Lok Sabha Election 2024: पांच साल में शुरू नहीं हो पाया रायपुर-जगदलपुर रेलमार्ग का निर्माण, फोरलेन का सपना भी अधूरा, जानिए बस्तर सांसद का रिपोर्ट कार्ड

Lok Sabha Election 2024: पांच साल में शुरू नहीं हो पाया रायपुर-जगदलपुर रेलमार्ग का निर्माण, फोरलेन का सपना भी अधूरा, जानिए बस्तर सांसद का रिपोर्ट कार्ड

पीएम ने सुनी बस्तरवासियों की आवाज

बस्तर सांसद दीपक बैज ने कहा कि मेरे सांसद बनने के बाद पिछले साढ़े चार साल तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार है। केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ की उपेक्षा, जिसमें बस्तर भी शामिल है, की जाती रही है। मैंने बस्तर के विकास और यहां के लोगों के कल्याण तथा इनका जीवन स्तर कैसे सुधरे, मूलभूत सुविधाएं बढ़ें इसके लिए पूरा प्रयास किया। उड़ान सेवा बंद हो गई थी, जिसे लेकर मैनें लगातार केंद्र सरकार के मंत्री और अधिकारियों से चर्चा की। नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण को लेकर बस्तरवासियों के मन में भय था। मैंने संसद से लेकर सड़क तक विनिवेशीकरण की प्रक्रिया रोकने बस्तर की आवाज उठाई। पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री ने बस्तर आकर घोषणा की है कि प्लांट का निजीकरण नहीं किया जाएगा।

ये है सांसद की प्राथमिकताएं

सांसद दीपक बैज ने कहा कि बस्तर को रायपुर से रेलमार्ग से जोड़ने रावघाट-जगदलपुर रेललाइन का निर्माण प्रारंभ कराना, राष्ट्रीय राजमार्ग-30 को धमतरी-जगदलपुर के बीच फोरलेन में बदलने स्वीकृति दिलाना, इंद्रावती नदी जलसंकट का समाधान कराना, क्षेत्र की प्राथमिकता है। बस्तर का दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र नक्सल प्रभावित है इसके कारण अंदरूनी क्षेत्र में विकास कार्यो को लेकर कुछ परेशानियां हैं, लेकिन सभी चुनौतियों का सामना करते प्रशासन और सुरक्षा बलों के सहयोग से विकास को गति देने का काम किया जा रहा है। कई काम बच गए हैं जिन्हें पूरा कराने का गंभीरता से प्रयास जारी है।

सांसद आदर्श ग्राम की सूरत बदली

बैज ने दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा विकासखंड में ग्राम हितावर और बस्तर जिले के तोकापाल विकासखंड के ग्राम सिंगनपुर को आदर्श ग्राम के रूप के गोद लिया है। दोनों गांवों की वाकई सूरत बदल रही है। सिंगनपुर पंचायत के अंतर्गत सिंगनपुर, सोनारपाल, तारागांव और चोंडीमेटावाड़ा शामिल हैं। यहां पक्की एवं कांक्रीट की सड़कें हैं। सोलर सड़क बत्ती की सुविधा है। पोस्ट आफिस, प्राथमिक से लेकर हाइस्कूल को मिलाकर 12 स्कूल, नौ आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केंद्र, पशु औषधालय, बाजार शेड, अमृत सरोवर सहित आधा दर्जन से अधिक अन्य तालाब, समीप में बहने वाली इंद्रावती नदी में एनीकट, उचित मूल्य की राशन दुकान, सहित ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक लगभग सभी मूलभूत सुविधाएं यहां जुटा ली गई हैं। जलजीवन मिशन का काम अधूरा है, जो खटकता

