काम की खबर: फरवरी माह में 11 दिन रहेगा बैंक अवकाश, यहां देखें छुट्टियों की पूरी Record

Financial institution Holidays in February 2024 बसंत पंचमी 14 फरवरी बुधवार को है। पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और त्रिपुरा में बैंक अवकाश रहेगा।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Thu, 01 Feb 2024 10:48 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 01 Feb 2024 10:57 AM (IST)

काम की खबर: फरवरी माह में 11 दिन रहेगा बैंक अवकाश, यहां देखें छुट्टियों की पूरी List
यह भी संभव है कि कोई अवकाश ऐसा हो जो आपके ही राज्य में हो, इसलिए बैंक जाने से पहले बैंक की छुट्टियों की यह सूची जरूर चेक कर लें।

HighLights

  1. साल 2024 का फरवरी माह इसलिए भी खास है क्योंकि इस साल लीप ईयर है।
  2. इस साल के फरवरी माह में 28 नहीं, बल्कि 29 दिन होंगे।
  3. अब यदि फरवरी माह में बैंक अवकाश की बात करें तो पूरे माह में करीब 11 दिन बैंक अवकाश रहेगा।

डिजिटल डेस्क, इंदौर। फरवरी माह आज से शुरू हो गया है। साल 2024 का फरवरी माह इसलिए भी खास है क्योंकि इस साल लीप ईयर है। इस साल के फरवरी माह में 28 नहीं, बल्कि 29 दिन होंगे। अब यदि फरवरी माह में बैंक अवकाश की बात करें तो पूरे माह में करीब 11 दिन बैंक अवकाश रहेगा। यह भी संभव है कि कोई अवकाश ऐसा हो जो आपके ही राज्य में हो, इसलिए बैंक जाने से पहले बैंक की छुट्टियों की यह सूची जरूर चेक कर लें।

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फरवरी 2024 में बैंक अवकाश

  • 4 फरवरी 2024: रविवार होने के कारण देश भर में बैंक बंद।
  • 10 फरवरी 2024: दूसरे शनिवार के कारण देश भर में बैंक बंद रहेंगे।
  • 11 फरवरी 2024: रविवार होने के कारण देश भर में बैंक बंद.
  • 14 फरवरी 2024: बसंत पंचमी बुधवार को है। पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और त्रिपुरा में बैंक अवकाश रहेगा।
  • 15 फरवरी 2024: लुई-नगाई-नी पर्व के कारण मणिपुर स्थित बैंकों का अवकाश।
  • 18 फरवरी 2024 को रविवार होने के कारण देश भर में बैंक बंद रहेंगे।
  • 19 फरवरी 2024 को छत्रपति शिवाजी जयंती के कारण सोमवार को महाराष्ट्र में बैंक अवकाश।
  • 20 फरवरी 2024 को राज्य दिवस के अवसर पर मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में बैंक की छुट्टी।
  • 24 फरवरी 2024, शनिवार को माह का चौथा शनिवार होने के कारण बैंक अवकाश।
  • 25 फरवरी 2024, रविवार को देशभर में बैंक बंद रहेंगे।
  • 26 फरवरी 2024, सोमवार को न्योकुम के चलते अरुणाचल प्रदेश में बैंक अवकाश रहेगा।
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      कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक्

    आपराधिक मामले में दोषमुक्त होने की स्थिति में पदोन्नित का है अधिकार

    हेड कांस्टेबल गेंदराम सोनवानी ने अधिवक्ता अभिषेक पांडेय एवं दुर्गा मेहर के माध्यम से छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर कर डीजीपी के आदेश को चुनौती दी है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि वह वर्ष 2006 में जिला-बस्तर में पुलिस विभाग में हेड कान्स्टेबल के पद पर पदस्थ था।

    By Radha Krishna Sharma

    Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 01:34 AM (IST)

    Up to date Date: Solar, 04 Feb 2024 01:34 AM (IST)

    आपराधिक मामले में दोषमुक्त होने की स्थिति में पदोन्नित का है अधिकार
    याचिकाकर्ता हेड कांस्टेबल की याचिका पर हाई कोर्ट ने दी व्यवस्था,डीजीपी के समक्ष पेश करना होगा अभ्यावेदन

    बिलासपुर। हेड कांस्टेबल की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा है कि आपराधिक प्रकरण में दोषमुक्त होने की स्थिति में पदोन्नति व वरिष्ठता की मिलेगी सुविधा। हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता को पुलिस महानिदेशक के समक्ष अभ्यावेदन पेश करने और अभ्यावेदन पर नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

