवार व मित्रों से सहयोग मिलेगा। नौकरी के प्रयास में सफलता मिल सकती है। व्यापार आदि में लाभ प्राप्त होगा।

मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Horoscope At this time)

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आज कोई दुखद समाचार मिल सकता है। परिवार या मित्रों में किसी को खोने से मन उदास रहेगा। स्वास्थ्य में गिरावट महसूस करेंगे। व्यापार-व्यवसाय में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Horoscope At this time)naidunia_image

आज आपका दिन अच्छा रहेगा। स्वास्थ्य में गिरावट महसूस हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय में बड़ा जोखिम ना उठाएं। किसी लड़की को बड़ी धनराशि उधार के रूप में ना दें। शेयर मार्केट बड़ा निवेश ना करें।

मीन दैनिक राशिफल (Pisces Horoscope At this time)

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दिन अच्छा रहेगा। कोई नया बड़ा कार्य मिल सकता है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेंगे। कार्य विशेष के लिए लंबी यात्रा आदि पर जा सकते हैं।

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    करियर की शुरुआत 2006 में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के हिंदी सांध्य दैनिक ‘प्रभात किरण’ से की। इसके बाद न्यूज टुडे और हिंदी डेली पत्रिका (राजस्थान पत्रिका समूह) में सेवाएं दीं। 2014 में naidunia.com से डिजिटल की

Lok Sabha Elections 2024: बिहार में कितने मतदाता, कितने लोग पहली बार देंगे वोट, मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया सबकुछ

Lok Sabha Elections 2024: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि बिहार में 7.64 करोड़ मतदाता हैं। जिनमें चार करोड़ पुरुष और 3.6 करोड़ महिलाएं है। राजीव ने बताया, ‘21680 वोटर्स 100 साल से अधिक उम्र के हैं।’

By Kushagra Valuskar

Publish Date: Wed, 21 Feb 2024 04:27 PM (IST)

Up to date Date: Wed, 21 Feb 2024 04:36 PM (IST)

Lok Sabha Elections 2024: बिहार में कितने मतदाता, कितने लोग पहली बार देंगे वोट, मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया सबकुछ
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार

एएनआई, पटना। Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव इस साल होने वाले हैं। इसके लिए राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करना शुरू कर दिया है। चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बिहार के दौरे पर है। उन्होंने बुधवार को पटना में प्रेस को संबोधित किया।

100 साल से अधिक उम्र के 21,680 मतदाता

उन्होंने कहा कि बिहार में 7.64 करोड़ मतदाता हैं। जिनमें चार करोड़ पुरुष और 3.6 करोड़ महिलाएं है। राजीव ने बताया, ‘21680 वोटर्स 100 साल से अधिक उम्र के हैं। 9.26 लाख पहली बार वोटिंग करेंगे।’ मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मृत्यु और वोटर्स के दूसरी जगह स्थानांतरित होने के कारण 16.7 लाख नाम हटाए जा चुके हैं।

#WATCH | Patna: On preparations for 2024 Lok Sabha elections, Chief Election Commissioner Rajiv Kumar says, “In Bihar, there are 7.64 crore voters of which 4 crore are male and three.6 crore are feminine… 21,680 voters are above 100 years of age. 9.26 lakhs are first-time voters…… pic.twitter.com/PnKy3SKwKF

— ANI (@ANI) February 21, 2024

राष्ट्रीय और राज्य स्तर पार्टियों के साथ बैठक

राजीव कुमार ने कहा, ‘मैं लोगों से अपील करता हूं। वे बिना किसी डर के वोट करने जाएं। हमनें राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों के साथ बैठक की। उनके पास कुछ मुद्दे और हमारे लिए सुझाव हैं।’ उन्होंने कहा कि वे मतदाता सूची से वोटर्स के नाम हटाने, नए जोड़े गए मतदाताओं को वोटर आईडी कार्ड जारी करने और मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती चाहते हैं।

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    माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से मास कम्युनिकेशन स्नातक कुशाग्र वालुस्कर नईदुनिया डिजिटल में सीनियर सब एडिटर के पद पर हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माह

