Grammy Awards 2024; Shankar Mahadevan Zakir Hussain (This Second) | Shakti Band | शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन के बैंड ने जीता ग्रैमी: एलबम ‘दिस मोमेंट’ बना बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम, बांसुरी वादक राकेश चौरसिया को भी दो अवॉर्ड

Grammy Awards 2024; Shankar Mahadevan Zakir Hussain (This Second) | Shakti Band | शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन के बैंड ने जीता ग्रैमी: एलबम ‘दिस मोमेंट’ बना बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम, बांसुरी वादक राकेश चौरसिया को भी दो अवॉर्ड

लॉस एंजिल्स40 मिनट पहले

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शक्ति बैंड के आर्टिस्ट (बाएं से)- शंकर महादेवन, वॉयलनिस्ट गणेश राजगोपालन, जाकिर हुसैन और वी सेल्वागणेश।

भारतीय गायक शंकर महादेवन और तबला वादक जाकिर हुसैन को ग्रैमी अवॉर्ड मिला है। दोनों लीजेंड्री कलाकारों के बैंड ‘शक्ति’ के एलबम ‘दिस मोमेंट’ ने बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम की कैटेगरी में यह अवॉर्ड अपने नाम किया। इस एलबम में कुल 8 गाने हैं। ग्रेमी अवॉर्ड का ये 66वां संस्करण है।

ग्रैमी अवॉर्ड के साथ शंकर महादेवन, जाकिर हुसैन और उनके बैंड मेंबर्स गणेश राजगोपालन व वी सेल्वागणेश।

ग्रैमी अवॉर्ड के साथ शंकर महादेवन, जाकिर हुसैन और उनके बैंड मेंबर्स गणेश राजगोपालन व वी सेल्वागणेश।

इस बैंड में शंकर महादेवन, जॉन मैकलॉलिन, जाकिर हुसैन, वी सेल्वागणेश और गणेश राजगोपालन जैसे कलाकार साथ काम करते हैं। इस बैंड के अलावा बांसुरी वादक राकेश चौरसिया ने भी दो ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किए हैं।

अवॉर्ड जीतने के बाद स्टेज पर खुशी जताते शंकर महादेवन, गणेश राजगोपालन और वी सेल्वागणेश।

अवॉर्ड जीतने के बाद स्टेज पर खुशी जताते शंकर महादेवन, गणेश राजगोपालन और वी सेल्वागणेश।

ग्रैमी म्यूजिक की दुनिया में दिए जाने वाला सबसे बड़ा अवॉर्ड है। अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन लॉस एंजिल्स के क्रिप्टो.कॉम एरीना में हो रहा है। इवेंट में SZA, बिली एलिश, दुआ लिपा, ओप्रा विनफ्रे, मेरिल स्ट्रीप समेत कई बड़े कलाकार शामिल हुए।

45 साल बाद रिलीज हुआ पहला एलबम, 1973 में हुई थी शुरुआत
फ्यूजन बैंड शक्ति ने 45 साल बाद अपना पहला एलबम रिलीज किया, जिसे सीधे ग्रैमी अवार्ड मिला है। इंग्लिश गिटारिस्ट जॉन मैकलॉलिन ने 1973 में भारतीय वायलिन प्लेयर एल. शंकर, तबला वादक जाकिर हुसैन और टी.एच. ‘विक्कू’ विनायकराम के साथ फ्यूजन बैंड ‘शक्ति’ की शुरुआत की थी। हालांकि, 1977 के बाद ये बैंड बहुत एक्टिव नहीं रहा।

फ्यूजन बैंड शक्ति के मेंबर्स (बाएं से दाएं) जाकिर हुसैन, शंकर महादेवन, जॉन मैकलॉलिन, गणेश राजगोपालन और वी सेल्वागणेश।

फ्यूजन बैंड शक्ति के मेंबर्स (बाएं से दाएं) जाकिर हुसैन, शंकर महादेवन, जॉन मैकलॉलिन, गणेश राजगोपालन और वी सेल्वागणेश।

1997 में जॉन मैकलॉलिन ने फिर से इसी कॉन्सेप्ट पर ‘रिमेम्बर शक्ति’ नाम से बैंड बनाया और इसमें वी. सेल्वागणेश (टी.एच. ‘विक्कू’ विनायकराम के बेटे), मैंडोलिन प्लेयर यू. श्रीनिवास और शंकर महादेवन को शामिल किया। 2020 में ये बैंड फिर से साथ आया और ‘शक्ति’ के तौर पर इन्होने 46 साल बाद अपना पहला एलबम ‘दिस मोमेंट’ रिलीज किया।