    हेड कांस्टेबल गेंदराम सोनवानी ने अधिवक्ता अभिषेक पांडेय एवं दुर्गा मेहर के माध्यम से छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर कर डीजीपी के आदेश को चुनौती दी है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि वह वर्ष 2006 में जिला-बस्तर में पुलिस विभाग में हेड कान्स्टेबल के पद पर पदस्थ था। वर्ष 2006 में उसके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज होने पर उसे सेवा से निलंबित कर दिया गया था। आपराधिक मामले में संपूर्ण ट्रायल के बाद 2015 में दोषमुक्त कर दिया गया। दोषमुक्ति के पश्चात् पुलिस महानिरीक्षक बस्तर ने वर्ष 2006 से सहायक उपनिरीक्षक (एएसआइ) के पद पर पदोन्नति प्रदान कर दी। डीजीपी पुलिस मुख्यालय द्वारा उसे सब इन्सपेक्टर एवं इन्सपेक्टर के पद पर पदोन्नति व वरिष्ठता प्रदान नहीं की गई। मामले की सुनवाई जस्टिस अरविंद सिंह चंदेल के सिंगल बेंच में हुई। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता अभिषेक पांडेय ने सिंगल बेंच के समक्ष पैरवी करते हुए कहा कि कोई भी शासकीय कर्मचारी यदि आपराधिक मामले में दोषमुक्त किया जाता है तब वह भूतलक्षी प्रभाव से उच्च पद पर पदोन्नति व वरिष्ठता का पात्र है। याचिकाकर्ता से जुनियर गोवर्धन दास दीपक को वर्ष 2006 में एएसआइ, वर्ष 2013 में सब इन्सपेक्टर एवं वर्ष 2022 में इन्सपेक्टर के पद पर पदोन्नति दे दी गई। याचिकाकर्ता भी उपर्युक्त वर्ष एवं पदों पर पदोन्नति एवं वरिष्ठता का पात्र है। पुलिस महानिरीक्षक जगदलपुर द्वारा याचिकाकर्ता से कनिष्ठ गोवर्धनदास दीपक को वर्ष 2006 से एएसआइ के पद पर प्रमोशन प्रदान किये जाने के आधार पर याचिकाकर्ता को भी वर्ष 2006 से एएसआइ के पद पर प्रमोशन एवं वरिष्ठता प्रदान कर दी गई। मामले की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया है कि पूर्व में पुलिस महानिरीक्षक बस्तर द्वारा लिए गए निर्णय के आधार पर याचिकाकर्ता को वर्ष 2013 से सब इन्सपेक्टर एवं 2022 से इन्सपेक्टर पद पर पदोन्नति व वरिष्ठता प्रदान की जाए। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को विभाग के समक्ष अभ्यावेदन पेश करने का निर्देश दिया है।

    सैर करने पहुंचे पर्यटक हो गए अव्यवस्था का शिकार

    मामला शनिवार का है। भारतीय नगर निवासी राहुल तिवारी ने परिवार के सदस्यों के साथ अचानकमार टाइगर रिजर्व भ्रमण की योजना बनाई। सैर करने में किसी तरह की बाधा न आए, इसलिए उन्होंने टाइगर रिजर्व की साइट पर जाकर दो दिन पहले ही आनलाइन जिप्सी की बुकिंग कराई थी।

    By Shiv Soni

    Publish Date: Solar, 04 Feb 2024 12:44 AM (IST)

    Up to date Date: Solar, 04 Feb 2024 12:44 AM (IST)

    सैर करने पहुंचे पर्यटक हो गए अव्यवस्था का शिकार
    दो दिन पहले ही आनलाइन जिप्सी की बुकिंग कराई थी

    बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व पहुंचा शहर का एक परिवार को बिना सैर किए मायूस होकर लौटना पड़ा। उन्हें मौके पर जिप्सी मिली न गाइड व चालक। शिवतराई बैरियर में उनसे हुज्जतबाजी भी की गई। जिससे वह बेहद नाराज हुए। इस अव्यवस्था की शिकायत उन्होंने उच्चाधिकारियों से करने की बात कही है, ताकि जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।

