सिम्स के कैंसर डिपार्टमेंट के एचओडी डा़ चंद्रहास ध्रुव के मुताबिक युवक करीब छह महीने पहले इलाज के लिए आया था। उस समय उसने बताया कि लगातार तीन-चार महीने से बुखार आ रहा है और शरीर में कई जगहों पर गांठ हो गया है।
By Yogeshwar Sharma
Publish Date: Mon, 01 Apr 2024 01:02 AM (IST)
Up to date Date: Mon, 01 Apr 2024 01:02 AM (IST)
HighLights
- चिकित्सकों के मुताबिक देश में इस तरह का तीसरा मामला आया है सामने
- एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर भी पाया गया है
- पूरी तरह से ठीक होने में कम से कम दो साल का समय लगेगा।
नईदुनिया न्यूज,बिलासपुर। सिम्स (छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान) में मेडिकल हिस्ट्री का एक रेयर मामला पहुंचा है। इसमें एक 26 वर्षीय युवक में महिला जननांग भी पाया गया है। उसमें एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर भी पाया गया है। इसका नाम प्रेसिडेंट मूलेरियन डक्ट सिंड्रोम विद जर्म सेल ट्यूमर आफ टेस्टिस है। चिकित्सकों के मुताबिक इस तरह का तीसरा मामला देश में सामने आया है। हालांकि सिम्स के चिकित्सकों ने उसके महिला जननांग के अंदर अंडाशय हुए कैंसर का सफल इलाज कर युवक को सुरक्षित किया गया है। साथ ही उसे फालोअप में रख गया है। उसे पूरी तरह से ठीक होने में कम से कम दो साल का समय लगेगा।
सिम्स के कैंसर डिपार्टमेंट के एचओडी डा़ चंद्रहास ध्रुव के मुताबिक युवक करीब छह महीने पहले इलाज के लिए आया था। उस समय उसने बताया कि लगातार तीन-चार महीने से बुखार आ रहा है और शरीर में कई जगहों पर गांठ हो गया है। उसमें पुरुष जननांग के साथ महिला जननांग भी बन गया है। यह बात सुनकर चिकित्सक हैरान हो गए। इसकी जानकारी लेने पर पता चला कि इस तरह के दो मामले भुवनेश्वर में आ चुके हैं और यह तीसरा मामला है। जांच के बाद युवक के कैंसर से पीड़ित होने की आशंका हुई। इसके बाद सीटी स्केन और बायोप्सी जांच में विकसित हुए महिला जननांग के अंडाशय में कैंसर होना पाया गया। यह तीसरे स्टेज में पहुंच चुका था। इसके बाद लगभग छह महीना के इलाज में उसे 12 बार किमोथैरेपी दी गई और महिला जननांग में आए कैंसर को ठीक कर लिया गया। हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि एक अंडाशय निकालना पड़ा है। इसकी वजह से उसके पिता बनने की संभावना न के बराबर रह गया है, लेकिन अब वह स्वस्थ चल रहा है। इस मामले में डाक्टर का कहना है कि उसे पूरे तरह से ठीक होने में कम से कम दो साल का समय लगेगा और उसे लगातार फालोअप में रखा गया है। दो साल बाद ही उसे पूरी तरह से स्वस्थ कहा जा सकता है।
इन कारणों से महिला जननांग हुआ होगा विकसित
डा. चंद्रहास का कहना है कि मेडिकल साइंस के मुताबिक जब बच्चा गर्भाशय में रहता है तो जननांग बनने की प्रक्रिया पहले महीने से सातवें महीने के बीच तक होता है। पुरुष व महिला बनने की प्रक्रिया दो अलग-अलग नालियों से तय होता है। अगर फीमेल वाली नालियां बनना शुरू हुआ तो लड़की पैदा होती है और मेल के लिए भी यही प्रक्रिया होती है। लेकिन सिम्स पहुंचे युवक के साथ यह कुछ अलग हुआ। जब वह गर्भ में था तो उसके दोनों जननांग एक साथ विकसित होने लगे और इसी वजह से उसमें महिला और पुरुष दोनों के जननांग बन गए। मेडिकल साइंस में यह बेहद ही दुर्लभ मामला है।