केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली: साल 2025 पेंशन प्रणाली में क्रांतिकारी बदलावों के गवाह बनने जा रहे हैं। अब प्लेसमेंट के बाद जहां-जहां नौकरी करते हैं, वहां-वहां रेसकर पेंशन नंबर एक व्यापारिक उद्यम का झंझट खत्म होने जा रहा है। पेंशन बेनिट के इंतजार में महीनों गंवाने की नौबत भी नहीं आएगी। अब आपके खाते में पेंशन का पूरा लाभ मिलेगा। अगले महीने से मासिक पेंशन भी आपके गृहनगर के बैंक में आ जाएगी। बस किसी भी एटीएम में विक्रेता से प्रतिपूर्ति शुल्क लिया जा सकता है। ईपीपीओ यानी स्टाफ़ फ़्यूचर फंड ऑर्गनाइजेशन सेंट्रल पेंशन सिस्टम के माध्यम से पूरे सिस्टम में क्रांतिकारी बदलाव आ रहा है। इससे इस साल 68 लाख लोगों को फायदा होगा।
निवेश या बैंक साझेदारी से भी बाधा नहीं आएगी
ईपीएफओ की ओर से नए कदम उठाए जाने के बाद कर्मचारियों की नौकरी या बैंक की सदस्यता से भी पेंशन सुविधा मिलने में आसानी होगी। ईपीएफओ का ऑफ़लाइन सिस्टम सभी रीजनलऑफ़िस से संबंधित सारी जानकारी तैयार करने के लिए पेंशन बेनिटिट रिपोर्ट तैयार करने और उसे कर्मचारियों को उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। बैंकों से ही पेंशन की बाधा भी खत्म कर दी गई है। अब देश के किसी भी बैंक से इसे आउट कर सकते हैं। मंत्री मनसुख भाई मंडाविया ने इस तरह की पेंशन प्रणाली को मान्यता देने से लेकर पेंशनभोगियों को मिलने वाली सुविधा केंद्र की सराहना की है।
पेंशन की घोषणा के बाद वेरीफिकेशन की जरूरत नहीं होगी
नई केंद्रीय विधि व्यवस्था में पेंशन ऑर्डर तैयार करने के लिए उसे बैंक डीलरों में वेरीफिकेशन की आवश्यकता महसूस नहीं होगी। पेंशन एमाउंट जारी होने के साथ ही सीधे पोस्ट में पोस्ट कर दिया जाएगा। सेंट्रल पेंशन सिस्टम के माध्यम से पेंशनरों को तत्काल नियुक्ति के बाद आपकी अंतिम नौकरी वाली जगह से होमटाउन में शिफ्ट होने से भी पेंशन की नई सुविधाओं को पूरा करने के लिए कोई अंतर नहीं आएगा।
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