    मामला शनिवार का है। भारतीय नगर निवासी राहुल तिवारी ने परिवार के सदस्यों के साथ अचानकमार टाइगर रिजर्व भ्रमण की योजना बनाई। सैर करने में किसी तरह की बाधा न आए, इसलिए उन्होंने टाइगर रिजर्व की साइट पर जाकर दो दिन पहले ही आनलाइन जिप्सी की बुकिंग कराई थी। उन्हें शनिवार की सुबह छह बजे के लिए जिप्सी बुक किया गया। बुकिंग के समय को ध्यान में रखते हुए पूरा परिवार रात तीन बजे ही बिलासपुर से अचानकमार टाइगर रिजर्व के लिए रवाना हो गए और ठीक सुबह 5:30 बजे शिवतराई बैरियर पहुंच गए। बैरियर पर मौजूद कर्मचारी से उन्होंने बुकिंग के संबंध में जानकारी दी। लेकिन वहां मौजूद कर्मचारी ने पर्यटकों के साथ सही बर्ताव नहीं किया और न जानकारी दी। इससे वे निराश हो गए। करीब आधे घंटे बाद कोई डिप्टी रेंजर आए और उन्होंने पर्ची बनाकर दी और कहा कि अचानकमार बैरियर में जिप्सी मिल जाएगी। इस पर्ची को बैरियर में दिखाना पड़ेगा। तिवारी परिवार अचानकमार के लिए रवाना हुआ। वहां बैरियर पर पहुंचने के बाद जैसे ही उन्होंने बुकिंग होने की जानकारी कर्मचारी यह कह दिया कि जिप्सी तो हैं लेकिन, चालक या गाइड अभी नहीं आए हैं। इसके लिए उन्हें इंतजार करना पड़ेगा। सवा घंटे गुजरने के बाद भी कोई नहीं पहुंचा। वह बार- बार यही कहते रहे है कि बुकिंग का समय सुबह छह बजे दिया गया। इतने विलंब से अंदर लेकर जाने का क्या मतलब। कर्मचारी ने इसके बाद भी सही जवाब नहीं दिया और पर्यटकों को टरकाते रहे। अंत में पर्यटक मायूस होकर लौट आए।

    नहीं मिली बुकिंग की राशि

    तिवारी परिवार ने जिप्सी बुकिंग के लिए 3500 रुपये आनलाइन जमा किया। टाइगर रिजर्व प्रबंधन की अव्यवस्था के कारण वह सैर नहीं कर पाए और उनकी जमा राशि भी वापस नहीं हुई। बुकिंग के लिए जमा राशि को लेकर डिप्टी डायरेक्टर विष्णु नायर से बात करने कार्यालय जाएंगे। इसके बाद भी वापसी नहीं होती है, तब उस स्थिति में उच्चाधिकारियों से लिखित शिकायत की जाएगी।

    वनकर्मियों की हड़ताल का असर

    आमतौर पर अचानकमार टाइगर रिजर्व में सफारी के दौरान इस तरह की लापरवाही नहीं होती। इस अव्यवस्था की वजह वनकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल को मानी जा रही है। वनकर्मियों की अनुपस्थिति में टाइगर रिजर्व की कमान दैनिक वेतन भाेगी के पास है। बताया जा रहा है कि बैरियर में दैनिक वेतन भोगी ही ड्यूटी पर थे, जिन्होंने वनकर्मियों की अनुपस्थिति खुद को प्रभारी समझकर पर्यटकों से हुज्जतबाजी कर रहे हैं।

    वर्जन

    सैलानियों को इस तरह की लापरवाही पहले कभी नहीं हुई है। यह बेहद गंभीर मामला है। इसकी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा संबंधित पर्यटक परिवार को उनकी बुकिंग की राशि भी लौटाई जाएगी।

    विष्णु नायर

    डिप्टी डायरेक्टर, अचानकमार टाइगर रिजर्व

    किन 7 विधायकों से BJP ने साधा संपर्क, क्राइम ब्रांच ने CM केजरीवाल से पूछे नाम

    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा पर विधायकों की खरीद का आरोप लगाकर फंसते दिख रहे हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीएम आवास पहुंचकर उनको नोटिस दिया है।

    By Anurag Mishra

    Publish Date: Sat, 03 Feb 2024 07:25 PM (IST)

    Up to date Date: Sat, 03 Feb 2024 07:25 PM (IST)

    किन 7 विधायकों से BJP ने साधा संपर्क, क्राइम ब्रांच ने CM केजरीवाल से पूछे नाम
    CM केजरीवाल के आवास पर पहुंची क्राइम ब्रांच।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा पर विधायकों की खरीद का आरोप लगाकर फंसते दिख रहे हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीएम आवास पहुंचकर उनको नोटिस दिया है। सीएम केजरीवाल से जवाब मांगा है कि वह बताएं कि कौन से 7 विधायक थे, जिनको खरीदने की कोशिश की गई थी। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उन्हें तीन दिन का जवाब दिया है।

