मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के हमलों में मुखिया की मौत पर स्वजन को पेंशन का प्रस्ताव

MP Information: मोहन सरकार लेगी निर्णय, पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के समय नहीं मिल पाई थी मंजूरी।

By Sourabh Soni

Publish Date: Tue, 06 Feb 2024 04:00 AM (IST)

Up to date Date: Tue, 06 Feb 2024 04:00 AM (IST)

मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के हमलों में मुखिया की मौत पर स्वजन को पेंशन का प्रस्ताव
मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के हमले की बढ़ रही घटनाएं।

HighLights

  1. मध्य प्रदेश में मानव-वन्यप्राणी द्वंद्व की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
  2. पिछले पांच वर्षों में वन्यप्राणियों के हमलों में 292 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
  3. जंगल के भीतर महुआ बीनने और तेंदूपत्ता तोड़ने वाले इनके सर्वाधिक शिकार होते हैं।

MP Information: सौरभ सोनी, भोपाल। मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के हमलों से परिवार के मुखिया की मौत होने पर राज्य सरकार स्वजन को पेंशन देने की तैयारी कर रही है। यह पेंशन पांच साल तक देने पर विचार किया जा रहा है। वन मुख्यालय द्वारा भेजे गए इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

दरअसल, यह प्रस्ताव शिवराज सरकार में बनाया गया था। तत्कालीन वाइल्ड लाइफ वार्डन जसवीर सिंह चौहान ने इसका प्रस्ताव तैयार किया था। इसके साथ ही मुआवजे की राशि चार लाख रुपये से बढ़ाकर आठ रुपये करने का भी प्रस्ताव था।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आठ लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी। यह व्यवस्था लागू भी कर दी गई है, लेकिन पांच साल तक पेंशन देने के प्रस्ताव पर तब सहमति नहीं बन सकी थी। अब मोहन सरकार में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा।

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वन्यजीवों के हमलों में पांच वर्षों में 292 लोगों की हुई मौत

मध्य प्रदेश में मानव-वन्यप्राणी द्वंद्व की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले पांच वर्षों में वन्यप्राणियों के हमलों में 292 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इन मामलों में स्वजन को मुआवजा दिया गया है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जंगल में वन्यजीवों के लिए पानी का इंतजाम, रेस्क्यू टीम का गठन जैसे कई प्रयास भी किए गए हैं, पर घटनाएं रुक नहीं रही हैं। इसे लेकर विधानसभा में भी कई बार सवाल उठ चुके हैं। वर्ष 2020 में बाघ के हमलों में सबसे ज्यादा आठ मौतें हुई थीं।

महुआ बीनने और तेंदूपत्ता तोड़ने वाले होते हैं सर्वाधिक शिकार

बाघ-तेंदुआ सहित अन्य मांसाहारी वन्यप्राणियों के जंगल से बाहर निकलने की घटनाएं बढ़ रही हैं। खासकर गर्मी के दिनों में पानी की तलाश में वन्यप्राणी जंगल से बाहर निकलते हैं और नजदीकी बस्ती में पहुंच जाते हैं। इस मौसम में महुआ और तेंदूपत्ता भी तोड़ा जाता है। इसलिए मानव और वन्यप्राणी द्वंद्व की घटनाएं बढ़ जाती हैं। जंगल के भीतर महुआ बीनने और तेंदूपत्ता तोड़ने वाले सर्वाधिक शिकार होते हैं।

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    नईदुनिया डॉट कॉम इंदौर में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ डेस्क पर वरिष्ठ उप-संपादक। पत्रकारिता और जनसंचार में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से बैचलर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से मास्टर्स डिग्री। इंदौर में 2014

Delhi Information: आतिशी ने क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को बताया नौटंकी, बोलीं- मेरी उनके प्रति सहानुभूति

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यहां क्राइम ब्रांच के अधिकारी आए थे। आज सुबह क्राइम ब्रांच के करीब छह अधिकारी मेरे घर आए।

By Anurag Mishra

Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 04:36 PM (IST)

Up to date Date: Solar, 04 Feb 2024 04:45 PM (IST)

Delhi News: आतिशी ने क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को बताया नौटंकी, बोलीं- मेरी उनके प्रति सहानुभूति
आतिशी ने की प्रेस कॉफ्रेंस।

एएनआई, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यहां क्राइम ब्रांच के अधिकारी आए थे। आज सुबह क्राइम ब्रांच के करीब छह अधिकारी मेरे घर आए। उन्होंने 2-3 घंटे तक इंतजार किया और बार-बार अंदर-बाहर जाते रहे। वे क्राइम ब्रांच नोटिस देने आए थे और इसे सीधे मुझे सौंपना चाहते थे। हमें उन अधिकारियों पर दया ही आती है। वह जब पुलिस में आए होंगे, तब सोचा होगा कि देश के लिए कुछ करेंगे। उनके राजनीतिक आकाओं ने आज उन बेचारों को टीवी की प्राइम टाइम नौटंकी बनाकर छोड़ दिया है।

आज सुबह मेरे घर आकर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने दो-तीन घंटे की नोटिस दी। अब यह नोटिस भी खुद बहुत अजीब है, क्यों कि इसमें कुछ नहीं है। ये नोटिस एफआई, समन नहीं है। अब क्राइम ब्रांच ने 48 घंटे की नौटंकी के बाद मुझे और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ये सिर्फ एक चिट्ठी भर दी है। इस चिट्ठी को दिखा ऐसे रहे थे कि यह कितनी ही महत्वपूर्ण, जिसे सीएम केजरीवाल और मुझे व्यक्तिगत तौर पर ही देनी थी।

क्राइम ब्रांच को जानता है कौन तोड़ना चाहता है विधायक

#WATCH | On Crime Department officers at her residence, Delhi Minister and AAP chief Atishi says, “The individuals who got here to take break Eknath Shinde and 11 different MLAs are the identical individuals who got here to interrupt away AAP MLAs…I need to inform the heads of the Crime Department that you simply already… pic.twitter.com/GoAcga9EIH

— ANI (@ANI) February 4, 2024

उन्होंने कहा कि जो लोग एकनाथ शिंदे और 11 अन्य विधायकों को तोड़ने आए थे, वे वही लोग हैं जो आप विधायकों को तोड़ने आए थे। मैं क्राइम ब्रांच के प्रमुखों को बताना चाहती हूं कि आप पहले से ही उन लोगों को जानते हैं, जो तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

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    अनुराग मिश्रा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं। वह कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव है। अनुराग मिश्रा नईदुनिया में आने से पहले भास्कर हिंदी और दैन

Sushant Singh Rajput sister Shweta Singh Kriti calls for justice from CBI | सुशांत की बहन ने CBI से मांगा जस्टिस: बोलीं- हम जानना चाहते हैं भाई के साथ क्या हुआ, एक्टर के अपार्टमेंट के बाहर भी पहुंचीं

20 घंटे पहले

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अमेरिका में रहने वाली दिवंगत बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति इन दिनों मुंबई में हैं। वो अपनी नई बुक ‘पेन: पेन का पोर्टल टु एनलाइटनमेंट’ के प्रमोशन के सिलसिले में इंडिया आई हैं।

इसी बीच एक इंटरव्यू में श्वेता ने CBI से सुशांत के लिए जस्टिस की मांग की है। श्वेता ने कहा कि जब तक इस केस का सच सबके सामने नहीं आ जाता तब तक किसी को भी क्लोजर नहीं मिलेगा।

श्वेता ने अपनी किताब 'पेन' में सुशांत से जुड़े कई एक्सपीरिएंस भी शेयर किए हैं।

श्वेता ने अपनी किताब ‘पेन’ में सुशांत से जुड़े कई एक्सपीरिएंस भी शेयर किए हैं।

CBI से कहती रहूंगी कि जल्दी रिजल्ट के साथ सामने आए: श्वेता
इंस्टेंट बॉलीवुड को दिए एक इंटरव्यू में श्वेता ने कहा- ‘हमें जानना है क्या हुआ हमारे प्यारे सुशांत के साथ। हम सबको जानना है और जब तक हम ये नहीं जान जाएंगे, हमें क्लोजर नहीं मिलेगा। हमें पता लगाना होगा और इसके लिए हमें हमेशा न्याय की गुहार लगाती रहनी होगी। हम CBI से बोलते रहेंगे कि वो इंवेस्टिगेशन करते रहें और जितनी जल्दी हो सके रिजल्ट के साथ सामने आएं।’

श्वेता मुंबई स्थित सुशांत के अपार्टमेंट के बाहर भी पहुंचीं। यहां सुशांत के कुछ फैंस ने उनके लिए जस्टिस की मांग करते हुए नारे भी लगाए।

