MP Lok Lok Sabha Election 2024: 384 तक उम्मीदवार होने पर ईवीएम से ही मतदान, आगे कुछ होता है तो आयोग तय करेगा

MP Lok Lok Sabha Election 2024: 384 तक उम्मीदवार होने पर ईवीएम से ही मतदान, आगे कुछ होता है तो आयोग तय करेगा

मुख्यमंत्री निवास से राजनीतिक गतिविधियों के संचालन पर कहा कि ऐसी शिकायत नहीं देखी, जानकारी लेंगे।

By Prashant Pandey

Publish Date: Tue, 02 Apr 2024 08:43 PM (IST)

Up to date Date: Tue, 02 Apr 2024 08:50 PM (IST)

मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024

HighLights

  1. दिग्विजय सिंह के 400 उम्मीदवार होने पर मतपत्र से मतदान पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने किया स्पष्ट।
  2. पहले चरण की छह सीटों में सर्वाधिक 19 उम्मीदवार जबलपुर में हैं।
  3. 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं को डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान की सुविधा।

नवदुनिया राज्य ब्यूरो, भोपाल। एक निर्वाचन क्षेत्र में 384 तक उम्मीदवार होने पर ईवीएम से ही मतदान कराया जा सकता है। इससे अधिक उम्मीदवार होने का प्रश्न वैसे तो काल्पनिक है, लेकिन ऐसी परिस्थिति आती है तो चुनाव आयोग तय करेगा। यह बात मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने मंगलवार को भोपाल में राज्य स्तरीय मीडिया कार्यशाला में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के 400 उम्मीदवार होने पर मतपत्र से मतदान कराने की बात के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न पर कही। मुख्यमंत्री निवास से राजनीतिक गतिविधियों के संचालन संबंधी कांग्रेस की शिकायत पर कहा कि यह मेरे देखने में नहीं आया है, पर जानकारी लेंगे।

एक सीट पर 384 से अधिक उम्मीदवार होने के प्रश्न को काल्पनिक बताते हुए उन्होंने कहा कि देश में अभी कहीं इस तरह की स्थिति सामने नहीं आई है। पहले चरण की छह सीटों में सर्वाधिक 19 उम्मीदवार जबलपुर में हैं। यहां दो बैलेट यूनिट लगेंगी।

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हमने मतदान को लेकर सभी तैयारियां कर ली हैं। इस बार 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं को डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान की सुविधा मिलेगी। विधानसभा चुनाव में यह 80 वर्ष थी। चुनाव कार्य में संलग्न रहने वाले अधिमान्य पत्रकारों को भी डाक मतपत्र से मतदान की सुविधा मिलेगी।

फेक न्यूज से बचने की सलाह

फेक न्यूज से बचने की सलाह देते उन्होंने कहा कि प्रामाणिक व तथ्यपरक खबरें ही दी जानी चाहिए। अभी पिछले दिनों एक खबर चली कि यदि मतदान नहीं किया तो 300 रुपये बैंक खाते से सीधे कट जाएंगे। जबकि, सभी जानते हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं है। वहीं, संयुक्त निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री ने कहा कि पत्रकार आयोग के आंख और कान हैं। कई बार आपके माध्यम से वे जानकारी मिलती हैं, जो प्रशासन की नजरों में नहीं आ पाती हैं।

शपथ पत्र को लेकर उन्होंने कहा कि रिटर्निंग आफिसर यह देखते हैं कि नामांकन पत्र पूरा भरा होना चाहिए। कोई भी कालम खाली न हो। शपथ पत्र की जांच वे नहीं करते हैं। यदि कोई आपत्ति आती है तो उसे भी प्रदर्शित किया जाता है। इस दौरान राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर प्रोफेसर पीएन सनेसर और डा. वायपी सिंह ने सी-विजिल एप, केवाइसी, एमसीएमसी, पेड न्यूज, मतदान एवं मतगणना समेत चुनावी प्रक्रियाओं से जुड़ी जानकारियां विस्तार से बताईं।

पत्रकार के पुत्र के निधन पर जताया शोक

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन सहित उपस्थित प्रतिभागियों ने वरिष्ठ पत्रकार मनोज सैनी के पुत्र के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति और परिजन को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की। उधर, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है।

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    नईदुनिया डॉट कॉम इंदौर में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ डेस्क पर वरिष्ठ उप-संपादक। पत्रकारिता और जनसंचार में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से बैचलर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से मास्टर्स डिग्री। इंदौर में 2014

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