    क्राइम ब्रांच की टीम सुबह साढ़े 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। वहां दोपहर 3:15 बजे तक वह रहे। सीएम केजरीवाल ने क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से नोटिस नहीं लिया। उसके बाद उनके ऑफिस के अधिकारी से संपर्क कर नोटिस दे दिया। नोटिस का तीन दिन के अंदर जवाब देना है। टीम में एक एसीपी, एक इंस्पेक्टर व एक सब इंस्पेक्टर थे।

    आतिशी को भी देना था नोटिस

    मुझे क्राइम ब्रांच के इस पुलिस ऑफिसर से सहानुभूति है। इनका क्या क़सूर है? इनका काम है दिल्ली में क्राइम रोकना। पर इनसे क्राइम रोकने की बजाय इस क़िस्म की नौटंकी करवाई जा रही है। इसीलिए दिल्ली में इतना क्राइम बढ़ रहा है।

    इनके पोलिटिकल आका मुझसे पूछ रहे हैं कि “आप” के किस किस MLA…

    — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 3, 2024

    टीम केजरीवाल के घर पहुंची, तो वहां पहले से ही आप के कार्यकर्ता मौजूद थे। उन्होंने अधिकारियों के साथ उलझने की कोशिश की। क्राइम ब्रांच को दिल्ली की मंत्री आतिशी को भी नोटिस देना था, लेकिन वह चंडीगढ़ में मौजूद थीं। उन्हें रविवार को नोटिस दिया जाएगा। आतिशी ने ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर आरोप लगाए थे कि उनके विधायकों से संपर्क किया जा रहा है।

    केजरीवाल ने कहा- मुझे आ रही सहानुभूति

    केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मुझे क्राइम ब्रांच के इस पुलिस ऑफिसर से सहानुभूति है। इनका क्या कसूर है? इनका काम है दिल्ली में क्राइम रोकना, लेकिन इनसे क्राइम रोकने की बजाय इस किस्म की नौटंकी करवाई जा रही है, इसीलिए दिल्ली में इतना क्राइम बढ़ रहा है।

    उन्होंने आगे कहा कि इनके पोलिटिकल आका मुझसे पूछ रहे हैं कि “आप” के किस किस MLA को तोड़ने की कोशिश की गयी? पर मुझसे ज़्यादा तो आपको पता है? आपको तो सब कुछ पता है? केवल दिल्ली क्यों, पूरे देश भर में पिछले कुछ सालों में दूसरी पार्टियों के कौन कौन से MLA तोड़कर सरकारें गिरायी गयीं, आपको तो सब पता है? फिर ये ड्रामा क्यों?

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      अनुराग मिश्रा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं। वह कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव है। अनुराग मिश्रा नईदुनिया में आने से पहले भास्कर हिंदी और दैन

    Rahat Fateh Ali Khan Viral Video Controversy | Naveed Hasnain | राहत फतेह अली खान ने कहा पिता ‘हिटलर’ जैसे थे: बोले- गलती करने पर पत्थर फेंककर मार देते थे, नुसरत साहब भी बेहद सख्त उस्ताद थे

    2 दिन पहले

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    पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान का हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वो एक शख्स को जूते-चप्पल से पीटते नजर आ रहे थे। राहत उससे किसी बॉटल के बारे में पूछ रहे थे और वो शख्स कह रहा था कि उसे नहीं मालूम कि बॉटल किधर है।

    अपने शागिर्द की पिटाई करते हुए राहत फतेह अली खान का यह वीडियो 4 दिन पहले ही वायरल हुआ था।

    अपने शागिर्द की पिटाई करते हुए राहत फतेह अली खान का यह वीडियो 4 दिन पहले ही वायरल हुआ था।

    इस वीडियो के वायरल होने के बाद राहत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए पूरे मामले पर सफाई दी थी। राहत ने कहा था कि यह एक उस्ताद और शागिर्द के बीच का मामला है। वीडियो में नजर आने वाला वो शख्स नवीद हसनैन उनका शागिर्द है। उन्होंने नवीद से माफी मांगते हुए बताया था कि वो बॉटल उनके लिए इसलिए खास थी क्योंकि उसमें पीर साहब का दम किया पानी था।

    अब एक इंटरव्यू में राहत ने बताया कि जब उन्होंने अपने शागिर्द से माफी मांगी तो वो रोने लगा था। राहत ने यह भी बताया कि उनके पिता फर्रुख फतेह अली खान भी हिटलर जैसे स्ट्रिक्ट थे। इंटरव्यू में राहत ने अपने उस्ताद नुसरत फतेह अली खान की स्ट्रिक्टनेस पर भी बात की।