Vicky Kaushal Father Interview; Sham Kaushal On His Most cancers Battle | भास्कर इंटरव्यू में रोए विक्की कौशल के पिता शाम कौशल: बताया- कैंसर हुआ तो मरना चाहता था, लेकिन हिम्मत नहीं हुई; बाद में 5 फिल्मफेयर जीते

24 मिनट पहलेलेखक: आकाश खरे

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शाम कौशल.. वैसे तो इस नाम को किसी भी तरह के इंट्रोडक्शन की जरूरत नहीं है। पर फिर भी उन्हें अच्छा लगता है जब लोग उन्हें विक्की कौशल के पापा कहकर इंट्रोड्यूस करते हैं।

खुद शाम ने 80 के दशक में बतौर स्टंटमैन अपना करियर शुरू किया था। फिर 1990 में वो पहली बार मलयालम फिल्म ‘इंद्रजालम’ से एक्शन डायरेक्टर बने। शाम अपने करियर में गैंग्स ऑफ वासेपुर, भाग मिल्खा भाग, पद्मावत, टाइगर जिंदा है और सिंबा समेत कई सुपरहिट फिल्मों के एक्शन डायरेक्ट कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ और ‘मिशन इम्पॉसिबल’ जैसी हॉलीवुड फिल्मों का भी एक्शन डायरेक्ट किया। शाहरुख खान स्टारर ‘अशोका’ और आमिर खान की ‘दंगल’ में एक्टिंग भी की।

करियर में 5 फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने वाले इकलौते एक्शन डायरेक्टर शाम कौशल ने इस इंटरव्यू में पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ, बेटे-बहू और लाइफ के अप्स एंड डाउन्स पर बात की। आप भी पढ़िए…

यह तस्वीर शाम कौशल के करियर के शुरुआती दौर की है। उन्होंने बॉलीवुड में बतौर स्टंटमैन अपने करियर की शुरुआत की थी।

यह तस्वीर शाम कौशल के करियर के शुरुआती दौर की है। उन्होंने बॉलीवुड में बतौर स्टंटमैन अपने करियर की शुरुआत की थी।

सवाल: एक दौर में आप सेल्स रिप्रेजेंटेटिव थे और फिर अचानक से एक्शन फील्ड में कैसे आ गए?
देखिए दो चीजें होती हैं। कोई काम या तो आप पैशन से करते हैं या मजबूरी में करते हैं। मुझे लगता है कि जो काम आप मजबूरी में करते हैं तो उसका पुश हमेशा थोड़ा ज्यादा होता है। मैं गांव से गरीब से घर से मुंबई में रोटी कमाने आया था। मेरा कुछ ऐसा तो था नहीं कि मैं फिल्म लाइन में हीरो बनने आया था। मेरा मोटिवेशन तो था कि मैं मां-बाप को पैसे भेजता रहूं और वो वहां गांव में सुकून से रह सकें। शुरू मैं तो सेल्स का काम करता था और मेरे पास रहने की भी जगह नहीं थी तो ऑफिस में ही सोया करता था। फिर कुछ पंजाबी लोग मिले जो फिल्मों में स्टंट बॉय थे तो उनके साथ फिल्म सेट तक आ गया। शुरुआत में तो मुझे यह काम भी अच्छे से नहीं आता था। खूब गिरता-पड़ता था और चोटें लगती थीं पर मेरा ध्यान कभी उस तरफ नहीं गया क्योंकि मेरा मोटिवेशन स्ट्रॉन्ग था कि काम मिलेगा, पैसा आएंगे तो पिताजी को भेज पाऊंगा। फिर इस तरह मैंने 10 साल तक स्टंटमैन के तौर पर काम किया। यह बहुत ही लोएस्ट लेवल का ग्राउंडेड काम होता है और यहीं से मेरे अंदर विनम्रता आई। फिर 86 में घर ले पाया और फिर शादी हुई। मेरे दोनों बच्चे भी ऐसे घर में पैदा हुए जहां छोटा सा कमरा था, उसी में किचन था और छत के तौर पर शीटें पड़ी हुई थीं।

