बांग्लादेश में चेक बाउंस होने के मामले में ढाका कोर्ट ने शाकिब अल हसन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है

[ad_1]

शाकिब अल हसन गिरफ्तारी वारंट बांग्लादेश: बांग्लादेश क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी शाकिब अल हसन मुश्किल में फंस गए हैं। उनके खिलाफ ढाका कोर्ट ने अरेस्ट रेट जारी कर दिया है। साकिब की जेल जाने की नौबत आ गई है. साकिब के खिलाफ बाउंस का केस चल रहा है। शाकिब इससे पहले भी कई बार मुश्किल में फंस चुके हैं. उनका क्रिकेट में रिकॉर्ड अच्छा बना हुआ है. लेकिन पर भी अपने व्यवहार को लेकर मुश्किलों का सामना कर सकते हैं।

शाकिब पर चेक के साथ फ्रॉड करने का मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद ढाका की अदालत ने उनके निवेशकों के खिलाफ जारी कर दिया। क्रिकबज की एक खबर के मुताबिक शाकिब और तीन अन्य लोगों पर केस चल रहा है। वे दो अलग-अलग चेक के जरिए करीब 4 करोड़ 14 लाख बांग्लादेशी टका का भुगतान करवा रहे थे। वे बैंक से पैसे उधार के लिए थे, जो चेक के माध्यम से भुगतान किये जा रहे थे. लेकिन खाते में पैसे न होने की वजह से चेक बाउंस हो गया।

साकिब अल हसन क्या कहेंगे –

बांग्लादेशी खिलाड़ी शाकिब के खिलाफ बाकी खिलाड़ियों का बकाया चुकाना पड़ा है। अब आगे क्या होगा, इस मामले पर किसी तरह की आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। शाकिब इससे पहले मैदान पर अभ्रदता की वजह से मुश्किल का सामना कर चुके हैं। उनके बुरे व्यवहार को लेकर भी एक्शन लिया गया है।

अब तक ऐसा है साकिब का रिकॉर्ड –

साकिब अब तक 247 लोकप्रिय मैच खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 7570 रन बनाये हैं. शाकिब के पास 9 शतक और 56 प्लाट हैं। वे इस दस्तावेज़ में 317 विकेट भी ले चुके हैं। साकिब का टेस्ट रिकॉर्ड भी अच्छा चल रहा है. वे टेस्ट में 246 विकेट ले चुके हैं. उन्होंने 4609 रन बनाये हैं. शाकिब टेस्ट में 5 शतक और 31 शतक लगाए हैं। उन्होंने एक डबल शतक भी लगाया है.

यह भी पढ़ें: रिंकू सिंह: टीम इंडिया के रिंकू सिंह ने क्रिएटर में प्लेयर बाटे का पैसा? सामने आए वीडियो में जानिए पूरे मामले की सच्चाई

[ad_2]

यूपी बोर्ड ने जेईई मेन के कारण इंटरमीडिएट कक्षाओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं

[ad_1]

शिक्षा ऋण की जानकारी:
शिक्षा ऋण ईएमआई की गणना करें

[ad_2]

अजय देवगन की फिल्म फूल और कांटे के विलेन आरिफ खान ने धर्म के लिए छोड़ा बॉलीवुड, बन गए इस्लामिक विद्वान

[ad_1]

इस्लाम के लिए अभिनेता ने छोड़ा बॉलीवुड: बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस ने इस्लाम के लिए शोबिज को पसंद किया है कहा। इस सूची में जायरा खान और सना खान खान का नाम शामिल है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धर्म के शोबिज छोड़ने वाले कलाकारों में फेहरिस्त में अभिनेत्रियों के साथ-साथ अभिनेता भी शामिल होते हैं?

