Dry Day Alert: राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन कई सरकारों ने 22 जनवरी को शराब की बिक्री पर रोक लगा दी है। इसे ड्राई डे घोषित किया है।
Publish Date: Thu, 11 Jan 2024 05:13 PM (IST)
Up to date Date: Thu, 11 Jan 2024 05:21 PM (IST)
HighLights
- शराब की बिक्री पर बैन लगाने वाला पहला राज्य छत्तीसगढ़ था।
- भाजपा शासित राज्यों ने 22 जनवरी को शराब की बिक्री पर रोक लगाई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Dry Day Alert, Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन की तैयारी हो रही है। कई बीजेपी शासित राज्यों ने 22 जनवरी के दिन शराब पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। इस भव्य आयोजन में देशभर से हजारों श्रद्धालु और कई विदेशी गणमान्य शामिल होंगे। राम लला की मूर्ति को मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित किया जाना है। भाजपा 26 जनवरी से 25 मार्च तक राम मंदिर के दर्शन के लिए हर लोकसभा क्षेत्र से 10 हजार लोगों को अयोध्या भेजेगी।
राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन कई सरकारों ने 22 जनवरी को शराब की बिक्री पर रोक लगा दी है। इसे ड्राई डे घोषित किया है। शराब पर बैन लगाने वाले प्रदेशों की सूची नीचे देखें-
छत्तीसगढ़
सबसे पहले छत्तीसगढ़ ने राम मंदिर की प्रतिष्ठा के सम्मान में 22 जनवरी को ड्राई डे घोषित किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने खुदरा दुकानों, पब, रेस्तरां और क्लबों को बंद रखने का निर्देश दिया है।
असम
राज्य के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने 22 जनवरी को शुष्क दिवस के रूप में मनाने के फैसला की घोषणा की। भाजपा उत्तर-पूर्व प्रदेश में लगातार दूसरे कार्यकाल में है।
उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 जनवरी को शराब पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया। इसे राष्ट्रीय त्योहार घोषित किया। उन्होंने अयोध्या में स्वच्छता के कुंभ मॉडल को लागू करने का आग्रह किया। साथ ही सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी का आदेश दिया है।
सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि 14 से 20 जनवरी तक राज्य में स्वच्छता कार्यक्रम चलाएं। अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसफ के 150 सशस्त्र सुरक्षा कमांडो संभालेंगे।
राजस्थान
राजस्थान के शहर जयपुर के नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में मांस की दुकानें 22 जनवरी को बंद रहेंगी। जेएमसी की सीमा के भीतर शराब की दुकानों को बंद करने की मांग बीजेपी नेता गोपाल शर्मा ने की थी। मेयर मुनेश गुज्जर ने इसे तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया।