Lata Mangeshkar Attention-grabbing Details; White Saree, Marriage Yoga And Awards Checklist | पिता ने की थी भविष्यवाणी- शादी नहीं करेंगी लता: जहर दिया गया तो 3 महीने बेड पर रहीं, जानिए क्यों पहनती थीं सफेद साड़ी

1 घंटे पहले

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आज स्वर कोकिला लता मंगेशकर की दूसरी पुण्यतिथि है। उन्होंने करियर में 50 हजार से ज्यादा गाने गाए थे। 30 से ज्यादा भाषाओं में गाने का रिकाॅर्ड भी लता दीदी के नाम है। उनके गानों की गूंज भारत समेत विदेशों तक थीं। मगर, उन्हें हर कदम पर खुद को साबित करना पड़ा।

आज लता दीदी की पुण्यतिथि पर A से Z तक जानिए, उनकी जिंदगी के दिलचस्प किस्सों को…

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था। यह तस्वीर उनके बचपन की है।

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था। यह तस्वीर उनके बचपन की है।

A फॉर अवाॅर्ड्स- करियर का पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड लेने से इनकार कर दिया था
कोई ऐसा सम्मान नहीं था जो लता दीदी को ना मिला हो। उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, पद्म भूषण, पद्म विभूषण और भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 3 नेशनल अवाॅर्ड भी जीते थे।

4 फिल्मफेयर अवाॅर्ड भी अपने नाम किए थे। हैरान की बात यह है कि उन्होंने करियर का पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड लेने से मना कर दिया था। उन्हें फिल्म मधुमति के गाने ‘आजा रे परदेसी’ के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगिंग अवाॅर्ड मिला था। मगर, उन्होंने यह अवाॅर्ड लेने से मना कर दिया।

इनकार करने की वजह उन्होंने यह बताई थी कि महिला आकार की ट्रॉफी पर कोई कपड़े नहीं हैं। उनके इस जवाब से सभी लोग दंग रह गए थे। बाद में ये अवाॅर्ड उन्हें ढंक कर दिया गया था।

B फॉर ब्रेडविनर- घर में खाने के पैसे नहीं थे, परिवार के लिए इंडस्ट्री से जुड़ीं
लता दीदी 13 साल की थीं, तब उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर का हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। वो घर में बड़ी थीं, ऐसे में सारी जिम्मेदारियां उन्हीं के कंधों पर आ गईं। एक दिन ऐसा भी आया जब पूरे परिवार को भूखा सोना पड़ा था। यह बात खुद लता दीदी ने 2015 में एक इंटरव्यू में कही थी।

इसी दौरान मास्टर विनायक ने उन्हें अपनी मराठी फिल्म पहिली मंगला गौर के लिए अप्रोच किया। पैसों की जरूरत थी तो उन्होंने हां कर दी और फिल्म में एक छोटा सा रोल भी किया। साथ में उन्होंने फिल्म के गीत ‘नटली चैत्राची नवलाई’ को अपनी आवाज भी दी। इस गाने के लिए उन्हें 25 रुपए फीस मिली थी और फिल्म में रोल के लिए कुल 300 रुपए। इसके बाद उन्होंने कुछ समय तक मास्टर विनायक की कंपनी में काम किया।

1942 में लता दीदी ने बतौर एक्टर और सिंगर करियर की शुरुआत की। 1942 से लेकर 1948 तक, उन्होंने कुल 8 फिल्मों में बतौर एक्टर काम किया था।

1942 में लता दीदी ने बतौर एक्टर और सिंगर करियर की शुरुआत की। 1942 से लेकर 1948 तक, उन्होंने कुल 8 फिल्मों में बतौर एक्टर काम किया था।

C फाॅर करियर- नूरजहां के पाकिस्तान जाने पर चमका लता दीदी का करियर!
जब लता दीदी ने इंडस्ट्री में कदम रखा, तो कई लोगों ने उनकी आवाज को पतली कहकर रिजेक्ट कर दिया। इस लिस्ट में शशिधर मुखर्जी का नाम भी शामिल था। तब मास्टर हैदर अली ने कहा था- आने वाले दिनों में प्रोड्यूसर और डायरेक्टर इस लड़की के पैरों में गिरकर अपनी फिल्म में गाना गाने की विनती करेंगे।

उस वक्त इंडस्ट्री में नूरजहां और शमशाद बेगम जैसे लोगों का बोलबाला था। मगर, कुछ समय बाद लता दीदी ने सभी को पीछे कर दिया।

रिपोर्ट्स की मानें तो स्वर कोकिला लता दीदी का कंपैरिजन नूरजहां से किया जाता था। कहा ये भी जाता था कि अगर विभाजन के दौरान नूरजहां पाकिस्तान नहीं जातीं तो लता दीदी का सिंगिंग करियर इतनी ऊंचाइयों पर नहीं होता। हालांकि नूरजहां ने 14 साल की लता को देखकर ये बात कही थी कि ये एक दिन बड़ी सिंगर बनेगी। लता दीदी भी नूरजहां की बहुत बड़ी फैन थीं और उनको अपना आइडल मानती थीं। खाली समय में नूरजहां भी उनके गाने सुना करती थीं।

नूरजहां 1982 में हिंदुस्तान आई थीं, तब उनके सम्मान में एक आयोजन रखा गया था। इस आयोजन में लता मंगेशकर और दिलीप कुमार ने भी शिरकत की थी। यह तस्वीर उसी वक्त की है।

नूरजहां 1982 में हिंदुस्तान आई थीं, तब उनके सम्मान में एक आयोजन रखा गया था। इस आयोजन में लता मंगेशकर और दिलीप कुमार ने भी शिरकत की थी। यह तस्वीर उसी वक्त की है।

D फाॅर डेथ- जलन में किसी ने जहर दिया, 3 महीने बेड पर रहीं
33 साल की उम्र में लता दीदी स्वर कोकिला बन चुकी थीं। किसी को उनकी तरक्की से इतनी जलन थी कि उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की। ये उनकी जिंदगी का सबसे कठिन और भयानक दौर था। इस वजह से उन्हें 3 महीने तक बेड पर रहना पड़ा। शरीर इस कदर कमजोर हो गया था कि वो बेड से उठ भी नहीं पाती थीं, चलना तो दूर की बात थी। उनके इस कठिन समय में कवि मजरूह सुल्तानपुरी उनका सहारा बने। मजरूह दिनभर अपना काम करके शाम को उनके पास जाकर कविताएं सुनाया करते थे और उनका मन बहलाया करते थे।

अपने इस कठिन समय को याद करते हुए लता दीदी ने एक बार कहा था- अगर मजरूह इस मुश्किल वक्त में मेरे साथ ना होते, तो शायद मैं इस मुश्किल दौर से ना उबर पाती। अफवाह यह भी थी कि इस हादसे की वजह से उन्होंने अपनी आवाज खो दी थी। हालांकि बाद में उन्होंने इस बात का खंडन करते हुए कहा था- मैंने अपनी आवाज कभी नहीं खोई थी।

बाद में किसने उन्हें जहर दिया है, उस इंसान का पता लता दीदी को चल गया था। उस शख्स के खिलाफ उनके पास पुख्ता सबूत नहीं था। जिस वजह से उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई न हो सकी।

E फाॅर इमोशन- लता दीदी का गीत सुनकर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी रो दिए
लता दीदी की आवाज में वो दर्द था, जिसे सुनकर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी खुद को रोने से रोक नहीं पाए। यह घटना तब की है जब 1962 में चीन के हमले के बाद पूरे देश में हताशा का भाव फैला हुआ था। इसी दौरान 26 जनवरी 1963 को लता दीदी से गुजारिश की गई कि वो ‘ए मेरे वतन के लोगों’ गाने को अपनी आवाज दें। समय कम था लेकिन इसके बावजूद वो इसके लिए राजी हो गईं।

फ्लाइट में ही टेप रिकॉर्डर पर इसे थोड़ा-थोड़ा सुनकर प्रैक्टिस की। जब उन्होंने इसे गाने को अपने मधुर आवाज में पिरोया तो सामने बैठे पंडित जी समेत सभी अतिथियों की आंखें नम हो गईं।

जब गाना खत्म हुआ तो महबूब खान लता दीदी के पास गए और कहा- लता, पंडित जी तुम्हें बुला रहे हैं। इसके बाद लता दीदी की मुलाकात पंडित जी समेत इंदिरा गांधी और कई अन्य राजनेता से हुई।