हम बात कर रहे हैं अजय देवगन की डेब्यू फिल्म ‘फूल एंड कांड’ में विलेन के किरदार वाले एक्टर आरिफ खान की। अजय देवगन की तरह आरिफ ने भी 1991 में इस फिल्म से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। ‘फूल और कांड’ में रॉकी लुक वे काफी लोकप्रिय थे।

इन फिल्मों में आरिफ खान ने किया काम (आरिफ खान फिल्म्स)
आरिफ खान ने 90 के दशक के बाद ‘फूल एंड कॉन्टेस्ट’ में कई शानदार फिल्मों में काम किया। आरिफ खान, सुनील, सलमान खान और अक्षय कुमार जैसे सुपरस्टार्स की फिल्मों में नजर आएंगे। उन्होंने ‘मोहरा’, ‘वीरगति’ और ‘दिलजले’ जैसी फिल्मों में काम किया। बॉलीवुड के बाद वे साल 2007 में हॉलीवुड फिल्म ‘ए मैती हार्ट’ में भी नजर आईं। इस फिल्म में उन्होंने एक ड्राइवर का रोल अदा किया था। फिल्म में एंजेलिन जोली भी नजर आईं।


धर्म के लिए रिलीज शोबिज (आरिफ खान ने इस्लाम के लिए बॉलीवुड छोड़ दिया)
स्टार्स के साथ काम करने के बाद भी आरिफ खान का फिल्मी करियर कुछ खास जहां तक ​​नहीं पहुंच पाया। ऐसे में आरिफ ने खुद को दुनिया से अलग करने का फैसला लिया। वे अपने धर्म इस्लाम के लिए शोबिज से विदाई ले ली और एक इस्लामिक विद्वान बन गये।

शोबिज से दूर ये काम कर रहे आरिफ खान (आरिफ खान करंट प्रोफेशन)
अब उनका लुक पहले से काफी बदल गया है। लंबे समय तक रहने, कुर्ता-पायजामा, सिर पर टोपी और चश्मे पर आम तौर पर धार्मिक संदेश आते रहते हैं। आरिफ खान अपनी एक टूर एंड स्टोर्स कंपनी भी लॉन्च कर चुके हैं और स्क्रैच बैंगलौर में सदाबहार जी रहे हैं

ये भी पढ़ें: तारा की वो हीरोइन जिसे डायरेक्टर ने सेट पर तमाचा से मारा था, आज तारा से दूर जी रही ऐसी लाइफ



[ad_2]

अघोरी बाबा महाकुंभ 2025 जानिए अघोरी बनने की प्रक्रिया और चरणों के बारे में

[ad_1]

अघोरी बाबा महाकुंभ में आकर्षण केंद्र हैं। अघोरी साधु तंत्र साधना करते हैं। अघोरियों को भोला या खतरनाक साधु माना जाता है।

अघोरी बाबा महाकुंभ में आकर्षण केंद्र हैं। अघोरी साधु तंत्र साधना करते हैं। अघोरियों को भोला या खतरनाक साधु माना जाता है।

अघोर का अर्थ है जो घोर नहीं है, अर्थात जो भयावह नहीं है, सरल और सौम्य है। अघोरी देखने में बहुत अलग और डरावने हो सकते हैं लेकिन ये दिल के बच्चे की तरह होता है। इनके अंदर कल्याण जन की भावना होती है।

अघोर का अर्थ है जो घोर नहीं है, अर्थात जो भयावह नहीं है, सरल और सौम्य है। अघोरी देखने में बहुत अलग और डरावने हो सकते हैं लेकिन ये दिल के बच्चे की तरह होता है। इनके अंदर कल्याण जन की भावना होती है।

अघोरी की सबसे बड़ी पहचान यह है कि वे कभी किसी से कुछ नहीं मांगते हैं। लोग श्मशान, शव, मुर्दे, मांस और कफन से घृणा करते हैं लेकिन अघोरी ग़ुलामते हैं। अघोरी बनने के लिए तीन आरंभिक राक्षस राक्षस हैं।