श्वेता मुंबई स्थित सुशांत के अपार्टमेंट के बाहर भी पहुंचीं। यहां सुशांत के कुछ फैंस ने उनके लिए जस्टिस की मांग करते हुए नारे भी लगाए।

सुशांत के अपार्टमेंट के बाहर लगाए नारे
श्वेता ने अपनी इस इंडिया विजिट के कुछ वीडियोज भी सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किए हैं। एक वीडियो में वो सुशांत के अपार्टमेंट माउंट ब्लैंक के बाहर खड़ी नजर आ रही हैं। यहां उनके साथ कई लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई है और सभी सुशांत के लिए इंसाफ मांगते हुए नारे लगाते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा कुछ वीडियोज में बड़ी बहन रानी दी के साथ कन्याकुमारी स्थित शिव मंदिर विजिट करती भी नजर आ रही हैं।

सुशांत की बड़ी बहन रानी के साथ छोटी बहन श्वेता।

सुशांत की बड़ी बहन रानी के साथ छोटी बहन श्वेता।

आखिरी बार सुशांत से मिल नहीं पाई थीं श्वेता
श्वेता ने अपनी किताब पेन में भी सुशांत का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि सुशांत अपने काम में बिजी रहते थे पर उसके बावजूद भी 2014 से लेकर 2017 तक श्वेता हर साल उन्हें विजिट करने आती थीं। बदकिस्मती से 2018 और 19 में वो सुशांत को विजिट नहीं कर पाईं और 2020 में वो सुशांत से मिलने आतीं इससे पहले ही एक्टर का निधन हो गया।

Gold and Silver Value in MP: डालर में उछाल से सोना 64 हजार और चांदी 72 हजार रुपये के नीचे आई

Gold and Silver Value in MP: इंदौर में सोमवार को सोना कैडबरी 63875 रुपये प्रति दस ग्राम तथा चांदी 71875 रुपये प्रति किलो बोली गई।

By Lokesh Solanki

Publish Date: Tue, 06 Feb 2024 02:50 AM (IST)

Up to date Date: Tue, 06 Feb 2024 02:50 AM (IST)

Gold and Silver Price in MP: डालर में उछाल से सोना 64 हजार और चांदी 72 हजार रुपये के नीचे आई

Gold and Silver Value in MP: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एशियाई बाजारों में सोना-चांदी की कीमतों में जोरदार गिरावट देखी गई। सोमवार को डॉलर करीब दो महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिससे अंतरराष्ट्रीय बुलियन वायदा मार्केट में सोने और चांदी वायदा में जोरदार गिरावट दर्ज की गई।

कामेक्स पर सोना कैडबरी 2042 डॉलर प्रति औंस और चांदी 22.70 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई। इसके चलते इंदौर में सोना 64 हजार का घर छोड़ता हुआ 175 रुपये घटकर 63875 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी भी 72 हजार का घर छोड़ते हुए 675 रुपये घटकर 71875 रुपये प्रति किलो रह गई। एशियाई व्यापार में ट्रेजरी यील्ड भी बढ़ रही है। सोने ने अब तक बड़े पैमाने पर 2,000 डालर प्रति औंस का स्तर बरकरार रखा है।कॉमेक्स सोना ऊपर में 2042 तथा नीचे में 2021 डालर प्रति औंस और चांदी ऊपर में 22.70 व नीचे में 22.43 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई।

इंदौर में सोना-चांदी के बंद भाव

सोना कैडबरी रवा नकद में 63875 रुपये, सोना (आरटीजीएस) 64100 रुपये तथा सोना (91.60 कैरेट) 58715 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया। शनिवार को सोना 64050 रुपये पर बंद हुआ था। वहीं, चांदी चौरसा 71875 रुपये, चांदी टंच 71975 रुपये तथा चांदी चौरसा (आरटीजीएस) 71700 रुपये प्रति किलो बोली गई। शनिवार को चांदी 72550 रुपये पर बंद हुई थी।

उज्जैन सराफा बाजार में सोना-चांदी के दाम

सोना स्टैंडर्ड 63975 रुपये तथा सोना रवा 63900 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव रहे। वहीं, चांदी पाट 72100 रुपये तथा चांदी टंच 72000 रुपये प्रति किलो बोली गई। सिक्का 800 रुपये प्रति नग रहा।

