भारतीय रेलवे: भारत में त्योहारों और छठ पूजा के दौरान ट्रेन में कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है। दूसरे शहरों और राज्यों में काम करने वाले लोग अपने-अपने घर उत्सव मनाते हैं, जिसके कारण यात्रियों की संख्या में वृद्धि होती है।
द्वारा कुशाग्र वलुस्कर
प्रकाशित तिथि: शनिवार, 05 अक्टूबर 2024 02:14:03 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: शनिवार, 05 अक्टूबर 2024 02:14:03 अपराह्न (IST)
डिजिटल डेस्क, रेस्तरां। भारतीय रेलवे: त्योहारों के समय ट्रेन में कंफर्म सीट पाने के लिए काफी पापड़ बेलने वाली फिल्में हैं। लोग पहले से ही टिकट बुक कर लेते हैं। ऐसे में अगर किसी को इलेक्ट्रानिक यात्रा करनी होती है तो उनकी सीट नहीं मिलती है। अब दशहरा, छठ जैसे त्योहार आने वाले हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग यात्रा करेंगे।
फेस्टिवल सीजन में भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों को सुविधा देने के लिए भारतीय रेलवे स्पेशल ट्रेनें चलती हैं। फिर भी कई रूट पर सीट नहीं मिल पाती है। अगर आप भी अगले दिनों ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं और कंफर्म सीट नहीं मिल पा रहे हैं, तो चिंता की बात है। रेलवे ने ट्रेन ऑल्टनेट एकमडेशेन स्काई शुरू की है।
ट्रेन ऑल्टनेट एकमडेशेन स्काइ क्या है?
अब आर्टिस्टिक सोसायटी की मदद से ट्रेन की टिकटें बुक कर सकते हैं। होटल की सहायता से ट्रेन कोचिंग की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ट्रेन ऑल्टनेट अकादमी की शुरुआत हुई।
वेटिंग टिकट्स होगी कंफर्म
यदि कोई यात्री वेटिंग टिकट बुक करता है और एटीएएस के विकल्प का चयन करता है, तो उसे दूसरी ट्रेन में सीट कंफर्म की सुविधा मिलती है। अगर आप टिकट बुक करने के लिए सभी ट्रेनों की सीट चेक करते हैं, लेकिन कंफर्म सीट नहीं है तो आप मजबूरन वेटिंग टिकट लेवी टिकट हैं। कई बार टिकटें कैंसिल भी होती हैं। ट्रेन ऑल्टनेट अकादमी में ऐसा नहीं होगा।
यदि आप वेटिंग टिकटें ले रहे हैं, तो एटीएएस अधिसूचना अध्ययन जानकारी चाहता है कि किस ट्रेन में कंफर्म सीट उपलब्ध है। अब आप अपनी वेटिंग टिकट को दूसरी ट्रेन में पोस्ट कर सकते हैं। इस तरह आपको आसानी से सीट मिल जाएगी।
कैसे उठा सकते हैं एटीएएस का लाभ
ऑनलाइन ट्रेन की टिकट बुक करने का समय इस विकल्प का सुझाव है। इसमें सात ट्रेन को सिलेक्ट करना है जो आपके रूट में स्थानांतरित है। जिस ट्रेन में सीट बुक है। कंफर्म सीट नहीं है तो दूसरी ट्रेन में मिल जाएगा।