अघोरी की सबसे बड़ी पहचान यह है कि वे कभी किसी से कुछ नहीं मांगते हैं। लोग श्मशान, शव, मुर्दे, मांस और कफन से घृणा करते हैं लेकिन अघोरी ग़ुलामते हैं। अघोरी बनने के लिए तीन आरंभिक राक्षस राक्षस हैं।

अघोरी बनने के लिए एक उपयुक्त गुरु की तलाश करना है। गुरु ने बताई हर बात का पालन। इस दौरान गुरु द्वारा बीज मंत्र दिया जाता है। यह विरासत में मिला हुआ दिग्दर्शन कहा जाता है।

अघोरी बनने के लिए एक उपयुक्त गुरु की तलाश करना है। गुरु ने बताई हर बात का पालन। इस दौरान गुरु द्वारा बीज मंत्र दिया जाता है। यह विरासत में मिला हुआ दिग्दर्शन कहा जाता है।

दूसरी परीक्षा में गुरु शिष्य को जल का आचमन देकर कुछ आवश्यक जानकारी दी जाती है। इसमें गुरु शिष्य के हाथ, गले और कमर पर एक काला धागा बांधते हैं।

दूसरी परीक्षा में गुरु शिष्य को जल का आचमन देकर कुछ आवश्यक जानकारी दी जाती है। इसमें गुरु शिष्य के हाथ, गले और कमर पर एक काला धागा बांधते हैं।

तीसरे परीक्षण में शिष्य को रंभात दिग्दर्शन गुरु द्वारा दिया जाता है। इस प्रवचन में जीवन और मृत्यु का पूरा अधिकार गुरु को दिया गया है। इस दौरान कई सारे बिजली बंद हो गए। सफल होने के बाद गुरु को शिष्य को अघोरपंथ के गहन रहस्यों के बारे में जानकारी मिलती है।

तीसरे परीक्षण में शिष्य को रंभात दिग्दर्शन गुरु द्वारा दिया जाता है। इस प्रवचन में जीवन और मृत्यु का पूरा अधिकार गुरु को दिया गया है। इस दौरान कई सारे बिजली बंद हो गए। सफल होने के बाद गुरु को शिष्य को अघोरपंथ के गहन रहस्यों के बारे में जानकारी मिलती है।

प्रकाशित: 19 जनवरी 2025 12:43 अपराह्न (IST)

ऐस्ट्रो फोटो गैलरी

ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज़

[ad_2]

बांग्लादेश में वायु प्रदूषण के कारण सालाना एक लाख लोगों की मौत होती है सीआरईए शोध रिपोर्ट

[ad_1]

बांग्लादेश में वायु प्रदूषण: बांग्लादेश में साल दर साल खराब हवा अब विनाशकारी हो रही है। यहां वायु प्रदूषण से हर साल एक लाख से ज्यादा नुकसान और हजारों करोड़ से ज्यादा नुकसान का अनुमान लगाया गया है। ये आंकड़े एक रिसर्च रिपोर्ट में सामने आए हैं.

सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (सीआरईए) ने बांग्लादेश में वायु प्रदूषण के प्रभाव का विस्तृत अध्ययन किया है। शनिवार (18 जनवरी) को सीआरईए ने सेंटर फॉर एटमॉस्फेरिक पॉल्यूशन स्टडीज़ (कैप्स) के साथ मिलकर नेशनल प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपनी रिसर्च के महत्वपूर्ण और चेतावनी वाले आंकड़े सामने रखे।

हर साल 1 लाख से ज्यादा मौतें
इस अध्ययन के अनुसार, बांग्लादेश में वायु प्रदूषण के कारण हर साल 1,02,456 लोगों की मौत होती है। इन आंकड़ों में 5,258 बच्चे शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल वायु प्रदूषण से जुड़े 6,70,000 प्लांटों को विभागों में शामिल किया गया है। साथ ही पहले जन्म से 9 लाख नवजातों का वजन मानक से कम होता है और करीब 7 लाख नवजातों का वजन मानक से कम होता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश के जनसंख्या प्रदूषण से वायु प्रदूषण की स्थिति के कारण कुल मिलाकर 2630 मिलियन दिनों की क्षति होती है।