रतलाम सराफा बाजार में सोना-चांदी के दाम

सोना स्टैंडर्ड 64150 रुपये तथा सोना रवा 64100 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव रहे। वहीं, चांदी चौरसा 72200 रुपये तथा चांदी टंच 72300 रुपये प्रति किलो बोली गई।

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    1993 में नवभारत इंदौर में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में करियर शुरू किया। इसके बाद 1995 में दैनिक भास्कर में प्रूफ रीडर के तौर पर ज्वाइन किया। 1995 में ही सांध्य दैनिक अग्निबाण में भी पेजमेकर के रूप में सेवाएं दी।

Uniform Civil Code: UCC बिल पर उत्तराखंड कैबिनेट ने लगाई मुहर, सोमवार को होगा विधानसभा में पेश

रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। सीएम धामी ने शाम को 6 बजे कैबिनेट की बैठक तय की थी। इसमें कैबिनेट ने बड़ा फैसला लेते हुए यूनिफॉर्म सिविल कॉड रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है।

By Anurag Mishra

Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 07:38 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 05 Feb 2024 12:15 AM (IST)

Uniform Civil Code: UCC बिल पर उत्तराखंड कैबिनेट ने लगाई मुहर, सोमवार को होगा विधानसभा में पेश
UCC बिल पर उत्तराखंड कैबिनेट ने लगाई मुहर।

एएनआई, देहरादून। रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। सीएम धामी ने शाम को 6 बजे कैबिनेट की बैठक तय की थी। इसमें कैबिनेट ने बड़ा फैसला लेते हुए यूनिफॉर्म सिविल कॉड रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है।

यूसीसी बिल के अध्ययन के लिए राज्य सरकार ने पांच सदस्यीय पैनल बनाया था। इस पैनल ने शुक्रवार को सीएम धामी को यूसीसी मसौदा सौंप दिया था। उसके बाद से ही सरकार की कानूनी टीम सक्रिय हो गई थी। टीम ने सभी सिफारिशों का गहन अध्ययन किया, तब जाकर रविवार कैबिनेट की बैठक में सीएम की अध्यक्षता इसको इसको मंजूरी दी गई।

The Uttarakhand Cupboard accepted the UCC report within the cupboard assembly being held on the Chief Minister’s residence underneath the chairmanship of Chief Minister Pushkar Singh Dhami. pic.twitter.com/Zf1xysFMgq

— ANI (@ANI) February 4, 2024

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    अनुराग मिश्रा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं। वह कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव है। अनुराग मिश्रा नईदुनिया में आने से पहले भास्कर हिंदी और दैन

Rupali Ganguly’s first price was Rs 50, confronted monetary issues after her father spend money on a flop film | रुपाली गांगुली की पहली फीस थी 50 रुपए: ​​​​​​​धर्मेंद्र पर फिल्म बनाकर कंगाल हुए पिता, घर, गहने, सामान बिका, 15 किलोमीटर पैदल जाती थीं

21 घंटे पहले

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टेलीविजन के हाईएस्ट टीआरपी वाली शो अनुपमा में लीड रोल निभा रहीं रुपाली गांगुली आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब उनके परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था। उनके पिता 70-80 के दशक के नामी प्रोड्यूसर थे। धर्मेंद्र की फिल्म में पैसे लगाकर उन्हें बड़ा नुकसान हुआ था, जिसमें उनका घर, सामान सब कुछ बिक गया था। ऐसे में रुपाली के पूरे परिवार को गरीबी में गुजारा करना पड़ा था। करियर के शुरुआती दिनों में पैसों की कमी के चलते रुपाली रोज 15 किलोमीटर चलकर पृथ्वी थिएटर तक जाया करती थीं। वहीं उनकी पहली फीस 50 रुपए थी।

हाल ही में मेशेबल इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में रुपाली गांगुली ने अपने स्ट्रगल के दिनों पर बात की है। उन्होंने बताया कि उनके पिता अनिल गांगुली एक प्रोड्यूसर थे। उन्होंने 1991 में धर्मेंद्र स्टारर फिल्म दुश्मन देवता बनाने के लिए अपनी सारी जमापूंजी लगा दी थी। उस दौर में कोर्पोरेट सिस्टम नहीं था, तो प्रोड्यूसर्स को फिल्म बनाने के लिए खुद पैसों का जुगाड़ करना पड़ता था।

