क्या है स्मार्ट रीप्ले सिस्टम, महिला टी20 वर्ल्ड कप में होगा इस्तेमाल, डीआरएस से कैसे है अलग?

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नई दिल्ली. महिला टी20 विश्व कप (Ladies’s T20 World cup 2024) की शुरुआत आज (3 अक्टूबर) से यूएई में शुरू होने वाली है. पहला मैच बांग्लादेश और स्कॉटलैंड के बीच खेला जाएगा. इस बार विश्व कप में कुछ अलग होने वाला है. टूर्नामेंट में स्मार्ट रिप्ले सिस्टम (Good Replay System) का इस्तेमाल होने जा रहा है. यह सिस्टम पहले भी कई टूर्नामेंट में इस्तेमाल किया जा चुका है.

आईसीसी ने एक प्रेस रिलीज में कहा, “हर खेल में कम से कम 28 कैमरे होंगे. जिसकी मदद से हर गेम को अच्छे तरीके से देखा जाएगा. डीआरएस सिस्टम की भी व्यवस्था होगी. जिसमें हॉक-आई स्मार्ट रीप्ले सिस्टम शामिल होगा. जिससे टीवी अंपायर्स को जल्दी और सटीक डिसीजन देने में आसानी होगी.”

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सिस्टम अंपायरों की मदद के लिए है. इसमें स्टेडियम के चारों ओर तैनात हॉक-आई के आठ हाई-स्पीड कैमरे को दो हॉक-आई ऑपरेटर के साथ मिलकर टीवी अंपायर फैसला लेगा. इसमें टीवी डायरेक्टर शामिल नहीं होंगे. इस तकनीक का इस्तेमाल पहले द हंड्रेड लीग और आईपीएल 2024 में भी किया जा चुका है.

स्मार्ट रीप्ले सिस्टम पहले से ज्यादा आसान होगी. इसमें स्टेडियमें में चारों ओर लगे हॉक आई के आठ औऱ हाई स्पीड कैमरो के 2 हॉक आई के साथ फैसला लेने में अंपायर को मदद मिलेगी. स्टंपिंग के लिए नई प्रणाली टीवी अंपायर को ट्राई-विजन दिखाएगी वह एक ही फ्रेम में साइड-ऑन कैमरों के साथ-साथ फ्रंट-ऑन से फुटेज देख पाएंगे. हॉक-आई कैमरे लगभग 300 फ्रेम प्रति सेकंड की स्पीड से रिकॉर्ड करते हैं. इससे अंपायरों के लिए निर्णय लेना और आसान होगा.

Tags: Indian Womens Cricket, T20 World Cup

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