इस साल सुरक्षा बलों को विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली है। जनवरी से अब तक, बदमाशों के 193 शव बरामद हुए हैं। इसके साथ ही, बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक भी पुलिस को स्थानों से मिले हैं। इस वर्ष 663 में रेलवे की बहाली हुई।
द्वारा अनिमेष पॉल
प्रकाशित तिथि: शनिवार, 05 अक्टूबर 2024 11:52:19 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: शनिवार, 05 अक्टूबर 2024 05:49:54 अपराह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- एके-47, एसएलआर जैसे स्वचालित हथियार मिले शामिल हैं
- कॅरिअर कमांडर कमलेश और नीति सहित बड़े कैडर के प्रमुख के जाने की संभावना
- जनवरी 2024 से अब तक 193 स्क्रीनशॉट के मिले शव, 663 स्क्रीनशॉट की हुई गैलरी
नईदुनिया प्रतिनिधि, दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के अनाम क्षेत्र में शुक्रवार की दोपहर 12 बजे से सुरक्षा को लेकर अब तक की सबसे बड़ी सफलता बल मिली है। बारसूर थाना क्षेत्र के दांते और नारायणपुर जिले के थुलथुली गांव के पास स्थित जंगल और पहाड़ में मिले मछुआरे पुलिस ने अब तक 36 ज्वालामुखी को दफन कर दिया है। इस समूह में 25-25 लाख रुपये के मान्यता प्राप्त डिविजनल समिति के सदस्य, राष्ट्रमंडल समिति के कई सदस्य और कई क्षेत्रीय समिति के प्रभारी नीति शामिल हैं, जिनमें बड़े कैडर के नामांकन के स्तर को शामिल किया गया है।
पुलिस के अनुसार अभी भी जारी है और रिकॉर्ड किए गए रिकॉर्ड की संख्या में कमी हो सकती है। अब तक 14 रॉकेटों के शव में एके-47, एसएलआर जैसे स्वचालित बंदूकें और भारी मात्रा में रॉकेट पुलिस को मिले हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि मॅटा में कई बड़े कैडर के अनुपूरक पद भी गए हैं।
डेट आईजेपी सुंदरराज पी. ने बताया कि अज़ामाड़ सीमा से सैट जंगल में पूर्व फ़्लोरिडा डिवीज़न की उपस्थिति की सूचना गुरुवार को नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले से संयुक्त स्टॉकहाजी (डिस्ट्रिक्ट रिज़र्व गार्ड) बल को अभियान पर भेजी गई थी।
नदी-पहाड़ों को पार कर शुक्रवार की दोपहर में सुरक्षा बल जैसे ही नंदूर और थुलथुली के पास एशिया, पहाड़ी पर घाटों पर प्रशिक्षण ने सुरक्षा बल पर गोलीबारी शुरू कर दी। उल्ट ने भी मोर्चा संभालकर जवाबी कार्रवाई की है। दो से लेकर देर शाम तक रुक-रुक कर जारी है। युवाओं को मुंह झूट जवाब दे रहे हैं। नाव के अभियान से वापसी के बाद वस्तु स्थिति स्पष्ट हो गई।
इस साल अब तक 193 साल
इस वर्ष सुरक्षा बल को विरोधी अभियान बड़ी सफलता मिली है। इस साल जनवरी से लेकर अब तक सुरक्षा बल को 193 के दशक के शव मिले हैं। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी पुलिस को समग्र स्थलों से मिले हैं। 663 ऑर्केस्ट्रा की कलाकृतियाँ वी 556 पेंटिंग का प्रदर्शन किया गया है।
इस साल की बड़ी सफलताएँ
-27 मार्च को बीजापुर के चिपपुरभट्टी में छह छात्रावास स्थापित किये गये।
-02 अप्रैल को गंगालूर, बीजापुर में 13 वर्ष की आयु में शहीद हुए।
-16 अप्रैल को कांकेर के छोटेबेठिया में 29 छात्रावास।
-30 अप्रैल को अचेतमाड के टेकमेटा में 10 दायित्व धारक।
-10 मई को बीजापुर के पेडिया में 12 छात्रावास।
-23 मई रेकाघी में आठ को मारा।