रुपाली गांगुली के पिता कोरा कागज, तपस्या और खानदान जैसी बड़ी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं।

रुपाली गांगुली के पिता कोरा कागज, तपस्या और खानदान जैसी बड़ी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं।

फिल्म दुश्मन देवता बनाने के लिए रुपाली के पिता अनिल गांगुली ने अपना घर गिरवी रख दिया था और सारे पैसे फिल्म में लगा दिए थे। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई, जिससे वो कंगाल हो गए। जो सामान और गहने बचे थे, वो भी गरीबी में बेचने पड़े। घर में चल रहीं दिक्कतों के चलते उनके पिता को डायबिटीज हो गई थी।

रुपाली ने इंटरव्यू में आगे बताया कि गरीबी में वो रोज वर्ली से पृथ्वी थिएटर पैदल जाया करती थीं, जिसकी दूरी 15 किलोमीटर है। अनुपमा ने पृथ्वी थिएटर में आत्मकथा नाम का पहला प्ले किया था। इसके लिए उन्हें 50 रुपए फीस मिली थी। ये उनकी जिंदगी की पहली कमाई थी।

बताते चलें कि शुरुआती संघर्ष के बाद रुपाली गांगुली ने टीवी शो साराभाई वर्सेस साराभाई में मोनिषा का रोल प्ले कर पहचान बनाई थी। 2020 से रुपाली गांगुली टीवी शो अनुपमा का हिस्सा हैं। ये देश का हाईएस्ट टीआरपी वाला शो है।

IND vs ENG: Shubman Gill ने ऊंगली की चोट पर दिया अपडेट, बताया- अस्पताल में क्या हुआ

भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज को विशाखापट्टनम टेस्‍ट के तीसरे दिन दाएं हाथ की ऊंगली पर चोट लगी थी। उन्होंने इसके बारे में अपडेट दिया है। उन्होंने बताया कि वह कुछ ही दिनों बाद बिल्कुल ठीक हो जाएंगे। इसमें परेशान होने वाली कोई बात नहीं है।

By Anurag Mishra

Publish Date: Mon, 05 Feb 2024 10:07 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 05 Feb 2024 10:07 PM (IST)

IND vs ENG: Shubman Gill ने ऊंगली की चोट पर दिया अपडेट, बताया- अस्पताल में क्या हुआ
Shubman Gill की ऊंगली में चोट।

HighLights

  1. शुभमन गिल ने अपनी ऊंगली की चोट के बारे में दी जानकारी
  2. शुभमन गिल को दूसरे टेस्‍ट के तीसरे दिन लगी थी ऊंगली की चोट
  3. भारत ने दूसरे टेस्‍ट में इंग्‍लैंड को 106 रन से हराया

खेल डेस्क, इंदौर। भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज को विशाखापट्टनम टेस्‍ट के तीसरे दिन दाएं हाथ की ऊंगली पर चोट लगी थी। उन्होंने इसके बारे में अपडेट दिया है। उन्होंने बताया कि वह कुछ ही दिनों बाद बिल्कुल ठीक हो जाएंगे। इसमें परेशान होने वाली कोई बात नहीं है। उनको ऊंगली में चोट लगने के बाद ही अस्पताल ले गए थे।

सोमवार को टेस्ट मैच के चौथे दिन गिल ने बिल्कुल भी फिल्डिंग नहीं की थी। उनकी जगह सरफराज खान ही पूरे दिन मैदान पर फिल्डिंग करते रहे। गिल ने बताया कि चोट के बाद उनको अस्पताल ले गए थे। डॉक्टरों की टीम ने उनका वहां स्कैन किया था।

मैं जल्द हो जाऊंगा ठीक- शुभमन गिल

शुभमन गिल ने प्रसारणकर्ता चैनल से बातचीत में कहा कि कल मेरी ऊंगली में जैसे ही चोट लगी। मुझे तुरंत अस्पताल ले गए थे। वहां मेरी ऊंगली का स्कैन हुआ था, जिससे पता लगाया जा सके कि सूजन कितनी बड़ी है। मैं फिर भी आपको बता सकता हूं कि मैं जल्द ही बिल्कुल ठीक हो जाऊंगा।

शुभमन गिल को था पापा से डांट का डर

शुभमन गिल ने कहा कि मैं अपनी इस पारी से काफी खुश हूं, लेकिन फिर भी काफी कुछ छोड़ दिया। मुझे यह पता ही नहीं चला कि बॉल मेरे पैड को छूते हुए निकल गई है। मैं और ज्यादा समय तक टिकने की सोच रहा था, क्योंकि यह बल्लेबाजी के काफी अच्छी पिच है।