अपनी मां के साथ शाम कौशल। शाम का पैतृक गांव पंजाब के होशियारपुर में है।

अपनी मां के साथ शाम कौशल। शाम का पैतृक गांव पंजाब के होशियारपुर में है।

सवाल: आपने अपनी पर्सनल लाइफ का जिक्र बहुत ही कम किया है। वाइफ वीना कौशल जी से आपकी अरेंज मैरिज हुई थी ? मुलाकात कैसे हुई ?
मां-बाप हमेशा कहते रहते थे कि शादी कर ले और मैं यह बोलकर टाल देता कि जब तक घर नहीं खरीद लूंगा तब तक नहीं करूंगा। बात 1986 की है, जब फिल्म लाइन की स्ट्राइक चालू थी। मैंने मुंबई से ट्रेन पकड़ी और घर चला गया। शाम को मां चूल्हे पर रोटी बनाते हुए बोलीं कि तू 30 साल का हो गया है, घर भी ले लिया है, अब शादी कर ले? मैं भी मूड में था तो मां को बोल दिया कि मुझे एक हफ्ते बाद मुंबई वापस जाना है तब तक तू किसी लड़की को देखकर कर दे मेरा ब्याह।

मां ने अगले दिन ही एक फैमिली को बुला लिया। अब मैं भी गया उनसे मिला तो मैंने मिसेज की मम्मी से सीधा बोल दिया कि मैं सिगरेट पीता हूं, शराब भी पीता हूं.. अभी भी मेरे पिताजी का इंतजार करना हो तो आप कर लीजिए। अब पता नहीं उनको मेरी क्या चीज अच्छी लगी, वो इतना सुनकर भी रुक गए। मैंने बस इतना जरूर कहा कि मैं मेहनती इतना हूं कि आपकी लड़की को भूखा नहीं रखूंगा।

बस इस तरह बात पक्की हो गई और मेरी शादी हो गई। दो-तीन दिन बाद मिसेज को लेकर मुंबई आ गया। जब मैं उनको लाया तो मेरे कमरे में सिर्फ एक गद्दा, एक चटाई और चाय बनाने का ही समान था। फिर पहले तो हमने दोस्तों के घर दोपहर का लंच किया। फिर शाम में मैं बाजार से आटा रखने के एल्यूमीनियम का डब्बा और बाकी घर-गृहस्थी के सामान लेकर आया। फिर रात में मिसेज ने सबके लिए रोटी बनाई। आज भी हमारे घर में आटे का वो ही डिब्बा रखा हुआ है।

शाम ने 1990 में रिलीज हुई मोहनलाल स्टारर मलयालम फिल्म 'इंद्रजालम' से बतौर एक्शन डायरेक्टर करियर की शुरुआत की थी।

शाम ने 1990 में रिलीज हुई मोहनलाल स्टारर मलयालम फिल्म ‘इंद्रजालम’ से बतौर एक्शन डायरेक्टर करियर की शुरुआत की थी।

सवाल: लाइफ का सबसे खराब फेज कौन सा रहा?
पहले मैं अपनी लाइफ का यह इंसीडेंट किसी से शेयर नहीं करता था पर अब करने लगा हूं। 2003 में मैं लद्दाख से फिल्म ‘लक्ष्य’ की शूटिंग खत्म करके आया था। अचानक से मेरी तबियत खराब हुई और मुझे हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा। काफी सारे टेस्ट के बाद पता चला कि मेरे पेट में इंफेक्शन है और फिर डॉक्टर्स को सर्जरी करनी पड़ी। अब जब मैं ऑपरेशन थिएटर में था तो डॉक्टर्स ने नाना (पाटेकर) जी को बुलाया। वो मेरे बहुत क्लोज फ्रेंड हैं तो जिस दौरान मैं ऑपरेशन थिएटर में पड़ा हुआ था तब नाना जी ने सारे काॅल लिए। जब मुझे होश आया तो देखा कि पेट पर काफी पटि्टयां लगी हुई है। मेरा पेट 3 से 4 जगह से कटा हुआ था। फिर मुझे पता चला कि डॉक्टर्स को डाउट था कि मेरे पेट के अंदर जो इंफेक्शन था वो कहीं कैंसर तो नहीं था? फिर जब उस टेस्ट का रिजल्ट आया तो पता चला कि मुझे कैंसर था और डॉक्टर्स का कहना था कि मेरा बचना मुश्किल है।