हवा का स्तर बेहद खराब
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023 में दुनिया के सबसे मजबूत देशों की सूची में सबसे पहले बांग्लादेश को नष्ट किया गया था। टैब पर्टिक्यूलेटर (PM2.5) का प्रतिघन मीटर वजन 79.9 माइक्रोग्राम था जो देश के मानक 35 माइक्रोग्राम के दोगुने से भी अधिक रहा। और यह WHO के स्टैंडर्स 5 माइक्रोग्राम की तुलना में 16 गुना ज्यादा है। पर्टिक्यूलेट मैटर हवा में सॉलिड फ्लोटर को तरल पदार्थ के मिश्रण के रूप में जाना जाता है। यदि इसकी मात्रा अधिक है तो लोगों को सांस लेने में असुविधा होती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण के कारण लोगों की अफवाहों पर भी बुरा असर पड़ा है। साल 2019 के आंकड़ों में 1100 करोड़ के नुकसान की बात कही गई थी. इस रिपोर्ट में वायु प्रदूषण के बारे में विस्तार से बताया गया है।

यह भी पढ़ें…

इजराइल-हमास युद्धविराम: 42 दिन में रिहाइश, 33 बंधक और 737 कैदी, जानें गाजा सीजफायर की खास बातें

[ad_2]

Amazon ग्रेट रिपब्लिक डे सेल 2025 में ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन 50% से ज्यादा डिस्काउंट पर मिल रही है

[ad_1]

13 जनवरी से शुरू हुई इस सेल में कई टॉप-लोड और फ्रंट-लोड वाशिंग मशीन पर बंपर सेटअप दिया जा रहा है। न केवल प्रत्यक्ष छूट बल्कि विशिष्ट बैंक कार्ड के माध्यम से 10% का प्रावधान भी मिल रहा है। यदि आप क्रेडिट कार्ड या ईएमआई विकल्प का उपयोग करते हैं, तो यह पुराना और बेकार भी हो सकता है।

13 जनवरी से शुरू हुई इस सेल में कई टॉप-लोड और फ्रंट-लोड वाशिंग मशीन पर बंपर सेटअप दिया जा रहा है। न केवल प्रत्यक्ष छूट बल्कि विशिष्ट बैंक कार्ड के माध्यम से 10% का प्रावधान भी मिल रहा है। यदि आप क्रेडिट कार्ड या ईएमआई विकल्प का उपयोग करते हैं, तो यह पुराना और बेकार भी हो सकता है।

इसके अलावा, अमेज़ॅन नो-कॉस्ट ईएमआई, रिज़र्व ऑफर और डुप्लिकेट जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इन ऑफर्स का लाभ आप अपनी पसंदीदा वॉशिंग मशीन बेहद कम कीमत में खरीद सकते हैं।

इसके अलावा, अमेज़ॅन नो-कॉस्ट ईएमआई, रिज़र्व ऑफर और डुप्लिकेट जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इन ऑफर्स का लाभ आप अपनी पसंदीदा वॉशिंग मशीन बेहद कम कीमत में खरीद सकते हैं।

सैमसंग, एलजी और अन्य प्रमुख ब्रांड्स की वॉशिंग मशीन सेल में शानदार जगह दी जा रही है। ये वाशिंग मशीन हाईक्वाइन्टिव, कम शोर, स्माइक फ़ान्टा और मल्टीपल वाशिंग मोटर जैसे उपकरण के साथ आते हैं।

सैमसंग, एलजी और अन्य प्रमुख ब्रांड्स की वॉशिंग मशीन सेल में शानदार जगह दी जा रही है। ये वाशिंग मशीन हाईक्वाइन्टिव, कम शोर, स्माइक फ़ान्टा और मल्टीपल वाशिंग मोटर जैसे उपकरण के साथ आते हैं।