पंडित जी ने उनसे कहा- बेटी तुमने आज मुझे रुला दिया, मैं घर जा रहा हूं, तुम भी साथ आओ और मेरे घर पर चाय पियो। लता दीदी उनके साथ घर चली गईं। वहां वो एक कोने में जाकर बैठ गईं, तभी इंदिरा गांधी आईं और बोलीं- मुझे आपको दो लोगों से मिलाना है, जो सही अर्थों में आपके कद्रदान हैं। वो आपसे मिलकर बेहद खुश होंगे। फिर वो अपने दो बेटों राजीव और संजय के साथ लौटीं और बोलीं- ये आपके बड़े फैन हैं।

तस्वीर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ लता दीदी।

तस्वीर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ लता दीदी।

F फाॅर फर्स्ट- 1959 और 1973 में जीता पहला फिल्मफेयर और नेशनल अवाॅर्ड
1943 में लता दीदी ने पहला हिंदी गाना गाया था। मराठी फिल्म गाजाभाऊ के गाने ‘माता एक सपूत की दुनिया बदल दे तू’ को अपनी आवाज दी थी। 1945 से उन्होंने उस्ताद अमन अली खान से क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी। 1948 में उन्हें पहला मेजर ब्रेक फिल्म मजबूर के गाने ‘दिल मेरा तोड़ा’ से मिला था। 1949 में उनका पहला सुपरहिट गाना फिल्म महल का था, जिसके बोल थे- आएगा आनेवाला।

उन्होंने 1959 में फिल्म मधुमती (1958) के गीत ‘आजा रे परदेसी’ के लिए अपना पहला फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था। वहीं, 1973 में उन्हें फिल्म परिचय के गीत ‘बीती ना बिताई रैना’ के लिए पहला नेशनल अवाॅर्ड मिला था।

G फाॅर गाॅडफादर- गुलाम हैदर साहब को मानती थीं अपना गाॅडफादर
गुलाम हैदर ने उस समय लता दीदी की प्रतिभा पर विश्वास किया, जब हर कोई उनके खिलाफ था। उनकी बदौलत लता दीदी ने फिल्म मजबूर (1948) के गाने ‘दिल मेरा तोड़ा, मुझे कहीं का ना छोड़ा’ को अपनी आवाज दी। इस गाने को दर्शकों ने बहुत पसंद किया और ये उस समय का हिट गाना बना।

लता दीदी ने गुलाम हैदर का यह एहसान ताउम्र माना। 2013 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था- गुलाम हैदर साहब वास्तव में मेरे गॉडफादर हैं। वह पहले म्यूजिक डायरेक्टर थे जिन्होंने मेरी प्रतिभा पर पूरा भरोसा दिखाया था।

H फाॅर हेमा- पहले हेमा मंगेशकर था असली नाम, नाटक से प्रभावित होकर पिता ने लता नाम रखा
लता दीदी का पहले नाम हेमा था। बाद में उनके पिता ने अपने नाटक भाव बंधन की लीड फीमेल कैरेक्टर लतिका से प्रभावित होकर उनका नाम लता रख दिया।

पहले लता दीदी के पिता का नाम दीनानाथ अभिषेकी था, लेकिन वो चाहते थे कि उनकी आगे की पीढ़ी का नाम बिल्कुल अलग हो। उनके पुरखों के गांव का नाम मंगेशी था और कुलदेवता का नाम मंगेश। इस तरह उन्होंने अपना सरनेम मंगेशकर कर लिया।

नन्ही लता मंगेशकर अपनी बहनों और माता-पिता के साथ।

नन्ही लता मंगेशकर अपनी बहनों और माता-पिता के साथ।

I फाॅर इंदौर- इंदौर में मौसी के घर जन्मी थीं लता दीदी
शनिवार 28 सितंबर 1929 को लता दीदी का जन्म इंदौर के एक सिख मोहल्ले में अपनी मौसी के घर हुआ। बचपन के कई साल उन्होंने इंदौर में ही गुजारे थे। पिता के नाटक कंपनी में काम करने का सिलसिला यहीं शुरू हुआ था। उन्होंने पिता के निधन के बाद 1945 में मुंबई का रुख किया था।

J फाॅर जयदेव- म्यूजिक कंपोजर जयदेव के साथ काम करना सबसे कठिन रहा
लता दीदी ने 1940 से लेकर 2000 तक, नई-नई पीढ़ियों के सबसे बड़े म्यूजिक डायरेक्टर के साथ काम किया था। मगर जिसने उन्हें सबसे ज्यादा चुनौती दी वो जयदेव थे। एक बाद जयदेव ने उन्हें एक ऐसा गीत गाने को कहा था, जिसे नेपाल के राजा ने खुद लिखा था। लता दीदी का कहना था कि म्यूजिक कंपोजिंग के बाद जयदेव सारी जिम्मेदारियां सिंगर के ऊपर छोड़ देते थे। इस वजह से उनके साथ काम करना मुश्किल हो जाता था।

इस तस्वीर में लता दीदी, किशोर कुमार के साथ दिख रही हैं। दोनों ने साथ में 327 गाने गाए थे।

इस तस्वीर में लता दीदी, किशोर कुमार के साथ दिख रही हैं। दोनों ने साथ में 327 गाने गाए थे।

Ok फाॅर किशोर कुमार- पीछा करते हुए किशोर कुमार को देख डर गई थीं
लता दीदी, किशोर कुमार को अपना भाई मानती थीं। दोनों की जोड़ी ने कई बेहतरीन गाने दिए हैं। उन्होंने फिल्म ‘जिद्दी’ में पहली बार किशोर कुमार के साथ ‘ये कौन आया रे’ गाना गाया था। मगर, उनकी पहली मुलाकात का किस्सा दिलचस्प है।

करियर की शुरुआत में लता दीदी लोकल ट्रेन पकड़कर स्टूडियो जाती थीं। एक दिन महालक्ष्मी स्टेशन में एक व्यक्ति कुर्ता पजामा पहने और छड़ी लिए उनके कंपार्टमेंट में चढ़ गया। लता दीदी को वो शख्स जाना पहचाना लग रहा था, लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि उसे उन्होंने कहां देखा है। जब उन्होंने लोकल से उतर कर तांगा लिया तो वो शख्स भी तांगे से पीछे आने लगा।

वो घबरा गईं और तेजी में स्टूडियो पहुंचीं, यहां भी वो शख्स पीछे ही आ रहा था। स्टूडियो पहुंचकर उन्होंने संगीतकार खेमचंद से कहा- ये कौन है, जो मेरा पीछा कर रहा है। खेमचंद्र ने पीछे देखा तो हंसने लगे और कहा- ये किशोर कुमार है, अशोक कुमार का भाई। कुछ इस तरह दोनों की पहली मुलाकात हुई।

L फाॅर लैग्वेंज- उच्चारण सुधारने में दिलीप कुमार का बड़ा हाथ
लता दीदी का पालन-पोषण मुंबई में हुआ था। यही कारण था कि उनकी बोलचाल की भाषा भी मराठी ही थी। जब उन्होंने हिंदी सिनेमा में गाना शुरू किया था, तो लोग मराठी होने पर उन्हें ताने भी मारते थे। इसी से जुड़ा किस्सा ये है कि एक दिन वो, संगीतकार अनिल बिस्वास और दिलीप कुमार के साथ लोकल ट्रेन से गोरेगांव जा रही थीं।

अनिल बिस्वास ने दिलीप कुमार से उनका परिचय कराते हुए कहा- दिलीप ये लता मंगेशकर हैं और ये बहुत अच्छा गाती हैं। इस पर दिलीप कुमार ने पूछा- ये कहां की हैं। अनिल बिस्वास ने बताया कि ये मराठी हैं।

मराठी शब्द सुनते ही दिलीप कुमार ने अपना अजीब सा चेहरा बनाकर कहा- क्या है ना मराठी लोगों की बोली में थोड़ी दाल-भात की बू (मराठी लोगों को उर्दू नहीं आती है) होती है। उनकी ये बात लता दीदी को बहुत बुरी लगी। इसके बाद उन्होंने उर्दू सीखने की ठानी और सीख भी ली। वो कहती थीं- वो दिलीप कुमार ही थे, जिनकी बदौलत उन्हें उर्दू आई और उनका उच्चारण सुधर गया।

बता दें, लता दीदी ने अपने करियर में 30 से ज्यादा भाषाओं में गाने गाए थे।

दिलीप कुमार को लता दीदी अपना भाई मानती थीं। वो राखी पर दिलीप साहब को राखी बांधने उनके घर जरूर जाती थीं।

दिलीप कुमार को लता दीदी अपना भाई मानती थीं। वो राखी पर दिलीप साहब को राखी बांधने उनके घर जरूर जाती थीं।