फिर तो मैंने सोचा कि मैं ऐसे कमजोर होकर नहीं जी सकता। मैंने तय कर लिया कि रात में हॉस्पिटल की खिड़की से कूदकर सुसाइड कर लूंगा। तो रात को जब मैंने उठने की कोशिश की तो मुझसे उठा नहीं गया क्योंकि मेरे पेट पूरा कटा हुआ था।

फिर मैंने वहीं बिस्तर पर लेटे-लेटे भगवान से बात की कि मैं 48 साल का हो गया हूं और मैं कहां से छोटे से गांव के गरीब से घर से आया था तो मेरे को चाहो तो आप मुझे ले जाओ, कोई गम नहीं.. पर मुझे यहां पर कमजोर मत रखना। तो ऊपरवाले से यह बात करके मेरा डर निकल गया। इसके बाद मैं 50 दिन हॉस्पिटल में और रहा और आज मैं एक दम ठीक ठाक हूं। मैं यह मान कर चलता हूं कि मैंने तब भगवान से 10 साल मांगे थे कि मेरे बच्चे छोटे हैं, उनको बड़ा हो जाने दो। आज इस बात को 20 साल हो गए हैं तो मैं तो भगवान की दी हुई उधार की जिंदगी जी रहा हूं।

मैं यह कहानी सबसे सिर्फ इसलिए शेयर करता हूं ताकि मैं लोगों से कह सकूं कि कभी भी उम्मीद मत छोड़ो। मेरी लाइफ का बेस्ट फेज और मेरे बच्चों का भी बेस्ट फेज उसके बाद आया। इतने सारे अवॉर्ड्स मिले और सब बेस्ट काम मैंने उस इंसीडेंट के बाद ही किया। ‘धूम’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘गुंडे’, ‘ब्लैक फ्राइडे’, ‘दंगल’, ‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘पद्मावत’ जैसी फिल्में मुझे उसके बाद ही मिला। तो हमेशा याद रखिए कि बुरे वक्त में उम्मीद नहीं खोना है क्योंकि अच्छा वक्त उसी बुरे वक्त के गुजरने के बाद आता है।

(बाएं से) छोटे बेटे सनी कौशल, पत्नी वीणा कौशल, बहू कटरीना कैफ और बड़े बेटे विक्की कौशल के साथ शाम कौशल।

(बाएं से) छोटे बेटे सनी कौशल, पत्नी वीणा कौशल, बहू कटरीना कैफ और बड़े बेटे विक्की कौशल के साथ शाम कौशल।

सवाल: आपने हमेशा एक आम आदमी की तरह ही जीवन बिताया है। आपको दोनों बेटों ने भी आम कलाकारों की तरह ही बॉलीवुड में एंट्री ली। अब बेटा भी सुपरस्टार है और बहू भी। घर में और जीवन में कितने चेंजेस आए है?
चेंजेस तो सोच में आते हैं और हम सभी की सोच हमेशा से वही है। मेरा मानना है कि हम बच्चों को कुछ दिखा के या बता के सिखा नहीं सकते। बच्चे मां-बाप को जैसा देखते है वैसा ही सीखते हैं। विक्की और सनी भी हमेशा से ग्राउंडेड है क्योंकि उन्होंने हमेशा से मेरा स्ट्रगल देखा है। उन्होंने देखा है कि पापा ने कितनी मेहनत की है, चटाई पर सोए हैं। उनका व्यवहार लोगों के प्रति कैसा है, तो उन्होंने ये सब वहीं से सीखा। फिर बहू आई तो घर में और खुशी आ गई। घर में बेटी नहीं थी तो आज बेटी आ गई।

मेरा मानना है कि लाइफ में आज के लिए ईमानदार रहोगे तो ऊपर वाला आपके फ्यूचर का ध्यान रखेगा। मेरा कहना है कि भगवान से कुछ मांगो मत.. आपके हक में जो होगा वो मिलेगा ही। मेरे को तो ऊपर वाले ने मेरे सपने से ज्यादा ही दिया है, मैं मांगता ही क्या भगवान से? गांव में बिजली हीं नहीं थी.. मैं अंधेरे में क्या मांगता भगवान से?