एलजी के 9 रियरफ्रंट-लोड फुल्ली स्मार्टफोन वॉशिंग मशीन (वाई-फाई मोबाइल के साथ) की कीमत 53,990 रुपये से अब सिर्फ 38,990 रुपये हो गई है।

एलजी के 9 रियरफ्रंट-लोड फुल्ली स्मार्टफोन वॉशिंग मशीन (वाई-फाई मोबाइल के साथ) की कीमत 53,990 रुपये से अब सिर्फ 38,990 रुपये हो गई है।

बॉश की 9 स्टोर फुल्ली फ़्लोरिडा फ्रंट-लोड वाशिंग मशीन (बिल्ट-इन लेजर के साथ) की मूल कीमत 59,900 रुपये है, लेकिन सेल में यह 37,900 रुपये में उपलब्ध थी।

बॉश की 9 स्टोर फुल्ली फ़्लोरिडा फ्रंट-लोड वाशिंग मशीन (बिल्ट-इन लेजर के साथ) की मूल कीमत 59,900 रुपये है, लेकिन सेल में यह 37,900 रुपये में उपलब्ध थी।

यदि आप एक प्रमुख और उन्नत फीचर्स वाली वॉशिंग मशीन खरीदना चाहते हैं, तो यह मौका हाथ से न जाने दें।

यदि आप एक प्रमुख और उन्नत फीचर्स वाली वॉशिंग मशीन खरीदना चाहते हैं, तो यह मौका हाथ से न जाने दें।

अमेज़न पर सेल के लिए दिए गए ऑफर्स और ऑब्जेक्ट्स को देखने के लिए दिए गए ऑफर और अपनी पसंदीदा वॉशिंग मशीन को तुरंत ऑर्डर करें। ऑफर्स सीमित समय के लिए हैं, इसलिए जल्दी करें और इस शानदार डिलिवरी का लाभ लें।

अमेज़न पर सेल के लिए दिए गए ऑफर्स और ऑब्जेक्ट्स को देखने के लिए दिए गए ऑफर और अपनी पसंदीदा वॉशिंग मशीन को तुरंत ऑर्डर करें। ऑफर्स सीमित समय के लिए हैं, इसलिए जल्दी करें और इस शानदार डिलिवरी का लाभ लें।

प्रकाशित: 19 जनवरी 2025 02:07 अपराह्न (IST)

गैजेट्स फोटो गैलरी

गैजेट्स वेब स्टोरीज़

[ad_2]

8वें वेतन आयोग से उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को मिलेगी बंपर रकम, सैलरी में इतने हजार रुपये की बढ़ोतरी

[ad_1]

8वां वेतन आयोग उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी: केंद्र सरकार के 8वें वेतन आयोग की स्थापना की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों की सूची में बढ़ोतरी की गई है। इस आयोग 2026 में अपनी रिपोर्ट में सरकार को शामिल किया जा सकता है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश के लगभग 8 लाख सरकारी कर्मचारियों और 4 लाख पेंशनभोगियों को इस योजना का लाभ मिलने की संभावना है।

यूपी के कर्मचारियों को कितना लाभ मिलेगा

केंद्र सरकार ने जिस 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी है, उसमें सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की उम्मीद है। समय-समय पर यूपी के कर्मचारियों को वेतनमान आयोग के तहत 53 फीसदी ब्याज दर मिल रही है। इस आयोग के लागू होने से यह प्रतिशत और वृद्धि हो सकती है, जिससे कर्मचारियों के वेतन में बंपर वृद्धि होगी।