M फाॅर महल- हॉरर फिल्म महल ने तोड़ा था रिकॉर्ड
लता दीदी के करियर को संवारने में 1949 की हॉरर फिल्म महल का बहुत बड़ा हाथ था। फिल्म के गाने ‘आएगा आनेवाला’ को लता दीदी ने आवाज दी थी। इस गाने ने उस वक्त सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। यह इतनी बड़ी सफलता थी कि इसने प्रोड्यूसर्स को एहसास कराया था कि म्यूजिक से भी काफी कमाई की जा सकती है।

N फाॅर्म नौशाद- मुगल-ए-आजम के लिए नौशाद साहब ने दीदी को चुना था
लता दीदी की करियर ग्रोथ में नौशाद साहब का मेजर रोल रहा है। 1960 की फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ में लता दीदी मधुबाला की आवाज बनी थीं। म्यूजिक डायरेक्टर नौशाद ने 150 गानों को रिजेक्ट करने के बाद ‘प्यार किया तो डरना क्या’ सिलेक्ट किया था। इस गाने में जो गूंज नौशाद साहब को चाहिए थी, वो स्टूडियो में नहीं थी। ऐसे में उन्होंने लता दीदी से बाथरूम में ये गाना रिकॉर्ड करवाया था। उस जमाने में 10-15 लाख में पूरी फिल्म बना करती थी, लेकिन इस गाने में पूरे 10 लाख रुपए का खर्च आया था।

O फाॅर ओवरसीज- विदेश में परफॉर्म करने वाली पहली भारतीय महिला सिंगर थीं
लता दीदी पहली भारतीय महिला सिंगर थीं, जिन्होंने विदेशों में शो करने का सिलसिला शुरू किया था। उनके इस कदम ने आगे आने वाली पीढ़ियों के दरवाजे खोल दिए थे। उन्होंने पहला शो लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में 1974 में दिया था।

P फाॅर प्रीडिक्शन- पिता ने की थी भविष्यवाणी कि कभी शादी नहीं करेंगी
लता दीदी के पिता दीनानाथ मंगेशकर ज्योतिष भी थे। उन्होंने पहले ही कह दिया था कि वो कभी शादी नहीं करेंगी।

उन्होंने लता दीदी की मां से कहा था- देखना, यह एक दिन नामी सिंगर भी बनेगी।

लता दीदी ने 4 फिल्मों को प्रोड्यूस किया था। उन्होंने मराठी फिल्म वाडाल (1953) और हिंदी फिल्में झांझर (1953), कंचन (1955) और लेकिन (1990) को प्रोड्यूस किया था। वो हिंदी टीवी धारावाहिक कुछ पाया कुछ खोया (1989) की भी प्रोड्यूसर थीं।

लता दीदी ने 4 फिल्मों को प्रोड्यूस किया था। उन्होंने मराठी फिल्म वाडाल (1953) और हिंदी फिल्में झांझर (1953), कंचन (1955) और लेकिन (1990) को प्रोड्यूस किया था। वो हिंदी टीवी धारावाहिक कुछ पाया कुछ खोया (1989) की भी प्रोड्यूसर थीं।

Q फाॅर क्वीन- सिंगिंग की रानी बनीं
लता दीदी को सिंगिंग की रानी कहना गलत नहीं होगा। उन्होंने ना जाने कितने सिंगर्स के लिए म्यूजिक का सफर आसान बना दिया है। उनका गोल्डन पीरियड 1950 से शुरू हुआ और 1980 तक जारी रहा। इसके बाद उन्होंने चुनिंदा प्रोजेक्ट पर ही काम किया।

R फाॅर रिकॉर्ड- द गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सबसे ज्यादा गीत गाने का रिकॉर्ड दर्ज
1974 में द गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में लता दीदी के नाम सबसे अधिक 25000 गीत गाने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। इस रिकॉर्ड पर मोहम्मद रफी का कहना था कि यह नंबर गलत है। दीदी ने 28000 से ज्यादा गाने गाए थे। वहीं, पूरे करियर में उन्होंने 50 हजार से ज्यादा गीत को अपनी आवाज दी है।

इस फोटो में लता दीदी बहन मीना, आशा, उषा और भाई हृदयनाथ के साथ नजर आ रही हैं।

इस फोटो में लता दीदी बहन मीना, आशा, उषा और भाई हृदयनाथ के साथ नजर आ रही हैं।

S फाॅर साड़ी- सफेद साड़ी से रहा गहरा लगाव
लता दीदी को काॅटन की साड़ियां बेहद पसंद थीं। वहीं, वो रंग-बिरंगी साड़ियों की जगह सफेद साड़ी पहनना पसंद करती थीं। सफेद साड़ी पहनने पर उनका कहना था- मेरे व्यक्तित्व पर सफेद रंग सही ढंग से खिलता है और लोगों को भी शायद मैं सफेद साड़ी में ही ठीक लगती हूं।

एक किस्सा यह भी है कि एक बार मुंबई में तेज बारिश हो रही थी। लता दीदी को समझ नहीं आ रहा था कि वो रिकॉर्डिंग के लिए क्या पहने। थोड़े के विचार के बाद उन्होंने क्रेप शिफॉन साड़ी पहनी, जो शायद पीले या ऑरेंज रंग की थी। फिर जब वो स्टूडियो पहुंचीं तब उनकी यह साड़ी देख रिकॉर्डिस्ट पूछ बैठा- ‘ये आप क्या पहनकर आ गईं?’

जवाब में लता दीदी ने कहा- इतनी बारिश में भीगती हुई आई हूं, क्रेप साड़ी पर पानी जल्दी सूख जाता है, लेकिन कॉटन में ऐसा नहीं होता इसलिए ये पहनना पड़ा।

इस पर रिकॉर्डिस्ट ने कहा- यह आप पर जंच नहीं रही है।

इस घटना के बाद लता दीदी को एहसास हो गया कि उन्हें लोग सिर्फ सफेद साड़ी में ही देखना पसंद करते हैं। ऐसे में उन्होंने रंग-बिरंगी साड़ियों से दूरी बना ली।

T फाॅर ट्रेनिंग- 5 साल की उम्र में म्यूजिक ट्रेनिंग लेना शुरू किया
5 साल की लता दीदी को सुर में गाता देख पिता ने संगीत सिखाने का फैसला किया था। पिता उन्हें रोज 6 बजे उठाकर संगीत सिखाना शुरू कर देते थे। 9 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला स्टेज परफॉर्मेंस दिया था। परफॉर्मेंस के बाद पिता वो पिता की ही गोद में सो गई थीं।

U फाॅर अनफुलफिल्ड ड्रीम- क्लासिकल सिंगर ना बन पाने का ताउम्र रहा मलाल
पिता के निधन के बाद घर की सभी जिम्मेदारियां लता दीदी के कंधों पर आ गई थीं। जिस वजह से उन्होंने फिल्मों में बतौर एक्टर और सिंगर काम करना शुरू कर दिया। बाद में उन्हें क्लासिकल संगीत का रियाज करने का पर्याप्त समय नहीं मिलता था। नतीजतन क्लासिकल संगीत उनसे पूरी तरह छूट गया। करियर की ऊंचाई पर पहुंच जाने के बाद भी उन्हें इस बात का मलाल रहा कि वो एक क्लासिकल सिंगर ना बन सकीं।

इस तस्वीर में लता दीदी, रफी साहब के साथ नजर आ रहीं। दोनों ने 400 से अधिक गाने साथ में गाए थे।

इस तस्वीर में लता दीदी, रफी साहब के साथ नजर आ रहीं। दोनों ने 400 से अधिक गाने साथ में गाए थे।

V फाॅर वैल्यू- सिंगर्स के हक की लड़ाई लड़ी
लता दीदी ही थीं, जिन्होंने सिंगर्स के हक की लड़ाई लड़ी और गाने की रॉयल्टी की मांग की। रफी साहब, लता दीदी और रॉयल्टी मांग रहे सभी सिंगर्स की सोच के खिलाफ थे। गुस्से में आकर उन्होंने लता दीदी के साथ काम करने के लिए मना कर दिया था। इसके जवाब में लता दीदी ने कहा था- आप क्या मेरे साथ गाना नहीं गाएंगे, मैं खुद कभी आपके साथ नहीं गाऊंगी। दोनों ने करीब 4 साल तक साथ में गाना नहीं गाया, ना ही कोई मंच साझा किया था।

W फाॅर वाॅच- कभी खुद का गाना ना पर्दे पर देखा और ना सुना
लता दीदी ने कई गाने गाए, लेकिन कभी भी उन्होंने खुद का गाना ना फिल्मी पर्दे पर देखा और ना ही सुना। उनका मानना था कि वो सुनने के बाद खुद के गाए गाने में कमी निकाल देंगी।