जाकिर हुसैन का यह तीसरा ग्रैमी
मशहूर भारतीय तबला वादक जाकिर हुसैन का यह तीसरा ग्रैमी अवॉर्ड है। इससे पहले उन्होंने एल्बम ‘प्लेनेट ड्रम्स’ के लिए टी.एच. ‘विक्कू’ विनायकराम के साथ ग्रैमी जीता था। 2008 में उन्हें ‘ग्लोबल ड्रम प्रोजेक्ट’ के लिए भी ग्रैमी मिल चुका है। सोमवार को उन्होंने अपना तीसरा ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किया है। इससे पहले ग्रैमी अवार्ड्स 2022 में भी भारत को दो जीत मिली थीं। तब पी.ए. दीपक, रिक्की केज और स्टीवर्ट कोपलैंड के ‘डिवाइन टाइड्स’ को ‘बेस्ट न्यू एज एल्बम’ कैटेगरी में जीत मिली थी।

अमेरिकन सिंगर और सॉन्ग राइटर टेलर स्विफ्ट ने बेस्ट पॉप वोकल एलबम कैटेगरी में ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किया।

अमेरिकन सिंगर और सॉन्ग राइटर टेलर स्विफ्ट ने बेस्ट पॉप वोकल एलबम कैटेगरी में ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किया।

अमेरिक सिंगर-सॉन्गराइट और एक्ट्रेस माईली सायरस ने अपने करियर का पहला सोलो ग्रैमी अवॉर्ड जीता। उन्होंने स्टेज परफॉर्मेंस भी दी।

अमेरिक सिंगर-सॉन्गराइट और एक्ट्रेस माईली सायरस ने अपने करियर का पहला सोलो ग्रैमी अवॉर्ड जीता। उन्होंने स्टेज परफॉर्मेंस भी दी।

क्या है ग्रैमी अवॉर्ड?
यह अवॉर्ड एक अमेरिकी ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से दिया जाता है। म्यूजिक इंडस्ट्री में शानदार काम के लिए ये अवॉर्ड दिया जाता है। इसका नाम एक ग्रामोफोन पर रखा गया है। संगीत की दुनिया के महारथियों को ग्रैमी अवॉर्ड दिया जाता है।

भारत में सबसे पहले किसे मिला?
देश के लिए मशहूर सितार वादक एवं संगीतकार स्वर्गीय पंडित रवि शंकर ने पहली बार 1968 में ग्रैमी अवार्ड अपने नाम किया था। उन्हें 5 बार इस अवॉर्ड से नवाजा गया, जिसके बाद ग्रैमी की तरफ से उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी दिया गया। उनके अलावा जुबैन मेहता, गुलजार, जाकिर हुसैन, एआर रहमान जैसे कलाकारों को भी ग्रैमी मिल चुका है।

मशहूर सितार वादक एवं संगीतकार स्वर्गीय पंडित रवि शंकर ने पहली बार 1968 में ग्रैमी अवार्ड जीता था। इसके बाद उन्होंने 1973, 2002 और 2013 में दो बार फिर यह अवॉर्ड अपने नाम किया।

मशहूर सितार वादक एवं संगीतकार स्वर्गीय पंडित रवि शंकर ने पहली बार 1968 में ग्रैमी अवार्ड जीता था। इसके बाद उन्होंने 1973, 2002 और 2013 में दो बार फिर यह अवॉर्ड अपने नाम किया।

क्या है पूरा प्रोसेस?
ग्रैमी अवॉर्ड के लिए सबसे पहले किसी गाने या फिर रिकॉर्डिंग को सबमिट करना होता है। इसके बाद इनकी स्क्रीनिंग होती है। अलग-अलग क्षेत्रों के करीब 350 लोग बैठकर ये तय करते हैं कि वो गाना या रिकॉर्डिंग नॉमिनेशन के लायक है या नहीं। साथ ही इन्हें कैटेगरी के हिसाब से लगाया जाता है। इसके बाद ग्रैमी के मेंबर्स वोटिंग करते हैं। वोटिंग करने वाले लोग उस कैटेगरी में महारथ रखते हैं, जिसमें वो वोट डालते हैं। किसी एक कैटेगरी में सबसे ज्यादा वोट पाने वाला गाना या रिकॉर्डिंग अवॉर्ड जीतता है। टाई होने के मामले में दो या उससे अधिक लोगों को अवॉर्ड दिया जा सकता है।

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