क्या कहते हैं सांसद आदर्श ग्राम के रहवासी

सांसद आदर्श ग्राम के रहवासी सिंगनपुर के रहवासी राजू कश्यप ने बताया कि क्षेत्र के पढ़े-लिखे युवा बेकार नहीं बैठे हैं। कोई न कोई रोजगार अपनाकर काम कर रहे हैं। यह बड़ा बदलाव है। क्षेत्र में विकास दिखाई देता है। ग्रामीण सूर्या कश्यप ने बताया कि इंद्रावती नदी होने के बाद भी सिंचाई के साधनों का अभाव हैं। खेतों तक पानी कैसे पहुंचे, इसकी चिंता सांसद को करने की जरूरत है। देउरगांव में इंद्रावती नदी पर बैराज प्रस्तावित है लेकिन काम कब होगा ठिकाना नहीं है। वहीं सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष दशरथ कश्यप ने बताया कि केंद्र की योजनाओं का लाभ बस्तर को दिलाने के लिए सांसद को और ताकत झोंकने की जरूरत है। बस्तर को रायपुर से रेललाइन से जोड़े बिना विकास अधूरा माना जाएगा। संसद में यदि रेलमार्ग को लेकर बस्तर की आवाज नहीं सुनी जा रही है तो सांसद को बस्तर की जनता को साथ लेकर सड़क पर आना चाहिए।

सांसद निधि का 90 प्रतिशित उपयोग का दावा

दीपक बैज ने सांसद स्थानीय निधि क्षेत्र विकास योजना यानी सांसद निधि का भरपूर उपयोग किया। उनका दावा है कि लगभग 90 प्रतिशित निधि का उपयोग संसदीय क्षेत्र के विभिन्न कार्यो में किया जा चुका है। शेष राशि के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजे गए हैं। राशि का उपयोग मूलभूत सुविधाओं में विस्तार, अधोसंरचना के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया, सामुदायिक भवन, शेड निर्माण आदि में किया गया है।

इन विषयों को संसद में उठाया

  • रेललाइन का निर्माण: बस्तर को राजधानी रायपुर से जोड़ने प्रस्तावित जगदलपुर-रावघाट रेललाइन परियोजना की बाधा दूर कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराने की मांग को लेकर अब तक उनके द्वारा पांच बार सवाल उठाया जा चुका है। रेलमंत्री से मिलकर भी चर्चा की गई है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग का उन्नयन: बस्तर को प्रदेश की राजधानी से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग- 30 के धमतरी-जगदलपुर खंड को फोर लेन में बदलने की मांग को लेकर भी लगातार सवाल उठाए गए हैं। इस मामले पर उन्होंने विभागीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मिलकर चर्चा की है।
  • इंद्रावती नदी जलसंकट का समाधान: इंद्रावती नदी में जलसंकट के समाधान के लिए संसद में मुद्दा उठाया गया। सांसद ने इस मामले में केंद्र की मध्यस्थता में छत्तीसगढ़-ओड़िशा के बीच बैठक कराने की मांग को लेकर केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडु से चर्चा की है।

सवाल पूछने और बहस में आगे

संसद में सवाल पूछने के मामले में दीपक बैज मुखर रहे हैं। उन्होंने अब तक 293 सवाल पूछे हैं। विभिन्न विषयों पर 37 बहस में भाग लिया है। सवाल पूछने और बहस में भाग लेने के मामले में औसत से आगे रहे हैं। संसद में उनकी औसत उपस्थिति 87 फीसद रही है।

क्या हैं विधानसभा क्षेत्रों का समीकरण

बस्तर लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें कोंटा, सुकमा, बीजापुर, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर और कोंडागांव शामिल हैं। वर्तमान में इनमें कोंटा, बीजापुर और बस्तर में कांग्रेस और शेष पांच सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। सभी सीटों पर आदिवासी मतदाता की बहुलता है। 2019 में लोकसभा चुनाव के समय बस्तर संसदीय क्षेत्र की आठ में से एक दंतेवाड़ा को छोड़कर अन्य सभी सात सीटें कांग्रेस के कब्जे में थी।

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