शाम का कहना है कि वो कटरीना कैफ को घर में बहू नहीं बल्कि बेटी की तरह लेकर आए हैं।

शाम का कहना है कि वो कटरीना कैफ को घर में बहू नहीं बल्कि बेटी की तरह लेकर आए हैं।

सवाल: ‘मसान’ से लेकर ‘सैम बहादुर’ तक एज ए पर्सन, एक्टर एंड सन… विक्की में क्या चेंजेस देखे आपने ?
बतौर बेटा तो कोई भी बदलाव नहीं आया। आज भी उतना ही डांट पड़ती है। सुबह उठकर आज भी पैर छूता.. बिलकुल वैसा ही है जैसा पहले था। बतौर अभिनेता ग्रोथ करता जा रहा है लगातार। अब उसे पता है कि उसके ऊपर किसी प्रोड्यूसर की कितनी बड़ी जिम्मेदारी है तो बतौर एक्टर लगातार ग्रोथ कर रहा है।

मैं आपकाे बताऊं कि एक बाप के लिए इससे बड़ी खुशी की बात नहीं होती कि उसे उनके बेटे के नाम से जाना जाए। मैं ताे लोगों से खुद कहता हूं मुझे मेरे नहीं बल्कि विक्की के नाम से इंट्रोड्यूस कीजिए। मुझे इसमें फक्र महसूस होता है।

विक्की के साथ बचपन की और कुछ साल पहले की तस्वीर में शाम कौशल।

विक्की के साथ बचपन की और कुछ साल पहले की तस्वीर में शाम कौशल।

सवाल: वो मोमेंट कैसा था जब आपने पहली बार विक्की के साथ एक्शन डायरेक्ट किया था?
उसकी डेब्यू फिल्म ‘मसान’ से पहले भी एक फिल्म शूट हुई थी ‘जुबां’, जो ‘मसान’ के बाद रिलीज हुई थी। उसका एक एक्शन सीक्वेंस शूट होना था दिल्ली के बाहर एक स्विमिंग पूल में। हमने उसके साथ नाइट शूट किया और शॉट ओके हो गया। अगली सुबह मैंने टीम से बात की तो मैंने कहा कि विक्की ने बड़ा अच्छा रिएक्शन दिया। जब भी उसके घुटने पर हॉकी पड़ती थी तो वो दर्द वाले एक्सप्रेशन बड़े अच्छे दे रहा था।

तो टीम के एक मेंबर ने बताया कि नहीं पाजी, विक्की ने अपने जूते में एक कंकड़ डाल लिया था और जब-जब वो शॉट देता था तो वो उसके पैरों में चुभता था उससे ये एक्सप्रेशंस आते थे। बाय गॉड, उस पल मुझे खुद पर बहुत गर्व हुआ। मुझे खुशी इस बात की नहीं थी कि मैंने अपने बेटे के साथ काम किया। मुझे खुशी इस बात की थी कि आज मैंने एक बहुत ही अच्छे न्यूकमर के साथ काम किया।

शाम ने हालिया रिलीज शाहरुख खान स्टारर 'डंकी' में भी बेटे विक्की के साथ काम किया था।

शाम ने हालिया रिलीज शाहरुख खान स्टारर ‘डंकी’ में भी बेटे विक्की के साथ काम किया था।

शाम कौशल ने अपने करियर में कई फिल्मों में एक्टिंग भी की है। वो 'दंगल' में आमिर खान के अखाड़े के गुरू के रोल में नजर आए थे।

शाम कौशल ने अपने करियर में कई फिल्मों में एक्टिंग भी की है। वो ‘दंगल’ में आमिर खान के अखाड़े के गुरू के रोल में नजर आए थे।