    इसके अगले ही दिन राहत ने अपने शागिर्द और उसके पिता के साथ एक वीडियो मैसेज शेयर करके पूरे मामले पर सफाई दी थी।

    इसके अगले ही दिन राहत ने अपने शागिर्द और उसके पिता के साथ एक वीडियो मैसेज शेयर करके पूरे मामले पर सफाई दी थी।

    नवीद के पिता का ट्रीटमेंट और बेटी का ऑपरेशन करवाया: राहत
    यूट्यूबर अदील आसिफ के पॉडकास्ट पर बात करते हुए राहत ने कहा, ‘इस मसले के तुरंत बाद मैंने अपने शागिर्द से तुरंत माफी मांग ली थी। जैसे ही मैंने उससे माफी मांगी तो वो रोने लगा और बोला कि उस्ताद जी आप मुझसे माफी क्यों मांग रहे हो?’ राहत ने इस इंटरव्यू में बताया कि वो पूर्व में नवीद के पिता के हार्ट ट्रीटमेंट और उनकी बेटी के ऑपरेशन के लिए फाइनेंशियली हेल्प कर चुके हैं।

    लीजेंड्री सिंगर नुसरत फतेह अली खान साहब ने राहत को संगीत की तालीम दी थी। वो रिश्ते में राहत के ताऊजी लगते थे।

    लीजेंड्री सिंगर नुसरत फतेह अली खान साहब ने राहत को संगीत की तालीम दी थी। वो रिश्ते में राहत के ताऊजी लगते थे।

    ‘नुसरत साहब भी बहुत सख्त मिजाज थे’
    इंटरव्यू में अपने बचपन का जिक्र करते हुए राहत ने कहा कि मेरे उस्ताद लीजेंड्री नुसरत फतेह अली खान भी बड़े ही सख्त मिजाज के थे। वो सिर्फ अपने शागिर्द को एक निगाह देखते थे और हमें समझ आ जाता था कि आज खैर नहीं है। उनसे ज्यादा सख्त म्यूजिक टीचर मैंने आज तक नहीं देखा।

    अपने उस्ताद नुसरत फतेह अली खान साहब के साथ राहत फतेह अली खान।

    अपने उस्ताद नुसरत फतेह अली खान साहब के साथ राहत फतेह अली खान।

    अब्बा गलतियों पर पत्थर फेंककर मार देते थे: राहत
    वहीं राहत ने अपने पिता फर्रुख फतेह अली खान की तुलना हिटलर से की। उन्होंने कहा, ‘अब्बा मुझे बहुत पीटते थे। वो एक दम हिटलर की तरह थे। उन्हें जब भी मेरी किसी गलती का पता चलता था तो वो मुझे पत्थर फेंक कर मार देते थे। अगर कोई मुझे बचाए ना या मैं खुद उस जगह से ना हटूं तो वो बड़ा सा पत्थर मेरी जान ही ले ले।’

    राहत को बॉलीवुड में ‘ओ रे पिया..’, ‘मन की लगन’, ‘दिल तो बच्चा है जी’ जैसे गानों के लिए पहचाना जाता है।

    इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…

    राहत फतेह अली खान ने बॉटल के लिए जूते बरसाए:वीडियो वायरल होने पर माफी मांगी, कहा- उसमें पीर साहब का दम किया पानी था

    पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे एक शख्स को जूते-चप्पल से पीटते नजर आ रहे हैं। राहत उससे किसी बॉटल के बारे में पूछ रहे हैं और वह पूरी खबर यहां पढ़ें…

    IND vs ENG: Jasprit Bumrah ने लिए सबसे तेज 150 विकेट, ये कारनाम करने वाले पहले तेज गेंदबाज

    भारत के उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड 6 विकेट लेकर रिकॉर्ड बना दिया है। वह पहले भारतीय तेज गेंदबाज बन गए हैं, जिसने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 150 विकेट लिए हैं। उन्होंने 34 टेस्ट मैच में यह उपलब्धि हासिल की है।

    By Anurag Mishra

    Publish Date: Sat, 03 Feb 2024 07:07 PM (IST)

    Up to date Date: Sat, 03 Feb 2024 07:07 PM (IST)

    IND vs ENG: Jasprit Bumrah ने लिए सबसे तेज 150 विकेट, ये कारनाम करने वाले पहले तेज गेंदबाज
    Jasprit Bumrah ने बनाया रिकॉर्ड।

    खेल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड 6 विकेट लेकर रिकॉर्ड बना दिया है। वह पहले भारतीय तेज गेंदबाज बन गए हैं, जिसने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 150 विकेट लिए हैं। उन्होंने 34 टेस्ट मैच में यह उपलब्धि हासिल की है।

