Ambikapur Information : गुरुग्राम की दो कंपनियों ने ड्रोन से मंगाया सैंपल

Ambikapur Information : गुरुग्राम की दो कंपनियों ने ड्रोन से मंगाया सैंपल

Ambikapur Information : मेडिकल कालेज अंबिकापुर में बुधवार को गुरुग्राम की टेक ईगल व स्काई एयर कंपनी ने ड्रोन तकनीक का सफ़ल ट्रायल किया। अंबिकापुर से उदयपुर तक ड्रोन ने उड़ान भरी। उदयपुर अस्पताल से मरीज का सैंपल कोल्ड चैन मेंटेन करते हुए ड्रोन से भेजा गया।

By Asim Sen Gupta

Publish Date: Thu, 22 Feb 2024 01:23 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 22 Feb 2024 01:23 AM (IST)

नईदुनिया प्रतिनिधि अंबिकापुर। मेडिकल कालेज अंबिकापुर में बुधवार को गुरुग्राम की टेक ईगल व स्काई एयर कंपनी ने ड्रोन तकनीक का सफ़ल ट्रायल किया। अंबिकापुर से उदयपुर तक ड्रोन ने उड़ान भरी। उदयपुर अस्पताल से मरीज का सैंपल कोल्ड चैन मेंटेन करते हुए ड्रोन से भेजा गया। हवा की दिशा में उड़ान भरते समय अंबिकापुर से उदयपुर तक 30 किलोमीटर की हवाई यात्रा 27 मिनट में पूरी की गई। वापसी में तेज हवा और हवा की विपरीत दिशा में उड़ान भरने के कारण उदयपुर से अंबिकापुर मेडिकल कालेज तक पहुंचने में ड्रोन को 32 मिनट का समय लगा। इसके पहले बंगलुरू की रेड विंग कंपनी ने भी स्वास्थ्य सुविधा में ड्रोन तकनीक का सफलतापूर्वक ट्रायल किया है।

डीन डा रमनेश मूर्ति की उपस्थिति में ट्रायल पूरा किया गया। अभी तक के ट्रायल से अनुमान है कि अधिकतम 25 से 35 मिनट में ड्रोन से सैंपल,दवाई, वैक्सीन आपात स्थिति में उदयपुर अस्पताल भेजा जा सकता है। इतनी ही अवधि में उदयपुर अस्पताल में भर्ती मरीज के सैंपल जांच के लिए मेडिकल कालेज भेजे जा सकते हैं। अब इस सुविधा के लिए सिर्फ एक ड्रोन कंपनी का ट्रायल शेष बचा है। उस कंपनी के ट्रायल के बाद मेडिकल कालेज अस्पताल प्रबंधन कंपनियों के कार्यदक्षता,मानव संसाधन,कार्यकुशलता और कार्यानुभव के आधार पर किसी एक कंपनी को अधिकृत करेगी। अगले तीन माह तक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में छत्तीसगढ़ का राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कालेज अंबिकापुर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर ड्रोन तकनीक से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएगा।भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना ड्रोन टेक्निक इन हेल्थ केयर के तहत इन दोनों स्वास्थ्य संस्थाओं का चयन कर स्व सहायता समूह से जुड़ी दो बहनों को रिमोट पायलट कोर्स का प्रशिक्षण भी दे दिया गया है।

मालूम हो कि इस सुविधा को उपलब्ध कराने में संबंधित कंपनी के दक्ष कर्मचारियों के साथ रिमोट पायलट आरती अंबिकापुर और संध्या उदयपुर में सेवाएं देंगी।मालूम हो कि इस तकनीक में कम समय में दवा,सैंपल,इंजेक्शन भेजने की सुविधा होगी।सड़क मार्ग बाधित होने की स्थिति में भी ड्रोन से जरूरी दवाओं और सैंपल के साथ जांच रिपोर्ट भेजा सकेगा।

एटीएस से अनुमति के बाद ड्रोन की उड़ान

एयर ट्रैफिक सर्विसेज रायपुर और कोलकाता के माध्यम से ही ड्रोन उड़ान भर सकता है। बुधवार को इसके लिए पहले रायपुर को सूचना दी गई। उनके परामर्श अनुरूप एटीएस कोलकाता से लिखित अनुमति मिलने के बाद जमीन से 120 मीटर की ऊंचाई तक ड्रोन को ले जाया गया। ड्रोन इसी ऊंचाई पर उड़ान भरते हुए उदयपुर गया और वहां से वायस लौटा।

कई राज्यों में सेवा दे रही दोनों कंपनियां

अंबिकापुर मेडिकल कालेज में ट्रायल देने पहुंची टेक ईगल कंपनी एम्स ऋषिकेश,एम्स गुवाहाटी से जुड़कर दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा में योगदान दे रही है। मेघालय में भी यह कंपनी सेवारत है। इसी प्रकार स्काई एयर ड्रोन कंपनी गुरुग्राम द्वारा हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा तथा उत्तरप्रदेश के रायबरेली में भी सेवाएं दी जा रही है। अंबिकापुर मेडिकल कालेज में अनुभव के आधार पर ही किसी भी कंपनी का चयन होगा।

यह जानना जरूरी

0 ड्रोन से पांच किलोग्राम तक सामग्री भेजी जा सकती है।

0 दो बैटरी का उपयोग होने से 120 किलोमीटर हवाई मार्ग तक इसका उपयोग किया जा सकता है।

0 4000 मीटर की ऊंचाई क्षमता के भी हैं ड्रोन ,अनुमति मिलने पर ही इतनी ऊंचाई तक उड़ाई जा सकती है ड्रोन

0 एयरक्राफ्ट जितना हल्का होगा वह उतना ही बेहतर।हवा की गति और विपरीत मौसम में यह खुद को नियंत्रित कर लेता है।

0 जीपीएस आधारित एयरक्राफ्ट का लोकेशन भी देखा जा सकता है।