X फाॅर एक्स फैक्टर- समाज सेविका भी रहीं लता दीदी
सिंगिंग के अलावा लता दीदी ने समाज सेवा का भी काम किया। 1989 में लता दीदी ने लता मंगेशकर फाउंडेशन की शुरुआत की थी। इस फाउंडेशन के जरिए वो पुणे में अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर के नाम पर अस्पताल बनवाया था, जो 6 एकड़ में फैला हुआ है।

लता मंगेशकर के नाम पर भी नागपुर, महाराष्ट्र में एक अस्पताल है। इसकी स्थापना 1991 में की गई थी।

6 फरवरी 2022 को 92 साल की उम्र में लता दीदी का निधन हो गया था। वो लंबे समय से निमोनिया और कोविड से बीमार चल रही थीं। उन्हें अंतिम विदाई देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे।

6 फरवरी 2022 को 92 साल की उम्र में लता दीदी का निधन हो गया था। वो लंबे समय से निमोनिया और कोविड से बीमार चल रही थीं। उन्हें अंतिम विदाई देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे।

Y फाॅर यंगेस्टर लव- बहन के लिए कुर्बान की स्कूल की पढ़ाई
लता दीदी अपने भाई-बहनों से बहुत प्यार करती थीं। बहन आशा भोसले के लिए उन्होंने पढ़ाई तक त्याग दी थी। दरअसल, लता दीदी और आशा भोसले एक ही स्कूल में पढ़ने जा रही थीं। स्कूल में पढ़ने के लिए दोनों की अलग अलग फीस देनी थी। घर की हालत ठीक नहीं थी जिसकी वजह से लता दीदी ने अपना नाम कटवा लिया। वो सिर्फ 2 दिन ही स्कूल जा पाई थीं।

Z फाॅर जिंदगी – खुद की जिंदगी को पब्लिक डोमेन में नहीं लाना चाहती थीं
लता दीदी का जीवन असाधारण रहा है। लता दीदी की आत्मकथा लिखने की कोई योजना नहीं थी क्योंकि वो अपनी लाइफ को प्राइवेट रखना चाहती थीं। अपनी कहानियों के जरिए वो किसी को ठेस भी नहीं पहुंचाना चाहती थीं। उनका कहना था- कुछ बातें अनकही रहें तो ही बेहतर है।

Aaj ka Love Rashifal 6 February 2024: प्रेम संबंधों किसी का दखल हो सकता है, परिवार में तनाव बढ़ेगा

Aaj ka Love Rashifal 6 February 2024 लव लाइफ वालों के लिए आज का दिन अच्छा हो सकता है। किसी भी विवाद से बचें और अपनी वाणी पर काबू रखें।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Tue, 06 Feb 2024 05:00 AM (IST)

Up to date Date: Tue, 06 Feb 2024 05:00 AM (IST)

Aaj ka Love Rashifal 6 February 2024: प्रेम संबंधों किसी का दखल हो सकता है, परिवार में तनाव बढ़ेगा
परिवार में शादी की बात चल सकती है।

HighLights

  1. लव लाइफ वालों के लिए आज का दिन अच्छा हो सकता है।
  2. किसी भी विवाद से बचें और अपनी वाणी पर काबू रखें।
  3. पार्टनर आपकी बातों को महत्व देगा।

धर्म डेस्क, इंदौर। मेष राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल, लव लाइफ जीने वालों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। संबंधों में दूरियां खत्म होगी। पार्टनर सभी पुरानी बातों को भूलकर अपने संबंध को मजबूत करेंगे।

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वृषभ राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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वृषभ राशि वालों के प्रेम संबंधों में तनाव आ सकता है। अपने पार्टनर के विचारों से सहमति नहीं बनेगी। परिवार में भी प्रेम संबंधों को लेकर तनाव रहेगा। शादी में जल्दबाजी न करें।

मिथुन राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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लव पार्टनर से विवाद हो सकता है। किसी दूसरे व्यक्ति के कारण संबंधों में दरार आ सकती है। मानसिक तौर से परेशान रह सकते हैं। अपने साथी के साथ बैठकर बातचीत करें।

कर्क राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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अपने लव पार्टनर के साथ किसी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। अच्छा धन लाभ हो सकता है। शादी को लेकर चिंता भी हो सकती है। लव लाइफ में परिवार की ओर से तनाव आ सकता है।

सिंह राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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लव लाइफ वालों के लिए आज का दिन अच्छा हो सकता है। किसी भी विवाद से बचें और अपनी वाणी पर काबू रखें। पार्टनर आपकी बातों को महत्व देगा। परिवार में शादी की बात चल सकती है।

कन्या राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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लव लाइफ वालों के लिए आज का दिन तनाव भरा हो सकता है। घर में शादी का प्रस्ताव आ सकता है। प्रेमी शादी के लिए विलंब कर सकता है। आप तनाव महसूस कर सकते हैं।

तुला राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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प्रेम प्रसंग के लिए आज का दिन अनुकूल रहेगा। पार्टनर के व्यवहार से परेशान न हो। इसे मजाक में लिया जा सकता है। अपनी सेहत का ध्यान रखें। किसी भी विवाद से बचें वरना प्रेम संबंधों का खुलासा हो सकता है।

वृश्चिक राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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पार्टनर कुछ समय से आपसे नाराज चल रहा है तो आज उनकी नाराजगी दूर होगी। लव पार्टनर साथी के साथ आप घर पर अच्छा समय बिताएंगे। मौसम का मिजाज देखते हुए कहीं टूर पर जा सकते हैं।

धनु राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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लव लाइफ में खुशियां आ सकती है। लाइफ पार्टनर जल्द ही आपको कुछ अच्छा सा गिफ्ट दे सकता है। कहीं घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं। परिवार में किसी सदस्य की भी शादी हो सकती है।

मकर राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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लव पार्टनर से कुछ बातों को लेकर विवाद हो सकता है, जिससे स्थिति खराब हो सकती है। पार्टनर अपनी जिद पर अड़ सकता है, जिससे संबंधों में तनाव आएगा। पार्टनर के साथ बैठकर विवाद का समाधान निकालें।

कुंभ राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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लव पार्टनर के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं। जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। लाइफ के बारे में कोई बड़ा फेरबदल कर सकते हैं। दांपत्य जीवन में ससुराल पक्ष से दखल बढ़ सकता है।

मीन राशि, 6 फरवरी 2024, लव राशिफल

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लव पार्टनर आपसे दूर हो सकता है। किसी पुरानी प्रेमिका से लंबे समय बाद बात हो सकती है। आपका पार्टनर आपसे दूरी बना रहा है तो उन्हें मनाने की कोशिश करें। बच्चों की चिंता सताएगी।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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    कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक्

केजरीवाल ने कहा- जनता मेरे साथ, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, मनीष सिसोदिया को किया याद

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किरोड़ी में दो स्कूलों का शिलान्यास किया। यहां पर जनसभा का भी आयोजन किया गया था। अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उसके खिलाफ साजिश हो रही है।

By Anurag Mishra

Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 03:42 PM (IST)

Up to date Date: Solar, 04 Feb 2024 03:42 PM (IST)

केजरीवाल ने कहा- जनता मेरे साथ, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, मनीष सिसोदिया को किया याद
केजरीवाल ने जनता से मांगा आशीर्वाद।

HighLights

  1. केजरीवाल ने कहा- मैं भाजपा का हिस्सा नहीं बनूंगा।
  2. भाषण के दौरान कुछ लोगों ने विरोध में की नारेबाजी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किरोड़ी में दो स्कूलों का शिलान्यास किया। यहां पर जनसभा का भी आयोजन किया गया था। अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उसके खिलाफ साजिश हो रही है। सारी एजेंसियां का इस्तेमाल उनके खिलाफ हो रहा है। उसके बावजूद हम काम करते गए। मुझे जेल में डाल दो, लेकिन जनता का काम करना नहीं छोड़ूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह भाजपा का हिस्सा नहीं बनेंगे। आप लोगों का आशीर्वाद मेरे साथ है, तब तक मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।