    बुमराह से पहले यह कारनाम आर अश्विन कर चुके हैं। उन्होंने 29 मैचों में ही 150 विकेट हासिल कर लिए थे। उसके बाद रविंद्र जडेजा का नंबर आता है। उन्होंने 32 मैचों में 150 विकेट लिए हैं। जसप्रीत बुमराह इस रैंक में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने अनिल कुंबले और इरापल्ली प्रसन्ना की बराबरी कर ली है। उन्होंने 150 विकेट लेने के लिए 34 टेस्ट मैच खेले थे।

    सबसे तेज 150 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय

    आर अश्विन- 29 मैच

    रवीन्द्र जड़ेजा- 32 मैच

    जसप्रित बुमरा- 34 मैच

    अनिल कुंबले- 34 मैच

    इरापल्ली प्रसन्ना- 34 मैच

    एशियाई तेज गेंदबाजों में वकार यूनिस आगे

    एशियाई तेज गेंदबाजों में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार यूनिस रिकॉर्ड बहुत ही शानदार है। उन्होंने महज 27 टेस्ट मैचों में यह कारनामा हासिल कर लिया था। पाकिस्तान के इमरान खान और शोएब अख्तर भी इस क्लब में शामिल है।

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      अनुराग मिश्रा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं। वह कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव है। अनुराग मिश्रा नईदुनिया में आने से पहले भास्कर हिंदी और दैन

    Salman Khan Veer Actress Zareen Khan Battle Story | Fats Shaming | सलमान की वीर से शुरू हुआ जरीन का असली स्ट्रगल: कॉल सेंटर में काम किया, 100 किलो था वजन तो लोगों ने मजाक उड़ाया

    2 दिन पहले

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    आज की स्ट्रगल स्टोरी में कहानी है बॉलीवुड एक्ट्रेस जरीन खान की। नॉन- फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने वाली जरीन का यह सफर आसान नहीं था। 12वीं में थीं, तब पिता उन्हें और पूरे परिवार को छोड़ कर चले गए। तंगी थी तो पढ़ाई छोड़ वो कॉल सेंटर में काम करने लगीं।

    कभी जरीन का वेट 100 किलो से ज्यादा था। इस वजह से भी उन्हें बहुत ताने सुनने पड़े। पहली ही फिल्म में सलमान खान के साथ काम किया, लेकिन असल स्ट्रगल इसी फिल्म के बाद शुरू हुआ। फिल्म में लुक और वेट की वजह से जरीन बहुत ट्रोल हुईं। काम की कमी भी हो गई। हालांकि, उन्होंने इस बुरे समय का डट कर सामना किया।

    पढ़िए जरीन खान के संघर्ष की कहानी उन्हीं की जुबानी-

    अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ED पहुंची कोर्ट, समन को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

    अरविंद केजरीवाल को ईडी का समन बार-बार नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। अब उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, ईडी ने अब दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट की शरण ली है।

    By Anurag Mishra

    Publish Date: Sat, 03 Feb 2024 09:07 PM (IST)

    Up to date Date: Sat, 03 Feb 2024 09:07 PM (IST)

    अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ED पहुंची कोर्ट, समन को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी
    अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ED पहुंची कोर्ट।

    एएनआई, नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल को ईडी का समन बार-बार नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। अब उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, ईडी ने अब दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट की शरण ली है।

    शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने अब पांच समन अरविंद केजरीवाल को भेजे हैं। केजरीवाल बार-बार ईडी के समने भेजने के बावजूद पेश नहीं हुए। ईडी ने केजरीवाल के खिलाफ ईडी कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है, जिससे उन पर दबाव पड़े। कोर्ट ने अभी कुछ दलीलें सुनकर 7 फरवरी की तारीख तय की है। वह तभी बाकी बची हुई दलीलें सुनेगी।

    पांचवा समन 2 फरवरी को भेजा

    आबकारी घोटाले मामले में ईडी से केजरीवाल लगातार बचते नजर आ रहे हैं। उन्हें इस बात का डर है कि पूछताछ के बाद ईडी उन्हें भी गिरफ्तार कर लेगी। ईडी ने पांचवा समय 31 जनवरी को भेजा था। उन्हें 2 फरवरी को बुलाया गया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए।

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      अनुराग मिश्रा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं। वह कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव है। अनुराग मिश्रा नईदुनिया में आने से पहले भास्कर हिंदी और दैन

    MP Politics: भाजपा ने 29 लोकसभा प्रभारी, संयोजक और 11 सह संयोजक बनाए, छिंदवाड़ा में मोर्चा संभालेंगे नरेश दिवाकर और शेषराव

