Pets Care Information: शहर में सर्दी का प्रकोप अब कम होने लगा है। दिन में तेज धूप खिल रही है, जबकि रात के समय में भी अब हल्की सर्दी ही बची है। ऐसे में ये मौसम पालतू के बालों की ट्रिमिंग कराने के लिए सबसे उपयुक्त है।
By anil tomar
Publish Date: Thu, 15 Feb 2024 12:24 PM (IST)
Up to date Date: Thu, 15 Feb 2024 12:24 PM (IST)
HighLights
- ये मौसम पालतू के बालों की ट्रिमिंग कराने के लिए सबसे उपयुक्त है
- मौसम में पालतू के बालों की ट्रिमिंग कराने से उसे कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद मिलेगी
Pets Care Information: ग्वालियर। शहर में सर्दी का प्रकोप अब कम होने लगा है। दिन में तेज धूप खिल रही है, जबकि रात के समय में भी अब हल्की सर्दी ही बची है। ऐसे में ये मौसम पालतू के बालों की ट्रिमिंग कराने के लिए सबसे उपयुक्त है। इस मौसम में पालतू के बालों की ट्रिमिंग कराने से उसे कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद मिलेगी, तो वहीं गर्मी शुरू होते ही पालतू के बाल झड़ने से घर में होने वाली गंदगी से भी बचाव हो सकेगा। यही कारण है कि कई वेटरनरी डाक्टर इस मौसम में ही पालतू के बालों को ट्रिम कराने की सलाह दे रहे हैं, तो वहीं कई पैट सैलून पर अब ट्रिमिंग के लिए लोग अपने पालतू को लेकर पहुंच रहे हैं।
दरअसल, सर्दी की शुरूआत के साथ ही स्वान और बिल्ली के शरीर में प्राकृतिक रूप से बाल घने और मोटे होना शुरू हो जाते हैं, ताकि उनकी त्वचा ठंड से बच सके। जैसे-जैसे ठंड कम होने लगती है, वैसे-वैसे स्वान और बिल्ली के शरीर से बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं, क्योंकि सर्दी का कोट घना होता है जबकि इन पालतू को गर्मी ज्यादा लगती है। ऐसे में स्वान और बिल्ली अक्सर अपने फर की आंतरिक परत को गिरा देते हैं। यह परत जब गिरने लगती है, तो बाल झड़ते हैं और घरों में ज्यादा गंदगी नजर आती है। जब बाल झड़ जाते हैं, तो यह हल्की आंतरिक परत अधिक हवा को फर में प्रवेश करने की अनुमति देती है, जिससे स्वान और बिल्ली का शरीर ठंडा रहता है। इस पूरी प्रक्रिया में 20 से 30 दिन का समय लगता है। इस पूरी अवधि घरों में स्वान और बिल्ली के बाल फैले रहते हैं। ऐसे में वेटरनरी डाक्टर इसी मौसम में पालतू के बालों को ट्रिम कराने के लिए कह रहे हैं।
ट्रिमिंग से ये होगा फायदा
गर्मी के मौसम के साथ ही स्वान और बिल्ली में स्किन इंफेक्शन की शुरूआत हो जाती है, क्योंकि उनके शरीर में नमी बनने लगती है। इस मौसम में टिक्स यानी कीड़ों की समस्या भी बढ़ जाती है। शरीर पर घने बाल होने पर इंफेक्शन का पता तब ही चल पाता है, जब यह बहुत बढ़ जाता है। इसके अलावा टिक्स भी बालों के बीच छुपे रहते हैं और अपना कुनबा बढ़ाते रहते हैं। इससे पालतू को ज्यादा दिक्कत होती है। ट्रिमिंग कराने पर उनके शरीर पर बालों की हल्की आंतरिक परत ही रहती है, जिसमें त्वचा के इंफेक्शन और कीड़े आसानी से नजर आते हैं। ऐसे में समय रहते उपचार भी हो सकता है और इससे पालतू का शरीर ठंडा भी बना रहता है।