जून माह में भीषण गर्मी के कारण हर कोई परेशान है। इस दौरान इंदौर में बिजली की खपत काफी बढ़ गई है। ऐसे में उपभोक्ताओं को डेढ़ से दो गुना ज्यादा बिजली बिल मिल रहा है। उपभोक्ता बिल में सुधार के लिए बिजली कंपनी के जोन जा रहे हैं, लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा है।
By Anurag Mishra
Publish Date: Solar, 30 Jun 2024 08:03:04 PM (IST)
Up to date Date: Solar, 30 Jun 2024 08:03:04 PM (IST)
HighLights
- मई माह में सबसे ज्यादा रही बिजली की खपत।
- बाजार में बिकीं रिकॉर्ड एयर कंडीशन।
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। जून माह में नागरिकों के घरों में बिजली बिल पहुंचने के बाद शिकायतें भी बढ़ गई है। ज्यादातर उपभोक्ता बिजली कंपनी पर अधिक बिल भेजने की शिकायत कर रहे हैं। उपभोक्ताओं को संदेह है कि बिजली कंपनी ने टैरिफ दरें बढ़ा दी है या फिर गलती से ज्यादा बिल जारी किए हैं।
हालांकि बिजली कंपनी इसे लंबे चले गर्मी के मौसम और बढ़ी हुई खपत का असर बता रही है। जून माह में लोगों के घरों में पहुंचे बिजली बिल आम तौर पर हर माह में आने वाले बिल से डेढ़ से दो गुना है। तमाम छोटे-बड़े उपभोक्ता इस बारे में शिकायत कर रहे हैं। बिलों में सुधार के आवेदन भी लगातार बिजली कंपनी के जोनों पर पहुंच रहे हैं।
हालांकि, जोनों से बिल सुधार के अधिकार छिन लिए हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं के बिलों में सुधार भी नहीं हो रहा। बिजली कंपनी के अनुसार बीते अप्रैल से जून तक लगातार शहर में तेज गर्मी का प्रभाव रहा। आम तौर पर शहर की बिजली मांग बीते वर्षों में गर्मियों में छह से सवा छह सौ मैगावाट तक होती थी। इस साल सवा सात सौ मैगावाट के पार बिजली की मांग पहुंच गई।
बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री (शहर वृत्त) मनोज शर्मा के अनुसार प्रतिनिदिन एक से डेढ़ करोड़ बिजली का वितरण कंपनी की ओर से किया। देखा जाए तो औसत वृद्धि 30 से 40 प्रतिशत हुई है। जबकि पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि गर्मियों में बिजली खपत में 10 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, इस अनुमान से कहीं ज्यादा वृद्धि दर्ज हुई। बरसात शुरू हो चुकी है ऐसे में भी इंदौर में बिजली की मांग 600 मैगावाट के आसपास बनी हुई है।
उपकरण बढ़े इसलिए बिल भी ज्यादा
बिजली कंपनी के अनुसार जून माह में जारी हुए बिजली के बिल मई माह की खपत के हैं। मई माह बिजली खपत के लिहाज से सबसे ज्यादा मांग वाला महीना था। तेज गर्मी के कारण लोगों के यहां बिजली का उपभोग 30 से 40 प्रतिशत बढ़ा। उस माह के बिल अब लोगों को मिले हैं, तो उन्हें बढ़ी खपत के कारण राशि भी ज्यादा लग रही है।
बिजली कंपनी के अनुसार उपभोक्ता अपने मीटर में खपत जांच लें। अगर, बिल की रीडिंग से असल मीटर रीडिंग अलग है, तो वो इस बारे में शिकायत कर सकता है। देखा जा रहा है कि इस साल लंबी गर्मियां चलने और अधिक तापमान लगातार रहने से खपत बढ़ी है। बाजार से रिकॉर्ड एयर कंडीशन बिकने की खबरें भी आई हैं। ऐसे में बढ़ी राशि के बिल आना स्वभाविक है।
अगले माह भी बिल बढ़ेगा
जून माह के आखिर में शहर में बरसात का असर देखने को मिला है। इससे पहले इस महीने में गर्मी का प्रकोप बना रहा। ऐसे में विशेषज्ञ कह रहे हैं कि अगले एक माह आने वाला बिजली का बिल भी भारी-भरकम होगा। ज्यादातर घरों में एसी-कूलर और पंखे पूरे समय चलते रहे। लिहाजा जुलाई में भी बिजली का बढ़ा हुआ बिल लोगों को झटका दे सकता है।