    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। इसके संकेत शनिवार को शिवराज के भोपाल स्थित बी 8, 74 बंगले पर पहुंच कर प्रदेश में भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रभारी डॅा. महेंद्र सिंह, सह चुनाव प्रभारी सतीश उपाध्याय ने दिए।

    By Paras Pandey

    Publish Date: Sat, 03 Feb 2024 10:36 PM (IST)

    Up to date Date: Sat, 03 Feb 2024 11:42 PM (IST)

    MP Politics: भाजपा ने 29 लोकसभा प्रभारी, संयोजक और 11 सह संयोजक बनाए, छिंदवाड़ा में मोर्चा संभालेंगे नरेश दिवाकर और शेषराव
    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे।

    भोपाल (राज्य ब्यूरो)। भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव की दृष्टि से प्रदेश के सभी 29 सीटों के लोकसभा प्रभारी और संयोजक बनाए हैं। शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में दिनभर चली बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की लोकसभा चुनाव में जिम्मेदारी तय है। इनमें भिंड सीट का संयोजक अवधेश कुशवाह, सह संयोजक मेघ सिंह गुर्जर और प्रभारी लोकेंद्र पाराशर को बनाया गया है। इसी तरह कांग्रेस के कब्जे वाली संसदीय सीट छिंदवाड़ा का लोकसभा संयोजक शेषराव यादव और प्रभारी नरेश दिवाकर को बनाया गया है। 11 सीटें ऐसी है जहां लोकसभा प्रभारी और संयोजक के साथ सह संयोजक भी बनाए गए हैं।

    पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। इसके संकेत शनिवार को शिवराज के भोपाल स्थित बी 8, 74 बंगले पर पहुंच कर प्रदेश में भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रभारी डॅा. महेंद्र सिंह, सह चुनाव प्रभारी सतीश उपाध्याय ने दिए। तीनों नेताओं के बीच लगभग दो घंटे की मुलाकात में लोकसभा की 29 सीटों पर चुनाव की रणनीति को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।

    बैठक के पश्चात शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश की समस्त 29 सीट पर जीत हासिल करने के साथ केंद्र में एक बार फिर 2024 में नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना सुनिश्चित है और प्रदेश में प्रचंड विजय के लिए हम सब संकल्पित है। शनिवार को क्लस्टर प्रभारियों और विस्तारकों की बैठक में भी शिवराज को आमंत्रित किया गया था।

    बैठक के बाद मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के साथ शिवराज ने भी मीडिया को संबोधित किया। बता दें कि विधानसभा चुनाव के बाद दक्षिण भेजने की तमाम चर्चाओं के बीच शिवराज ने दिल्ली पहुंचकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। शिवराज ने इसके पहले दक्षिण का दौरा कर सभाएं की थी।

    केंद्रीय राज्यमंत्री अठावले भी कर चुके है शिवराज की सराहना

    केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले भी पिछले दिनों भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सराहना कर चुके हैं। अठावले ने लाड़ली बहना योजना के तारीफ करने के साथ ही शिवराज को केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने की बात की थी।

    Dhamtari Information: नाश्ते में मिला काकरोच वाला पोहा तो बालगृह के बच्चों ने अधीक्षक के खिलाफ खोला मोर्चा, स्टेट हाईवे को किया जाम

    संस्था के संचालक व अधीक्षक पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर बालगृह के बच्चे सड़क पर उतर आए। स्टेट हाईवे पर करीब आधे घंटे तक सड़कजाम कर बालगृह के संचालन को बंद करने की मांग की है।

    By Deepak Kumar

    Publish Date: Sat, 03 Feb 2024 11:00 PM (IST)

    Up to date Date: Sat, 03 Feb 2024 11:00 PM (IST)

    Dhamtari News: नाश्ते में मिला काकरोच वाला पोहा तो बालगृह के बच्चों ने अधीक्षक के खिलाफ खोला मोर्चा, स्टेट हाईवे को किया जाम
    सड़क पर प्रदर्शन करते बच्चों को समझाती हुई महिला डीएसपी। फोटो- नईदुनिया
    धमतरी (नईदुनिया प्रतिनिधि)। संस्था के संचालक व अधीक्षक पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर बालगृह के बच्चे सड़क पर उतर आए। स्टेट हाईवे पर करीब आधे घंटे तक सड़कजाम कर बालगृह के संचालन को बंद करने की मांग की है। बच्चों का आरोप है कि उन्हें शनिवार को नाश्ते में काकरोच वाला पोहा दिया गया। इसके साथ ही कई मौकों पर अन्य तरीकों से प्रताड़ित करते हैं। वहां से गुजर रही महिला डीएसपी की समझाइश व कार्रवाई के आश्वासन के बाद बच्चों ने सड़कजाम बंद किया। तब जाकर यातायात व्यवस्था बहाल हुई।

