Bhanwarpura case: भंवरपुरा गैंगरेप कांड के आरोपित आकाश गुर्जर और संजीव गुर्जर का घर भी रौंद दिया गया। शनिवार को इन दोनों के घर पुलिस ने बुलडोजर चलवाया। बंटी गुर्जर का घर शुक्रवार को ही तोड़ दिया गया था।
By anil tomar
Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 08:43 AM (IST)
Up to date Date: Solar, 04 Feb 2024 08:43 AM (IST)
HighLights
- भंवरपुरा गैंगरेप कांड के फरार आरोपितों के घर पर चला बुलडोजर
- डकैत गुड्डा गुर्जर के गुर्गे की तलाश में टीम दे रही है दविश
Bhanwarpura case: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। भंवरपुरा गैंगरेप कांड के आरोपित आकाश गुर्जर और संजीव गुर्जर का घर भी रौंद दिया गया। शनिवार को इन दोनों के घर पुलिस ने बुलडोजर चलवाया। बंटी गुर्जर का घर शुक्रवार को ही तोड़ दिया गया था। अब इस मामले में चौथा आरोपित जंडेल गुर्जर अभी फरार है। जंडेल डकैत गुड्डा गुर्जर का गुर्गा है। उसकी तलाश में भंवरपुरा थाने की टीम लगी है।
भंवरपुरा में शिवपुरी की पन्द्रह वर्षीय किशोरी के साथ दरिंदगी की गई थी। इसमें शामिल तीन आरोपित बंटी गुर्जर, आकाश गुर्जर और संजीव गुर्जर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी जंडेल गुर्जर नहीं पकड़ा जा सका है। बंटी ने इस पूरी घटना का ताना-बाना बुना था, जबकि आकाश गुर्जर के पिता गब्बर गुर्जर की खदान पर किशोरी के माता-पिता काम करते थे। इस मामले की मानीटरिंग सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय से हाे रही है, इसलिए इस मामले में पुलिस लगातार दो दिन से एक्शन मोड में है। पहले दिन बंटी गुर्जर के घर पर बुलडोजर चलाया गया। उसने वन विभाग की भूमि पर कब्जा कर सरसों की खेती कर रखी थी। करीब 20 बीघा जमीन उसने कब्जाई थी। शनिवार को आकाश गुर्जर और संजीव गुर्जर के घर पर भी बुलडोजर चला दिया गया। चौथे आरोपित जंडेल गुर्जर की तलाश चल रही है।
परिवार के शिवपुरी पलायन पर बवाल, पहले बोले थे अफसर- भेज रहे, अब बोले- ग्वालियर में ही है
भंवपुरा में गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता और उसके परिवार के ग्वालियर से शिवपुरी जाने को लेकर शनिवार को बवाल मचा रहा। पहले पुलिस अधिकारी इस मामले में खुद बोल रहे थे- सुरक्षा के लिहाज से परिवार को शिवपुरी भेजा जा रहा है। ग्वालियर में जहां वह रह रहे हैं, वहां आरोपित और उनके रिश्तेदार रहते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाया जा रहा है। मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे लेकर ट्विटर पर पोस्ट की। फिर ग्वालियर पुलिस अधिकारियों ने कहा- परिवार को कहीं नहीं भेजा गया, परिवार ग्वालियर में ही है।
डबरा दुष्कर्म कांड: 24 घंटे की पूछताछ, आरोपित को छोड़ा, अफसर बोले- सबूत नहीं मिले जांच चल रही
डबरा में पन्द्रह वर्षीय छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास और उसे सहराई पुल से फेंकने के मामले में पुलिस ने बाबी रावत को छोड़ दिया है। उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन अब पुलिस अधिकारियों का कहना है- उसके खिलाफ अभी सबूत नहीं मिले हैं। जबकि जिन धाराओं में एफआइआर दर्ज हुई है, उनमें कड़ी सजा का प्रावधान है। इसके बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं दर्शाई और उसे छोड़ दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है- दूसरे आरोपित सतेंद्र कुशवाह के स्वजनों ने भी शिकायती आवेदन देकर उसे निर्दोष बताया है।
डबरा दुष्कर्म कांड में अफसर बोले सबूत नहीं मिले जांच चल रही है, आरोपित को छोडा
डबरा स्थित लक्ष्मी कालोनी में रहने वाली पन्द्रह वर्षीय छात्रा घर से कोचिंग जाने के लिए निकली थी। छात्रा सहराई पुल के पास घायल अवस्था में मिली थी। उसने अस्पताल में पुलिस को बताया था- उसके साथ बाबी रावत और सतेंद्र कुशवाह ने दुष्कर्म की कोशिश की। उसके कपड़े फाड़े, जब उसने विरोध किया तो उसे पुल से धक्का दे दिया। डबरा थाना पुलिस ने दुष्कर्म, अपहरण और पाक्सो एक्ट की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ली थी। इस मामले में बाबी रावत के स्वजन एसपी आफिस पहुंचे। इस मामले में शिकायती आवेदन देकर जांच की मांग की। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देकर कहा था- छात्रा अकेली जाती दिखी है। इसी के चलते एसआइटी गठित की गई थी। एएसपी निरंजन शर्मा एसआइटी को लीड कर रहे हैं। पुलिस ने बाबी को हिरासत में ले लिया था, लेकिन उसे छोड़ दिया गया। ऐसा बहुत ही कम होता है, जब दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट के मामलों में पुलिस खुद आरोपित को छोड़ दे, लेकिन इस मामले में ऐसा हुआ। दूसरे छात्र सतेंद्र कुशवाह की ओर से भी शिकायती आवेदन आया है। पुलिस के मुताबिक उसके स्वजनों ने बताया है- जब घटना बताई है, तब घर पर था।
दुष्कर्म के मामले में जिस आरोपित को हिरासत में लिया था, पूछताछ के बार उसे छोड़ दिया है। अभी सबूत नहीं मिले हैं। जांच चल रही है। दूसरे आरोपित की ओर से भी आवेदन आया है।
निरंजन शर्मा, एएसपी