यह राजस्व निगम को कर के द्वारा मिलती है पर शहर के कई ऐसे लोग, संस्था और व्यावसायिक फर्म हैं, जिन्होंने सालों से संपत्ति समेत समेकित कर नहीं पटाया है। इनकी सूची काफी लंबी है।
By Yogeshwar Sharma
Publish Date: Sat, 03 Feb 2024 01:35 AM (IST)
Up to date Date: Sat, 03 Feb 2024 01:35 AM (IST)
बिलासपुर । शहर में विकास कार्य कराने और नागरिकों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम के पास राजस्व एक मुख्य और महत्वपूर्ण जरिया है, जिसके माध्यम से नगर निगम सड़क, पानी, बिजली, साफ-सफाई जैसी आवश्यक कार्यों का निष्पादन करता है। यह राजस्व निगम को कर के द्वारा मिलती है पर शहर के कई ऐसे लोग, संस्था और व्यावसायिक फर्म हैं, जिन्होंने सालों से संपत्ति समेत समेकित कर नहीं पटाया है। इनकी सूची काफी लंबी है। कुछ तो ऐसे बड़े बकायादार हैं, जिनमें बीएसएनएल, केसरी पाइप फैक्ट्री, बिहारी चित्र मंदिर प्रमुख हैं। जिनका लगभग 25 लाख तक बकाया है और कुछ ऐसे हैं, जिन्होंने साल 2013 से टैक्स नहीं पटाया है। ऐसे में शुक्रवार को दस बड़े और पुराने बकायादारों के नाम सार्वजनिक किया गया है।
यें हैं वो बकायादार
– बीएसएनएल – साल 2021-22 से 2023-24 = 24,52,819 राशि
– केसरी पाइप फैक्ट्री – साल 2016-17 से 2023-24 = 18,78,338 राशि
– बिहारी चित्र मंदिर – साल 2014-15 से 2023-24 = 9,76,256 राशि
– मेसर्स पंचवटी इन – साल 2018-19 से 2023-24 = 9,38,332 राशि
– सुरजीत कौर – साल 2020-21 से 2023-24 = 6,19,827 राशि
– वासुदेव ट्रेडिंग कंपनी – साल 2019-2020 से 2023-24 = 6,08,037 राशि
– अरूण कुमार अग्रवाल – साल 2013-14 से 2023-24 = 5,80,350 राशि
– हंसमुख लाल चौहान – साल 2009-10 से 2023-24 = 5,70,420 राशि
– मीना रानी गाबा – साल 2017-18 से 2023-24 = 5,27,973 राशि
– गोदावरी बाई शेष – साल 2017-18 से 2023-24 = 5,22,377 राशि
घर और दुकानों पर कर रहे नोटिस चस्पा
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर राजस्व वसूली के लिए अनूठी पहल करते हुए संपत्ति समेत अन्य कर नहीं पटाने वाले बकायादारों के घरों और दुकानों पर नोटिस चस्पा करने का काम निगम द्वारा शुरू कर दिया गया है। ऐसे बकायादारों के घर और संस्था में चस्पा किए जा रहे नोटिस में बकाया कर का विवरण उल्लेखित है। इसके अलावा कर शीघ्र जमा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।