कब लागू होगा 8वाँ वेतन आयोग

मत के अनुसार, यूपी सरकार 8वें वेतन आयोग को लागू करने की प्रक्रिया की तैयारी कर रही है। पिछले मित्रों को देखते हुए, जब अवकाश वेतन आयोग के सलाहकार लागू हुए थे, तब यूपी सरकार ने इसे लगभग 5-6 महीने बाद केंद्रीय कर्मचारियों के लिए लागू किया था। इस बार भी ऐसा ही होने की उम्मीद है. इसका मतलब यह है कि अगर केंद्रीय कर्मचारियों को जनवरी 2026 से वेतन मिलना शुरू हो जाए तो यूपी के सरकारी कर्मचारियों को संभवतः जून 2026 तक इसका लाभ मिल जाएगा।

कितनी हज़ार बढ़ोतरी होगी

बेसिक्स का मानना ​​है कि यदि फिटमेंट फैक्टर 2.86 प्रतिशत तक है, तो न्यूनतम बेसिक्स फैक्टर में लगभग 186 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी का स्टाफ़ 18,000 रुपये है, तो नए फिटमेंट फैक्टर के अनुसार उसकी फ़ुटमेंट फैक्टर 51,480 रुपये होगा। अगर आपको ये बात समझ नहीं आई कि आखिर ये 18000 से 51,480 रुपए कैसे हो गए तो आपको बता दें कि हमने फिटमेंट फैक्टर से आपकी फैक्ट्री में गुणा कर दिया।

आपके कारखाने में कितना वजन होगा, यह पता कर सकते हैं कि 8वें वेतन आयोग के बाद आपके कारखाने में कितना वेतन होगा। इसके अलावा आपको बता दें, वास्तविक समय में यूपी के सरकारी कर्मचारियों को 53 प्रतिशत बिजनेस बैच (डीए) मिल रहा है, जो इस नए निवेश के बाद और बढ़ सकता है।

ये भी पढ़ें: 40,50,60,70 हजार हजार भी हो आपकी मासिक आय, यहां जानिए 8वें वेतन आयोग के बाद कितनी बढ़ोतरी होगी

[ad_2]

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम की घोषणा के बाद संजू सैमसन पर केसीए अध्यक्ष जयेश जॉर्ज

[ad_1]

संजू सैमसन पर केसीए अध्यक्ष: चैंपियन ट्रॉफी 2025 का पहला मैच 19 फरवरी को खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारत का पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश से है, इसलिए 18 जनवरी को फुटबॉल के मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर और कप्तान रोहित शर्मा ने 15 बैट्समैन टीम की घोषणा की थी। इस लिस्ट में संजू सैमसन का नाम न होने से सभी प्रेमियों के मन में सवाल उठ रहे हैं।

इन सबके बीच कहा जा रहा है कि विक्ट्री हजारे ट्रॉफी की अनदेखी ही संजू सैमसन को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की भारतीय टीम से बाहर जाने की वजह है। इस पर केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) के अध्यक्ष जयेश जॉर्ज ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि विक्ट्री हजारे ट्रॉफी 2024-25 के लिए केरल की टीम में संजू सैमसन क्यों नहीं थे।

केसीए जॉर्ज का बड़ा खुलासा
इस मामले पर बात करते हुए केरल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जयेश जॉर्ज ने कहा कि संजू सैमसन ने विजय हजारे ट्रॉफी के लिए अपनी अनुपस्थिति के बारे में एक लाइन के संदेश दिए थे। जॉर्ज ने कहा, “संजू सैमसन ने एक पंक्ति का पाठ हमारे माध्यम से बताया कि वह 30 कैसल ट्रेनिंग कैंप के लिए मौजूद नहीं होंगे। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय था, और बाद में उन्होंने अपने स्टूडेंट स्टूडियो के लिए चयन किया।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारा हमेशा से मानना ​​है कि सैमसन टीम के कैप्टन बनने के लिए बिल्कुल सही हैं, क्योंकि वह हमारे व्हाइट-बॉल कैप्टन हैं और वह मैटी सीज़न में भी वैज्ञानिक थे। लेकिन उनका ऐसा बना हुआ है कि वह तब ही उपलब्ध हैं।” ऐसा तब होता है जब वह खुद को डेट करती है, जिससे चयन प्रक्रिया प्रभावित होती है।”