गिल ने आगे कहा कि मेरे आउट होने पर पापा काफी ज्यादा गुस्सा करेंगे। मेरे यह शॉट खेलने पर उनसे डांट जरूर पड़ेगी। मैं होटल जब वापस जाऊंगा, तो मुझे पता चल जाएगा। गिल जब यह बता रहे थे, तब वह हंस रहे थे।

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Bihar Politics: अब बिहार के 16 कांग्रेस विधायक पहुंचे हैदराबाद, 12 को होना है फ्लोर टेस्ट

बिहार कांग्रेस के 16 विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं। सोमवार को 3 और विधायक वहां पहुंच जाएंगे। इससे पहले झारखंड के महागबंधन के विधायकों हैदराबाद पहुंचे थे। बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की तेलंगाना में नई-नई सरकार बनी है।

By Anurag Mishra

Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 07:10 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 05 Feb 2024 12:16 AM (IST)

Bihar Politics: अब बिहार के 16 कांग्रेस विधायक पहुंचे हैदराबाद, 12 को होना है फ्लोर टेस्ट
बिहार के 16 कांग्रेस विधायक पहुंचे हैदराबाद

एएनआई, पटना। बिहार कांग्रेस के 16 विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं। सोमवार को 3 और विधायक वहां पहुंच जाएंगे। इससे पहले झारखंड के महागबंधन के विधायकों हैदराबाद पहुंचे थे। बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की तेलंगाना में नई-नई सरकार बनी है। बिहार के सभी विधायक यहां पर उन्हें बधाई देने आए हैं। हम सीएम से मिलेंगे।

बता दें कि बिहार में एनडीए के नेतृत्व में नई सरकार बनी है। 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में नई सरकार फ्लोर टेस्ट होना है। कांग्रेस को खरीद-फरोख्त का डर सताने लगा है। वह इन सबसे बचने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद में शिफ्ट कर दिया है।

हमें चाहिए जनता का समर्थन- डिप्टी सीएम

#WATCH | Delhi: Bihar Deputy Chief Minister Samrat Choudhary says, “It’s good that they’ve been taken to Hyderabad. The MLAs will tour and see the town of Nawabs (Hyderabad). We’ve got 128 MLAs so we don’t want them. We don’t want the help of Congress and RJD. We’d like… pic.twitter.com/8pqtdH1qx4

— ANI (@ANI) February 4, 2024

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि यह अच्छा है कि उन्हें हैदराबाद ले जाया गया है। विधायक दौरा करेंगे और नवाबों के शहर (हैदराबाद) को देखेंगे। हमारे पास 128 विधायक हैं, इसलिए हमें उनकी जरूरत नहीं है। हमें जनता का समर्थन चाहिए। जनता के बल पर 2020 में एनडीए की सरकार बनी थी।

हमें नहीं पता विधायक कहां रुकेंगे- एमआर रेड्डी

इब्राहिमपट्टनम से विधायक एमआर रेड्डी ने कहा कि हमें नहीं पता कि वे कहां रुकेंगे। वह ताज होटल में या हैदराबाद में भी रुक सकते हैं। हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है। वे सभी यहां मुख्यमंत्री को बधाई देने आए हैं। बाकी हम आपको जल्द ही सूचित करेंगे।

हैदराबाद नहीं गए कांग्रेस के एक विधायक

बिहार कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरव ने कहा कि मैं हैदराबाद नहीं गया, क्योंकि निर्वाचन क्षेत्र में बहुत सारे काम चल रहे हैं। मुझे उनके साथ जाने के लिए कहा गया था। यहां निर्वाचन क्षेत्र में काम के कारण मैंने जाने से इनकार कर दिया। वे वहां गए हैं क्योंकि कांग्रेस ने वहां (तेलंगाना) नई सरकार बनाई है। निश्चित रूप से, अगर मुझे बुलाया जाएगा तो मैं जाऊंगा।

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police criticism filed in opposition to poonam for faking her demise | पूनम पांडे की मुश्किलें बढ़ीं: एक्ट्रेस के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज, सर्वाइकल कैंसर के नाम पर मौत की झूठी खबर फैलाने का आरोप

