चीन-अमेरिका संबंध: चीन ने ताइवान को हथियार बनाने की वजह से 10 अमेरिकी संगठनों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। चीनी वाणिज्य मंत्रालय (वैश्विक) ने गुरुवार (2 जनवरी 2025) को यह जानकारी दी। मंत्रालय की घोषणा के अनुसार, इन कंपनियों में लॉकहीड मार्टिन मिसाइल्स एंड फायर कंट्रोल, लॉकहीड मार्टिन एयरोनॉटिक्स और लॉकहीड मार्टिन मिसाइल सिस्टम इंटीग्रेशन लैब शामिल हैं।
वर्कशॉप, एजेंसी स्टेट्स को भी रद्द किया जाएगा
एमओएम ने कहा कि इन कंपनियों को चीन से संबंधित कारोबार या आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा और चीन में नए निवेश करने से भी इनकार कर दिया जाएगा। घोषणा के अनुसार, इन सोसायटी के वरिष्ठ अधिकारियों के चीन में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। चीन ने कहा, “उनके काम के दस्तावेज और मूर्तिकार या एजेंसी स्टेट्स को रद्द कर दिया जाएगा और उनकी ओर से प्रस्तुत किए गए किसी भी संबंधित आवेदन को मंजूरी नहीं दी जाएगी।”
बिजनेस की बिक्री का आरोप
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के, एमओसी ने कहा कि यह व्यापारी चीन के विरोध के बावजूद हाल के वर्षों में ताइवान क्षेत्र में बेरोजगारी की बिक्री में लगी हुई हैं और सैन्य प्रौद्योगिकी को कथित तौर पर सहयोग कर रही हैं। मंत्रालय ने कहा कि उनकी कंपनियों ने चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को गंभीर रूप से नष्ट कर दिया है। साथ ही एक-चीन सिद्धांत और तीन चीनी-संयुक्त प्रतिमानों का गंभीर उल्लंघन किया गया है। इसके अलावा ताइवान में समुद्री-संधि में शांति और स्थायित्व को गंभीर रूप से नष्ट कर दिया गया है।
चीन ने दी कानूनी कार्रवाई की धमकी
बयान में यह भी कहा गया कि इन एजेंसियों ने कानूनी रूप से जवाबदेह दोषी ठहराया। मंत्रालय ने कहा कि चीनी सरकार हमेशा आपका स्वागत करती है और चीन में विदेशी कानून अपनाने वाली कंपनियों के लिए एक स्थिर, स्तरीय और स्तरीय व्यावसायिक संरचना पेश करने के लिए तैयार है। बता दें कि ताइवान ताइवान का अपना हिस्सा है। उनका फेलो अगर जरूरी हुआ तो इसे बलपूर्वक मुख्य भूमि के साथ फिर से जोड़ा जा सकता है।
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