पुरातत्वविद के अनुसार मुगल बादशाह के डर से कई अमीर किले के आस-पास रुके थे। इनमें से कई ने अपना खजाना जमीन में ही गाड़ दिया था। इसके पहले भी आस-पास के इलाकों में कई लोगों को मुगलकालीन सिक्के मिल चुके हैं। उधर ग्रामीण के अनुसार कुछ लोगों ने इन सिक्कों को सराफा बाजार में व्यापारियों को बेच दिया है।
By Prashant Pandey
Publish Date: Solar, 06 Oct 2024 11:30:43 AM (IST)
Up to date Date: Solar, 06 Oct 2024 11:39:06 AM (IST)
HighLights
- आसपास के क्षेत्र के ग्रामीण रात में वहां पहुंच कर खोदाई कर रहे हैं।
- नेताओं ने जिला प्रशासन से इस मामले की जांच कराने की मांग की है।
- खेत मालिकों द्वारा सराफा में सिक्के बेचने की बात कह रहे ग्रामीण।
नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर(Burhanpur Information)। मुगल शासकों की पसंदीदा जगह रहे बुरहानपुर जिले में इन दिनों सोने के सिक्के मिलने की अफवाह फैली हुई है। बताया जा रहा है कि इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे के लिए की गई खोदाई के दौरान एक खेत से सोने के सिक्के निकले थे।
यह स्थान जिला मुख्यालय से करीब 18 किमी दूर और असीरगढ़ किले के पास है। यह अफवाह तेजी से असीरगढ़ सहित आसपास के क्षेत्र में फैलने के बाद ग्रामीण रात में वहां पहुंच कर खोदाई कर रहे हैं।
सिक्कों पर उर्दू और अरबी भाषा में कुछ लिखे होने की बात
हालांकि, अब तक एक भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जिसमें किसी ग्रामीण को सोने के सिक्के मिलने की पुष्टि हुई हो अथवा प्रशासन के पास उन्हें जमा कराया गया हो। क्षेत्र में चल रही चर्चाओं के मुताबिक ये सोने के सिक्के मुगलकाल के हैं। इनमें उर्दू अथवा अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ है। पुरात्तवविदों और कांग्रेस नेताओं ने जिला प्रशासन से इस मामले की जांच कराने की मांग की है।
इस तरह जगह-जगह खोदे गए गड्ढे।
पहले भी मिले हैं सोने के सिक्के
पुरातत्वविद और डीएटीसी के सदस्य कमरुद्दीन फलक के अनुसार एतिहासिक असीरगढ़ के किले में मुगल बादशाह के डर से तत्कालीन कई अमीरों ने शरण ली थी। उन्होंने अपना खजाना असीरगढ़ किले के पास ही जमीन में दबा दिया था। बाद में उनकी मृत्यु हो गई और खजाना वहीं गड़ा रह गया।
पहले भी आसपास के क्षेत्र में मुगलकालीन सिक्के लोगों को मिल चुके हैं। कांग्रेस नेता अजय रघुवंशी ने भी जिला प्रशासन से पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि यह अफवाह है तो इसे फैलाने वाले षड़यंत्र रच रहे हैं। उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
सराफा बाजार में सिक्के खपाए
असीरगढ़ क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कई खेत मालिकों और ग्रामीणों को सोने के सिक्के मिले हैं। उन्होंने इन सिक्कों को स्थानीय सराफा व्यापारियों के यहां खपा दिया है। हालांकि कैमरे के सामने कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है, लेकिन जिस तरह से खेतों और पहाड़ियों में खोदे गए ताजा गड्ढे मिल रहे हैं, उससे यह तो साफ है कि ग्रामीण रात में वहां खोदाई कर सोने के सिक्कों की तलाश कर रहे हैं।