किरेन रिजिजू ने निजामुद्दीन औलिया दरगाह, अजमेर शरीफ दरगाह पर पीएम मोदी को चादर चढ़ाई

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किरण रिजिजू निज़ामुद्दीन दरगाह: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने निजामुद्दीन के औलिया मीर क्षेत्र से मुलाकात की। 813 वें उर्स के मकबरे पर मंदिर पर चढाई जाएगी। प्रधानमंत्री हर साल पिरामिड पर चाढ़े-चौथे होते हैं। मेहरौली मंदिर पर भी चन्द्रमा चढ़ेगा। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि हमारे लिए किस्मत की बात है कि निजामुद्दीन कश्मीर में आ जाएं। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी की ओर से दिए गए चर्च के मुखिया अजमेर शरीफ जाएंगे, जिसे हम निजामुद्दीन से होते हुए ले जाएंगे। अल्पसंख्यक मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी अजमेर शरीफ जाएंगे।”

चार्ट लेकर अजमेर सरफराज जायेंगे रिजिजू

उन्होंने बताया कि शनिवार (4 जनवरी 2025) को अमिरज सरफराज की कंपनी की हुई चपरासी के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा, “हम मोदी के भाईचारे का संदेश अजमेर लेकर सरफराज जाएंगे। निज़ामुद्दीन आमिर आने के बाद अब आमिर जाने का रास्ता आसान हो जाएगा।” प्रधानमंत्री ने कहा, ”ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर मुबारकबाद पर। यह अवसर सभी के जीवन में खुशहाली और शांति का संदेश है।

पीएम मोदी ने किरेन रिजिजू को दिया अंतिम मंत्र

मंत्री रिजिजू ने एक्स पर एक फोटो शेयर की, जिसमें पीएम मोदी और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी को आमिर आमिर के लिए चौधरी नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा, “यह भाव भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत, भाईचारे और करुणा के पवित्र संदेश के लिए उनके (पीएम मोदी) गेर सम्मान को चित्रित किया गया है। सूफी संतों की पुण्य तिथि के बारे में अमीरों में से एक ने उनकी दरगाह पर हर साल उर्स आयोजित किया।” है.

हाल ही में एक हिंदू संगठन ने सूफी मीर के नीचे एक मंदिर होने का दावा करते हुए अदालत का रुख किया, जिस पर विवाद खड़ा हो गया था. हालाँकि उच्च न्यायालय ने देश के विभिन्न आदर्शों में बनी ऐसी याचिकाओं पर किसी भी अदालत में कार्रवाई पर रोक लगा दी है।

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रॉ से ड्रिल पाकिस्तान, मुमताज जहरा बलोच बोलीं- भारत घर में डकैती हो रही है

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पाकिस्तान भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का निरीक्षण हुआ है। अमेरिकन पेपर्स मस्जिद पोस्ट की रिपोर्ट में भारत पर आरोप लगाया गया है कि वह देश के बाहर आतंकवादी संगठन के खिलाफ कथित अभियान चला रहा है।

इस्लामाबाद में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ”भारत का (आतंकियों की) हत्याएं और संप्रदाय का अभियान पाकिस्तान से भी बाहर चला गया है।” उन्होंने कहा कि इस नेटवर्क से पाकिस्तान अकेले ही प्रभावित नहीं है बल्कि वैश्विक स्तर पर चिंताएं पैदा हो रही हैं।

अमेरिकी अखबार अखबार पोस्ट ने क्या किया था दावा

अमेरिकी अख़बार अख़बार पोस्ट ने भारत पर कई आरोप लगाए थे। हाल ही में अपने अखबार की रिपोर्ट में भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एना बस वाइव (रॉ) पर आरोप लगाया गया था कि वो लगातार पाकिस्तान के अंदर हत्याएं कर रहे हैं। अखबार ने कहा था कि भारत ऐसा साल 2021 से ही कर रहा है। बिजनेस पोस्ट के अलावा ब्रिटिश मीडिया कंसल्टेंट गार्जिन ने भी ऐसा ही दावा किया था। अखबार में दावा किया गया था कि भारत ने 20 स्टार्स को मारने का प्लान बनाया है, जिसमें ये लोग रहते हैं। कई सेलेब्रिटी की हत्या भी हो चुकी है. अखबार ने आरोप लगाया कि इस योजना की जानकारी भारतीय पीएम मोदी को दी गई थी। अब पाकिस्तान ने उद्यमियों के आधार पर प्रतिक्रिया दी है।