उन्होंने कहा कि चार नए स्कूल बने हैं। इनमें दस हजार बच्चे शिक्षा का लाभ लेंगे। इनका निर्माण डीडीए की जमीन पर किया जाएगा। हमने 10 स्कूलों में सुधार किया। 10 स्कूल नए बनाएंगे, ऐसे में कुल 20 स्कूल हो जाएंगे। मैं इस मौके पर डीडीए और शिक्षा विभाग का धन्यवाद करना चाहता हूं। इन स्कूलों की खासियत होगी कि छात्रों को यहां से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। यहां लैबोरेटरी, पुस्तकालय व दूसरी सुविधाएं होंगी। केंद्र सरकार शिक्षा पर 4 प्रतिशत व दिल्ली सरकार 40 प्रतिशत खर्च करती है।

मनीष सिसोदिया के योगदान को किया याद

उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली को अपने परिवार की तरह देखता हूं। इस देश ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मुझे व मेरे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिली है। मेरा भी कर्तव्य है कि मैं आपके बच्चों को अच्छी शिक्षा दूं। किरोड़ी में 20 मोहल्ला क्लिनिक खोले हैं, यहां बहुत जल्द अस्पताल का भी निर्माण करेंगे। उन्होंने मनीष सिसोदिया को याद कर इसका पूरा क्रेडिट उनको दिया। उन्होंने कहा कि उनका ही योगदान है, जिससे शिक्षा में इतना बदलाव आया है।

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    अनुराग मिश्रा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं। वह कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव है। अनुराग मिश्रा नईदुनिया में आने से पहले भास्कर हिंदी और दैन

Aamir Khan speaks on working with ex spouse Kiran Rao’s subsequent movie Laapataa Girls after divorce | डिवोर्स के बाद एक्स-वाइफ संग काम करने पर बोले आमिर: कहा- किरण मुझ पर चिल्ला देती हैं पर हम साथ काम करना एंजॉय करते हैं

24 मिनट पहले

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आमिर खान इन दिनों अपनी सेकेंड एक्स वाइफ किरण राव के साथ फिल्म ‘लापता लेडीज’ के प्रमोशन में बिजी हैं। इस फिल्म को किरण ने डायरेक्ट और आमिर ने प्रोड्यूस किया है।

अब एक इंटरव्यू में आमिर ने डिवोर्स के बाद किरण के साथ काम करने के एक्सपीरियंस पर बात की। एक्टर ने कहा कि काम के दौरान किरण कई बार उनके ऊपर चिल्ला देती हैं पर वो इस प्रोसेस को एंजॉय करते हैं।

आमिर और किरण ने दिसंबर 2005 में शादी की थी। दोनों की पहली मुलाकात फिल्म 'लगान' के सेट पर हुई थी।

आमिर और किरण ने दिसंबर 2005 में शादी की थी। दोनों की पहली मुलाकात फिल्म ‘लगान’ के सेट पर हुई थी।

हम एक परिवार की तरह हैं: आमिर
न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में आमिर ने कहा, ‘ये किसी डॉक्टर ने कहा है कि डिवोर्स हो जाता है तो आप फौरन दुश्मन हो जाते हैं? मैं लकी हूं कि किरण मेरी लाइफ में आईं। हम दोनों एक दूसरे को पर्सनली और प्रोफेशनली पूरा करते हैं। हम ह्यूमन और इमोशनल लेवल पर आज भी कनेक्टेड हैं और हमेशा रहेंगे। हम एक परिवार की तरह हैं।

‘हम हमेशा काम काे लेकर एक्साइटेड रहते हैं’
किरण की तारीफ करते हुए आमिर ने आगे कहा, ‘किरण के पास कमाल के आइडियाज हैं और वो बहुत ही इंटेलिजेंट हैं। वो कई बार मुझ पर चिल्ला भी देती हैं पर हम साथ काम करना एंजॉय करते हैं। हम हमेशा अपने काम को लेकर एक्साइटेड रहते हैं।’

आमिर और किरण हाल ही में बेटे आजाद राव के साथ रोड ट्रिप पर निकले थे। इसकी तस्वीरें किरण ने सोशल मीडिया पर शेयर की थीं।

आमिर और किरण हाल ही में बेटे आजाद राव के साथ रोड ट्रिप पर निकले थे। इसकी तस्वीरें किरण ने सोशल मीडिया पर शेयर की थीं।

2021 में हो गया था आमिर-किरण का तलाक
आमिर और किरण ने 2021 में शादी के 15 साल बाद तलाक ले लिया था। हालांकि, दोनों मिलकर अपने बेटे आजाद की पैरेंटिंग भी कर रहे हैं और साथ में काम भी कर रहे हैं। हाल ही में किरण, आमिर और फर्स्ट एक्स-वाइफ रीना दत्ता की बेटी आयरा खान की शादी में भी एक्टिवली पार्टिसिपेट करती नजर आई थीं। आयरा ने 10 जनवरी को उदयपुर में अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड नुपुर शिखरे से शादी की है।

फिल्म 'लापता लेडीज' के मेकर्स ने को इसका पहला गाना भी रिलीज किया है।

फिल्म ‘लापता लेडीज’ के मेकर्स ने को इसका पहला गाना भी रिलीज किया है।

1 मार्च को रिलीज होगी ‘लापता लेडीज’
फिल्म ‘लापता लेडीज’ 1 मार्च को थिएटर्स में रिलीज होगी। इसमें नितांशी गोयल, प्रतिभा रांता, स्पर्श श्रीवास्तव और रवि किशन जैसे कलाकार लीड रोल में नजर आएंगे। साेमवार को मेकर्स ने फिल्म का नया गाना ‘डाउटवा’ भी रिलीज किया है।

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आमिर खान की सेकेंड एक्स-वाइफ किरण राव कॉमेडी-ड्रामा फिल्म ‘लापता लेडीज’ से बतौर डायरेक्टर 13 साल बाद कमबैक करने जा रही हैं। 1 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हाेने वाली इस फिल्म पूरी खबर यहां पढ़ें…

Rakul reached Thailand with Jackie, bachelor journey with mates | जैकी के साथ थाईलैंड पहुंचीं रकुल: शादी से पहले कपल दोस्तों के साथ बैचलर ट्रिप पर गया, फोटो हुई वायरल

14 मिनट पहले

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रकुल प्रीत सिंह और जैकी भगनानी 21 फरवरी को गोवा में शादी के बंधन में बंधेंगे। शादी से कुछ दिन पहले ये कपल अपने करीबी दोस्तों के साथ बैचलर ट्रिप पर निकल चुका है। हाल ही में दोनों की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होती नजर आ रही है।

दोस्तों के साथ एंजॉय करते दिखे रकुल और जैकी
बॉलीवुड के लॉन्ग टाइम कपल जैकी भगनानी और रकुल प्रीत 21 फरवरी को गोवा में डेस्टिनेशन वेडिंग करने वाले हैं। इस शादी में कपल के चंद करीबी रिश्तेदार और दोस्त ही शामिल होंगे। फिलहाल ये कपल थाईलैंड में बैचलर ट्रिप एंजॉय करता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर एक फोटो में जैकी भगनानी, रकुल प्रीत सिंह अपने करीबी दोस्तों और परिवार वालों के साथ यॉट पर चिल करते दिखाई दे रहे हैं। प्रज्ञा जायसवाल, रकुल प्रीत की खास दोस्त हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ये तस्वीर शेयर की है।

रकुल प्रीत की करीबी दोस्त प्रज्ञा जायसवाल ने ये फोटो शेयर की।

रकुल प्रीत की करीबी दोस्त प्रज्ञा जायसवाल ने ये फोटो शेयर की।

2 सालों से रिलेशनशिप में हैं
जैकी भगनानी और रकुल प्रीत पिछले 2 सालों से रिलेशनशिप में हैं। रकुल ने 2022 में अपने बर्थडे पर जैकी के साथ एक रोमांटिक फोटो पोस्ट कर अपने रिलेशनशिप को कंफर्म किया था। उन्होंने जैकी को उस साल का ‘सबसे बड़ा गिफ्ट’ बताया था। अपनी लव स्टोरी के बारे में रकुल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो दोनों पड़ोसी थे, लेकिन कभी उनकी बातचीत नहीं हुई थी। फिर एक कॉमन फ्रेंड के जरिए दोनों मिले। इस मुलाकात के बाद दोनों में बातचीत शुरू हुई। कुछ समय की दोस्ती के बाद दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे।

शादी में होगी नो फोन पॉलिसी
कुछ समय पहले हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट ने खुलासा किया था कि रकुल प्रीत सिंह और जैकी भगनानी अपनी शादी को प्राइवेट रखने की तैयारी में हैं। ऐसे में शादी में नो फोन पॉलिसी होगी। शादी की कोई तस्वीर लीक न हो, इसलिए शादी में आए गेस्ट अपने पास फोन नहीं रख पाएंगे।

