पाकिस्तान यूएनएससी की सदस्यता का गैर-स्थायी सदस्य के रूप में दो साल का कार्यकाल शुरू, जानें भारत की चिंताएं


UNSC में पाकिस्तान का कार्यकाल शुरू: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद/यूएनएससी) में वर्ष 2025 की शुरुआत के साथ ही कई सदस्य बदल गए हैं और परिषद में दो साल के लिए कई नए गैर सरकारी सदस्यों की नियुक्ति हुई है। इसमें भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान भी शामिल है। यूसी सूज़ में पाकिस्तान के प्रवेश द्वार ने भारत का ध्यान विशेष रूप से खींचा है।

पाकिस्तान के यूसाइओसी के प्रवेश से भारत सहित दक्षिण एशिया के कई देशों की आय में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस वक्त बांग्लादेश, म्यांमार, अफगानिस्तान जैसे कई एशियाई देशों के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान यूएनएससी में अपने भारत विरोधी जनरल को प्रमुखता से उठाया जा सकता है।

जुलाई 2025 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पाकिस्तान का राष्ट्रपति बनेगा

पाकिस्तान के दो साझीदारों के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य बनाया गया है। लेकिन जुलाई 2025 में पाकिस्तान यूएनएससी की नियुक्ति भी होगी। इसके अलावा पाकिस्तान इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा बैन कमेटी में भी शामिल होगा, जिसे शियाकन नाम दिया गया है और उस पर बैन लगाया गया है। ऐसे में यूसाइओसी में पाकिस्तान के जजमेंट से भारत प्रभावित हो सकता है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आतंकवादियों का गोला बारूदगा पाकिस्तान में

पाकिस्तान ने यू शियाओसी के सदस्य के रूप में अपने अमेरीका में अफगानिस्तान में शरणार्थियों का उठाव की बात कही है। इससे पाकिस्तान टीटीपी और अन्य गुटों पर फिजियोलॉजी करने का प्रयास किया जा रहा है। पाकिस्तान दुनिया के सामने खुद को राक्षसों से घिरा हुआ भारत का रुख देखना चाहता है।

पाकिस्तान के लिए यूएनएससी में कश्मीर का अवशेष सबसे प्रमुख निवास वाला है, जो पाक यू शियासी में सबसे पुराना एजेंडों में से एक है। वही, पाक भारत से जम्मू कश्मीर से 370 हटाने के लिए भी आप इसका उपयोग कर सकते हैं।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पाकिस्तान में चीन का साथ

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पाकिस्तान को कश्मीर के मुद्दे पर चीन से खुला समर्थन मिल सकता है। चीन की मदद से पाक जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य खत्म करने पर चर्चा की कोशिश। वहीं, पाक की ओर से सिंधु जल समूह जैसे एस्ट्रेट को भी मंच पर रखा जा सकता है।

यह भी पढ़ें पाकिस्तान ने की मदद आज उसी की नाक में दम कर रहा है तालिबान! लाल मस्जिद ऑपरेशन से शुरू हुई थी दुश्मनी



Source link

admin

admin

अपनी टिप्पणी दे

हमारे न्यूज़लेटर के लिए साइन