जब पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका ने सवाल उठाया तो भड़की हुई मुमताज जहरा बलूच
जो पाकिस्तान इस बार अमेरिकी रिपोर्ट को खारिज करने का आरोप लगा रहा है, उसी पाकिस्तान ने अमेरिका की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था, जिसमें अमेरिका ने पाकिस्तान के आम चुनाव में धांधली को लेकर सवाल उठाए थे। वह वक्त मुमताज ज़हरा बलूच अमेरिकियों पर भड़का हुआ था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान सौहार्दपूर्ण बातचीत और विचारधारा में विश्वास करता है। अमेरिका का यह प्रस्ताव न तो उकसाया गया है और न ही उद्देश्यपूर्ण है।

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नहीं थम रही घायलों की चीखें, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई भीषण ट्रक दुर्घटना के बारे में अमेरिका

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अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स में ट्रक ने लोगों को कुचल दिया: पूरी दुनिया में बुधवार (1 जनवरी) को नए साल के जश्न में डूबी हुई थी, उसी समय अमेरिका में एक बड़ी घटना घटी। अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स शहर में एक शख्स ने नए साल का जश्न मनाते हुए लोगों की भीड़ पर जोर देते हुए तेज रफ्तार से जश्न मनाया। इस रोंगटेस्ट करने वाली घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई।

डायरेक्टदर्शियों ने इस घटना को बताया है कि यह किस तरह का पागलपन है। न्यू ऑरलियन्स शहर में नए साल का जश्न मनाने आए 18 साल के सियोन पार्सन्स ने कहा कि यह घटना किसी फिल्म के सीन जैसी थी। बस इसी तरह से इस घटना को समझा जा सकता है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या-क्या बताया

पार्सन्स ने आगे कहा कि तेजधार ट्रक ने लोगों को हवा में उड़ा दिया। वहां हर तरफ डेड बॉडी और खून ही खून था. उन्होंने कहा कि घटना के बाद वहां का शांत मैदान जंग जैसा हो गया। वहीं दूसरे डायरेक्टर जिमी कोथ्रान ने कहा कि उन्होंने घायल होते हुए देखा, उनके पास मदद करने वाला कोई नहीं था। जिमी ने कहा कि जब हम विदेश गए तो हमने जो देखा उसे विश्वास नहीं हुआ।

वहीं एक और प्रत्यक्ष निर्देशक किम्बर्ली स्ट्रिकलिन और उनके पति माइकल ने इस घटना में कहा था कि उन्होंने ट्रक को तेजी से देखा और फिर अपनी धमाकेदार आवाज भी सुनाई। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी स्ट्रिकलिन ने बताया कि घटना में घायल लोगों के चिल्लाने की चिंता करने वाली बात थी।

कौन है लोगों पर ट्रक चढ़ाने वाला?

मूल की पहचान 42 साल की अमेरिकी सेना के अनुभवी शम्सुद्दीन जब्बार के रूप में हुई है। वह अमेरिकी सेना में मानव संसाधन विशेषज्ञ और आईटी स्नातक हैं। वह जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से अपनी डिग्री हासिल कर ह्यूस्टन, टेक्सास में रहे। अपने आर्टिस्ट को लोगों पर चढ़ाने के बाद उन्होंने शूटिंग भी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस के साथ मिलकर अपराधी की मौत हो गई।

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पाकिस्तान यूएनएससी की सदस्यता का गैर-स्थायी सदस्य के रूप में दो साल का कार्यकाल शुरू, जानें भारत की चिंताएं

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UNSC में पाकिस्तान का कार्यकाल शुरू: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद/यूएनएससी) में वर्ष 2025 की शुरुआत के साथ ही कई सदस्य बदल गए हैं और परिषद में दो साल के लिए कई नए गैर सरकारी सदस्यों की नियुक्ति हुई है। इसमें भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान भी शामिल है। यूसी सूज़ में पाकिस्तान के प्रवेश द्वार ने भारत का ध्यान विशेष रूप से खींचा है।

पाकिस्तान के यूसाइओसी के प्रवेश से भारत सहित दक्षिण एशिया के कई देशों की आय में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस वक्त बांग्लादेश, म्यांमार, अफगानिस्तान जैसे कई एशियाई देशों के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान यूएनएससी में अपने भारत विरोधी जनरल को प्रमुखता से उठाया जा सकता है।

जुलाई 2025 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पाकिस्तान का राष्ट्रपति बनेगा

पाकिस्तान के दो साझीदारों के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य बनाया गया है। लेकिन जुलाई 2025 में पाकिस्तान यूएनएससी की नियुक्ति भी होगी। इसके अलावा पाकिस्तान इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा बैन कमेटी में भी शामिल होगा, जिसे शियाकन नाम दिया गया है और उस पर बैन लगाया गया है। ऐसे में यूसाइओसी में पाकिस्तान के जजमेंट से भारत प्रभावित हो सकता है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आतंकवादियों का गोला बारूदगा पाकिस्तान में

पाकिस्तान ने यू शियाओसी के सदस्य के रूप में अपने अमेरीका में अफगानिस्तान में शरणार्थियों का उठाव की बात कही है। इससे पाकिस्तान टीटीपी और अन्य गुटों पर फिजियोलॉजी करने का प्रयास किया जा रहा है। पाकिस्तान दुनिया के सामने खुद को राक्षसों से घिरा हुआ भारत का रुख देखना चाहता है।

पाकिस्तान के लिए यूएनएससी में कश्मीर का अवशेष सबसे प्रमुख निवास वाला है, जो पाक यू शियासी में सबसे पुराना एजेंडों में से एक है। वही, पाक भारत से जम्मू कश्मीर से 370 हटाने के लिए भी आप इसका उपयोग कर सकते हैं।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पाकिस्तान में चीन का साथ

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पाकिस्तान को कश्मीर के मुद्दे पर चीन से खुला समर्थन मिल सकता है। चीन की मदद से पाक जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य खत्म करने पर चर्चा की कोशिश। वहीं, पाक की ओर से सिंधु जल समूह जैसे एस्ट्रेट को भी मंच पर रखा जा सकता है।

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चीन में फैल रहा नया ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोविड आपातकाल घोषित, 170 लोगों की मौत और जानें

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चीन ने आपातकाल की घोषणा की: चीन में तो जैसे बकाया लग चुका है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे मल्टीपल वायरस और महामारी की रिपोर्ट से जुड़े हुए हैं। चीन के निजीकरण में अस्थिरता के कारण ऐसा माना जा रहा है कि चीन में इसे घोषित कर दिया गया है। अब चीन में मैरोन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण बढ़ रहा है, जो स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को और बढ़ा रहा है।

साइंटिस्ट ऑर्गेनाइज़ेशन के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन में नई बात कही है कोरोना वायरस महामारी को वैश्विक स्वास्थ्य सामान्य माना जाता है। टेड्रोस एडनोम घेब्रेयसस ने जिनेवा में बताया कि चीन की ओर से 31 दिसंबर, 2019 को पहली बार वायरस की चपेट में आया था और अब इस नए वायरस ने 18 अलग-अलग देशों में 7,834 लोगों को संक्रमित कर दिया है, जिससे 170 लोग बचे हैं। प्रोजेक्टर हो गया है. मरने वाले 170 लोग चीन में ही हैं।

पहले भी 6 बार मूल्य चुकाया जा चुका है

पब्लिक हेल्थ ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न (पीएचईआईसी), जिसकी एक समिति थी, उसकी ओर से शनिवार को लेकर पहली बैठक हुई। समिति के प्रमुख डिडियर होसिन ने बताया कि सर्वसम्मति से सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा। PHEIC का उपयोग अब तक 6 बार किया जा चुका है।

चीन में बढ़ रहा है मेरोन मेटान्यूमोवायरस

चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण बढ़ रहा है, जो स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं को बढ़ावा दे रहा है। रिक्वेस्ट एक्सप्रेस के अनुसार, यह वायरस साल 2001 में उत्तरी क्षेत्र में खोजा गया था, खासकर 14 साल की कम उम्र के लोगों में इसका असर हो रहा है। ठंड के साथ लोग मजबूत हो रहे हैं। इस वायरस को लेकर राष्ट्रीय रोग और रोकथाम प्रशासन ने लैबोरेट्री के लिए लैबोरेट्री शुरू कर दी है। वहीं रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि 16 से 22 दिसंबर के बीच संक्रमण तेजी से बढ़ा है.

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भारत बांग्लादेश अहसास सेना प्रमुख वेकर उज़ ज़मान चीन विकास भागीदार

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भारत बांग्लादेश समाचार: भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार-उज-जमान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भारत और चीन के साथ बांग्लादेश के रिश्ते पर अपनी बातें रखीं। स्थानीय पत्र के विवरण में उन्होंने कहा कि भारत का बांग्लादेश के साथ लेन-देन का संबंध है। सेना प्रमुख ने चीन को बांग्लादेश के विकास में बताया. उन्होंने स्पष्ट किया कि बांग्लादेश भारत के बीच संबंध के संबंध में कभी भी भारत का विरोध नहीं किया जाएगा, लेकिन उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों के बीच संबंध संबंध हो।

‘कई मायनों में बांग्लादेश भारत पर असंवैधानिक’

सेना प्रमुख वकार उज-जमान ने कहा, “हम कई इंसानों में भारत पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। भारत को भी हमारा फायदा हो रहा है। उनके बहुत से लोग बांग्लादेश में तोड़फोड़ और अवैध रूप से काम कर रहे हैं। बांग्लादेश से बहुत से लोग इलाज करते हैं।” के लिए भारत जाते हैं। हम अपने बहुत से उत्पाद चाहते हैं, इसलिए बांग्लादेश स्थिर रहे, ये भारत भी चाहता है।” बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने कहा कि जब एक-दूसरे से लाभ उठाने की कोशिश की जाती है, तो अच्छे संबंध केवल लाभ के आधार पर होने चाहिए। उन्होंने कहा, “लोगों को इस बात से सहमत नहीं होना चाहिए कि भारत बांग्लादेश पर कब्ज़ा हो रहा है या ऐसा कुछ हो रहा है, जो हमारे हितों के ख़िलाफ़ है।”

‘बांग्लादेश के विकास में चीन तानाशाह’

पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के अपदस्थ होने के बाद बांग्लादेश सेना प्रमुख का यह पहला इंटरव्यू था। उन्होंने बांग्लादेश की सेना में चीनी सेना के इस्तेमाल का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, “सभी से दोस्ती, किसी से दुश्मनी नहीं… हमारी विदेश नीति सबसे अच्छी है। हमें संतुलन के साथ आगे बढ़ाना होगा। चीन बांग्लादेश के विकास में एकता है। बांग्लादेश में उनका (चीन) बहुत निवेश है, इसलिए हमारा चीन बहुत महत्वपूर्ण है।”

चीनी सेना का उपयोग बांग्लादेशी सेना द्वारा किया जाता है

बांग्लादेश के सेना प्रमुखों ने कहा, हम चीन के कई खतरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमारे एयरफोर्स और नेवी चीन के जिन हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं वो बकियों के सस्ते हैं। डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले बांग्लादेश में चीनी राजदूत याओ वेन ने स्पष्ट किया था कि उनका देश बांग्लादेश की स्वतंत्र विदेश नीति का समर्थन करेगा।

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सऊदी अरब सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में छह ईरानी लोगों को फांसी दी, जानिए विवरण

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सऊदी अरब ने 6 ईरानियों को फाँसी दी: सऊदी अरब में छह ईरानी नागरिकों को फाँसी दी गई है। सऊदी की प्रेस एजेंसी ने साल 2025 से पहले दिन बुधवार (1 जनवरी, 2025) को इसकी जानकारी साझा की है। बता दें कि इन सभी ईरानी नागरिकों पर सऊदी अरब में हशीश घात की दावत का आरोप था, जिस पर सऊदी की अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। जिसके बाद इन सभी दस्तावेजों को सऊदी अरब के पूर्वी प्रांत में फांसी दे दी गई।

कट्टरपंथियों के कट्टर समर्थक हैं मोहम्मद बिन सलमान

सऊदी अरब में हाल के वर्षों में मौत की सजा में काफी तेजी आई है। इसके लिए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान व्यक्तित्व के प्रतिद्वंद्वी पर हैं। दस्तावेज़ पर सऊदी अरब में मृत्युदंड में असमान वृद्धि का आरोप है।

सऊदी मीडिया के मुताबिक, सऊदी के अधिकारियों ने ईरान के इन नागरिकों को हशीश डोज़ की गिरफ़्तारी देते हुए गिरफ़्तार किया था। इसके बाद येनकी अदालत में पेश किया गया। साक्ष्यों और साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट ने मौत की सज़ा सुनाई। इस फैसले के खिलाफ़ बहुमत अदालत ने इस फैसले को मंजूरी दे दी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फैसले को बंद कर दिया। इसके बाद शाही आदेश पर इन सभी को फाँसी दे दी गई।