13 घंटे पहले

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मौत की झूठी खबर फैलाने पर पूनम पांडे के खिलाफ 3 शिकायत दर्ज किए गए हैं। पूनम पांडे के खिलाफ पहली शिकायत की मांग एडवोकेट अली काशिफ खान देशमुख ने की। इसके बाद ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी एक्ट्रेस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। अब, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर फैजान अंसारी द्वारा पूनम पांडे के खिलाफ तीसरी लिखित शिकायत दी गई है।

फैजान अंसारी ने पूनम पांडे के खिलाफ दर्ज की शिकायत।

फैजान अंसारी ने पूनम पांडे के खिलाफ दर्ज की शिकायत।

उन्होंने मांग की है कि पूनम के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाए, क्योंकि पूनम ने पब्लिसिटी पाने के लिए खुद की मौत की झूठी अफवाह फैलाई और लोगों को गुमराह किया। वहीं मुंबई पुलिस का कहना है इस मामले में लीगल तरीके से कार्रवाई की जाएगी।ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी मॉडल-एक्ट्रेस पूनम पांडे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने मुंबई पुलिस को एक पत्र लिखा है। पुलिस से पूनम पांडे के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। पत्र में लिखा है- सर्वाइकल कैंसर की वजह से मॉडल और एक्ट्रेस पूनम पांडे की मौत की फर्जी खबर ने इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में सभी को सदमे में डाल दिया।

ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी पूनम पांडे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी पूनम पांडे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन द्वारा पोस्ट शेयर किया गया।

ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन द्वारा पोस्ट शेयर किया गया।

पूनम पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाए- फिल्ममेकर अशोक पंडित

फिल्ममेकर अशोक पंडित ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि एक्ट्रेस ने कई लोगों के इमोशन्स के साथ खेला है। उन्होंने उन सभी लोगों का भी मजाक उड़ाया जो सर्वाइकल कैंसर से लड़ रहे हैं। मैं सभी गवर्नमेंट लॉ एंजेसी से अपील करूंगा कि पूरे देश से झूठ बोलने पर और यह नाटक रचने पर एक्ट्रेस के खिलाफ एक केस दर्ज किया जाए। इस मामले में शामिल पीआर एजेंसी को भी सजा मिलनी चाहिए।

सत्यजीत तांबे ने शिकायत की मांग की

महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य सत्यजीत तांबे ने झूठी जानकारी का हवाला देते हुए मुंबई पुलिस से भारतीय न्याय संहिता 195 की धारा 1 (2023) के तहत पूनम पांडे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य सत्यजीत तांबे ने शेयर किया पोस्ट।

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क्या था पूरा मामला

एक्टर-मॉडल पूनम पांडे ने अपनी डेथ की फेक न्यूज क्रिएट करके सभी को चौंका दिया था। शनिवार को एक वीडियो शेयर करते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि वो जिंदा हैं। उनकी डेथ सर्वाइकल कैंसर से नहीं हुई थी। उन्होंने इसके प्रति लोगों को अवेयर करने के लिए अपनी मौत का नाटक रचा था।

वीडियो में पूनम ने कहा, ‘मैं जिंदा हूं। मेरी मौत सर्वाइकल कैंसर की वजह से नहीं हुई। बदकिस्मती से मैं दूसरी महिलाओं के बारे में ऐसा नहीं कह सकती, जिन्होंने सर्वाइकल कैंसर की वजह से अपना जीवन खो दिया। ऐसा इसलिए नहीं हुआ क्योंकि वो कुछ कर नहीं सकती थीं बल्कि इसलिए हुआ, क्योंकि उन्हें पता ही नहीं था कि क्या करना चाहिए।

मैं यहां आपको यही बताना चाहती हूं कि सर्वाइकल कैंसर दूसरे कैंसर की तरह नहीं है। इसे रोका जा सकता है। आपको सिर्फ अपना टेस्ट करवाना है और HPV वैक्सीन लेना है। हम यह सब कर सकते हैं ताकि इस बीमारी के चलते किसी और को अपनी जान ना गंवानी पड़े।’

गर्व है कि मुझे अपनी डेथ न्यूज से जो अचीव करना था वो किया

‘हाय, मैं पूनम हूं। मुझे माफ कर दीजिए कि मैंने ऐसा किया। मैं उन सभी से माफी मांगती हूं जिन्हें मैंने हर्ट किया। मेरा मकसद सिर्फ सभी को एक ऐसी चर्चा पर ले जाना था जिसके बारे में हम ज्यादा बात नहीं करते और वो है सर्वाइकल कैंसर।

