समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने 15 मार्च तक भारत से मालदीव में सैनिकों को हटाने को कहा है। उनका यह बयान चीन के दौरे से वापस आने के बाद आया है।
Publish Date: Solar, 14 Jan 2024 05:15 PM (IST)
Up to date Date: Solar, 14 Jan 2024 05:15 PM (IST)
HighLights
- मोहम्मद मुइज्जु ने भारत को दिखाए तेवर।
- चीन के दौरे से वापस आते ही भारत के कही ये बात।
- चीन समर्थक माने जाते हैं राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु।
एजेंसी, मालदीव। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने 15 मार्च तक भारत से मालदीव में सैनिकों को हटाने को कहा है। उनका यह बयान चीन के दौरे से वापस आने के बाद आया है। भारतीय सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी मालदीव की सुरक्षा व आपदा राहत कार्यों में मदद के लिए तैनात है। भारत सरकार से मालदीव की पिछली सरकार ने सैनिकों को तैनात करने का आग्रह किया था।
मुइज्जू ने शनिवार को चीन की पांच दिवसीय यात्रा से लौटते हुए भारत का नाम लिए बगैर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि हम जानते हैं कि हम छोटे देश हैं, लेकिन फिर भी किसी को अधिकार नहीं कि कोई हमें बुली करे। यह भारत के लिए मुइज्जू का कड़ा संदेश था।
2013 से मालदीव में मौजूद भारतीय सैनिक
मालदीव एक द्वीप है, जो हिंद महासागर पर मौजूद है। यह द्वीप चीन और भारत के लिए रणनीतिक रूप से जरूरी है। भारतीय सैनिक साल 2013 से लामू और अद्दू द्वीप पर मौजूद हैं। भारतीय नौसैनिकों की भी वहां मौजूदगी है। मुइज्जू ने पद संभालने के बाद ही भारतीय सैनिकों को मालदीव से हटाने की अपनी प्रतिबद्धता जताई थी।
मुइज्जु ने भारत विरोध पर लड़ा चुनाव
मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का झुकाव चीन की तरफ माना जाता है। उन्होंने मालदीव के आम चुनाव में 75 भारतीय सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी को हटाने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। उनका पूरा प्रचार भारत विरोध पर ही खड़ा हुआ था। चुनाव के जीतने के बाद उन्होंने भारतीय सैनिकों को मालदीव से हटाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी।