MP Information: आदिवासियों की कला ने बिखेरा अपना जलवा, रूट्स की बुक में छाए उमरिया के चित्रकारों के बनाए चित्र

MP Information: आदिवासियों की कला ने बिखेरा अपना जलवा, रूट्स की बुक में छाए उमरिया के चित्रकारों के बनाए चित्र

इन चित्रकारों के काम शामिल

रूटस बुक में कुल 24 कलाकारों का काम शामिल किया गया है, जिसमें सात बैगा कलाकारों का काम है। इस बारे में जानकारी देते हुए जनगण तस्वीर खाना के संचालक निमिष स्वामी ने बताया कि इनमें पदमश्री जोधाइया बाई, झूलन बाई बैगा, रूपा बैगा, सकुन बैगा, फगुनी बैगा, हेमा बैगा, रिंकु बैगा के काम शामिल किए गए हैं। इसके अलावा तीन गोंड कलाकार स्व.जनगण सिंह श्याम, नर्मदा प्रसाद टेकाम, आकाश उईके का भी काम इसमें शामिल है।

रूटस की बुक में शामिल उमरिया जिले के बैगा कलाकारों के चित्र

रूटस बुक में चार मंडावी कलाकार पिसादू राम, बेलगुर, जयराम और बलदेव मंडावी और सुंदरी बाई रजवार का काम संकलित किया गया है। इसमें खास बात यह है कि जिन सात बैगा कलाकारों के चित्र इस बुक में शामिल किए गए हैं।

वे सभी उमरिया जिले के के ही हैं। उमरिया जिले के जनगण तस्वीरखाना, आशीष आर्ट गैलरी ग्राम लोढ़ा की कलाकार सकुन बैगा, हेमा बैगा, रूपा बैगा, रामरति बैगा, फगुनी बैगा की 150 से ज्यादा चित्र शामिल किए गए हैं।

दिल्ली में लगी प्रदर्शनी

दिल्ली के हैबीटेड सेंटर में आदिवासी चित्रकारों के चित्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जहां रूटस की इस बुक को शुक्रवार को लांच किया गया।

यह प्रदर्शनी 1 फरवरी को शुरू हुई है और 14 फरवरी तक चलेगी। प्रदर्शनी में बैगा, गोंड, मुरिया आदिवासी चित्र शैली के चित्र शामिल किए गए हैं।

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इस प्रदर्शनी में उमरिया से शामिल होने वाले बैगा आदिवासी चित्रकारों में सकुन बैगा, हेमा बैगा, रूपा बैगा, रामरति बैगा, फगुनी बैगा के नाम सामने आए हैं।

यह सभी वे आदिवासी चित्रकार हैं जिन्होंने विलुप्त होती बैगा आदिवासी चित्रकला को एक बार फिर से पहचान दिलाई है। दिल्ली के हैबिटेट सेंटर में लगी इस प्रदर्शनी को भी काफी प्रशंसा मिल रही है।

पहुंच रहे प्रशंसक

दिल्ली में लगी प्रदर्शनी में प्रतिदिन 300 से ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं और चित्रों का अवलोकन करके उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। दिल्ली में लगी रूटस चित्रकला प्रदर्शनी में अकेले उमरिया जिले के बैगा आदिवासी चित्रकारों के ही 150 से ज्यादा चित्र शामिल किए गए हैं।

इस बारे में जानकारी देते हुए जनगण तस्वीरखाना और आशीष आर्ट गैलरी के संचालक निमिष स्वामी ने बताया कि फाइन आर्ट की दुनिया में बैगा आदिवासी चित्रकला को बहुत पसन्द किया जाता है और इनकी शैली को लोग देखना चाहते हैं।

उन्होंने बताया कि डॉक्टर मिशेल क्राइट्स द्वारा लगाई गई रूट्स चित्रकला प्रदर्शनी में उन्हें भी अहम भूमिका निभाने का अवसर मिला है।

admin

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