प्रयागराज स्थित श्री निरंजनी अखाड़ा के आश्रम में शनिवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता महंत रविंद्र पुरी ने की। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाम बदले जाने की घोषणा कर सकते हैं।
By Arvind Dubey
Publish Date: Sat, 05 Oct 2024 02:33:08 PM (IST)
Up to date Date: Sat, 05 Oct 2024 02:35:21 PM (IST)
HighLights
- सबसे पहले एमपी में नईदुनिया ने उठाया था मुद्दा
- उज्जैन में शाही सवारी को राजसी सवारी कहा था
- इसी पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लगाई थी मुहर
ब्यूरो, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक के दूसरे दिन शनिवार को अहम प्रस्ताव पास किए गए। श्रीमहंत रविंद्र पुरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में शाही स्नान और पेशवाई का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा गया।
जूना अखाड़ा के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि शाही स्नान उर्दू और पेशवाई फारसी शब्द है। इसे बदलकर दोनों परंपराओं का हिंदी अथवा संस्कृत में नाम रखा जाना चाहिए। माना जा रहा है कि आज ही प्रयागराज आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाही स्नान को राजसी स्नान और पेशवाई को छावनी प्रवेश कहने की घोषणा कर सकते हैं।
नईदुनिया ने उठाया था मुद्दा
बता दें कि नईदुनिया, दैनिक जागरण समूह ने ही 2 सितंबर को उज्जैन में निकली महाकाल की सवारी को शाही के स्थान पर राजसी कहे जाने का मुद्दा उठाया था। उसी दिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शाही को राजसी कहे जाने की घोषणा कर दी थी। बाद में यह मुद्दा देशभर में उठा और हरिद्वार, प्रयागराज, काशी, नाशिक सहित अन्य धर्मनगरी के संतों तथा 13 अखाड़ों ने इस पर सहमति जताई थी।