कुछ दिनों पहले कपल एक-साथ मुंबई के राम मंदिर में दर्शन करने पहुंचा था।

कुछ दिनों पहले कपल एक-साथ मुंबई के राम मंदिर में दर्शन करने पहुंचा था।

लगभग 41 फिल्मों में नजर आ चुकी हैं रकुल
रकुल का जन्म 10 अक्टूबर 1990 को नई दिल्ली में रहने वाले पंजाबी सिख परिवार में हुआ। रकुल बचपन से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थीं। इसी कारण उन्होंने 18 साल की उम्र में मॉडलिंग करना शुरू किया था। फिर उन्होंने 2009 में कन्नड़ फिल्म गिली से एक्टिंग डेब्यू किया। 2014 की फिल्म यारियां से उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया था। कन्नड़, हिंदी फिल्मों के अलावा उन्होंने तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया है। वो अब तक 41 फिल्मों में काम कर चुकी हैं। वहीं, वो आने वाले दिनों में कमल हासन के साथ इंडियन 2 में दिखाई देंगी। ये 1996 की फिल्म इंडियन का सीक्वल है।

अपकमिंग फिल्म बड़े मियां छोटे मियां के प्रोड्यूसर हैं जैकी
जैकी भगनानी ने फिल्म कठपुतली, गणपत, मिशन रानीगंज जैसी फिल्मों में बतौर प्रोड्यूसर काम किया है। आने वाले दिनों में रिलीज होने वाली फिल्म बड़े मियां छोटे मियां उन्हीं के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बन रही है। फिल्म में अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ लीड रोल में रहेंगे। फिल्म को इसी साल ईद के मौके पर रिलीज किया जाएगा।

Abhishek Bachchan Birthday Fascinating Details; Internet Price | Kabaddi Workforce | पहली फिल्म के एक सीन में दिए थे 17 रीटेक: अभिषेक बच्चन की चार साल में फ्लॉप हुईं 17 फिल्में, अब ₹280 करोड़ के मालिक

22 घंटे पहले

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बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन का आज 48वां बर्थ डे है। अभिषेक उन स्टारकिड्स में से हैं जिन पर अपने पेरेंट्स का स्टारडम भारी पड़ गया। युवा, गुरु, मनमर्जियां जैसी फिल्मों में उनके एक्टिंग टैलेंट की तारीफ हुई, लेकिन अपने पिता अमिताभ बच्चन से तुलना ने उनके एक्टिंग करियर को वहां तक नहीं पहुंचने दिया, जिसके वो हकदार थे।

अभिषेक ने साल 2000 में फिल्म रिफ्यूजी से डेब्यू किया था, जो फ्लॉप रही थी। 2004 तक उनकी बैक टु बैक 20 फिल्में रिलीज हुईं, जिनमें से 17 फिल्में फ्लॉप हो गईं। इसके बाद अभिषेक का करियर बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा।

2020 से अभिषेक ने OTT का रुख किया और खुद को ना सिर्फ एक्टिंग में साबित किया, बल्कि OTT पर रिलीज हुई दसवीं के लिए अवॉर्ड भी जीता। इसके बाद उन्हें फिल्म घूमर में भी देखा गया। अब जूनियर बच्चन के पास तीन फिल्में हैं।

वो एक्टिंग के अलावा बिजनेस पर भी फोकस कर रहे हैं। उन्होंने कबड्डी टीम-जयपुर पिंक पैंथर्स में 2014 में इन्वेस्ट किया था, जिसका वैल्यूएशन लगभग 100 करोड़ के करीब है। अभिषेक की नेटवर्थ तकरीबन 280 करोड़ रुपए है।

जानते हैं अभिषेक की जिंदगी से जुड़े कुछ और दिलचस्प फैक्ट्स…

अभिषेक का जन्म 5 फरवरी, 1976 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। 9 साल की उम्र में उन्हें डिस्लेक्सिया हो गया था। इस बीमारी से पीड़ित बच्चों को शब्द लिखने और समझने में परेशानी होती है। वो स्लो लर्नर होते हैं और जल्दी कोई चीजें नहीं सीख पाते हैं। इसी बीमारी पर आमिर खान ने ‘तारे जमीं पर’ बनाई थी।

बचपन में पिता अमिताभ बच्चन के साथ अभिषेक

बचपन में पिता अमिताभ बच्चन के साथ अभिषेक

अभिषेक की पढ़ाई मुंबई के जमनाबाई नर्सी स्कूल, बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल से हुई। इसके अलावा वो दिल्ली के वसंत विहार और स्विट्जरलैंड के एग्लान कॉलेज में भी पढ़े हैं। फिर वो ग्रेजुएशन के लिए बॉस्टन यूनिवर्सिटी भी गए थे, लेकिन डिग्री पूरी करने से पहले ही पढ़ाई छोड़कर मुंबई वापस लौट आए।

दिवालिया हुए पिता, अभिषेक ने छोड़ दी पढ़ाई

दरअसल,1999 के आसपास अमिताभ बच्चन बेहद बुरे दौर से गुजर रहे थे और दिवालिया हो गए थे। उनकी कंपनी अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ABCL) कर्ज में डूब गई थी। ये एक प्रोडक्शन, डिस्ट्रीब्यूशन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी थी। कंपनी के कर्ज में डूबने के बाद बिग बी ने अभिषेक को वापस इंडिया बुला लिया, क्योंकि उनके पास आर्थिक तंगी की वजह से अभिषेक को वहां पढ़ाने तक के पैसे नहीं थे।

इसका जिक्र अभिषेक ने खुद एक इंटरव्यू में करते हुए कहा था, ‘मेरे पिता को अपने स्टाफ से पैसे मांगने पड़ रहे थे। ऐसे में मुझे अंदर से ये बात खाई जा रही थी कि मैं उनके साथ वहां कैसे नहीं हूं। मैंने पापा को तुरंत कॉल करके कहा, पापा मुझे लगता है कि मुझे कॉलेज छोड़कर सिर्फ आपके पास आना है और किसी भी तरह आपकी मदद करनी है। जब मेरे पापा को ये तक नहीं पता कि उन्हें डिनर भी नसीब होगा या नहीं तो मैं यहां बोस्टन में बैठा नहीं रह सकता।’

इसके बाद अभिषेक वापस मुंबई आ गए और फिल्म मेजर साब के प्रोडक्शन का काम देखने लगे। वो सेट पर छोटे-मोटे काम भी करते थे जैसे चाय बनाना, लाइटिंग देखना आदि। इसी दौरान अभिषेक को फिल्मों में दिलचस्पी हो गई और उन्होंने एक्टर बनने का फैसला ले लिया, लेकिन आगे उनका सफर आसान नहीं था।

फिल्मफेयर अवॉर्ड में जाकर बदल गई लाइफ

एक इंटरव्यू में अभिषेक ने कहा- ‘मैं हमेशा से ही मूवी स्टार बनना चाहता था इसलिए मैंने कई डायरेक्टर्स से मुलाकात की, पर उनमें से कोई भी अमिताभ बच्चन के बेटे को लॉन्च करने की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता था। फिर मैंने और मेरे एक दोस्त के साथ मिलकर अपनी स्क्रिप्ट लिखने का फैसला किया, पर वो भी पूरी नहीं हो पाई। फिर एक दिन मैं पापा के साथ फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में पहुंचा, जहां से मेरी लाइफ चेंज हो गई।’

अभिषेक ने आगे बताया, ‘20 साल पहले जब फिल्मफेयर अवॉर्ड्स होते थे तो एक्टर्स को एक महीने पहले से ही तय करना होता था कि वो इवेंट पर क्या पहनेंगे। उस दौर में कोई रेंट पर या फ्री आउटफिट्स नहीं देता था, हमें खुद खरीदने पड़ते थे। उस दिन कोई शाम की शिफ्ट में शूटिंग नहीं करता था। पूरी इंडस्ट्री इस अवॉर्ड नाइट में शामिल होती थी फिर चाहे कोई नॉमिनेट हो या ना हो।

हालांकि जब पापा ने कहा कि इस बार फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में मैं उनके साथ जाऊंगा तो मैं सोच रहा था कि मैं क्या पहनूंगा? अब यह कहने में अजीब लगता है पर उस वक्त मेरे पास ज्यादा कपड़े नहीं हुआ करते थे और ना ही हम नए आउटफिट्स अफोर्ड कर सकते थे। हम उस वक्त बुरे दौर से गुजर रहे थे और कोशिश करते थे कि लोगों को वो दिखाई ना दे।’

