एएसपी अर्चना झा ने बताया कि मस्तूरी क्षेत्र के किरारी में रहने वाले करण गोयल ने थाने पहुंचकर अपनी 25 दिन की बेटी के गायब होने की शिकायत की है। उसने बताया कि रविवार की रात पत्नी हसीन गोयल और 24 दिन की बेटी के साथ कमरे में सो रहा था।
By sarfraja
Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:23:47 AM (IST)
Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:23:47 AM (IST)
HighLights
- तीसरी बार बेटी हुई तो फेंक दिया कुएं में
- पुलिस की पूछताछ में खुला राज
- आरोपित मां गिरफ्तार, मस्तूरी क्षेत्र का मामला
नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। मस्तूरी में रहने वाली महिला ने किसी से सुन रखा था कि बेटी को गंगा में प्रवाहित करने पर बेटा पैदा होता है। उसे तीसरी बेटी हुई तो कुएं में फेंक दी। इसके बाद उसने बेटी के गायब होने की सूचना स्वजन को दी। घटना की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मासूम की तलाश शुरू कर दी। पुलिस को बच्ची का शव कुएं में मिला। पूछताछ में पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
एएसपी अर्चना झा ने बताया कि मस्तूरी क्षेत्र के किरारी में रहने वाले करण गोयल ने थाने पहुंचकर अपनी 25 दिन की बेटी के गायब होने की शिकायत की है। उसने बताया कि रविवार की रात पत्नी हसीन गोयल और 24 दिन की बेटी के साथ कमरे में सो रहा था। उनकी एक बेटी अदिति भी कमरे में सो रही थी। बड़ी बेटी ख्याति अपने दादा-दादी के साथ सोई थी। रात करीब तीन बजे हसीन ने जगाकर बताया कि 24 दिन की बेटी तारा गायब है। स्वजन को जगाकर उन्होंने पूछताछ की। इसके बाद गांव के लोगों को इस संबंध में बताया। सुबह उन्होंने पूरे मामले की शिकायत थाने में की। शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इधर जांच के दौरान मंगलवार को मासूम का शव घर के पास ही कुएं में मिल गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया। गांव में चर्चा है कि तीन बेटियां होने के बाद से महिला परेशान थी। उसने कहीं पर सुन रखा था कि एक बेटी को गंगा में प्रवाहित कर देने पर बेटा पैदा होता है। इसी अंधविश्वास के कारण उसने अपनी बेटी को जिंदा ही कुएं में फेंक दिया। फिलहाल पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ में बताया मान-सम्मान कम होने की आशंका पर फेंका कुंए में
मस्तूरी थाना प्रभारी अवनीश पासवान ने बताया कि पूछताछ में हसीन ने बताया कि तीसरी बेटी होने के बाद से वह परेशान थी। ससुराल में मान-सम्मान कम हो जाने की बात हमेशा उसके दिमाग में आ रही थी। इसी उलझन में उसने अपनी तीसरी बेटी को कुएं में फेंक देने का निर्णय कर लिया। रविवार की रात परिवार के सदस्य जब सो गए तो उसने अपनी अबोध बच्ची को जिंदा ही कुएं में फेंक दिया। इसके बाद वह अपने कमरे में आकर सो गई। कुछ देर बाद उसने बेटी के गायब होने की बात पति और ससुराल वालों को बताई। महिला के जुर्म कबूल लेने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपित महिला को न्यायालय में पेश किया है।
पुलिस को गुमराह करने बनाती रही कहानियां
डीएसपी उदयन बेहार ने बताया कि महिला शुरू से ही अपना बयान बदल रही थी। इसके कारण पुलिस को उस पर पहले से ही शक था। प्रसूता होने के कारण पुलिस उससे कड़ाई नहीं कर पा रही थी। महिला पुलिस की टीम उससे लगातार पूछताछ में जुटी रही। उससे मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई तो पूरा मामला सामने आ गया। पूछताछ के दौरान उसने स्वजन और गवाहों के सामने अपना जुर्म कबूल लिया है।
नए कानून की धाराओं में किया जुर्म दर्ज
नस्ल के आधार पर की गई हत्या के लिए भारतीय न्याय संहिता में धारा 103 के तहत सजा का प्राविधान है। पुलिस ने पहले मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया है। मामले का राजफाश होने के बाद हत्या की धारा जोड़ दी गई है। इस धारा के तहत मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा का प्राविधान है।