कूनो नेशनल पार्क हर साल एक अक्टूबर को खुलता है। लेकिन इस साल बारिश से बुरा रास्ता हो गया था, एक अक्टूबर को वॉक पार्क के गेट की शुरुआत नहीं की गई थी। कुछ दिन बाद उन्हें चीते भी दिखाई दे सकते हैं। अभी चीतों को खुले में छोड़ने की तारीख पर निर्णय नहीं लिया गया है।
द्वारा सुरेश वैष्णव
प्रकाशित तिथि: शनिवार, 05 अक्टूबर 2024 02:24:41 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: शनिवार, 05 अक्टूबर 2024 02:24:41 अपराह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- कूनों में सभी समग्र समग्र, पार्क के लक्ष्य लक्ष्य
- जल्द ही खुले में चले जायेंगे, लेकिन अभी तारीख तय नहीं
- पार्क में तीन तरफ का प्रवेश द्वार, जहां से प्रवेश द्वार
श्योपुर. नईदुनिया प्रतिनिधि। बारिश के मौसम के बाद कूनो सेंचुरी के गेट फ्लो के लिए भूखे रहने वाले हैं। प्रबंधन 6 अक्टूबर को पार्क के टायर गेट जर्नलगा। इसके बाद पर्यटक कूनो नेशनल पार्क में घूम सकते हैं और यहां के पर्यटक पर्यटक स्थल देख सकते हैं। अभी तो नहीं लेकिन कुछ दिन बाद उन्हें
चीते भी दिख सकते हैं। अभी चीतों को खुले में छोड़ने की तारीख पर निर्णय नहीं लिया गया है। पार्क के गेटों को समुद्र तट के लिए प्रबंधन ने आंशिक रूप से शुरू कर दिया है।बता दें कि कूनो नेशनल पार्क का प्रोजेक्ट हर साल एक अक्टूबर को खुलता है। लेकिन इस साल बारिश से बुरा रास्ता हो गया था, एक अक्टूबर को वॉक पार्क के गेट की शुरुआत नहीं की गई थी। एक दिन पहले ही पार्क प्रबंधन ने यह सूचना जारी कर दी थी कि बारिश से बुरा हाल हो रहा है
गेट तय न करें, लेकिन पिछले कुछ दिनों से सीज़न के साफ रहने का रास्ता ठीक हो गया है, जिसके बाद पार्क मैनेजमेंट ने गेट ओपन कर लिया है। माना जा रहा है कि छह अक्टूबर रविवार को टिकटोली, पीपल बाबा और अहेरा गेट खोले जाएंगे।कुछ दिन में छोड़ जायेंगे चीते
अभी चीते कागज़े में हैं। यूक्रेनी ओपन में रिलीज़ नहीं हुआ है। लेकिन अब पार्क के अंदरूनी कपड़ों वाले नालों और नदियों में पानी कम रह गया है। इसलिए मैनेजमेंट चीटों को खुले में छोड़ने पर विचार किया जा रहा है। चीतों में ओपन में लॉन्च को लेकर जल्द ही तारीख तय होगी। यानी एक हफ्ते के अंदर माइक्रोसॉफ्ट को पार्क में भी देख सकते हैं, यहां तक कि इधर-उधर कुलाचें हुए सिक्के भी देखे जा सकते हैं।
पार्क को छह अक्टूबर को मूवी के लिए खोला जा सकता है। यदि सभी रेलवे ठीक रहे तो पार्क के गेटों को खोल दिया जाएगा। साथ में खुले में रहने का अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।
-आर तिरुकुराल, डीएफओ कूनो नेशनल पार्क