सवाल: एक दौर था जब हीरो क्लाइमैक्स में विलेन से बदला लेने के लिए एक्शन करता था.. अब न्यू एज सिनेमा में लीड एक्टर शुरू से लेकर अंत तक खुद ही हिंसक रहता है। ऐसी फिल्में आपके लिए क्या चैलेंज लेकर आई हैं ?
पहले 70’s और 80’s में रिवेंज ड्रामा फिल्में बनती थीं। एक हीरो है, एक हीरोइन है और फिर थोड़ी देर बाद एक विलेन इंट्रोड्यूस किया जाता था। वो विलेन, हीरो की मां को या बहन को उठाकर ले जाएगा। फिर क्लाइमैक्स में टिपिकल वो ही कि हीरो जाकर विलेन से अपना बदला लेता था। फिर 90’s में फिल्मों में काफी चेंज आया। वो टिपिकल हीरो-विलेन वाली कहानियां बनना बंद हो गईं और आज के दौर में तो हीरो ही ग्रे कैरेक्टर प्ले करते हैं।

हमारा जो एक्शन होता है वो हमेशा से ही स्टोरी ड्रिवेन रहा है। जैसे-जैसे स्टोरियां बदलती गईं, किरदार बदलते गए.. वैसे-वैसे हमारा एक्शन भी बदलता गया। अब हम भी कहानियों के हिसाब नए तरीके का एक्शन लेकर आते हैं। आज हर चीज स्टोरी ड्रिवेन हो गई है।

करियर में शाम ने शत्रुघ्न सिन्हा, अमिताभ बच्चन से लेकर रणवीर सिंह जैसे आज के दौर के एक्टर्स तक के साथ काम किया है।

करियर में शाम ने शत्रुघ्न सिन्हा, अमिताभ बच्चन से लेकर रणवीर सिंह जैसे आज के दौर के एक्टर्स तक के साथ काम किया है।

सवाल: VFX के इस दौर में किस तरह से आपने अपने काम को बदला है?
ओवरनाइट ताे कोई चीज चेंज नहीं होती है। जब मैं एक्शन डायरेक्टर बना 90’s में तब किसी ने VFX का नाम ही नहीं सुना था। फिर जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आती गई हम उसे वैसे वैसे अडैप्ट करते गए। पहले तो मैंने ‘शक्तिमान’ किया तो उसमें ग्रीन स्क्रीन का काम आया। वहां से मुझे थोड़ी-थोड़ी नॉलेज मिलना शुरू हुई। फिर मैंने ऋतिक रोशन की ‘क्रिश’ की जिसमें बहुत सारा VFX वर्क किया गया था। फिल्म पर फॉरेन से भी कई लोग जुड़े थे। उनके साथ काम करके मैंने नॉलेज जुटाई। आज VFX एक्शन के लिए काफी हेल्पफुल है पर सबसे पहले आपको आना चाहिए कि आपको VFX को कहां और कैसे यूज करना है। तो जब आपको इस बात का ज्ञान होगा तो यकीनन VFX आपके काम को और बेहतर बनाएगा।

वो फिल्म 'अशोका' में शाहरुख खान के साथ एक्टिंग भी कर चुके हैं।

वो फिल्म ‘अशोका’ में शाहरुख खान के साथ एक्टिंग भी कर चुके हैं।

इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान छोटे विक्की और सनी कौशल ने शाहरुख से पहली मुलाकात भी की थी।

इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान छोटे विक्की और सनी कौशल ने शाहरुख से पहली मुलाकात भी की थी।

