Rain in MP: मध्य प्रदेश में बारिश का दायरा बढ़ सकता है। अरब सागर के साथ ही बंगाल की खाड़ी से भी बड़े पैमाने पर नमी आने लगी है। इस वजह से उत्तर एवं पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना बढ़ गई है। प्रदेश के शेष क्षेत्र में भी हल्की से मध्यम वर्षा होने का सिलसिला बना रह सकता है।
By Navodit Saktawat
Publish Date: Sat, 06 Jul 2024 08:33:17 PM (IST)
Up to date Date: Sat, 06 Jul 2024 08:39:24 PM (IST)
HighLights
- प्रदेश में रहेगा रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला
- ग्वालियर, भोपाल रीवा में बौछारों के आसार
- बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से आई नमी
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मानसून द्रोणिका के मध्य प्रदेश से गुजरने के कारण ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने लगी है। इसी क्रम में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक ग्वालियर में 44, मंडला में 18, सिवनी में 11, सीधी में 10, धार एवं शिवपुरी में दो, पचमढ़ी, नर्मदापुरम एवं मलाजखंड में एक, खजुराहो एवं मलाजखंड में 0.8 और गुना में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, रविवार को ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल संभाग के जिलों में मध्यम वर्षा होने का अनुमान है। उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों में हल्की वर्षा होने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, मानसून द्रोणिका बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, सतना, डाल्टनगंज, आसनसोल, बागती होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
इस चक्रवात से लेकर असम तक एक द्रोणिका बनी हुई है, साथ ही इसी चक्रवात से लेकर उत्तर-पूर्वी अरब सागर तक भी एक द्रोणिका बनी हुई है, जो मध्य प्रदेश से होकर जा रही है।
इसके अतिरिक्त गुजरात से लेकर केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका नीचे आकर मध्य प्रदेश से गुजर रही है।
24 घंटे में यहां हुई सर्वाधिक वर्षा
पिछले 24 घंटे के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में सर्वाधिक श्योपुरकलां के बडोडा में 334, श्यौपुर में 193, पोहरी में 137, शिवपुरी में 131, बमोरी में 121, मालथौन में 110.6, नरवर में 105, बीना में 102.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।