हिंदू जनसंख्या: हिंदू धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है, भारी संख्या में हिंदू धर्म को मानने वाले लोग दुनिया भर में खत्म हो गए हैं। ऐसे कई मुस्लिम देश भी हैं, जहां पर काफी संख्या में हिंदू रहते हैं लेकिन एक ऐसा मुस्लिम देश है जहां एक वक्त था जब हिंदुओं की आबादी बहुसांख्यिक थी, उनका बोलबाला था लेकिन एक घटना के बाद धीरे-धीरे वहां हिंदू अल्पसंख्यक हो गए।
किस देश में घाटी हिंदू आबादी है?
देश का बंटवारा से पहले पाकिस्तान भी भारत का हिस्सा हुआ था। उस समय वहां हिंदुओं की बड़ी आबादी थी, जो आदिवासियों के साथ मिल-जुल्कर रहती थी लेकिन विलायती के बाद जब से मुस्लिम देश के रूप में पाकिस्तान का गठन हुआ, वहां हिंदुओं की आबादी ज्यादा हो गई, कई आदिवासियों के अनुसार पाकिस्तान में ज्यादातर रहने वाले थे हिंदू बेहद ही खराब स्तर में जी रहे हैं।
पाक में कितने हिंदू अल्पसंख्यक
पाकिस्तान में हिंदू और सिख जैसे अल्पसंख्यक समुदाय की स्थिति किसी से भी जुड़ी नहीं है। पाकिस्तान में लंबे समय से हिंदू धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म और सिख धर्म का भी पतन हो रहा है। पाकिस्तान में गैर-मुसलमानों के साथ भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है।
पाकिस्तान में आदिवासियों की अधिकतर जनसंख्या ग्रामीण इलाक़े में ही रहती है। 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में करीब 38 लाख हिंदू अल्पसंख्यक रह रहे हैं।
पाकिस्तान में हिंगलाज माता का मंदिर दर्शनीय है। ऐसी मान्यता है कि माता सती का सिर इसी स्थान पर गिरा था, इसीलिए इस मंदिर की स्थापना यहीं की गई। यह मंदिर गुफा के आकार में शिखरों के बीच बना हुआ है। नवरात्रि में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
पाक में यहां बड़ी संख्या में हिंदू थे
पाकिस्तान के लाहौर, कराची, मुल्तान और सिंध के इलाकों में बड़ी संख्या में हिंदू रहते थे। आज भी पाकिस्तान के इन इलाक़ों में हिंदू आबादी के शासक मिल जाते हैं। भगवान के नाम पर यहां हवेली, बाजार, आज भी सदस्य हैं। मुल्तान में पहला सूर्य मंदिर जिसे आदित्य सूर्य मंदिर के नाम से जाना जाता था। इस्माइली शासकों ने 10वीं शताब्दी में विध्वंस कर दिया था। कहते हैं कि मुल्तान का प्राचीन नाम कश्यपपुरा था। चीनी यात्री ह्वेन सांग भी 641 ईस्वी में मंदिर में पहुंचा था।
पाकिस्तान के कलाश की खूबसूरत लड़कियां, हिंदू धर्म से क्या कोई नाता है?
अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह के सिद्धांत, जानकारी की पुष्टि नहीं होती है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।