हां.. मैंने अपनी मौत का नाटक किया। जानती हूं कि यह बहुत ज्यादा है.. पर ऐसा करने के बाद अचानक से ही हम सभी सर्वाइकल कैंसर पर बात करने लगे हैं.. हैं ना ? इस बीमारी पर चर्चा होना जरूरी था और मुझे गर्व है कि जो मुझे अपनी डेथ न्यूज से अचीव करना था, वो मैंने किया।’

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छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने आइजी के आदेश को किया खारिज

संजय कुमार सूर्यवंशी ने अधिवक्ता मतिन सिद्दीकी और नरेंद्र मेहेर के माध्यम से छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें कहा है कि सूबेदार के पद पर पुलिस अधीक्षक मुंगेली के कार्यालय में पदस्थापना थी। 25 दिसंबर 2013 को नया आरक्षक परमेश्वर श्रीवास के द्वारा रक्षित केंद्र परिसर में नशे की हालत में स्वयं के बाएं हाथ की कलाई को काट लिया था।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Tue, 06 Feb 2024 01:38 AM (IST)

Up to date Date: Tue, 06 Feb 2024 01:38 AM (IST)

छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने आइजी के आदेश को किया खारिज
याचिकाकर्ता को पदोन्नति का पाया पात्र, लाभ देने शासन को जारी किए निर्देश

बिलासपुर। सूबेदार के पद पर पदस्थ याचिकाकर्ता की याचिका पर सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने आइजी के आदेश को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को पदोन्नति का पात्र पाते हुए लाभ देने का निर्देश राज्य शासन को जारी किया है।

संजय कुमार सूर्यवंशी ने अधिवक्ता मतिन सिद्दीकी और नरेंद्र मेहेर के माध्यम से छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें कहा है कि सूबेदार के पद पर पुलिस अधीक्षक मुंगेली के कार्यालय में पदस्थापना थी। 25 दिसंबर 2013 को नया आरक्षक परमेश्वर श्रीवास के द्वारा रक्षित केंद्र परिसर में नशे की हालत में स्वयं के बाएं हाथ की कलाई को काट लिया था। घटना के संबंध में आरक्षक द्वारा हाथ काटने का कारण उनके द्वारा बार-बार मालिश के लिए बुलाना गाली-गलौज करना बताया गया। इसके फल स्वरूप पुलिस अधीक्षक मुंगेली द्वारा 25 अक्टूबर 2017 को एक वेतनवृद्धि एक वर्ष के लिए असंचायी प्रभाव से रोके जाने का दंड से दंडित करने का आदेश जारी किया था। याचिका के अनुसार छत्तीसगढ़ पुलिस विनियम की धारा 221 के तहत पुलिस अधीक्षक को शक्ति नहीं है कि वह सूबेदार को दंडित कर सके और उनका एक वेतनवृद्धि असंचायी प्रभाव से रोक सके। याचिकाकर्ता ने पुलिस महानिदेशक कार्यालय के समक्ष अभ्यावेदन पेश किया था। सुनवाई के बाद डीजीपी ने इसे अमान्य कर दिया। इसी बीच पुलिस मुख्यालय छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सूबेदार से रक्षित निरीक्षक के पद पर पदोन्नति के लिए योग्यता सूची का प्रकाशन कर दिया। इसमें उसका नाम सरल क्रमांक एक पर था। पुलिस महानिदेशक रायपुर रक्षित निरीक्षक के पद पर दी गई पदोन्नति को निरस्त कर दिया। पदोन्नति को निरस्त करने के पीछे पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज द्वारा जारी दंड को प्रभावशील होना बताया। मामले की सुनवाई जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की सिंगल बेंच में हुई। याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी करते हुए अधिवक्ता सिद्दीकी ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा याचिकाकर्ता के ऊपर दंडाधिरोपित करने की प्रक्रिया जो छत्तीसगढ़ सिविल सर्विसेज वर्गीकरण और अपील नियम 1966 की धारा 14 की उप धारा 3 से 23 तक का पालन नहीं किया गया है। मामले की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने आइजी के आदेश को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को रक्षित निरीक्षक पदोन्नति पद के लिए उपयुक्त पाया है।