फिल्म ‘रिफ्यूजी’ में करीना और अभिषेक

फिल्म ‘रिफ्यूजी’ में करीना और अभिषेक

इस तरह अभिषेक को ऑफर हुई ‘रिफ्यूजी’

अभिषेक ने आगे बताया था, ‘मेरे पास पहनने के लिए कुछ भी फॉर्मल नहीं था और मुझे लगा जींस-टीशर्ट पहनकर जाना अच्छा नहीं लगेगा। फिर मैंने उस अवॉर्ड फंक्शन में वो शेरवानी पहनी जो मैंने कुछ साल पहले बहन श्वेता की शादी में पहनी थी।’

उस साल जेपी दत्ता को फिल्म बॉर्डर के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला था और जब वो स्टेज से नीचे उतर रहे थे तब उन्होंने मुझे देखा। दो दिन बाद उन्होंने मुझे मिलने के लिए बुलाया और फिर मुझे फिल्म ऑफर की।’

ये फिल्म ‘रिफ्यूजी’ थी जो कि साल 2000 में रिलीज हुई थी। फिल्म में अभिषेक के अपोजिट करीना कपूर ने डेब्यू किया था। दोनों की जोड़ी को पसंद तो किया गया, लेकिन ये फिल्म फ्लॉप रही।

रिफ्यूजी के एक सीन में दिए थे 17 रीटेक्स

एक इंटरव्यू में अभिषेक ने फिल्म की मेकिंग से जुड़े किस्से शेयर किए थे। उन्होंने बताया था कि वह जब कच्छ में ‘रिफ्यूजी’ की शूटिंग के लिए पहुंचे थे, तो वहां के आसपास के गांव के लोग उन्हें देखने के लिए काफी एक्साइटेड थे। वो कह रहे थे अमिताभ बच्चन का बेटा आया है। यह सब देखकर वह काफी नर्वस हो गए थे और एक सीन के लिए 17 री-टेक्स लिए थे।

अभिषेक के मुताबिक, ‘मेरे और कुलभूषण खरबंदा के बीच एक सीन फिल्माया जाना था। मुझे उस सीन में कैन में पानी भरना था और फिर आगे जाना था। शॉट में आगे था कि वह मुझसे मेरा नाम पूछते हैं और मुझे नाम बताना था – नाम रिफ्यूजी। मुझे लगा कि बस हो गया, मैं खुद को बॉस समझ रहा था। मैं क्रू से कह रहा था कि मुझे पता है कि कैसे करना है। अपनी इमैच्योर एरोगेंस में मैंने आगे के सीन को ध्यान से नहीं देखा।

मुझे पता ही नहीं था कि ये डायलॉग 3 पेज का है। जैसे ही कैमरा रोल हुआ तो मैंने लाइन्स डिलीवर करनी शुरू कीं। अपनी लाइन्स खत्म करने के बाद मैं डायरेक्टर के मुंह से कट सुनने का इंतजार कर रहा था, लेकिन उन्होंने कट नहीं कहा, क्योंकि सीन खत्म नहीं हुआ था। सब परेशान हो गए कि ये आगे की लाइन्स क्यों नहीं कह रहा है। ऐसे में दत्ता ने फिर से टेक करवाया, लेकिन बात नहीं बनी।’

अभिषेक ने बताया कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि अब वो क्या करें। उन्होंने न ही रिहर्सल की और न ही पता था कि डायलॉग क्या हैं? अभिषेक बोले- ‘मैंने अपने चारों तरफ देखा। वहां गांव वालों की भीड़ लगी हुई थी। ऐसे में मैं कांपने लगा। उस वक्त रीना रॉय, अनुपम खेर जी जैसे कई एक्टर्स मौजूद थे। मैं डर के मारे सोचने लगा कि ये सब मेरे पापा को फोन करेंगे और कहेंगे कि अमित जी ये तो गया काम से, इसको वापस बुला लो। काफी कोशिशों के बाद करीब 17 री-टेक के बाद यह सीन शूट हो सका।’

अभिषेक ने कहा था-अपने सरनेम को संभालना आसान नहीं

अपने परिवार की लिगेसी पर अभिषेक ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मेरा सरनेम मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं पूरी कोशिश करता हूं कि मैं अपने पिता का नाम रोशन कर सकूं और उन्होंने जो मिसाल कायम की है उसे आगे ले जा सकूं। मैं आज जो कुछ भी हूं वो अपने सरनेम की वजह से ही हूं। इस सरनेम के साथ जो शोहरत और फेम आज जुड़ी है वो मेरे दादाजी और मेरे पिताजी ने कमाई है। इस सरनेम को संभालना आसान नहीं है।’

4 साल में 20 में से 17 फिल्में रहीं फ्लॉप

रिफ्यूजी पिटने के बाद अभिषेक की 2000 से 2004 के बीच तकरीबन 20 फिल्में रिलीज हुईं जिनमें से 17 फिल्में फ्लॉप रहीं। 2004 में वो फिल्म धूम में दिखे, जो एक ब्लॉकबस्टर हिट साबित हुई। इसके बाद वो धूम के दोनों सीक्वल धूम 2 और धूम 3 में भी नजर आए थे। ये दोनों फिल्में भी हिट साबित हुई थीं।

अभिषेक ने ‘बंटी और बबली’, ‘युवा’, ‘ब्लफमास्टर’, ‘गुरु’’ जैसी हिट फिल्में भी दी हैं। उन्होंने अपने करियर में तकरीबन 70 फिल्मों में काम किया है।

2005 के बाद वो कभी अलविदा न कहना, लागा चुनरी में दाग, झूम बराबर झूम, द्रोणा, दिल्ली 6, खेलें हम जी जान से, पा, गेम, प्लेयर्स जैसी कई फिल्मों में दिखे, जिनमें से कई फ्लॉप भी रहीं।

करियर में नहीं ली पिता से कोई मदद

अमिताभ बच्चन के बेटे होने की वजह से लोगों की अभिषेक को लेकर ये धारणा रही है कि अपना करियर संवारने में उन्हें पिता से मदद मिली होगी। हालांकि, अभिषेक के मुताबिक ऐसा नहीं है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘सच्चाई यह है कि उन्होंने कभी किसी का फोन तक नहीं उठाया। उन्होंने मेरे लिए कभी कोई फिल्म नहीं बनाई।

इसके उलट मैंने उनके लिए फिल्म ‘पा’ प्रोड्यूस की। लोगों को समझना चाहिए कि यह एक धंधा है। पहली फिल्म के बाद अगर उन्हें आप में कुछ नहीं दिखता है या फिल्म नंबर्स नहीं बटोर पाती है तो आपको अगला जॉब नहीं मिलने वाला। यह जिंदगी की कड़वी सच्चाई है।’

कई फिल्मों से हटाए गए अभिषेक

अभिषेक ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं बहुत अच्छे से जानता हूं कि इंडस्ट्री कैसे काम करती है। जब मेरी फिल्में नहीं चलतीं तो मुझे पता होता है। मैं जानता हूं कि मुझे किन फिल्मों से रिप्लेस कर दिया गया। मैं उन फिल्मों के बारे में जानता हूं, जो बन नहीं सकीं। जो शुरू तो हुईं, लेकिन उनके पास बजट नहीं था। यह इसलिए हुआ, क्योंकि उस वक्त मैं बैंकेबल नहीं था, भले ही मैं अमिताभ बच्चन का बेटा था।’

OTT ने दिया दूसरा मौका

अभिषेक के उतार-चढ़ाव भरे फिल्मी करियर में OTT थोड़ी राहत लेकर आया। उन्होंने वेबसीरीज ‘ब्रीद’ से OTT डेब्यू किया था। इस वेबसीरीज के दूसरे सीजन में भी नजर आए थे। 2021 में फिल्म बिग बुल में उन्होंने हर्षद मेहता की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा वो लूडो, बॉब बिस्वास,दसवीं जैसी फिल्मों में दिखे जो OTT पर रिलीज हुई थीं। इन सभी में अभिषेक के एक्टिंग टैलेंट की तारीफ हुई थी। उन्हें 2022 में हुए फिल्मफेयर OTT अवॉर्ड्स में बेस्ट मेल एक्टर का अवॉर्ड मिला था।

तीन फिल्मों में आएंगे नजर

2023 में अभिषेक की फिल्म घूमर रिलीज हुई थी जो कि फ्लॉप रही थी। फिल्म ने केवल 7 करोड़ रु. कमाए थे। अब अभिषेक तीन फिल्मों में काम कर रहे हैं। इसमें रेमो डिसूजा की डांसिंग डैड, शुजीत सरकार की एक अनटाइटल्ड फिल्म और अजय देवगन की फिल्म भोला 2 शामिल हैं।