    धमतरी-रत्नाबांधा रोड पर बालगृह संचालित है। यहां वर्तमान में 23 बच्चे रहते हैं, जिनके पालक नहीं है या फिर पालन पोषण में पालक सक्षम नहीं होते है। लंबे समय से बालगृह में संस्था व कर्मचारियों के बीच विवाद जारी है। इसकी शिकायत कलेक्ट्रेट कार्यालय तक पहुंच चुकी है। महिला व बाल विकास विभाग के जवाबदार अधिकारी भी अनजान नहीं है। इस बीच शनिवार को यहां रहने वाले बच्चे यहां मिलने वाली सुविधाओं से असंतुष्ट व आक्रोशित हो उठे। सभी 23 बच्चे दोपहर को धमतरी-दुर्ग मार्ग के स्टेट हाईवे पर उतर आए। सड़क के बीचोबीच पत्थर रखे और खड़े होकर संस्था के संचालक व अधीक्षक पर अशब्दों का प्रयोग करते हुए नारेबाजी करने लगे। संचालक पर बालगृह के राशन, कपड़ा समेत अन्य सामाग्रियों को अपने घर ले जाने का आरोप बच्चों ने लगाया है। वहीं संस्था में ठीक से भोजन उपलब्ध नहीं कराने की बात कही है।

    तीन फरवरी को काकरोच वाला पोहा नाश्ता में दिए जाने का आरोप बच्चों ने लगाया है। यहां संस्था के संचालक व अधीक्षक के खिलाफ आंदोलन के दौरान बच्चों ने कई प्रताड़ना व शोषण का आरोप लगाया है। जब बच्चे यहां से छोड़कर जाते हैं तो उनका पूरा सामान भी रख लिया जाता है। शिकायत करने पर जबरन खराब भोजन को खाने मजबूर करने का आरोप बच्चों ने लगाया है। बालगृह से दूसरे जगह ट्रांसफर करने की धमकी भी दी जाती है। सड़कजाम में बच्चों के साथ हाउस फादर प्रवीण सिन्हा भी शामिल थे। वे पिछले दो महीने से कार्यरत हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दान का जो भी पैसा आता है, उसे संस्था के लोग खा जाते हैं। ज्यादा बोलने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है। स्टाफ के मानदेय से भी रुपये काटा जाता है। इस दौरान महिला डीएसपी ने सड़कजाम को बच्चों से चर्चा कर खत्म किया।

    संस्था पर कई आरोप

    कुछ पूर्व कर्मचारियों का आरोप रहा है कि यहां जो भी बच्चे व कर्मचारी आते हैं, उनका हमेशा ही शोषण किया जाता है। उनका पेमेंट आनलाइन मिलता है। अकाउंट में आने के बाद 25 प्रतिशत कमीशन संचालक द्वारा मांगे जाने का आरोप है। कई स्टाफ देते भी थे। अच्छा भोजन जो आता है, उसे अपने घर ले जाते थे और सामान्य भोजन ही बच्चों को कराया जाता है। पूर्व में भी इसकी शिकायत की गई थी। शिकायत जांच में सही पाया गया था, लेकिन जवाबदार अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की है। पूर्व कर्मचारियों का यह भी आरोप था कि जवाबदार अधिकारी व संचालक के साथ सांठगांठ है। यही वजह है कि कार्रवाई नहीं की जाती है।

    कर्मचारी व संस्था के बीच पुराना विवाद

    जिला बाल संरक्षण अधिकारी आनंद पाठक ने बताया कि जानकारी मिलते ही जांच के लिए पहुंचे हैं। किशोर न्याय अधिनियम के तहत बच्चों को सड़क तक ले जाकर सड़कजाम कराने वाले हाउस फादर के खिलाफ फिलहाल संस्था थाने में एफआईआर दर्ज करा रही है। विभाग आगे की जांच में जुटी हुई है। जांच में बच्चों की शिकायत सही मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारी और संस्था के बीच पुराना विवाद चल रहा है। कर्मचारियों की शिकायत पर डिप्टी कलेक्टर द्वारा जांच की जा रही है। यहां 23 बच्चे निवासरत हैं। प्रतिज्ञा विकास संस्था द्वारा यह संचालित है और सालाना 30 लाख रुपये अनुदान संस्था को दिया जाता है।