सवाल: आज हर दूसरी बाॅलीवुड फिल्म में विदेशी एक्शन डायरेक्टर्स को हायर किया जाता है। इस कॉम्पिटीशन से कैसे डील करते हैं ?
मैं इसे कॉम्पिटीशन की तरह तो नहीं देखता। आज अगर आप न्यूयॉर्क जाएंगे तो हमारे यहां के IT के कई बच्चे वहां भरे पड़े हैं। मेरे ख्याल से दुनिया छोटी हो रही है और जिसको जहां पर जो काम का आदमी मिल रहा है वो उससे काम ले रहा है। अब मैंने ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ का एक्शन डिजाइन किया था। उसके डायरेक्टर चाहते तो बाहर से ही एक्शन डायरेक्टर लेकर आ सकते थे पर वो चाहते थे कि फिल्म का एक्शन यहीं का बंदा डिजाइन करे ताकि वो ऑर्गेनिक लगे। तो इसी तरह जब हमारे डायरेक्टर्स बाहर जाकर फिल्म शूट करते हैं तो उन्हें भी बाहर का एक एक्शन डायरेक्टर हायर करना ही पड़ता है। बाकी तो फिर यह डायरेक्टर-प्रोड्यूसर का कॉल होता है कि वो अपनी फिल्ममेकिंग में किससे हेल्प लेना चाहते हैं।

फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' को शाम अपने करियर की सबसे मुश्किल फिल्म मानते हैं।

फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ को शाम अपने करियर की सबसे मुश्किल फिल्म मानते हैं।

सवाल: दंगल एक स्पोर्ट्स फिल्म, बाजीराव मस्तानी एक पीरियड एक्शन ड्रामा और गैंग्स ऑफ वासेपुर एक देसी फिल्म.. तीनों में से किसका एक्शन डायरेक्ट करना मुश्किल था और क्यों?
सच कहूं तो आसान तो कुछ भी नहीं था। मेरा ऐसा है कि मैं जब किसी फिल्म पर जाता हूं और उसके एक्शन सीक्वेंस के बारे में सोचता हूं तो अपना दिमाग एकदम क्लीन स्लेट जैसा कर लेता हूं। फिर मैं सिर्फ उसी स्क्रिप्ट में रहकर सब सोचता हूं।

जैसे जब ‘दंगल’ की तो उसमें पहलवान कैसे करेंगे ? उसके लिए एक कोच हायर किया, उनसे एक्टर्स को ट्रेनिंग दिलवाई। फिर जैसे ‘बाजीराव मस्तानी’ की तो वो एक पीरियड ड्रामा तो उसके कैरेक्टर्स को फील करके उसका एक्शन डिजाइन किया। इस तरह जब आप हर फिल्म की स्क्रिप्ट को जीते हो और उनके किरदारों के पॉइंट ऑफ व्यू से सोचते हो तो अपने आप एक्शन सीक्वेंस डिजाइन हो जाते हैं।

हां, आसान कुछ भी नहीं होता पर फिर भी अगर मैं इन फिल्मों में से एक फिल्म चूज करूं तो मेरे लिए सबसे मुश्किल रहा ‘बाजीराव मस्तानी’ का वॉर सीक्वेंस डिजाइन करना। मेरे साथ यह है कि मैं पर्सनली बहुत सॉफ्ट हूं। आप मुझे बड़े से बड़ा सीक्वेंस दे दीजिए मुझे कभी स्ट्रेस नहीं होता पर जहां पर मुझे थोड़ा भी रिस्क फैक्टर दिखता है तो मैं स्ट्रेस में आ जाता हूं। भगवान से प्रार्थना करता रहता हूं कि किसी को चोट ना लगे।

अब इस फिल्म में जो वॉर सीक्वेंस था उसमें 400-500 घोड़े थे तो पूरे टाइम डर लगता था कि कहीं कोई टकरा ना जाए और किसी को चोट ना लग जाए। कई बार ऐसी सिचुएशन होती है कि लगता था मुझे ही हार्ट अटैक आ जाएगा। कभी-कभी तो मुझे लगता है कि मैं गलत प्रोफेशन में आ गया पर अब क्या करूं.. करना पड़ता है।

इतने सालों तक कई अवॉर्ड्स जीतने और नाम कमाने के बाद भी शाम को अच्छा लगता है जब कोई उन्हें उनके बेटे विक्की कौशल के नाम से जानता है।

इतने सालों तक कई अवॉर्ड्स जीतने और नाम कमाने के बाद भी शाम को अच्छा लगता है जब कोई उन्हें उनके बेटे विक्की कौशल के नाम से जानता है।