सैमसन का अंतिम प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट टीम नवंबर में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई थी। यहां दोनों टीमों के बीच 4 टी20 मैचों की सीरीज जारी की गई। जिसमें संजू सैमसन दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। सैमसन ने 4 मैचों में 72 के औसत से 216 रन बनाए। सैमसन ने इस टी20 सीरीज में 2 शतक भी लगाए।

भारतीय टीम के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल (उप-कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अयर्ड, केएल राहुल, हॉलिडे नागालैंड, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, शमीम यादव, जसप्रित कौशिक, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह, यशस्वी जयसवाल, ऋषभ पंत और रेस्टुरेंट

यह भी पढ़ें:
करुण नायर पर द्विपक्षीय चोट; पहले चैंपियंस ट्रॉफी में अनदेखी, अब विजय हजारे ट्रॉफी में हारे फाइनल

[ad_2]

ऑफ़लाइन करने वाले सावधान रहें! बढ़ रहे हैं क्विशिंग स्कैम के मामले, जानें कैसे होती है हिस्सेदारी

[ad_1]

ऑफ़लाइन करने वाले सावधान रहें! बढ़ रहे हैं क्विशिंग स्कैम के मामले, जानें कैसे होती है हिस्सेदारी

[ad_2]

अमेरिका में टिकटॉक ऑफ़लाइन, Google Play Store और App Store ने ऐप को हटा दिया है

[ad_1]

अमेरिका में टिकटॉक: अमेरिका में टिकटॉक बंद हो गया है। प्रतिबंध के कुछ घंटे पहले ही कंपनी ने इसे बंद कर दिया था। अमेरिका के टिक-टॉक ग्राहकों को ऐप म्यूजिक पर ‘टिक-टोक सुविधा उपलब्ध नहीं है’ वाला मैसेज आ रहा है। उपभोक्ता इस संदेश के सहयोगियों को अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट कर अपनी सदस्यता ले रहे हैं।

गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से भी टिकटॉक हटा दिया गया है। बता दें कि अमेरिका में टिकटॉक के 17 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता हैं।

ऐप गैजेट पर मिल रहा ये मैसेज
“माफ़ करो, टिक-टॉक दृश्य के लिए उपलब्ध नहीं है। टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने के लिए अमेरिका में कानून का भुगतान किया गया है। यानी अब आप टिक-टॉक का उपयोग नहीं कर पाएंगे। हम भाग्यशाली हैं कि प्रेसिडेंट अंकल ने इस मामले में कहा है हमारे साथ मिलकर किसी हल ड्रॉ की बात कही है।”

प्रतिबंध का कारण
शनिवार को ही अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला सुनाया था। राष्ट्रीय सुरक्षा को आधार बनाने वाले इस ऐप को प्रतिबंधित कर दिया गया है। बता दें कि पिछले साल अमेरिकी कांग्रेस ने एक कानून पारित किया था जिसमें टिक-टॉक की फर्जी कंपनी बेबडांस को अमेरिकी ऑपरेशन के लिए किसी अस्वीकृत खरीददार को 9 महीने के लिए बेचने का निर्देश दिया गया था। ऐसा ना करने पर उस पर बैन की बात कही गई थी.

हालाँकि, हाल ही में अमेरिका में चुने गए नए राष्ट्रपति डोनाल्ड हिटलर ने शनिवार को कहा है कि वह 90 दिन और आगे टिक-टॉक करेंगे। ऐसे में संभव है कि समानता के पद संभालते ही अमेरिका में फिर से टिकटॉक शुरू हो जाए।

यह भी पढ़ें…

इजराइल-हमास युद्धविराम: 42 दिन में रिहाइश, 33 बंधक और 737 कैदी, जानें गाजा सीजफायर की खास बातें

[ad_2]