शैतान के मामले में सऊदी सरकार बेहद सख्त है

सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने इस मामले को लेकर अपने बयान में कहा, “सऊदी सरकार अपने नागरिकों और निवासियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से घटिया है।” आपदा देश के सामने एक बड़ी समस्या है और हम आपदा के खतरे से अपने लोगों को बचाएंगे। साथ ही हम गैजेट्स के स्टार्स को भी नहीं बचाएंगे। शिक्षकों और उद्यमियों को कानून के हिसाब से ही कड़ी सजा दी जाएगी।

एक साल में 100 से ज्यादा लोगों को दी गई फांसी

उल्लेख है कि सऊदी अरब में राक्षसों की मौत की सज़ा का प्रस्ताव है। बता दें कि सऊदी अरब में पिछले एक साल यानी साल 2024 में 100 से ज्यादा विदेशी नागरिकों को फाँसी दी गई है। यह सऊदी अरब के इतिहास में पहली बार हुआ है कि एक साल में 100 से ज्यादा लोगों को मौत की सजा दी गई है। दोस्तों की बात ये है कि 2024 का ये किरदार दो साथियों के करीब तीन गुना है।

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दुनिया को खत्म होने से बचाएगा ये गाय! स्कॉटलैंड के वैज्ञानिकों ने तैयार किया, विश्वास को जानना जरूरी नहीं

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चिन्मय कृष्ण दास की जमानत पर आज बांग्लादेश कोर्ट में सुनवाई | हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की जमानत पर अदालत में आज सुनवाई, परीक्षण ने कहा

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चिन्मय दास समाचार: गुट के प्रवक्ता और हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास गुरुवार को चटगांव कोर्ट में राजद्रोह मामले में जमानत की सजा के लिए पेश होंगे।

25 नवंबर को हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को ढाका के शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था, तब से वह जेल में हैं। उनके लिए न्याय की मांग बढ़ रही है।

ढाका और चटगांव के 20 वकीलों द्वारा जमानत याचिका में दस्तावेज और मनगढ़ंत मामले का खुलासा किया गया है। वकीलों का तर्क है कि वर्कर्स और इलेक्ट्रानिक एसोसिएट्स से पीड़ित दास को अनुचित तरीके से जेल में डाल दिया गया है। उनके मुख्य वकील रसेल घोष का पहले चीफ़ जनरल फ़ार्मलिस्ट पर रोक लगा दी गई थी।

इस्कॉन कोलकाता ने मॉडल्स की अपेक्षित संभावनाएं बनाई हैं। इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने चिन्मय कृष्ण दास और बांग्लादेश में अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के समर्थन की पुष्टि की। संगठन अपनी सुरक्षा और न्याय के लिए प्रार्थना कर रहा है।

इससे पहले 11 दिसंबर को बांग्लादेश की एक अदालत ने दास की प्रारंभिक जमानत याचिका को खामी के कारण खारिज कर दिया था। मतो के अनुसार, वैध पावर ऑफ अटॉर्नी और वकील की अनुपस्थिति के कारण बर्खास्तगी को खारिज कर दिया गया था।

मामले ने तब नया मोड़ ले लिया जब दास के वकीलों में से एक शुभाशीष शर्मा ने 3 दिसंबर की सुनवाई में सुरक्षा के आरोप शामिल नहीं किए। अभियोक्ता मोफिजुल हक ने कहा कि दस्तावेज और कानूनी प्रतिनिधित्व की कमी के कारण पहले की कार्रवाई में बाधा उत्पन्न हुई। इस बीच, भारत ने रियल एस्टेट और आवासीय भवनों की मांग की है, जिसमें सभी संबंधित लोगों के कानूनी अधिकारों का सम्मान करने की आवश्यकता है।

अपवित्रता और जांच को उम्मीद है कि अदालत संत के प्रदर्शन स्वास्थ्य और प्रक्रियागत निवेशकों पर विचार करेगी, जो अब तक मामले को प्रभावित कर रही हैं।

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पिछले दो दशकों में सिर्फ 0.2 प्रतिशत शानदार हिंदू आबादी रही, अगले 25 सागरों में इतनी कम का अनुमान, आंकड़ों ने चौंकाया

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