सवाल: क्या कभी कोई फिल्म डायरेक्ट करने का विचार आया ? आगे क्या करने की इच्छा है?
नहीं साहब.. कभी नहीं..। मैंने तो जीवन में लोगों से बस लिया ही लिया है। प्रोड्यूसर बनकर किसी को कुछ दे पाना तो मेरे बस की बात नहीं है। मैं उतने में ही खुश रहने वाला इंसान जितना मेरे पास है।

खबरें और भी हैं…
कालेज में कव्वाली से मचा बवाल, प्रोफेसर शेख जलाल की छुट्टी

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रायगढ़ सिटी कालेज प्रबंधन ने सहायक प्राध्यापक शेख जलाल को नौकरी से हटा दिया है। साथ ही बजरंग दल को पत्र लिखकर इसका भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसे कोई भी कार्यक्रम नहीं होंगे, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 22 Feb 2024 01:32 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 22 Feb 2024 01:32 AM (IST)

कालेज में कव्वाली से मचा बवाल, प्रोफेसर शेख जलाल की छुट्टी
कालेज में कव्वाली करते हुए।

HighLights

  1. वार्षिकोत्सव में कराया गया था कव्वाली, इस पर भड़का बजरंग दल
  2. रायगढ़ के मां मंगला कालेज का मामला
  3. सहायक प्राध्यापक शेख जलाल ने छात्र-छात्राओं से एक धार्मिक कव्वाली पर प्रस्तुति दिलवाई।

नईदुनिया प्रतिनिधि, रायगढ़ । शहर के निजी शैक्षणिक समूह मां मंगला ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट के तीन महाविद्यालय सिटी कालेज, मां मंगला कालेज और एसएस कालेज के संयुक्त वार्षिकोत्सव के दौरान कव्वाली का आयोजन किया गया, जिसे वहां के सहायक प्राध्यापक शेख जलाल के द्वारा तैयार करवाया गया था। कालेज के कार्यक्रम में कव्वाली होने के मामला के सामने आते ही बजरंग दल समेत अन्य लोग आक्रोशित हो गए और महाविद्यालय पहुंचकर आंदोलन की चेतावनी दी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रायगढ़ सिटी कालेज प्रबंधन ने सहायक प्राध्यापक शेख जलाल को नौकरी से हटा दिया है। साथ ही बजरंग दल को पत्र लिखकर इसका भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसे कोई भी कार्यक्रम नहीं होंगे, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों।

बजरंग दल ने किया हनुमान चलीसा का पाठ

17 फरवरी को मां मंगला कालेज परिसर में यह वार्षिकोत्सव आयोजित किया गया था। यहां सहायक प्राध्यापक शेख जलाल ने छात्र-छात्राओं से एक धार्मिक कव्वाली पर प्रस्तुति दिलवाई। इसे लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई और कालेज के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। विरोध स्वरूप कालेज के सामने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और कुछ छात्रों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। जिसके बाद कालेज प्रबंधन ने इसे गंभीरता से लेते हुए सहायक प्राध्यापक को नौकरी से निकाल दिया है।

ऐसी चीजों से दूर रहे छात्र-छात्राएं

बजरंग दल के जिला संयोजक विनय दुबे ने धार्मिक कव्वाली को लव जिहाद की ओर धकेलने वाला कदम बताते हुए कहा कि छात्र-छात्राएं ऐसी मानसिकता से दूर रहें। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी जिहादी मानसिकता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और भविष्य में इस तरह से कोई भी आयोजन हुए तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।

कालेज प्रबंधन ने पत्र लिखकर जताया खेद

इस घटना को लेकर कालेज प्रबंधन सहायक प्राध्यापक शेख जलाल को नौकरी से बाहर कर दिया है। साथ ही प्राचार्य ने कालेज प्रबंधन की ओर से बजरंग दल को पत्र जारी करते हुए कहा है कि भविष्य में इस तरह के कोई भी कार्यक्रम नहीं होंगे, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों, साथ ही इस घटना को लेकर खेद भी जताया है।