कबड्डी टीम की वैल्यूएशन 100 करोड़

अभिषेक ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कबड्डी टीम में इन्वेस्ट करना अंधेरे में तीर मारने जैसा था, लेकिन ये रिस्क लेने से उन्हें फायदा ही हुआ क्योंकि अब उनकी कबड्डी टीम का वैल्यूएशन लगभग 100 करोड़ के करीब है।

अभिषेक ने कहा कि उन्हें और फिल्म प्रोड्यूसर बंटी वालिया (टीम को-ओनर) को कोई आइडिया नहीं था कि ये बिजनेस कैसे चलता है, टीम कैसे बनती है और हमें क्या करना है, इसमें कितना खर्चा आएगा। कुछ भी नहीं।

2014 में प्रो कबड्डी लीग में हमारी टीम पहली बार शामिल हुई थी। जब उनसे ये पूछा गया था कि अगर आप इस बिजनेस को लेकर श्योर नहीं थे तो आपने टीम खरीदने का मन कैसे बना लिया तो उन्होंने कहा- मुझे सिर्फ इतना भरोसा था कि लोग ये मैच देखना चाहेंगे, इसे आप गट फीलिंग कह लीजिए।

ग्राफिक्स: अंकित पाठक

Champai Soren को इन विधायकों का डर, सरकार गिरने का बन सकते हैं कारण

चंपई सोरेने व दो मंत्रियों आलमगीर आलम के शपथ के बाद सरकार बचाने को लेकर जद्दोजहद शुरू हो गई है। अब सब सोमवार को विधानसभा में होने वाले विश्वास प्रस्ताव पर नजर गड़ाकर बैठे हुए हैं।

By Anurag Mishra

Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 03:56 PM (IST)

Up to date Date: Solar, 04 Feb 2024 03:56 PM (IST)

Champai Soren को इन विधायकों का डर, सरकार गिरने का बन सकते हैं कारण
Champai Soren की सरकार बचाने की कोशिश।

राज्य ब्यूरो, रांची। चंपई सोरेने व दो मंत्रियों आलमगीर आलम के शपथ के बाद सरकार बचाने को लेकर जद्दोजहद शुरू हो गई है। अब सब सोमवार को विधानसभा में होने वाले विश्वास प्रस्ताव पर नजर गड़ाकर बैठे हुए हैं। चंपई सोरेने के सामने कुछ विधायक परेशानी लेकर आ सकते हैं। लोबिन हेम्बम, सीता सोरेन व बसंत सोरेन अपनी सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं।

चंपई सोरेन उन सभी विधायकों को साधना चाहते हैं, जो विश्वास प्रस्ताव के समय गड़बड़ी कर सकते हैं। अब ऐसे में विश्वास प्रस्ताव की अग्नि परीक्षा पास कर वह किसको मंत्रि मंडल में जगह देते हैं। यह देखने वाली बात होगी।

मंत्रिमंडल में नहीं होगा ज्यादा बदलाव

नई सरकार पूरी तरह से एक बात पर ध्यान लगाए हुए है कि किसी भी तरह से अपने विधायकों को टूटने से बचाया जाएगा। सरकार में मंत्री पद पाने के लिए भी विधायक जुगत लगा ही रहे होंगे। झारखंड की राजनीति को समझने वाले कुछ जानकारों ने कहा कि नई सरकार में कुछ खास बदलाव नहीं होने वाला है। एक-दो लोगों को ही हटाया जा सकता है।

आज आएंगे हैदराबाद से विधायक

महागठबंधन के विधायकों को टूट के डर से हैदराबाद में रखा गया था। अब उन्हें रविवार को विशेष विमान के जरिए वहां से वापस रांची लाया जा रहा है। उसके बाद उन्हें एक साथ कहीं रखा जाएगा। सोमवार को सभी सरकार के पक्ष में विश्वास प्रस्ताव के दौरान वोटिंग देंगे।

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    अनुराग मिश्रा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं। वह कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव है। अनुराग मिश्रा नईदुनिया में आने से पहले भास्कर हिंदी और दैन

Aaj Ka Rashifal 6 Feb 2024: आज कोई बड़ी खुशखबरी मिलेगी, परिवार में आनंद रहेगा

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आज का दिन सामान्य रहेगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। लंबी यात्रा जा सकते हैं। वाहन संभलकर चलाएं। मित्रों से आर्थिक सहयोग प्राप्त होगा। बिजनेस में उतार-चढ़ाव रहेगा। परिवार में आज आपसे किसी का विवाद हो सकता है।

वृषभ दैनिक राशिफल (Taurus Horoscope At this time)

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आज का दिन भागदौड़ से भरा रहेगा। मन अशांत रहेगा स्वास्थ्य में गिरावट महसूस हो सकती है। बिजनेस में कोई बड़ी डील हाथ से निकल सकती है। परिवार में किसी अपने का दुखद समाचार प्राप्त होगा।

मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Horoscope At this time)

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आज का दिन ठीक-ठाक रहेगा। रुका हुआ पुराना काम पूरा होगा। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव दिखाई पड़ेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। कोई नया कार्य शुरू करने के लिए दिन अनुकूल है। परिवार में मांगलिक कार्य का योग बनेगा।

कर्क दैनिक राशिफल (Most cancers Horoscope At this time)

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आज का दिन अच्छा रहने वाला है। जिस काम को पिछले दिनों से करना चाह रहे हैं, वो पूरा होगा। मन प्रसन्न् रहेगा। अच्छे स्वास्थ्य का लाभ उठा पाएंगे। साझेदारी में बड़ा काम शुरू कर सकते हैं। परिवार में कोई नया मेहमान आएगा।

सिंह दैनिक राशिफल (Leo Horoscope At this time)

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आज का दिन खुशखबरी लेकर आएगा। जिन लोगों को नौकरी की तलाश है, आज वह पूरी होगी। विद्यार्थियों के लिए अच्छा समय है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। परिवार में मांगलिक कार्यों के योग बनेंगे। आपसी मतभेद दूर होंगे। बिजनेस में बड़ी सफलता मिलेगी।

कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Horoscope At this time)

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आज का दिन उतार-चढ़ाव से भरपूर रहेगा। तबीयत बिगड़ सकती है। कोर्ट केस में हार का सामना करना पड़ सकता है। आज विरोधियों से बचकर रहें। वाणी पर कंट्रोल रखें। कोई जोखिम ना उठाएं। नुकसान की आशंका है। वाद विवाद की स्थिति बनने पर शांत रहें।

तुला दैनिक राशिफल (Libra Horoscope At this time)

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किसी खास काम से बाहर जाना पड़ सकता है। दुर्घटना की आशंका है। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। बिजनेस में नुकसान की आशंका है। कोई भी डील सोच-समझकर करें। पार्टनर के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है।

वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Horoscope At this time)

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आज का दिन बहुत अच्छा रहेगा। सोचे हुए कार्य पूर्ण होंगे। जीवन साथी के साथ बाहर घूमने चले जा सकते हैं। मन प्रसन्न रहेगा। ऑफिस में नई जिम्मेदारी मिलेगी। बिजनेस में लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेंगे।

धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Horoscope At this time)

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आज का दिन अच्छा रहने वाला है। आप कोई नया कार्य शुरू करने का सोच रहे हैं तो उसमें सफलता मिलेगी। आज किसी पुराने प्रसिद्ध व्यक्ति से मुलाकात होगी, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा।

मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Horoscope At this time)

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आज दिन व्यर्थ की भागदौड़ में उलझा रहेगा। किसी वाद विवाद में आज आप फंस सकते हैं। विरोधियों के षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। स्वास्थ्य में गिरावट महसूस होगी। व्यापार में हानि उठानी पड़ेगी। नौकरी वालों के लिए सहयोगियों से मतभेद बढ़ सकते हैं।

कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Horoscope At this time)

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आज का दिन परेशानियों से भरा रहेगा। कोर्ट कचहरी आदि के विवाद में फंस सकते हैं। आपका कोई व्यापार में बड़ा नुकसान हो सकता है। विरोधी वर्ग आपके प्रति षड्यंत्र रह सकते हैं। कोई बड़ा निवेश आज व्यापार में ना करें।

मीन दैनिक राशिफल (Pisces Horoscope At this time)

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आज का दिन आपके लिए अच्छा होगा। किसी बड़ी समस्या से मुक्त हो सकते हैं। कोर्ट कचहरी के मामले में विजय प्राप्त होगी। व्यापार व्यवसाय में लाभ मिलेगा। रिश्तेदार मित्रों का आर्थिक सहयोग प्राप्त होगा।